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प्लसेंटा प्रिविया क्या है?निषेचित अंडा गर्भाशय में जहां भी प्रत्यारोपित होता है, वहीं अपरा विकसित होती है। प्लेसेंटा प्रिविया तब होता है जब कई बार यह निषेचित अंडा स्वयं को गर्भाशय के निचले हिस्से के अंदर जोड़ लेता है। और गर्भावस्था के मध्य अवधि के बाद भी वहीं बना रहता है। यदि प्रसव के समय तक अपरा ग्रीवा के पास हो, तो योनि के जरिये शिशु का बाहर निकलने का रास्ता अवरुद्ध हो सकता है। प्लेसेंटा प्रिविया से गर्भावस्था के मध्य में या अंतिम चरण में रक्तस्त्राव भी हो सकता है। हो सकता है अपरा ने आंशिक तौर पर ग्रीवा को ढका हो (माइनर प्लेसेंटा प्रिविया) या फिर पूरी तरह ही ग्रीवा को ढक लिया हो (मेजर प्लेसेंटा प्रिविया)। इन दोनों ही स्थितियों में आपके शिशु का जन्म सीजेरियन ऑपरेशन के जरिये करने की जरुरत होगी।
गर्भावस्था के अंत तक 300 में से एक महिला को कुछ हद तक प्लेसेंटा प्रिविया रहता है। इनमें से अधिकांश आंशिक प्लेसेंटा प्रिविया होते हैं। अपरा के नीचे स्थित होने का पता कैसे चलता है?अल्ट्रासाउंड स्कैन के जरिये डॉक्टर को आपकी प्लेसेंटा की स्थिति का पता चलता है। यदि आप गर्भावस्था की शुरुआत में अल्ट्रासाउंड स्कैन कराएं और इसमें प्लेसेंटा ग्रीवा के पास दिखाइ दे, तो भी चिंता न करें। शिशु के बढ़ने के साथ आपका बढ़ता गर्भाशय शायद अपरा को ऊपर की तरफ खींच लेगा और यह ग्रीवा से दूर हो जाएगी। इसे अंग्रेजी में प्लेसेंटल माइग्रेशन कहा जाता है। ऐसा उन अधिकांश मामलों में हो जाता है जहां अपरा गर्भावस्था की शुरुआत में नीचे की तरफ स्थित होती है। आपके एनॉमली स्कैन (टिफा या अल्ट्रासाउंड लेवल II स्कैन) में पता चल सकता है। यह स्कैन 18 से 20 सप्ताह की गर्भावस्था के बीच किया जाता है। यदि एनॉमली स्कैन में पता चलता है कि आपकी अपरा नीचे की ओर स्थित है, तो आपको कुछ हफ्तों बाद अपरा की स्थिति पता करने के लिए दोबारा स्कैन करवाना होगा। चूंकि, प्लेसेंटा गर्भाशय में प्रत्यारोपित होती है, इसलिए यह वास्तव में हिलती-डुलती नहीं है। मगर गर्भाशय के बढ़ने पर यह ग्रीवा से दूर हो सकती है। यह स्कैन संभवतया 28 सप्ताह की गर्भावस्था के आसपास होगा। हालांकि, कई बार डॉक्टर करीब 24 सप्ताह की गर्भावस्था में भी फॉलो-अप स्कैन करवाने के लिए कह सकती हैं। यदि फॉलो-अप स्कैन में भी प्लेसेंटा नीचे की तरफ दिखाई दे या फिर अपरा की स्पष्ट तस्वीर पाना संभव न हो रहा हो, तो डॉक्टर आपको योनि के जरिये स्कैन (ट्रांसवेजाइनल स्कैन) करवाने के लिए कह सकती हैं। इससे डॉक्टर को अपरा की स्पष्ट तस्वीर मिलेगी, जिससे वे पहले स्कैन की सत्यता की जांच कर सकेंगे। डॉक्टर सावधानीपूर्वक एक विशेष आकार के उपकरण को आपकी योनि में धीरे से डालेंगी, ताकि आपका गर्भाशय दिखाई दे सके। इस स्क्रैन से आपको कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। यह एकदम सुरक्षित प्रक्रिया होती है। बहुत से मामलों में अंतिम चरण में होने वाले स्कैन से यही पता चलता है कि अपरा ऊपर की ओर खिसक कर रास्ते से हट गई है। अगर, यह अभी तक नहीं हुआ है, तो भी ऐसा होने के लिए काफी समय बाकी है। हालांकि, यदि अपरा गर्भाशय की पीछे की दीवार से लगी हो या फिर आपका पहले सीजेरियन ऑपरेशन हो चुका है, तो प्लेसेंटा के खिसकने की उम्मीद कम ही होती है। कभी-कभार, प्लेसेंटा प्रिविया का पता अन्य तरीकों से भी चलता है:
