पंजाब हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भूमि क्षरण का मुख्य कारण क्या है? - panjaab hariyaana aur pashchimee uttar pradesh mein bhoomi ksharan ka mukhy kaaran kya hai?

लोहा अयस्क किस प्रकार का संसाधन है?

  • नवीकरण योग्य
  • प्रवाह

  • जैव
  • जैव

3496 Views


पंजाब में भूमि निम्नीकरण का निम्नलिखित में से मुख्य कारण क्या है?गहन खेती अधिक सिंचाईवनोन्मूलनवनोन्मूलन

2758 Views


ज्वारीय ऊर्जा निम्नलिखित में से किस प्रकार का संसाधन है?

  • पुनः पूर्ति योग्य

  • अजैव

  • मानवकृत

  • मानवकृत

2064 Views


प्रौद्योगिक और आर्थिक विकास के कारण संसाधनों का अधिक उपयोग कैसे हुआ है?


किसी भी प्रदेश के आर्थिक विकास के लिए संसाधनों की उपलब्धता आवश्यक है। प्रौद्योगिक और आर्थिक विकास संसाधनों के उपयोग को बढ़ावा देते हैं। लेकिन प्रौद्योगिकी की कमी इस विकास में बाधक उत्प्न्न करती है। आर्थिक विकास के लिए तकनीक की आवश्यकता होती है। इसके बाद विकास कार्यों के लिए भूमि की आवश्यकता होती है। वनों, खनिजों का उपयोग होता है तथा जल की भी आवश्यकता होती है।

अगस्त 1947 से पहले इग्लैंड का उपनिवेश था। विदेशी आक्रमणकर्ताओं का मुख्य आकर्षण धनी संसाधन थे। उपनिवेशों का विकास प्रद्योगिकी के उच्च स्तर के कारण हुआ तथा औपनिवेशिक शक्तियों ने अपना शासन स्थापित किया। औपनिवेशीकरण को भारत ने कई रूपों में अनुभव किया। इसलिए भारत में विकास सामान्य और संसाधन पर निर्भर रहा बल्कि प्रौद्योगिकी और मानव संसाधन की गुणवत्ता का अनुभव किया।

स्वतंत्रता के बाद भारत में औद्योगिकरण हुआ। इससे विस्तृत अवसर उत्पन्न हुए। आज औद्योगिक संस्थान आदि समान्य हो गई है। उद्योगो की बढ़ती संख्या ने और भी दवाब बढ़ा दिया, जैसे जल संसाधन आदि।

1162 Views


भारत में भूमि उपयोग प्रारूप का वर्णन करें। वर्ष 1960-61 से वन के अंतर्गत क्षेत्र में महत्वपूर्ण वृद्धि नहीं हुई। इसका क्या कारण है?


1) भारत में भूमि उपयोग प्रारूप: भूमि का उपयोग निम्नलिखित कार्यो के लिए किया जाता है:

(i) वन

(ii) कृषि के लिए अप्राप्य  भूमि

  • बंजर भूमि,

  • गैर कृषि कार्यों के लिए भूमि जैसे भवन निर्माण, सड़क निर्माण, उद्योग निर्माण आदि।

(iii) अन्य गैर-कृषि भूमि

  • स्थायी चरगाह

  • अन्य गैर-कार्यों के लिए भूमि, वृक्षों, फसलों आदि के लिये भूमि

  • बंजर भूमि (पांच कृषि वर्षों से छोड़ी गई अकृषीय भूमि)

(iv) परती भूमि

  • चालू वर्ष की परती भूमि ( जो बिना कृषि के एक या कम कृषि वर्ष के लिए छोड़ दी गई है )

  • परती भूमि के अतिरिक्त अन्य भूमि (जो एक से पांच कृषि वर्षों के लिए छोड़ दी गई है)

(v) शुद्ध बोया गया क्षेत्र (क्षेत्रफल जो एक कृषि वर्ग में एक से अधिक बार बोया गया है)

2) 1960 -61 से निम्न कारणों से वन भूमि का क्षेत्रफल नहीं बढ़ पाया है:

(i) भारत की जनसंख्या बहुत तीव्र गति से बढ़ रही है। इस जनसंख्या के लिए भूमि का उपयोग भवन निर्माण आदि के लिए हो रहा है। भारत विकासशील देश है तथा संपूर्ण देश में उद्योग, मिल तथा अन्य व्यापारिक स्थल बन रहे हैं।
(ii) स्वतंत्रता के पश्चात हमने बेकार भूमि को वनों के अंतर्गत लाने का प्रयास नहीं किया। वास्तव में मनुष्य ही बंजर भूमि को बढ़ा रहा है।
(iii) स्थानीय लोग वनों का सही उपयोग नहीं कर रहे हैं। वृक्षों की कटाई सही योजना के बिना ही हो रही है। लोग नए वृक्ष नहीं लगाते हैं और ना ही क्षेत्र का विस्तार करते हैं। 
(iv) भूमि की आवश्यकता उद्योगों के विस्तार के लिए हो रही है।
(v) जल संसाधन सीमित है और देश में वर्षा का वितरण समान नहीं है।
(vi) आवासीय भूमि की मांग निरंतर बढ़ रही है।

1510 Views


पंजाब हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भूमि संरक्षण का मुख्य कारण क्या है?

जलाक्रांतता : पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में अधिक सिंचार्इ भूमि निम्नीकरण के लिए उत्तरदायी है। अति सिंचन से उत्पन्न जलाक्रांतता भी भूमि निम्नीकरण के लिए उत्तरदायी है जिससे मृदा में लवणीयता और क्षारीयता बढ़ जाती है।

पंजाब में भूमि क्षति का मुख्य कारण क्या है?

पंजाब में भूमि निम्नीकरण का मुख्य कारण अधिक सिंचाई (Over Irrigation) हैपंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है। साथ ही यह पृथ्वी का सर्वाधिक उपजाऊ क्षेत्र रहा है

भूमि निम्नीकरण के मुख्य कारण क्या है?

खनन : यह भूमि निम्नीकरण का सबसे महत्वपूर्ण कारक है। (i) खनन के उपरांत खदानों वाले स्थानों को गहरी खाइयों और मलबे के साथ खुला छोड़ दिया जाता है। खनन के कारण झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और उड़ीसा जैसे राज्यों में वनोन्मूलन भूमि निम्नीकरण का कारण बना है।

भूमि निम्नीकरण क्या है कोई तीन कारण लिखिए?

वनोन्मूलन, अतिचारण,रासायनिक उर्वरकों और कीटनाशकों का अत्यधिक उपयोग। वर्षा दोहन,भूस्खलन और बाढ़।