मिर्च के फूल क्यों झड़ते हैं? - mirch ke phool kyon jhadate hain?

आइये जानते है मिर्ची की फसल में किस कारण फूल झड़ने की समस्या उत्पन्न होती है और किस प्रकार इसे रोका जा सकता है

मिर्च के फूल क्यों झड़ते हैं? - mirch ke phool kyon jhadate hain?

जैसे की आप जानते हैं मिर्च भारत के मसालों की प्रमुख फसल है। मिर्च की खेती उष्ण कटिबंधीय भागों में की जाती है। मिर्च को मसाले, सब्जी के अलावा औषधि, सॉस तथा अचार के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें विटामिन ‘ए’ और ‘सी’, फॉस्फोरस और कैल्शियम प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं। हरी मिर्च की खेती वैज्ञानिक तकनीक से की जाए, तो अच्छी उपज प्राप्त की जा सकती है, इसके लिए किसान भाईयों को पता होना कि अगर मिर्च की खेती के दौरान फूल झड़ने लगे, तो इसकी रोकथाम के लिए क्या करना चाहिए ? आइये जानते मिर्ची में फूल झड़ने के प्रमुख कारण और फूल झड़ने से रोकने के उपाय -

मिर्च में फूल झड़ने के प्रमुख कारण

मौसम- अगर तापमान 10 डिग्री सेंटीग्रेड से नीचे आ जाए या फिर 37 डिग्री सेंटीग्रेड के ऊपर चला जाए, तो मिर्च में अक्सर फूल झड़ने लगते हैं। 

आर्द्रता- यह 60 प्रतिशत से नीच आ जाए या फिर 85 प्रतिशत से ऊपर पहुंच जाए, तो भी मिर्च में अक्सर फूल झड़ने लगते हैं। 

बारिश- अगर फूल आते समय बारिश हो जाए, तो इस कारण मिर्च में फूल झड़ने लगते हैं। 

खाद व उर्वरक- अगर असंतुलित मात्रा में खाद व उर्वरक का इस्तेमाल किया जाए, तो भी मिर्च में फूल झड़ने की समस्या हो सकता है।

नमी- भूमि में ज्यादा और बहुत कम नमी के कारण भी फूल झड़ने लगते हैं। 

कीट व रोगों का प्रकोप- अगर मिर्च की फसल में कीट व रोगों का प्रकोप हो जाए, तो भी फूल झड़ने लगते हैं। बता दें कि मिर्च में ज्यादातर रस चूसने वाले कीट जैसे, फल मक्खी या मकड़ी आदि लगने से फूल झड़ने लगते हैं। इसके अलावा पौधों में हार्मोन का असंतुलन भी फूल झड़ने का कारण बन सकते हैं। 

मिर्च में फूल झड़ने से रोकने के उपाय

- सबसे पहले तो किसान भाईयों को मिट्टी परीक्षण कराना चाहिए और उसके आधार पर ही संतुलित मात्रा में खाद व उर्वरत का इस्तेमाल करना चाहिए। 

- मिर्च की खेती में सिंचाई ड्रिप तकनीक से ही करना है, ध्यान रहे कि सिंचाई एक दिन छोड़कर ही करना है। 

- कीट व रोगों की पहचान समय रहते करना है, साथ ही उसकी रोकथाम करना है।

अगर फूल झड़ने की समस्या ज्यादा लग रही है, तो फूल आते समय प्लानोफिक्स 1 मिली प्रति 4.5 लीटर पानी में घोलकर छिड़क दें, इसका दूसरा छिड़काव 20 दिन बाद करें। 

- इसके साथ ही किसान भाई अपने खेत के चारों तरफ फूल लगाएं, इससे तितलियां और मधुमक्खियां आएंगी, जो कि खेती के लिए लाभकारी होता है।

इस तरह मिर्च में फूल झड़ने की समस्या खत्म हो जाएगी और किसान भाईयों को मिर्च की फसल से अच्छी उपज प्राप्त होगी। 

जमीनमें सूक्ष्म तत्वों की कमी से मिर्च के पौधे की पत्तियां पीली पड़ सकती हैं। इसकी कमी को दूर करने के लिए खेत में यूरिया जिंक सल्फेट का उपयोग करें।

{मेरेपास सब्जियों के बीज हैं। इनकी बिजाई कैसे की जाए? -सावरिया वैष्णव, भीलवाड़ा

सब्जियोंके बीज बारीक होते हैं। इसलिए बीज की बुआई की अपेक्षा नर्सरी तैयार करें। बारिश के मौसम में उठी हुई क्यारियां तैयार कर उन पर नर्सरी करें।

{ग्वारके बीज को कैसे उपचारित करें, कृपया उपाय बताएं। -सुभाष, कोटपूतली

ग्वारके बीज को राइजोबियम कल्चर दीमक से बचाव के लिए क्लोरोपाइरीफॉस से उपचारित करें।

{अनारके फूल झड़ रहे हैं, क्या करें?

