Show एक ऐसा सन्देश जो किसी काम को न करने का आदेश दे रहा हो (वाक्य में नकारात्मक हो) वह निषेधवाचक वाक्य कहलाता है। इन वाक्यों में प्रायः न, नहीं या मत जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है। 'नहीं' का प्रयोग सामान्यतः सभी स्थितियों में किया जाता है, लेकिन 'मत' का प्रयोग प्रायः आज्ञावाचक वाक्यों में और 'न' का प्रयोग 'अगर' या 'यदि' जैसे शब्दों से शुरू होने वाले वाक्यों में किया जाता है।[1] सन्दर्भ[संपादित करें]
बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]निषेधवाचक वाक्य का उदाहरण क्या है?इन वाक्यों में प्रायः न, नहीं या मत जैसे शब्दों का प्रयोग किया जाता है। 'नहीं' का प्रयोग सामान्यतः सभी स्थितियों में किया जाता है, लेकिन 'मत' का प्रयोग प्रायः आज्ञावाचक वाक्यों में और 'न' का प्रयोग 'अगर' या 'यदि' जैसे शब्दों से शुरू होने वाले वाक्यों में किया जाता है।
निषेध वाक्य क्या होता है?1 Answer. निषेधवाचक वाक्य (Nishedh Vachak Vakya) : जिस वाक्य (Sentence) से किसी बात के न होने का बोध हो, उसे निषेधवाचक वाक्य कहते हैं। जैसे - मैं नहीं सोया हूँ। उसने नहीं खाया।
10 विधानवाचक वाक्य का चयन करें और उन्हें निषेधवाचक एवं प्रश्नवाचक वाक्यों में बदलिए?वह वाक्य जिससे किसी प्रकार की जानकारी प्राप्त होती है, वह विधानवाचक वाक्य कहलाता है।. राधा पढ़ती है।. मेरा काम खत्म हो गया है।. मेरे पिता का नाम राजेश है।. सोहन की माता जी बीमार है।. भारत आज़ाद देश है।. राधिका खाना खा रही है।. मोदी जी भारत के प्रधानमंत्री है. आज बहुत ठंड है।. अभय डॉक्टर है |' इस वाक्य को निषेधवाचक वाक्य में कैसे लिखा जाएगा?अभय डॉक्टर है , इस वाक्य के निषेध वाचक वाक्य मे इस प्रकार परिवर्तित किया गया है - अभय डॉक्टर नहीं है। निषेध वाचक वाक्य में " नहीं " शब्द का प्रयोग होता है। निषेध का अर्थ है नकार देना।
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