प्लेसेंटा प्रिविया की वजह से क्या जटिलताएं उत्पन्न हो सकती हैं?प्लेसेंटा प्रिविया का मुख्य प्रभाव यह है कि आपकी डिलीवरी सीजेरियन ऑपरेशन से होगी। मगर, और भी कुछ जटिलताएं हैं, जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए। ये कभी-कभार ही होती हैं, मगर यदि हो जाएं तो काफी गंभीर हो सकती हैं। रक्तस्त्राव आपको रक्तस्त्राव का खतरा ज्यादा रहता है, यदि:
बिना उपचार के अत्याधिक रक्तस्त्राव (हैमरेज) आपके और शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। मगर, आवश्वस्त रहें कि यह स्थिति काफी दुर्लभ है और एक बार अस्पताल पहुंचने पर रक्तस्त्राव का उपचार शीघ्रता से किया जा सकता है। प्लेसेंटा एक्रीटा अगर आपका पहले सीजेरियन ऑपरेशन हो चुका है, तो ऐसा होने की संभावना अधिक रहती है। और आपके जितने ज्यादा सीजेरियन होते हैं, यह खतरा उतना ही ज्यादा बढ़ जाता है। आपकी डॉक्टर विभिन्न स्कैनों के जरिये आपकी स्थिति से अवगत होंगी। प्लेसेंटा एक्रीटा की जांच के लिए आपको डॉप्लर स्कैन या मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (एमआरआई) स्कैन कराने की सलाह दी जा सकती है। प्लेसेंटा एक्रीटा होने पर सीजेरियन ऑपरेशन के दौरान काफी अधिक रक्तस्त्राव होने का जोखिम रहता है। हालांकि, आपका इतना खून बहना संभव नहीं है, जिससे आपकी सेहत को गंभीर खतरा उत्पन्न हो। वासा प्रिविया वासा प्रिविया की वजह से रक्तस्त्राव होने का खतरा आपकी बजाय शिशु की जान को जोखिम में डाल देता है। हालांकि हो सकता है इसका पता प्रसव के दौरान या पानी की थैली फटने पर ही चले। यदि आपको वासा प्रेविया होने का पता चले, तो आपको तुरंत आपातकालीन सीजेरियन ऑपरेशन करवाना होगा। प्लेसेंटा प्रिविया की देखभाल किस तरह की जाती है?प्लेसेंटा प्रिविया की देखभाल में कई बार केवल चिकित्सकीय टीम द्वारा अपरा की स्थिति पर निगरानी रखने और इंतजार करने की ही जरुरत होती है। डॉक्टर पूरी गर्भावस्था के दौरान आपकी अपरा की स्थिति पर नजर रखेंगी। आपकी देखभाल इस बात पर भी निर्भर करेगी कि आपको कोई रक्तस्त्राव हुआ है या नहीं। हो सकता है आपको अब पूरी गर्भावस्था के दौरान संभोग न करने की सलाह दी जाए, खासकर, यदि आपको रक्तस्त्राव हो चुका है तो। आपको कामकाज सहजता व आराम से करने की सलाह दी जाएगी और कठोर व्यायाम या सघन गतिविधयां न करने के लिए कहा जाएगा, जिनसे योनि से रक्तस्त्राव शुरु हो। यदि डॉक्टर को लगे तो वे आपको बिस्तर पर पूर्ण आराम की सलाह भी दे सकती हैं। आपकी डॉक्टर 32 सप्ताह की गर्भावस्था के बाद से क्रमवार कई अल्ट्रासाउंड स्कैन करवाने के लिए कह सकती हैं, यदि:
