विषयसूची सूखी मटर में कितना प्रोटीन होता है?8.8g प्रोटीन 0.68g वसा 27.11g कार्बोहाइड्रेट /100g
मटर खाने के क्या क्या फायदे हैं? सेहत/स्वास्थ्य के लिए मटर के फायदे – Health Benefits of Green Peas in Hindi
मटर में कौन सा खाद देना चाहिए?इसे सुनेंरोकेंमटरका पौधा पानी खाद की कमी के कारण ही मुरझाता है। इसलिए मटर की फसल में पर्याप्त पानी खाद का उपयोग करें। साथ ही अधिक उपज लेने के लिए नाइट्रोजन फासफोरस काे उपयोग लें। मटर की तासीर क्या है? इसे सुनेंरोकेंमटर में रेचक गुण होने के कारण यह शरीर में जमे आम या अन्य विशुद्धियों को बाहर निकलने में मदद करता है जिससे कोलेस्ट्रॉल को सामान्य बनाये रखने में सहयोग मिलता है। साथ ही इसमें फाइबर अधिक पाए जाने के कारण भी यह पाचन को स्वस्थ कर कोलेस्ट्रॉल को करने में मदद करता है। 100 ग्राम मटर में कितनी कैलोरी होती है?इसे सुनेंरोकेंहरी मटर, ग्रीन पीस् आम्बटी की एक सर्विंग 148 कैलोरी देती है। जिनमें से कार्बोहाइड्रेट में 62 कैलोरी होती है, प्रोटीन में 25 कैलोरी होती है और शेष कैलोरी वसा से होती है जो 60 कैलोरी होती है। मटर खाने से क्या नुकसान होता है? Green peas: ज्यादा खाने पर बहुत नुकसान करती है हरी मटर, इन बीमारियों को देती है सीधे दावत
मटर खाने से क्या नुकसान है?खाली पेट मटर खाने से क्या होता है? इसे सुनेंरोकें1 मटर खाने का सबसे बड़ा फायदा है कि यह कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करता है और आपको मोटापे के साथ-साथ अन्य कई बीमारियों से बचाता है। यह ब्लड कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है। 2 चूंकि यह शरीर में और रक्त में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करता है, इसलिए इसके सेवन से दिल की बीमारियों का खतरा भी कम होता है। मटर में कौन सा टॉनिक डालें?इसे सुनेंरोकेंइसके नियंत्रण के लिए मेलाथियान 5 प्रतिशत या क्विनालफॉस 1.5 प्रतिशत डस्ट का 20 से 25 किलो प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें। मटर में पानी कब देना चाहिए? इसे सुनेंरोकेंमटर की सिंचाई कब- कब करें मटर की उन्नत खेती में प्रारंभ में मिट्टी में नमी और शीत ऋतु की वर्षा के आधार पर 1-2 सिंचाइयों की आवश्यकता होती है। पहली सिंचाई फूल आने के समय और दूसरी सिंचाई फलियां बनने के समय करनी चाहिए। इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हल्की सिंचाई करें और फसल में पानी ठहरा न रहे। मटर खाने से कौन सी बीमारी होती है?इसे सुनेंरोकेंमटर में कई ऐसे तत्व भी पाए जाते हैं जो कई लोगों को गैस, पेट फूलना जैसे पाचन से जुड़ी कई समस्याओं का शिकार बना देते हैं। ऐसा इसलिए भी होता है क्योंकि कई बार लोग इसका अधिक मात्रा में सेवन कर लेते हैं। हरी मटर की दाल का सेवन करने से यह समस्या ज्यादा हो सकती है। इसके अलावा मटर की दाल का सेवन बहुत फायदेमंद होता है। हरा मटर में कितना कैलोरी होता है? मटर में कैलोरी बेहद कम पाई जाती है और फाइबर प्रोटीन मैंगनीज आयरन और फोलेट भरपूर मात्रा में होता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत करते है। स्वादिष्ट मटर जहां कई बीमारियों का उपचार करती है वहीं कई बीमारियों का सबब भी बनती है। नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। सर्दी की सब्जियों में मटर सबसे ज्यादा पसंद की जाने वाली सब्जी है। वैसे तो आजकल हर सब्जी पूरे साल मिलती है लेकिन सीजनल