These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 10 Hindi. Here we have given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 16 पतझर में टूटी पत्तियाँ. प्रश्न-अभ्यास (पाठ्यपुस्तक से) मौखिक निम्नलिखित
प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए| I. प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. II. प्रश्न 4. प्रश्न
5. प्रश्न 6. लिखित (क) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए| I. प्रश्न 1. II. प्रश्न 2.
प्रश्न 3. प्रश्न 4.
(ख) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए I. प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. (2) मेरा आदर्श है कि मैं अपने छात्रों को नकल नहीं करने देती। मैंने अपने इस आदर्श में व्यावहारिकता का पुट यह दिया है कि मैं अब नकल तो नहीं करने देती; पर नकल करनेवालों पर केस न बनाकर उनकी नकल की सामग्री फाड़ देती हूँ या उनकी कॉपी बदल देती हैं। इससे उनका साल खराब नहीं होता। प्रश्न 4. प्रश्न 5. II. प्रश्न 6.
मैं इन तथ्यों से पूर्णतया सहमत हूँ क्योंकि हर चीज़ की अति खराब होती है। मानव मस्तिष्क भी एक यंत्र की भाँति है। जिसके काम करने की एक सीमा है तथा उसे भी समय-समय पर आराम की आवश्यकता होती है। दिन-रात काम करने से मानसिक संतुलन बिगड़ना स्वाभाविक ही है। प्रश्न 7. (ग) निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए I. प्रश्न 1. प्रश्न 2. II. प्रश्न 3. प्रश्न 4. भाषा अध्ययन प्रश्न 1. प्रश्न 2. उत्तर प्रश्न 3. उत्तर प्रश्न
4. 1. इस प्रश्न का उत्तर कक्षा-कार्य पुस्तिका पर लिखो। (जवाब) कर
नग
प्रश्न 5.
(ख)
(ग)
उत्तर प्रश्न 6. उत्तर (क) चाय पीने की यह एक ऐसी विधि है जिसे जापानी में चा-नो-यू कहते हैं। (ख) बाहर ऐसा बेढब-सा एक मिट्टी का बरतन था जिसमें पानी भरा हुआ था। (ग) जैसे ही चाय तैयार हुई वैसे ही उसने प्यालों में भरकर हमारे समाने रख दी। Hope given NCERT Solutions for Class 10 Hindi Sparsh Chapter 16 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. NCERT-Solutions.com try to provide online tutoring for you. 4 लेखक ने जापानियों के दिमाग में स्पीड का इंजन लगने की बात क्यों कही है?लेखक ने जापानियों के दिमाग में 'स्पीड' का इंजन लगने की बात इसलिए कही है क्योंकि जापानी अपने काम को अत्यंत द्रुत गति से करते हैं। उन्हें देखकर लगता है कि वे महीने भर का काम एक ही दिन में निपटा देना चाहते हैं। प्रश्न 5. जापानी में चाय पीने की विधि को क्या कहते हैं?
स्पीड का इंजन से लेखक का क्या तात्पर्य है लेखक ने जापानियों में इससे होने वाले किन दुष्परिणामों को बतलाया गया है?लेखक ने जापानियों के दिमाग में 'स्पीड' का इंजन लगाने की बात इसलिए कही क्योंकि वे तीव्र गति से प्रगति करना चाहते हैं। महीने के काम को एक दिन में पूरा करना चाहते हैं इसलिए उनका दिमाग भी तेज़ रफ्तार से स्पीड इंजन की भाँति सोचता है।
चाय पीने की यह प्रक्रिया लेखक के दिमाग की गति धीमी कैसे कर देती है?उत्तर: चाय पीने के बाद लेखक ने महसूस किया कि उसका दिमाग सुन्न होता जा रहा है, उसकी सोचने की शक्ति धीरे-धीरे मंद हो रही है। इससे सन्नाटे की आवाज भी सुनाई देने लगी। उसे लगा कि भूत-भविष्य दोनों का चिंतन न करके वर्तमान में जी रहा हो। उसे बहुत सुख मिलने लगा।
लेखक रवींद्र केलेकर ने झेन की देन किसे कहा है और क्यों?question. 'झेन की देन' पाठ के माध्यम से लेखक 'रविंद्र केलेकर' एक संदेश देना चाहता है। लेखक यह कहना चाहता है कि वर्तमान ही एक मात्र सत्य होता है। भूत व भविष्य दोनों एक भ्रम के समान हैं, क्योंकि भूत वो है, जो बीत गया है, भविष्य तो अभी आया ही नहीं है, इसलिए इन दोनों काल पर हमारा कोई वश नहीं।
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