Home » Class 11 Hindi » NCERT Solutions for Class XI Antaraa Part 1 Hindi Chapter 6 – Om Prakash Valmiki Show अंतरा भाग -1 ओमप्रकाश वाल्मीकि (निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए ) प्रश्न 1:जसदेव की पिटाई के बाद मज़दूरों
का समूचा दिन कैसा बीता? प्रश्न 2:’ईंटों को जोड़कर बनाए चूल्हे में जलती लकड़ियों की चिट-पिट जैसे मन में पसरी दुश्चिंताओं और तकलीफ़ों की प्रतिध्वनियाँ थीं जहाँ सब कुछ अनिश्चित था।’ – यह वाक्य मानो की किस मनोस्थिति को उजागर करता है? प्रश्न 3:मानो अभी तक भट्ठे की ज़िंदगी से तालमेल
क्यों नहीं बैठा पाई थी? प्रश्न 4:’खुद के हाथ पथी ईंटों का रंग ही बदल गया था। उस दिन ईंटों को देखते-देखते मानो के मन में बिजली की तरह एक ख्याल कौंधा था।’ वह क्या ख्याल था जो मानो के मन में बिजली की तरह कौंधा? इस संदर्भ में सुकिया के साथ हुए उसके वार्तालाप को अपने शब्दों में लिखिए। प्रश्न 5:असगर ठेकेदार के साथ जसदेव को आता देखकर सूबे सिंह क्यों बिफर पड़ा और जसदेव को मारने का क्या कारण था? प्रश्न 6: ‘सुकिया ने मानो की आँखों से बहते तेज़ अँधड़ों को देखा और उनकी किरकिराहट अपने अंतर्मन में महसूस की। सपनों के टूट जाने की आवाज़ उसके कानों को फाड़ रही थी।’- प्रस्तुत पंक्तियों का संदर्भ बताते हुए आशय स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 7: ‘खानाबदोश’ कहानी में आज
के समाज की किन-किन समस्याओं को रेखांकित किया गया है? इन समस्याओं के प्रति कहानीकार के दृष्टिकोण को स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 8:’चल! ये लोग म्हारा घर ना बणने देंगे।’ – सुकिया के इस कथन के आधार पर कहानी की मूल संवेदना स्पष्ट कीजिए। प्रश्न 9:निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट कीजिए- (पृष्ठ संख्या 78) प्रश्न 10:नीचे दिए गए गद्यांश की संदर्भ सहित व्याख्या कीजिए- प्रश्न 11:अपने आसपास के क्षेत्र में जाकर ईंटों के भट्ठे को देखिए तथा ईंटें बनाने एवं उन्हें पकाने की प्रकिया का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए। प्रश्न 12:भट्ठा-मज़दूरों की सामाजिक एवं आर्थिक स्थिति पर एक रिपोर्ट तैयार कीजिए। मानव के दिलो दिमाग पर ईंटों का लाल रंग क्यों छा गया था?" सुकिया के पीछे-पीछे अनमनी ही चल दी थी मानो, लेकिन उसके 2022-23 Page 7 अंतरा दिलो-दिमाग पर ईंटों का लाल रंग कुछ ऐसे छा गया था कि वह उसी में उलझकर रह गई थी। पहर के अहसास के साथ ही मानो की पलकें नींद से भारी होने लगी थीं। सुबह के ज़रूरी कामों से निबटकर जब सुकिया ने झोंपड़ी में झाँका तो वह हैरान रह गया था।
भट्ठे में पक्की लाल ईंटों को देखकर मानो कौन सा सपना देखने लगी थी?भट्टे पर पकती लाल-लाल ईंटों को देखकर मानों खुश थी। वह ज्यादा काम करके, ज्यादा रुपय जोड़कर अपना एक पक्का मकान बनाने का सपना देखने लगी थी। एक दिन किसनी के अस्वस्थ होने पर सूबेसिंह ने ठेकेदार असगर के द्वारा मानों को अपने दफ्तर में बुलवाया।
मानो को क्यों लग रहा था कि किसी ने उसकी पक्की ईंटों के मकान को ही धराशाई कर दिया है?मानो को क्यों लग रहा था कि किसी ने उसकी पक्की ईंटों के मकान को ही धराशाई कर दिया है? उत्तर – मानो जब से भट्टे पर काम करने आई थी तब से उसका सपना था कि वह पक्की ईंटों का घर बनाए। इसके लिए वह सुकिया से कहती है कि हम दिन रात मेहनत करेंगे। लेकिन सूबे सिंह उनके ऊपर बहुत जुल्म करने लगा था जो बर्दाश्त होने लायक नहीं था।
लाल लाल पक्की ईंटों को देखकर मानव के मन में क्या ख्याल आया स्पष्ट कीजिए?Answer: खुद के हाथ से पथी ईंटों का रंग बदला हुआ देखकर मानो के मन में इन्हीं पक्की ईंटों से घर बनाने का ख्याल आया। यह सोचकर उसे नींद नहीं आ रही थी। अब वह भी चाहती थी कि ऐसी ही पक्की ईंटों से उसका अपना छोटा-सा घर हो।
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