मानव संसाधन भूमि और भौतिक पूंजी जैसे अन्य संसाधन से कैसे भिन्न है - maanav sansaadhan bhoomi aur bhautik poonjee jaise any sansaadhan se kaise bhinn hai

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आपने पूछा कि मानव संसाधन अन्य संसाधनों जैसे भूमि और भौतिक पूंजी संसाधनों से किस प्रकार मानव संसाधन मानव से मानव को मानव संसाधन कहा जाता है और इसलिए भिन्न है इन सब से क्योंकि मानव जो है प्रयोग करते हैं अपने प्रयोगों के द्वारा पूंजी का निर्माण करता है भौतिक साधनों का को बनाता है इसलिए मानव संसाधनों से बिल्कुल भिन्न है

aapne poocha ki manav sansadhan anya sansadhano jaise bhoomi aur bhautik punji sansadhano se kis prakar manav sansadhan manav se manav ko manav sansadhan kaha jata hai aur isliye bhinn hai in sab se kyonki manav jo hai prayog karte hain apne prayogon ke dwara punji ka nirmaan karta hai bhautik saadhano ka ko banata hai isliye manav sansadhano se bilkul bhinn hai

इसे सुनेंरोकेंमानव संसाधन भूमि और भौतिक पूँजी जैसे अन्य संसाधनों से कैसे भिन्न है? भूमि और भौतिक पूंजी जैसे अन्य संसाधनों का उपयोग कर मानव संसाधन उत्पादन में मदद करता है। अन्य संसाधन अपने आप उपयोगी नहीं हो सकते। यही कारण है कि मानव संसाधन को अन्य संसाधनों से बेहतर माना जाता है।

संसाधन के रूप में मानव से आप क्या समझते हैं?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर. ‘संसाधन के रूप में लोग’ से अभिप्राय किसी देश में वर्तमान उत्पादन कौशल और क्षमताओं के संदर्भ में कार्यरत लोगों को वर्णन करने की एक विधि से है। सभी संसाधनों में जैसे भूमि, पूँजी और लोग से किसी भी देश के सबसे महत्वपूर्ण संसाधन उस देश की जनसंख्या (लोग) है।

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भौतिक पूंजी तथा मानव पूंजी में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंभौतिक पूंजी का निर्माण एक आर्थिक और तकनीकी प्रक्रिया है। इसके विपरीत, मानव पूंजी का गठन एक सामाजिक प्रक्रिया है, लेकिन यह उद्यमी द्वारा इस संबंध में लिए गए सचेत निर्णयों का भी परिणाम है। भौतिक पूंजी को सीधे बाजार में बेचा जा सकता है, जबकि मानव पूंजी को बाजार में नहीं बेचा जा सकता है, बल्कि सेवाओं को बेचा जाता है।

मानव पूंजी क्या है in Hindi?

इसे सुनेंरोकेंमानवीय पूंजी गठन शब्द का अर्थ, “व्यक्तियों की संख्या को प्राप्त करने और बढ़ाने की प्रक्रिया जिनमें कौशल, शिक्षा और अनुभव होता है जो देश के आर्थिक और राजनीतिक विकास के लिए महत्वपूर्ण होते हैं । इस प्रकार, यह मनुष्य में निवेश और उसके विकास के साथ एक रचनात्मक उत्पादक संसाधन के रूप में जुड़ा होता है ।”

किस पूँजी को आप सबसे अच्छा मानते हैं भूमि श्रम भौतिक पूँजी और मानव पूँजी क्यों?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर : हम मानव पूंजी को सबसे अच्छा मानते हैं, क्योंकि इसी पूंजी द्वारा दूसरे संसाधन जैसे भूमि ,श्रम व भौतिक पूंजी उपयोगी बनते हैं। मानव पूंजी का निवेश ही अन्य साधनों का उचित उपभोग करवाता है । जापान का विकसित देश होना मानव पूंजी के निवेश से ही संभव हुआ है ।

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भौतिक पूंजी का क्या अर्थ है?

इसे सुनेंरोकेंभौतिक पूंजी एक प्रकार की संपत्ति है जिसका उपयोग उत्पादन या निर्माण प्रक्रिया में किया जाता है जो किसी व्यवसाय को उपभोक्ताओं को बिक्री के लिए सामान और सेवाएं बनाने की अनुमति देता है।

मानव संसाधन भूमि क्या है?