-हीरालाल, नागौर

पौधेके आसपास गुड़ाई कर उसमें गोबर की खाद डालें। साथ ही प्लानोफिक्स 4 एमएल 16 लीटर पानी में घोल तैयार कर उसे पौधे पर स्प्रे करें। फूल झड़ने की समस्या दूर हो जाएगी।

{इससमय अमरूद के पेड़ में कीड़े लग रहे हैं। इसका उपचार बताएं।

-इमरान खान, सवाईमाधोपुर

बारिशके मौसम में अमरूद के पेड़ में कीड़े लग सकते हैं। इसके लिए कृषि पर्यवेक्षक की सलाह पर उचित कीटनाशक दवा का उपयोग करें।

{गन्नेका पेड़ दो महीने का हाे गया है। मगर, पौधा पीला पड़ रहा है, क्या करें?

-कमलेश कुमार, सेवाड़ा, सीकर

गन्नेका पेड़ यदि पीला पड़ रहा है तो उसमें नाइट्रोजन की कमी हो सकती है। इसकी पूर्ति के लिए गन्ने के खेत में यूरिया का छिड़काव करें।

{मूंगकी फसल के लिए कोई उत्तम बीज बताएं? -रवि प्रकाश, जोधपुर

जमीनके अनुरूप बीज का सलेक्शन करना जरूरी है। इसलिए कृषि पर्यवेक्षक से संपर्क कर जमीन में उपजाऊ उत्तम श्रेणी के बीज का चयन करें।

{बैंगनकी फसल में कीट लग रहे हैं, क्या करें। -प्रीतम सिंह, भुसावर, भरतपुर

बैंगनकी फसल में कीट की रोकथाम के लिए कीटनाशक सिस्टेमिक का उचित मात्रा में उपयोग करें।

{नींबूपीले नहीं हो रहे हैं, कोई उपचार बताएं। -राहुल यादव, शाहपुर ढाणी कांकड़ा, जयपुर

पौधेपर यदि नींबू पीले नहीं हो रहे हैं तो उन्हें तोड़कर बर्फ में रखकर पका सकते हैं। मगर, किसी दवा का उपयोग नहीं करें।

{नरमा(कपास) की बुआई किए एक महीना हो गया। दूसरे पानी के साथ खाद के रूप में क्या-क्या डालें?

-राजिया, सूरतगढ़, श्रीगंगानगर

नरमाकी बुआई के दौरान यदि कोई खाद नहीं डाला है तो फसल में दूसरे पानी के दौरान खाद के रूप में यूरिया का उपयोग कर सकते हैं।

मिर्च के फूल क्यों झड़ते हैं | मिर्च में फल फूल की दवा | मिर्च के फल की साइज़ बढ़ाना | मिर्च में फूल गिरने की समस्या | मिर्च के फूल क्यों गिरते हैं | मिर्च में पीलापन

देश में कई प्रगतिशील किसान मिर्च की खेती कर कम समय में अच्छा मुनाफा कमा रहे है, लेकिन मिर्च की फसल में कई प्रकार की समस्याओ का सामना करना पड़ता है, जिसमे रोग-किट और फसल उत्पादन आदि शामिल होते है | आज हम बात करेंगे मिर्च में फल फूल की दवा और प्रमुख सावधानियाँ जो आपकी मिर्च फसल को अधिकतम पैदावार क्षमता की और ले जायेगी –

मिर्च के फूल क्यों झड़ते हैं? - mirch ke phool kyon jhadate hain?

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1 मिर्च में फल फूल की दवा –

2 मिर्च के फल की साइज़ बढ़ाना –

3 मिर्च में फूल गिरने की समस्या –

3.1 मिर्च के फूल क्यों गिरते हैं?

3.2 मिर्च में पीलापन?

