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| नवभारतटाइम्स.कॉम | Updated: May 6, 2022, 6:16 AM Avoid This On Mahashivratri : महाशिवरात्रि के दिन इन कार्यों को करना माना जाता है महापाप, भोलेनाथ होते हैं नाराजअपना यह राशिफल हर दिन ईमेल पर पाने के लिए क्लिक करें - सब्सक्राइब करेंक्लिक करे
यूं तो शिवजी बड़े भोले हैं अगर श्रद्धा से आप एक बार ऊं नम: शिवाय ही जप लें तो वह प्रसन्न हो जाते हैं। लेकिन हम इस आर्टिकल में आपको शिवपुराण में बताई गयी उन बातों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें महापाप की श्रेणी में रखा गया है। आइए जान लेते हैं ताकि आप शिवरात्रि के दिन भूलकर भी ये कार्य न करें… इसे भी मानते हैं महापापकिसी के लिए गलत करना ही नहीं बल्कि सोचना भी पाप होता है। अगर आप शिवरात्रि का व्रत-पूजन कर रहे हैं तो इस दिन इस बात का विशेष ध्यान रखें। क्योंकि किसी के लिए बुरा करना ही नहीं बल्कि सोचना भी गलत होता है। सनातन धर्म की ऐसी मान्यता है कि किसी भी व्यक्ति के बारे में अपनी सोच में भी गलत भावनाएं नहीं लानी चाहिए।यह विचार तो है महापाप जानें क्योंयूं तो कभी भी दूसरों के पति या पत्नी पर बुरी नजर नहीं रखनी चाहिए। लेकिन शिवरात्रि के दिन ऐसा भूलकर भी नहीं करना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करना या उसे पाने की इच्छा करना भी पाप होता है। इसके अलावा दूसरों का धन अपना बनाने की सोच रखना भी भगवान शिव की नजर में अपराध है।महाशिवरात्रि पर प्रेम और शीघ्र विवाह के लिए आजमाएं इन उपायों को ऐसा कतई न करें, शिवजी होंगे नाराजशिवरात्रि के दिन भूलकर भी गुरु, माता-पिता, पत्नी या पूर्वजों का अपमान नहीं करना चाहिए। इसके अलावा गुरु की पत्नी के साथ संबंध बनाना, शराब पीना और दान की हुई चीजें या धन वापस लेना भी महापाप माना गया है। इसलिए ऐसा करने से बचें। अन्यथा शिवजी कभी भी माफ नहीं करते।शिवजी की पूजा में बेलपत्र का महत्व और लाभ जानें इसे भी मानते हैं महापाप सतर्क हो जाएंशिवरात्रि के दिन गलत तरीके से दूसरे की संपत्ति हड़पना, ब्राह्मण या मंदिर की चीजें चुराना या गलत तरीके से हथियाना भी पाप माना गया है। इसके अलावा सज्जन और सीधे-सादे लोगों को परेशान करना या नुकसान पहुंचाना भी महापाप की ही श्रेणी में आता है। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें हिंदी न्यूज़ धर्मMahashivratri 2022: महाशिवरात्रि पर महादेव को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं इस साल महाशिवरात्रि 1 मार्च 2022 (मंगलवार) को है। भगवान शिव को समर्पित को इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव व माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी...Saumya Tiwariलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीMon, 28 Feb 2022 07:18 AM इस साल महाशिवरात्रि 1 मार्च 2022 (मंगलवार) को है। भगवान शिव को समर्पित को इस दिन को बेहद शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव व माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन महादेव की पूजा करते समय बिल्वपत्र, शहद, दूध, दही, शक्कर और गंगाजल से अभिषेक करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा हमेशा बनी रहती है। जानिए महाशिवरात्रि के दिन क्या करना चाहिए और क्या नहीं- महाशिवरात्रि शुभ मुहूर्त 2022- 1 मार्च को महाशिवरात्रि सुबह 03 बजकर 16 मिनटसे शुरू होकर बुधवार को 2 मार्च को सुबह 10 बजे तक रहेगी। रात्रि में पूजन का शुभ समय शाम 06 बजकर 22 मिनट से शुरू होकर रात 12 बजकर 33 मिनट तक होगी। 27 फरवरी को मकर राशि में प्रवेश करेंगे शुक्रदेव, इन 3 राशियों के लोग रहें सावधान महाशिवरात्रि के दिन करें ये काम- 1. महाशिवरात्रि के दिन व्रत या उपवास करना चाहिए। ढाई साल बाद शनिदेव करने जा रहे राशि परिवर्तन, इन राशियों को होगा लाभ ही लाभ महाशिवरात्रि के दिन क्या न करें- 1. महाशिवरात्रि के दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। महाशिवरात्रि में क्या नहीं करना चाहिए?1. महाशिवरात्रि के दिन व्रत या उपवास करना चाहिए।. महाशिवरात्रि के दिन मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।. महाशिवरात्रि के दिन देर रात तक नहीं सोना चाहिए।. महाशिवरात्रि के दिन दाल, चावल या गेहूं से बना अन्न नहीं ग्रहण करना चाहिए।. ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन काले वस्त्र धारण नहीं करने चाहिए।. महाशिवरात्रि की रात क्या करें?शिवरात्रि पर रात्रि जागरण का बहुत महत्व है अत: पूरी रात शिव जी की स्तुति करते हुए बिताएं। ना ही खुद सोए और अपने परिवारजनों तथा दोस्तों को भी सोने ना दें। 13. महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भांग, धतूरा, दूध, चंदन, भस्म, जायफल, फल, मिठाई, मीठा पान, इत्र जैसी कई चीजों को अर्पित करते हैं।
शिवरात्रि के दिन खाना कब खाते हैं?सुबह के समय फलाहार करना चाहिए। फलाहार में संतरा, खीरा, पपीता, सेब आदि फल ले सकते हैं। महाशिवरात्रि के व्रत में भी सात्विक भोजन खाना चाहिए। अगर स्वास्थ्य संबंधी समस्या न हो तो बिना नमक के भी यह व्रत किया जा सकता है।
महाशिवरात्रि का Fast कब खोला जाता है?माना जाता है कि महाशिवरात्रि के व्रत की शुरुआत त्रयोदशी से ही हो जाती है और इसी दिन से लोगों को शुद्ध सात्विक आहार लेना शुरू कर देना चाहिए। कुछ लोग तो इसी दिन से व्रत का आरंभ कर देते हैं। इसके बाद चतुर्दशी तिथि को पूजा करके व्रत करने का संकल्प लेते हैं।
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