सब्जी का स्वाद ही अलग होता है। मटर खाने में ना सिर्फ स्वादिष्ट होती है बल्कि सेहत के लिए भी फायदेमंद होती है। मटर में विटामिन A, B-1, B-6, C और K पाया जाता है, इसलिए इसे विटामिन का पावरहाउस भी कहा जाता है। मटर में कैलोरी बेहद कम पाई जाती है और फाइबर, प्रोटीन, मैंगनीज, आयरन और फोलेट भरपूर मात्रा में होता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व हड्डियों को मजबूत करते है। स्वादिष्ट मटर जहां कई बीमारियों का उपचार करती है वहीं कई बीमारियों का सबब भी बनती है। आइए जानते हैं कि मटर खाने से कौन-कौन सी बीमारियों का खतरा हो सकता है। प्लेटलेट्स काउंट कम कर सकती है मटर: हरी मटर का ज्यादा सेवन बॉडी में प्लेटलेट्स काउंट को कम कर सकती है। इसके सेवन से शरीर में विटामिन K का लेवल बढ़ जाता है जो खून को पतला करता है। पाचन खराब करती है मटर: अगर आपका पेट खराब रहता है या पाचन से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या है तो मटर का सेवन कम करें। यूरिक एसिड बढ़ाती है मटर: हरी मटर में प्रोटीन, अमीनो एसिड और फाइबर होता है जो अच्छी सेहत के लिए जरूरी है। इसमें मौजूद विटामिन डी हड्डियों को मजबूत बनाता है, इसे ज्यादा खाने से कैल्शियम का लेवल कम होने लगता है और यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। यूरिक एसिड बढ़ने से जोड़ों में दर्द की परेशानी हो सकती है। पेट में गैस बढ़ाती है मटर: मटर ज्यादा खाने से पेट दर्द, पेट में सूजन और गैस की समस्या ज्यादा रहती है। मटर में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा ज्यादा होती है इसलिए इसे पचाने में परेशानी होती है। इसमें मौजूद लेक्टिन पेट में सूजन को बढ़ाने का काम करता है। बॉडी फैट बढ़ाती है मटर: अधिक मात्रा में मटर का सेवन बॉडी में फैट की मात्रा को बढ़ाता है। मटर में मौजूद फाइटिक एसिड और लेक्टिन शरीर के पोषक तत्वों के अवशोषण में रूकावट डालता है। इसका अधिक सेवन शरीर को पोषक तत्व मिलने में परेशानी पैदा करता है। डिस्क्लेमर: स्टोरी के टिप्स और सुझाव सामान्य जानकारी के लिए हैं। इन्हें किसी डॉक्टर या मेडिकल प्रोफेशनल की सलाह के तौर पर नहीं लें। बीमारी या संक्रमण के लक्षणों की स्थिति में डॉक्टर की सलाह जरूर लें। Edited By: Shahina Noor मटर में कौन सी प्रोटीन पाई जाती है?लगभग आधा कप मटर में 4 ग्राम प्रोटीन होता है. सिर्फ प्रोटीन ही नहीं, मटर में आयरन, फास्फोरस, फोलेट और विटामिन A, K और C भी होते हैं. प्रोटीन वजन घटाने में मदद करता है और मांसपेशियों की ताकत को बढ़ाता है. इसमें पाए जाने वाले विटामिन C इम्यूनिटी बढ़ाने का भी काम करते हैं.
मटर में कौनसा विटामिन पाया जाता है?बता दें मटर में विटामिन ए, विटामिन सी के साथ प्रचुर मात्रा में जिंक पाया जाता है।
मटर में कौन सा तत्व पाया जाता है?मटर में पर्याप्त मात्रा में आयरन, जिंक, मैगनीज और कॉपर मौजूद होता है. ये तत्व शरीर को कई तरह की बीमारियों से सुरक्षित रखने में मददगार होते हैं. इसके अलावा हरी मटर में पर्याप्त मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का काम करते हैं.
सौ ग्राम मटर में कितना प्रोटीन होता है?हरी मटर प्रोटीन के अलावा पोषक तत्वों से भरपूर होती है. हरी मटर की सब्जी, सूप, पुलाव आदि बनाकर खा सकते हैं. एक कप उबली हुई हरी मटर में 8.58 ग्राम प्रोटीन होता है.
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