मिर्च में फल फूल की दवा –

आज के समय बाजार में कई प्रकार की फसल प्रबधन दवाईयां मिल जाती है, लेकिन ज्यादा दवा-उपचार भी फसल के उत्पादन को खराब कर सकती है | दवा का उपयोग करते समय कृषि जानकार, से सलाह जरुर ले –

मिर्च के फल की साइज़ बढ़ाना –

किस्म के अनुसार मिर्च का साइज़ नही बनना, ऐसा पौधे में पोषक तत्व की कमी या फसल रोगी होने पर देखा जाता है | मिर्च पौधे में सूक्ष्म पोषक तत्व की कमी के कारण यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है – मिर्च के फल की साइज़ बढाने की दवा की बात करें तो NPK 0:52:34 को प्रति 4 लिटर पानी में घोलकर छिडकाव कर सकते है |

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मिर्च में फूल गिरने की समस्या –

मिर्च की फसल में टाईकंटानॉल को 1.25 मिली पानी में घोल बनाकर छिड़काव करने से फल और फूलों का गिरना कम हो जाता है |

या फ्लानोफिक्स 4.5% SL 3.4 ML और बोरान 20 % 15 ग्राम को 15 लीटर पानी में घोलकर छिडकाव कर सकते है |

पोटैशियम सल्फेट के 1 % दर से घोल बनाकर छिड़काव करने से फूलों तथा फलों की अधिक संख्या में आवक होती है|

मिर्च बुवाई के 50-60 दिन बाद नेफ्फालीन एस्पिक एसिड का छिड़काव करने से फूलों तथा फलों में टिकाव बना रहता है|

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मिर्च के फूल क्यों झड़ते हैं? - mirch ke phool kyon jhadate hain?

मिर्च के पौधे से अधिक संख्या में फूल-फल लाने के लिए पौधे का स्वस्थ होना भी जरुरी होता है, इसलिए फसल में किट-रोगों से भी मुक्त रखना चाहिए |

  • मिर्च उन्नत बीज वैरायटी का चुनाव करें|
  • पौधों के लिए आवश्यक धूप वाली जगह चुने |
  • पौधों के बीच उचित दूरी रखें
  • मिर्च के पौधों की करें प्रूनिंग
  • पौधे नर्सरी बनाकर तैयार करें
  • सही समय पर बुवाई करें|
  • किट रोगों के प्रति सचेत रहे|

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मिर्च के फूल क्यों गिरते हैं? 

फसल के आस-पास का तापमान 10 डिग्री सेंटीग्रेड से कम होने या 37 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक होने वाली परिस्थति में फल-फूल झड़ने लगते है | रस चूसक किट और रोग होने पर फूलों का झाड़ना शुरू हो जाता है, जो उत्पादन को प्रभावित करता है |

मिर्च में पीलापन?

अधिकतर यह समस्या मिट्टी में सूक्ष्म तत्वों की कमी के कारण देखने को मिलता है, जिसका निवारण यूरिया और जिंक सल्फेट से दूर किया जा सकता है | जैविक तरीको को अपनाये तो – खेत/ मिटटी की तैयारी के समय गोबर खाद, वर्मी कम्पोस्ट खाद या प्रोम खाद को डालना चाहिए |

मिर्ची के पौधे में क्या डालना चाहिए?

मिर्च की पौधषाला की तैयारी के समय 2-3 टोकरी वर्मी कंपोस्ट या पूर्णतया सड़ी गोबर खाद 50 ग्राम फोटेट दवा / क्यारी मिट्टी में मिलाऐं।

फूल क्यों झड़ते हैं?

कृषि वैज्ञानिकों के मुताबिक फूल गिरना प्राकृतिक क्रिया है, इसके डंठल के आधार पर एक विशेष प्रकार की कोशिका विगलन परत बन जाती है, इससे सिंचित पदार्थों के नहीं पहुंचने पर फूल और फल गिर जाते हैं

फूल गिरने से क्या होता है?

अगर आपके पौधे स्वस्थ हैं तथा उनमें फूल अच्छी तरह आ रहे हैं फिर भी पौधों में फूल गिरने के लक्षण दिखाई देते हैं, तो यह चिंता करने की बात नहीं है, कई बार पौधे अपने स्वास्थ्य को बनाये रखने तथा फलों के बेहतर उत्पादन के लिए अपने ऊपर आये अतिरिक्त व उन कमजोर फूलों को नीचे गिरा देते हैं जो फलों के उत्पादन में असमर्थ होते हैं।

मिर्च के पौधे की पत्तियां पीली क्यों हो रही है?

जमीनमें सूक्ष्म तत्वों की कमी से मिर्च के पौधे की पत्तियां पीली पड़ सकती हैं। इसकी कमी को दूर करने के लिए खेत में यूरिया जिंक सल्फेट का उपयोग करें।