यदि आपको कोई जटिलताएं न हों, तो 38 सप्ताह की गर्भावस्था के बाद आपका पूर्वनियोजित सीजेरियन ऑपरेशन करवाने के लिए कहा जा सकता है। यदि आपको मेजर प्लेसेंटा प्रिविया है या आपको रक्तस्त्राव हुआ है, तो आपको 34 सप्ताह की गर्भावस्था में अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है। यदि आपको रक्तस्त्राव नहीं हुआ, तो आप शायद घर पर रह सकती हैं, मगर डॉक्टर की सलाह पर नियमित चेक-अप करवाने होंगे। बेहतर है आप सहायता के लिए अपने आसपास हमेशा किसी न किसी को रखें। साथ ही, यदि आपातकाल में जल्दी से जल्दी अस्पताल पहुंचना हो तो उसकी भी व्यवस्था करके रखें और आपातकालीन संपर्क सूची आसान पहुंच में रखें। अगर, आपको प्लेसेंटा एक्रीटा है या जटिलताएं विकसित हो जाती हैं तो शायद 36 से 37 सप्ताह की गर्भावस्था के बीच आपातकालीन सीजेरियन करना तय किया जाएगा। क्योंकि ऑपरेशन के दौरान आपको रक्तस्त्राव होने का खतरा ज्यादा रहता है, इसलिए आपकी देखभाल कर रही डॉक्टरी टीम रक्त चढ़ाने की व्यवस्था भी तैयार रखेंगे। अगर आपको अस्पताल में भर्ती होने की नियत तिथि से पहले ही रक्तस्त्राव, संकुचन या माहवारी जैसा दर्द महसूस हो, तो तुरंत अस्पताल जाएं। वहां पर आपकी निगरानी की जा सकेगी। अगर, आपको ये लक्षण बंद भी हो जाते हैं, तो भी शिशु के जन्म तक आपको अस्पताल में रहने के लिए कहा जा सकता है। अगर, आपके ये लक्षण जारी रहते हैं या फिर आपका समय से पहले प्रसव शुरु हो जाता है, तो आपातकालीन सीजेरियन के जरिये आपके शिशु का जन्म कराया जाएगा। यदि आपका शिशु प्रीमैच्योर हो, तो आपकी डॉक्टर आपको स्टेरॉयड के इंजेक्शन लेने की सलाह दे सकती है, जो शिशु के फेफड़ों को तेजी से विकसित होने में करते हैं। अपरा नीचे होने की स्थिति में मुझे अपनी देखभाल कैसे करनी चाहिए?आप अपरा की स्थिति बदलने के लिए कुछ भी नहीं कर सकती हैं। लेकिन आप स्वस्थ और सुरक्षित रहने के लिए काफी कुछ कर सकती हैं। पर्याप्त मात्रा में
पौष्टिक भोजन खाएं। विशेषकर कि
आयरन से भरपूर आहार जैसे कि लाल मांस, दाल-दलहन और हरी पत्तेदार सब्जियां। यह आप में खून की कमी होने की संभावना हो कम करेगा। आपको नियमित तौर पर अनुपूरक भी लेने
होंगे, विशेषतौर पर डॉक्टर द्वारा बताए गए आयरन अनुपूरक। अगर आप अस्पताल में हैं, तो आपना रक्त संचरण जारी रखें ताकि खून के थक्के बनने से रोका जा सके। अपने कमरे के आसपास टहलने का प्रयास करें और खूब सारा पानी पीएं। अगर, अस्पताल उपलब्ध कराए और डॉक्टर आपको इसकी इजाजत दे, तो कम्प्रेशन स्टॉकिंग्स का इस्तेमाल करें। सुनिश्चित करें कि आप कोई डॉक्टरी चेक-अप या स्कैन न चूकें, क्योंकि इनसमे अपरा की स्थिति का पता चल सकेगा। इस तरह आप और आपकी डॉक्टर को पता चल सकेगा कि शिशु किस तरह विकसित हो रहा है और गर्भावस्था कैसे बढ़ रही है। अगर, आपको प्लेसेंटा प्रिविया है और आप अपरा के ऊपर खिसकने का इंतजार कर रही हैं, तो यह समय आपके लिए काफी तनाव भरा हो सकता है। आप चिंता न करें, आपके पास अनुभवी डॉक्टरों की टीम उपलब्ध है जो आपको और शिशु को सुरक्षित और स्वस्थ रखने के लिए काफी कुछ कर सकती है। Click here to see the English version of this article! हमारे लेख पढ़ें:
