आपकी जन्म कुंडली आपके फोन और टेबलेट पर। यह मुफ्त एप्लिकेशन सबसे बेहतर ज्योतिषीय तरीकों का इस्तेमाल करके आपके भविष्य की विस्तृत भविष्वाणी करती है। Show
• आज, कल, इस सप्ताह या इस माह के स्वास्थ्य, प्यार और कैरियर की स्थिति पिछली बार अपडेट होने की तारीख कुंडली (Kundli in Hindi) या जन्मपत्री (Janampatri) को जन्म कुंडली के रूप में भी जाना जाता है, जो किसी व्यक्ति की कुंडली को प्रभावित करने वाले ग्रहों या खगोलीय पिंडों की स्थिति को दर्शाती है। किसी जातक की जन्मकुंडली का विशेष सटीक आंकलन एक अनुभवी ज्योतिष द्वारा ही किया जा सकता है। वैदिक ज्योतिष विज्ञान के अनुसार पृथ्वी, चंद्रमा, सूर्य और ग्रहों के आधार पर जातक के जीवन की भविष्यवाणी की जाती है। कुंडली चार्ट (Birth Chart) भारत में पारंपरिक रूप से एक व्यक्ति के भविष्य को देखने के लिए इस्तेमाल किया जाता है, साथ ही उन घटनाओं पर प्रकाश डाला जाता है जो उनके जीवन को अच्छे या बुरे तरीके से प्रभावित करने वाली है। एस्ट्रोस्वामीजी फ्री कुंडली सॉफ्टवेयर पर आप अपनी जन्मतिथि, जन्म समय, और जन्म स्थान का सटीक विवरण देके हिंदी मे कुंडली प्राप्त कर सकते है। कुंडली माध्यम से आप अपने नक्षत्र, दशा व दशाकाल, जनन राशि, और ग्रहो की स्तिथियों को जान पाएंगे जो आपके करियर, फाइनेंस, स्वास्थ्य, वैवाहिक जीवन, और रिलेशनशिप को प्रभावित करते है। मेरी कुंडली में क्या लिखा है: हिन्दू धर्म में कुंडली (Kundali) का विशेष महत्व माना जाता है, क्योंकि, बच्चे के जन्म के तुरंत बाद सबसे पहले बच्चे के जन्म के समय के साथ उसकी कुंडली बनवाई जाती है, जो उसके जीवन के लिए सबसे महत्पूर्ण होती है | मान्यता के अनुसार, किसी व्यक्ति का भाग्य उसके जन्म से पूर्व ही निर्धारित हो जाता है और जन्म के पश्चात यह भाग्य कुंडली के रूप में जन्मपत्री के साथ जुड़ जाता है | इसलिए अधिकतर लोग अपने बच्चे के जन्म के समय ही किसी ज्योतिष (Astrology) के पास जाकर कुंडली बनवाते है, लेकिन लोग अपनी कुंडली को स्वयं से देख नहीं पाते है, जिसके लिए वो किसी ज्योतिष के पास जाते है, वह आप की कुंडली देख कर आपके भाग्य के विषय में जानकारी देता है, जिसके बदले में हमे कुछ धन के रूप में कुछ दान करना होता है | इसलिए यदि आप अपनी जन्म कुंडली स्वयं से देखना चाहते है, तो यहाँ कुंडली देखने का सही तरीका विस्तृत रूप में बताया जा रही है |
जन्म कुंडली (जन्मपत्री) क्या होता है ?Table of Contents
Janam Kundali in Hindi: जन्म कुंडली (Janam Kundali) को जन्म पत्रिका भी कहते है | जन्म कुंडली का मतलब आकाश में उस स्थिति से है जब कोई बालक या बालिका का जन्म लेते है, अर्थात् जन्म के समय आकाश में ग्रहों (Planets) की स्थिति या नक्शा | इस प्रकार जन्म कुंडली के द्वारा जातक के जीवन पर 9 ग्रहों व 12 राशियों का क्या प्रभाव होगा, यह जन्मपत्रिका देखकर अनुमानित रूप में बताया जा सकता है | मेरी शादी कब होगी कैसे जाने अपनी जन्म कुंडली के बारे में जाने | Apni Janam Kundali Kaise Dekheजन्म कुंडली