नेहरू जी ने चाँद को अपना सहचर क्यों कहा? उन्हें वह क्या सीख देता प्रतीत होता है? Show जेल में रहते हुए उन्हें चाँद ही अपना साथी इसलिए लगा क्योंकि वह प्रतिदिन निश्चित समय पर आकर उन्हें एक-एक दिन का अहसास करवाता था। साथ ही यह सीख भी देता था कि अंधकार के बाद प्रकाश अर्थात् दुख के बाद सुख के दिन भी अवश्य आते हैं। 8350 Views अतीत का दबाव’ शब्दों से क्या तात्पर्य है?
C. मनुष्य के मानस पटल पर प्राचीन सभ्यता व संस्कृति का प्रभाव 3136 Views ‘अहमदनगर का किला’ पाठ कब व किसके द्धारा लिखा गया?
A. 13 अप्रैल 1944 में जवाहरलाल नेहरू द्धारा 7522 Views लेखनी उठाने का प्रमुख उद्देश्य क्या था?
C. भारतीय इतिहास पर प्रकाश डालना 1078 Views यह नेहरू जी की कितनी बार की जेल यात्रा थी?
1291 Views नेहरू जी ने बंदी जीवन में कलम क्यों उठाई?
B. भारतीयों में राष्ट्रप्रेम जागृत करने हेतु 1415 Views नेहरू जी ने बंदी जीवन में कलम क्यों उठाई?
B. भारतीयों में राष्ट्रप्रेम जागृत करने हेतु 1415 Views नेहरुजी ने कुदाल छोड़कर कलम क्यों उठाई? उन्होंने जेल में खुदाई के दौरान जमीन में से प्राचीन दीवारों के अवशेष एवं कुछ गुंबदों और इमारतों के ऊपरी हिस्से के टुकड़े प्राप्त किए। इससे उन्हें अहमदनगर के किले के बारे में कई जानकारियां मिल सकती थीं लेकिन अधिकारियों ने इसकी इजाजत नहीं दी तो उन्होंने कुदाल छोड्कर कलम हाथ में पकड़ी अर्थात् बंदी होने के बावजूद, अपनी लेखनी से लेख लिखकर भारत की जनता के दिलों में राष्ट्रप्रेम की भावना जागृत करवाने का प्रयत्न करते रहे। 12130 Views जवाहरलाल नेहरू अपनी लेखनी से क्या लिखना चाहते थे? जवाहरलाल नेहरू अपनी लेखनी से भारत के इतिहास पर प्रकाश डालना चाहते थे। 1712 Views अहमदनगर किले के साथ कौन-सी घटना जुड़ी है? अहमदनगर किले के साथ साहसी चाँद बीवी की घटना जुड़ी है जिसने अकबर की शाही सेना के विरुद्ध हाथ में तलवार उठाकर अपनी सेना का नेतृत्व किया, लेकिन बाद में उसके अपने ही एक आदमी ने उसकी हत्या कर दी। 12093 Views अहमदनगर किले में रहकर नेहरू जी ने क्या कार्य करना प्रारंभ किया? अहमदनगर किले में नेहरू जी ने बागवानी का कार्य शुरू किया। क्योंकि वे खाली बैठकर समय व्यर्थ नहीं करना चाहते थे। उन्होंने पथरीली व कंकरीली जमीन को भी उपजाऊ बना डाला। 10523 Views नेहरू जी ने चाँद को अपना सहचर क्यों कहा? उन्हें वह क्या सीख देता प्रतीत होता है? जेल में रहते हुए उन्हें चाँद ही अपना साथी इसलिए लगा क्योंकि वह प्रतिदिन निश्चित समय पर आकर उन्हें एक-एक दिन का अहसास करवाता था। साथ ही यह सीख भी देता था कि अंधकार के बाद प्रकाश अर्थात् दुख के बाद सुख के दिन भी अवश्य आते हैं। 8350 Views चाँद बीबी अहमदनगर के हुसैन निजाम शाह प्रथम की बेटी और अहमदनगर के सुल्तान बुरहान-उल-मुल्क की बहन थी। वह अरबी, फ़ारसी, तुर्की, मराठी और Chand Bibi Biography In Hindi | चाँद बीबी की जीवनीQueen / By Harshad patel आज हम इस आर्टिकल में Chand Bibi History In Hindi के बारे में जानेंगे, वह 18 वीं सदी की बहादुर स्त्री थी। सितार बजाने और फूलों के चित्र बनाने का शौक रखने वाली चाँद बीबी का जीवन परिचय बताने वाले है। चांद बीबी का जन्म 1550 ई को अहमदनगर के सुल्तान हुसैन निजाम शाह प्रथम के … Chand Bibi Biography In Hindi | चाँद बीबी की जीवनी Read More » नेहरू जी के जीवन का स्थायी सहचर कौन था?प्रश्न 1. नेहरू जी के बंदी जीवन का स्थायी सहचर कौन था उत्तर - नेहरू जी के बंदी जीवन का स्थायी सहचर चाँद था। प्रतिदिन कई घंटे तपती धूप में फूलों के लिए क्यारियाँ बनाने में लगे रहते।
लेखक के बंदी जीवन का स्थायी सहचर कौन रहा है?Answer: अहमदनगर के किले में लेखक का स्थायी सहचर चाँद था, जो उसे याद दिलाता था कि कारावास का एक महीना और बीत गया।
नेहरू जी ने अपना सहचर किसे कहा है और क्यों?नेहरू जी ने चाँद को अपना सहचर क्यों कहा? उन्हें वह क्या सीख देता प्रतीत होता है? जेल में रहते हुए उन्हें चाँद ही अपना साथी इसलिए लगा क्योंकि वह प्रतिदिन निश्चित समय पर आकर उन्हें एक-एक दिन का अहसास करवाता था। साथ ही यह सीख भी देता था कि अंधकार के बाद प्रकाश अर्थात् दुख के बाद सुख के दिन भी अवश्य आते हैं।
नेहरू जी को कौन सी जेल में रखा गया था?नेहरू जी की नौवीं जेलयात्रा थी।
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