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अगर आपके आसपास भी है पीपल का ऐसा पेड़, तो समझिए खुल गई आपकी किस्मत अगर आपके आसपास भी है पीपल का ऐसा पेड़, तो समझिए खुल गई आपकी किस्मतआध्यात्मिक डायरी में जोड़ें। 1/12 1 बांदा पौधेपीपल, नीम, आम, बरगद जैसे पेड़ों का छाया देने और फल देने के अलावा अलावा तंत्र शास्त्र तथा ज्योतिष में भी बहुत महत्व माना गया है। इन पेड़ों में कुछ खास प्रकार के वृक्ष होते हैं जिन्हें बांदा कहते हैं, अगर आपके आसपास भी इनमें से किसी भी पेड़ का बांधा पौधा उग आया हो तो समझिए आपकी किस्मत खुल गई। 2/12 2 क्या है बांदा?बांदा पौधे की कोई प्रजाति नहीं हैं, बल्कि ये वो पौधे होते हैं जो किसी भी पेड़ के नीचे परजीवी (दूसरे पौधों की छाया में पलने वाले) पौधे की तरह उग आते हैं। मतलब इन्हें अलग से उगाया नहीं जाता, लेकिन किसी अन्य वृक्ष के साथ ये अपने आप ही उग आते हैं। ऐसे पौधों को बांदा कहा जाता है। 3/12 3 तंत्रशास्त्रतंत्रशास्त्र में पीपल, आम, नीम, बरगद, अनार, गूलर, बेल जैसे पेड़ों का बांदा कई प्रकार से लाभकारी माना गया है। ऐसा माना जाता है कि अगर कुछ विशेष शुभ मुहूर्त का ध्यान रखते हुए इनके उपाय किए जाएं तो वह अवश्य फलकारी होता है। आगे जानिए जीवन में सुख-संपन्नता प्राप्त कर परेशानियों से मुक्ति के लिए इसे कैसे प्रयोग करें। 4/12 4 शत्रु बाधा से मुक्ति के लिएकिसी भी माह के आर्द्रा नक्षत्र में बरगद का बांदा घर लाएं। इसे किसी साफ कपड़े में बांधकर गले में या बाजू पर धारण करें। यह ना सिर्फ आपको शत्रुओं से बचाएगा, बल्कि आपको सभी शत्रों पर विजय भी प्राप्त कराएगा। 5/12 5 शत्रु बाधा से मुक्ति के लिएइसके अलावा ज्येष्ठा नक्षत्र में नीम का बांदा लाकर इसे धारण करने या पूजा स्थल पर रखने से भी ऐसे परिवार के सदस्यों और ऐसे व्यक्तियों को कभी शत्रु बाधा नहीं झेलनी पड़ती। 6/12 6 धन प्राप्तिकिसी भी माह के रोहिणी नक्षत्र में गूलर का बांदा लाकर अपने घर की तिजोरी में रखें। आपको लक्ष्मी की अपार कृपा प्राप्त होगी और परिवार में कभी भी किसी को पैसे की किल्लत नहीं होगी। 7/12 7 धन प्राप्तिइसके अलावा हिंदी पंचांग के अनुसार पूर्व-फाल्गुनी नक्षत्र में पड़ने वाले किसी भी दिन अनार का बांदा लाकर तिजोरी या पूजास्थल पर रखने से भी घर की सभी प्रकार की आर्थिक परेशानियां दूर होती हैं। 8/12 8 कार्य-सिद्धिअगर आपके किसी काम में लगातार अड़चन आ रही हो या सफलता नहीं मिल पा रही हो, तो रवि-पुष्य नक्षत्र में आम का बांदा लाकर इसे अपने घर के किसी कोने में साफ-सुथरी जगह पर इस प्रकार रखें कि उसपर किसी का पैर ना लगे और हटाए जाने से पूर्व अपनी जगह से ना हटे।
9/12 9 कार्य-सिद्धिआप चाहें तो इसे घर के पूजा स्थल पर रख सकते हैं। आप जिस भी कार्य की सिद्धि या मनोकामना के साथ इसे घर में स्थापित करेंगे, वह अवश्य पूरा होगा। 10/12 10 दुर्भाग्य दूर करने हेतुअगर बार-बार आपको किस्मत का साथ ना मिल रहा हो, तो अश्विनी नक्षत्र में पीपल का बांदा लाकर उसकी पूजा कर घर के किसी शांत स्थान पर रखना दुर्भाग्य का साया दूर करता है। 11/12 11 निरोगी कायाअगर बार-बार बीमारियां आपको परेशान करती हों या परिवार में कोई सदस्य लगातार बीमार हो, तो अश्विनी नक्षत्र में पीपल का बांदा घर लेकर आएं। इसकी पहले विधि पूर्वक पूजा करें, फिर आधा हिस्सा बीमार व्यक्ति के तकिए के नीचे किसी साफ लाल कपड़े में बांधकर रख दें। बाकी का हिस्सा पीसकर रोगी को इसका सेवन कराएं। 12/12 12 वशीकरणपंचांग अनुसार किसी भी माह में पड़ने वाले स्वाति नक्षत्र में बेर का बांदा लाएं। इसे लाल रेशमी रुमाल या कपड़े के छोटे टुकड़े में अच्छी प्रकार बांधकर धारण करें। आप जिस किसी को भी वशीकृत करना चाहेंगे, वह आपके अनुसार ही कार्य करेगा।
नीम का बांदा क्या काम आता है?इस पेड़ के बांदे को भुजा पर धारण करने से कभी भी आपकी हार नहीं होती और विजय प्राप्त होती है। नीम के बांदे को अपने दुश्मन से स्पर्श करा दें तो उसके बुरे दिन शुरू हो जाते हैं। इस पेड़ के बांदे को भुजा पर धारण करने से कभी भी आपकी हार नहीं होती और विजय प्राप्त होती है।
अनार का बांदा क्या होता है?अनार का बांदा (Anar ka Banda)
अनार का बांदा अत्यंत दुर्लभ वस्तु है. फिर भी यदि किसी को मिल जाए तो वह इसे ज्येष्ठा नक्षत्र वाले दिन इसे अपने घर लेकर आए और विधि-विधान से पूजा करे और उसे घर के किसी आले या फिर छोटी आलमारी में सुरक्षित रूप से रख दे.
बांदा से क्या होता है?तंत्र शास्त्र में वनस्पतियों और बांदा का उपयोग प्राचीन काल से होता चला आया है । बांदा एक तरह का परजीवी पौधा होता है, जो जमीन पर न उगकर किसी पेड़ पर उगता है । दरअसल, तंत्र के अनुसार किसी भी पेड़ पर उगा बांदा यानी बांदा नाम के परजीवी पौधे का एक विशेष उपयोग है ।
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