इसे सुनेंरोकेंमानव संसाधन उत्पादन का प्राथमिक साधन है जो भूमि व पूंजी का प्रयोग करता है। २. मानव संसाधन उत्पादन का सक्रिय साधन है।

मानवीय संसाधन अन्य संसाधनों से इस प्रकार भिन्न है

⦁    मानवीय संसाधन उत्पादन का एक अत्याज्य (Indispensable) साधन है।
⦁    मानवीय संसाधन श्रम, प्रबंध एवं उद्यमी के रूप में कार्य करता है।
⦁     मानवीय संसाधन उत्पादन को एक जीवित, क्रियाशील एवं भावुक साधन है।
⦁     मानवीय संसाधन कार्य कराता है और अन्य साधनों को कार्यशील करता है।

कुछ लोग यह मानते हैं कि जनसंख्या एक दायित्व है न कि एक परिसंपत्ति हैं। किंतु यह सच नहीं है। लोगों को एक परिसंपत्ति बनाया जा सकता है यदि हम उनमें शिक्षा, प्रशिक्षण एवं चिकित्सा सुविधाओं के द्वारा निवेश करें। जिस प्रकार भूमि, जल, वन, खनिज़ आदि हमारे बहुमूल्य प्राकृतिक संसाधन हैं उसी प्रकार मनुष्य भी एक बहुमूल्य संसाधन हैं। लोग राष्ट्रीय परिसंपत्तियों के उपभोक्ता मात्र नहीं हैं। अपितु वे राष्ट्रीय संपत्तियों के उत्पादक भी हैं। वास्तव में मानव संसाधन अन्य संसाधनों जैसे कि भूमि तथा पूँजी की अपेक्षाकृत श्रेष्ठ हैं क्योंकि वे भूमि एवं पूँजी का प्रयोग करते हैं। भूमि एवं पूँजी स्वयं उपयोगी नहीं हो सकते।

मानव संसाधन भूमि और भौतिक पूँजी अन्य संसाधन से निम्न प्रकार से भिन्न है-
(i) मानव संस्धान का आर्थिक विकास की दृष्टि से दोहरा महत्व है। लोग विकास का साधन और साध्य दोनों है। एक और वे उत्पादन के साधन और दूसरी ओर वे अंतिम उपभोगकर्ता भी स्वयं ही है।
(ii) अन्य संसाधनों से भिन्न मानव संसाधन की एक विशेषता यह है कि शिक्षित और स्वस्थ लोगो के लाभ केवल उन तक ही सिमित नहीं है बल्कि उनका लाभ उन तक भी पहुँचता है जो अधिक शिक्षित और स्वस्थ भी नहीं है।
(iii) मानव संसाधन भूमि और पूंजी दोनों का प्रयोग कर सकता है किन्तु भूमि और पूंजी दोनों अपने आप उपयोग में नहीं आ सकती।

Solution : संसाधन मुख्य रूप से दो प्रकार के होते हैं- प्राकृतिक और मानव संसाधन। किसी भी देश की प्रगति के लिए इन दोनो प्रकार के संसाधनो की आवश्यकता होती है। प्राकृतिक संसाधन- जैसे खनिज, जल, कृषि आदि के बिना कोई भी देश प्रगति नही कर सकता। ये संसाधन बेकार है जब तक मानव अपनी प्रगति के लिए इनका उपयोग नही करता। मानव संसाधन का अंग है लोग(जनसंख्या) और प्रकृतिक और मानव संसाधन में मानव संसाधन ज्यादा महत्वपूर्ण है। क्यूँकि मानव संसाधन तो अन्य संसाधनो का जैसे भूमि और पूँजी का उपयोग कर सकता है लेकिन भूमि, वन, जल आदि प्रकृतिक संसाधन अपने आप उपयोगी सिद्ध नही हो सकते।

मानव संसाधन भूमि और भौतिक पूंजी जैसे संसाधनों से कैसे भिन्न है?

मानव संसाधन का अंग है लोग(जनसंख्या) और प्रकृतिक और मानव संसाधन में मानव संसाधन ज्यादा महत्वपूर्ण है। क्यूँकि मानव संसाधन तो अन्य संसाधनो का जैसे भूमि और पूँजी का उपयोग कर सकता है लेकिन भूमि, वन, जल आदि प्रकृतिक संसाधन अपने आप उपयोगी सिद्ध नही हो सकते।

मानव संसाधन कैसे हैं?

मानव संसाधन (human resources) वह अवधारणा है जो जनसंख्या को अर्थव्यवस्था पर दायित्व से अधिक परिसंपत्ति के रूप में देखती है। शिक्षा प्रशिक्षण और चिकित्सा सेवाओं में निवेश के परिणाम स्वरूप जनसंख्या मानव संसाधन के रूप में बदल जाती है। मानव संसाधन उत्पादन में प्रयुक्त हो सकने वाली पूँजी है।

मानव संसाधन कौन कौन से हैं?

मानव संसाधन के कौन से मुख्य घटक हैं? - Quora. मानव संसाधन के कौन से मुख्य घटक हैं? मानव संसाधन के मुख्य घटक आयु, लिंग, साक्षरता, जीवन स्तर इत्यादि हैं

मानव पूंजी के निर्माण में शिक्षा की क्या भूमिका है?

Solution : शिक्षा व्यक्ति को इस योग्य बनाती है कि वह अपना सर्वांगीण विकाश कर सके। शिक्षा व्यक्ति को इस योग्य बनाती है कि वह किसी कौशल में निपुण बन सके और अच्छा वेतन प्राप्त कर सके। . शिक्षा एक व्यक्ति को अच्छे गुण अपनाने के योग्य बनाती है।