ReferencesCresswell JA, Ronsmans C, Calvert C, et al. 2013. Prevalence of placenta praevia by world region: a systematic review and meta-analysis. Trop Med Int Health 18(6):712-24. onlinelibrary.wiley.com NCCWCH. 2008. Antenatal care: Routine care for the healthy pregnant woman. National Collaborating Centre for Women's and Children's Health. London:NICE. www.nice.org.uk RCOG. 2011a. Placenta praevia, placenta praevia accreta and vasa praevia: diagnosis and management. Royal College of Obstetricians and Gynaecologists, Green-top guideline, 27. www.rcog.org.uk RCOG. 2011b. Information for you: a low-lying placenta (placenta praevia) after 20 weeks. Royal College of Obstetricians and Gynaecologists. www.rcog.org.uk अगर प्लेसेंटा नीचे हो तो क्या करें?डॉक्टरी सलाह
- इस दौरान डॉक्टर आपको पूरी तरह से बेड रेस्ट की सलाह देते हैं. इसकी वजह यह है कि प्लेसेंटा जो पहले से ही नीचे है उस पर ज्यादा दबाव न पड़ने पाए. और वह और नीचे की ओर जाने के बजाए ऊपर की ओर जा सके. - कई बार अधिक रक्तस्राव होने पर, स्थिति गंभीर होने पर, डॉक्टर गर्भवती महिला को हॉस्पिटलाइज भी कर सकते हैं.
प्रेगनेंसी में प्लेसेंटा नीचे होने से क्या होता है?जब प्लेसेंटा आंशिक रूप से या पूरी तरह से मां की गर्भाशय ग्रीवा को ढक लेती है तो प्लेसेंटा प्रिविआ की स्थिति उत्पन्न होती है। प्लेसेंटा प्रिविआ की वजह से प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के दौरान गंभीर ब्लीडिंग हो सकती है। प्लेसेंटा प्रिविआ में हो सकता है कि आपको पूरी प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के दौरान ब्लीडिंग हो।
क्या प्लेसेंटा की पोजीशन चेंज होती है?इस स्थिति को प्लेसेंटा एक्रीटा कहा जाता है। यह एक दुर्लभ स्थिति है, मगर ऐसा होने की संभावना उन महिलाओं में ज्यादा होती है, जिनका पहले सीजेरियन हुआ हो। हालांकि, अल्ट्रासाउंड से इसका पता उचित समय पर चल जाता है। इसलिए, डॉक्टर सुरक्षित सीजेरियन ऑपरेशन सुनिश्चित करने के लिए जरुरी योजनाएं पहले से ही बना लेते हैं।
अल्ट्रासाउंड में प्लेसेंटा का क्या मतलब होता है?गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय में विकसित होने वाला एक अंग है प्लेसेंटा। यह शिशु को ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की आपूर्ति करता है। एंटीरियर प्लेसेंटा में प्लेसेंटा गर्भाशय के सामने वाले हिस्से से जुड़ जाता है। गर्भावस्था के दौरान प्लेसेंटा पोषक तत्वों, ऑक्सीजन और खून को मां से शिशु तक पहुंचाती है।
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