कैसे देखें : जन्म कुंडली देखने के लिए किसी भी व्यक्ति के जन्म लेने के समय ग्रहों (Planets) और नक्षत्रों (Nakshatra) की स्थिति को देखा जाता है | प्रत्येक जन्म कुंडली बनाने में 12 खानों का निर्माण किया जाता है, जिन्हे ज्योतिष की भाषा में भाव के नाम से जाना जाता है | किसे भी व्यक्ति की जन्म कुंडली तैयार करने के लिए 12 राशियों (Zodiac Signs) का उपयोग किया जाता है, प्रत्येक राशि के लिए अलग-अलग भाव होते है, हर एक भाव में एक राशि आती है | इसीलिये जन्म कुंडली की सहायता से व्यक्ति के भूत, वर्तमान और भविष्य के विषय में जानकारी प्राप्त कर ली जाती है | इसके साथ ही कुंडली के माध्यम से राशियों और नक्षत्रों में सूर्य, चंद्रमा और दूसरे अन्य ग्रहों की स्थिति के बारे में अच्छे से मालूम हो जाता है | इसलिए जन्म कुंडली आप ऑनलाइन भी देख सकते है | Hast Rekha Gyan Online FIR Kaise Kare Business Kaise Kare ग्राम प्रधान की शिकायत कैसे करे बैंक से लोन कैसे ले हस्तरेखा का ज्ञान – हस्त रेखा देखने की विधि कुंडली में शामिल किये जाने वाले ग्रहकुंडली के ग्रह इस प्रकार है-
कुंडली के भाव की जानकारी
राशियों के स्वामी के नाम
कुंडली देखने का सही तरीका [Free Online]ऑनलाइन जन्म कुंडली देखने के लिए निम् चरणों का पालन करे : –
यहाँ पर हमने आपको अपनी जन्म कुंडली देखने के विषय में जानकारी उपलब्ध कराई है | यदि आप अन्य जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो www.hindiraj.com पर विजिट करे | मेरी जन्म कुंडली में क्या लिखा है?जन्म कुंडली व्यक्ति के भूत, वर्तमान और भविष्य की स्थिति और घटनाक्रमों को जानने का सर्वोत्तम साधन है। जन्म कुंडली आपके जीवन के भाव, ग्रह, नक्षत्र से बना जीवन वर्णन है। जन्म कुंडली में मौजूद सभी बारह भाव जन्म से लेकर मृत्यु एवं मृत्य से लेकर मोक्ष सभी की जानकारी देते हैं।
कुंडली में किस भाव से क्या देखते हैं?भाव में जो राशि बैठी होती है उस राशि का स्वामी ग्रह उस भाव का मालिक या अधिपति होता है। पहला भाव व्यक्ति के चरित्र, स्वभाव, रंग रूप के बारे में बताता है। इसे लग्न भाव की कहते हैं। दूसरा भाव धन, वाणी और प्रारंभिक शिक्षा का होता है।
कुंडली में क्या क्या देखा जाता है?जन्म कुंडली के प्रत्येक भाव का अपना प्रभाव होता है। प्रत्येक भावों में ग्रहों के गोचर के प्रभाव को देखा जाता है। आगे जानिए कितने भाव सुख और कितने दु:ख के होते हैं और उनमें स्थित ग्रह किस उम्र में ज्यादा प्रभावशील होते हैं… दूसरा भाव परिवार और धन का, तीसरा भाई बहन का, 11वां आय का और 12 व्यय का होता है।
कुंडली कैसे पढ़ी जाती है?अपनी कुंडली को पढ़ने का प्रयास करते समय सबसे सरल लेकिन सबसे महत्वपूर्ण कदम है लग्न का चिन्ह खोजना। ज्योतिष में लग्न राशि को लग्न भी कहा जाता है। आपकी लग्न राशि को केंद्र मानकर कुंडली तैयार की जाती है। आपके जन्म के समय आपकी कुंडली के पहले भाव में जो भी राशि है, वही आपकी लग्न राशि बन जाती है।
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