भारतीय संगीत में लोकगीतों की एक खास जगह है। लोकगीत वो गीत होते हैं जो एक राज्य, शहर या गांव में पैदा होते हैं, जिन्हें किसी म्यूजिक डायरेक्टर ने नहीं, लोगों के समूह ने ही शब्द और तान दी होती हैं। इतनी बड़ी जनसंख्या वाला हमारा देश कला और संस्कृति के मामले में इतना धनी है कि यहां हर कुछ दूर पर जैसे मिट्टी बदलती है, उस जगह की संस्कृति भी बदलती है और हर जगह के अपने खास लोकगीत होते हैं। Show
अब से पहले तक इन लोकगीतों की पहुंच उसी खास क्षेत्र तक ही सीमित रहती थी। ये लोकगीत जहां पैदा हुए, वहीं रह जाया करते थे। दूसरे प्रदेशों और देशों के लोग इसकी मिठास से वंचित रहा करते थे। बॉलीवुड ने इन लोकगीतों को देश और दुनिया में फैलाने का बीड़ा उठाया। बॉलीवुड फिल्मों में हमने ऐसे बहुत से गीत सुने और पसंद किए हैं जो असल में किसी राज्य और बोली के स्थानीय गीत यानि कि लोकगीत हैं। फिल्मों में लाने के लिए इनमें किए गए बड़े बदलावों को लेकर लोकल आर्टिस्ट्स और म्यूजिक डायरेक्टर्स के बीच कितने भी मतभेद रहे हों, लेकिन हमारी जेनरेशन तक ये बहुमूल्य गाने पहुंचाने का सारा श्रेय बॉलीवुड को ही जाएगा। चलिए आपको सुनाते हैं वो लोकगीत जिन्हें बॉलीवुड ने मशहूर किया। Table of Contents
1. जुगनी (कॉकटेल)पंजाब का यह मशहूर लोकगीत बहुत से गायकों ने अपनी-अपनी तरह से गाया है। आपको याद होगा कि पाकिस्तानी कोक स्टूडियो में भी इसका एक बेहतरीन वर्जन हमने सुना था। गाने में जुगनी उस व्यक्ति के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो एक आजाद पंछी है और दुनिया को देखकर अपनी बात गा रहा/ रही है। प्यार, धोखा, खुद को खोजना और जिंदगी के मुश्किल रास्तों की बातें करता ये सूफी गाना फिल्म ‘कॉकटेल’ में सुनाई और दिखाई दिया था। 2. घूमर (पद्मावत)ये फिल्म और ये गाना हम शायद ही भूल पाएं।। दीपिका पादुकोण, रणवीर सिंह और शाहिद कपूर की इस फिल्म को बहुत सी कॉन्ट्रोवर्सी का सामना करना पड़ा था। घूमर राजस्थान पारंपरिक गायन और नृत्य की एक अनोखी शैली है और फिल्म में दीपिका पादुकोण इसपर डांस करती नजर आई थीं। 3. तार बिजली से पतले (गैंग्स ऑफ वासेपुर)बिहार और बंगाल के कुछ हिस्सों में शादी के दौरान ये गाना गाया जाता है। इस गाने के जरिए महिलाएं होने वाली दुल्हन, उसके दूल्हे और दूल्हे की मां को छेड़ती हैं। फिल्म ‘गैंग्स ऑफ वासेपुर’ में भी इस गाने को शादी के दौरान ही दर्शाया और फिल्माया गया था। गीतकार वरुण ग्रोवर ने इस गाने के जरिए दूल्हे के हवाले से बिहार के हालात का जिक्र बखूबी किया है। 4. ससुराल गेंदा फूल (दिल्ली 6)छत्तीसगढ़ का ये लोकगीत शादी के दौरान गाया जाने वाला गीत है जो दिल्ली-6 फिल्म से खासा लोकप्रिय हो गया है। मस्ती और छेड़छाड़ से भरे इस गीत में नई दुल्हन अपने परिवार वालों को अपने ससुराल का हाल सुनाती है। फिल्म ‘दिल्ली 6’ में इसे अभिषेक बच्चन, वहीदा रहमान और सुप्रिया पाठक पर फिल्माया गया है। 5. बुमरो (मिशन कश्मीर )ये एक कश्मीरी लोकगीत है जिसका ओरिजिनल वर्जन है ‘बुम्बर ता एम्बरजल’। ये लोकगीत लड़की की मेहंदी सेरेमनी में गाया और परफॉर्म किया जाता है। फिल्म ‘मिशन कश्मीर’ में प्रीति जिंटा भी इसे मेहंदी के मौके पर परफॉर्म कर रही हैं। 6. नवराई (इंग्लिश विंग्लिश)ये एक बहुत प्रचलित मराठी लोकगीत है जो शादी के मौके पर गाया जाता है। नवराई शब्द का अर्थ होने वाली दुल्हन होता है। मायके वाले अपनी बेटी की तारीफों में ये गीत गाते हैं। फिल्म ‘इंग्लिश विंग्लिश’ में भी श्रीदेवी इसे अपनी भांजी के शादी में परफॉर्म करती हैं। 7. केसरिया बालम (डोर)एक बेहद इमोशनल और ट्रैजिक फिल्म है ‘डोर’ जो राजस्थान की पृष्ठभूमि पर बनी है। राजस्थानी लोकगीत ‘केसरिया बालम’ इस फिल्म की ख़ूबसूरती और ऑथेंटिसिटी को कई गुना बढ़ा देता है। 8. निंबूड़ा (हम दिल दे चुके सनम)इस गीत पर हम सभी ने अपने स्कूल के दिनों में खूब डांस किया है, है ना? ऐश्वर्या राय, सलमान खान और अजय देवगन की इस फिल्म की कहानी राजस्थान में रहने वाले एक गुजराती परिवार की है। इसीलिए एक फंक्शन के दौरान ऐश्वर्या इसपर डांस करती हैं और अजय देवगन का किरदार उन्हें देखते ही उन्हें दिल दे बैठता है। 9. अंबरसरियापंजाबी लोकगीतों की अलग ही खुशबू होती है। ‘अंबरसरिया’ भी एक ऐसा ही लोकगीत है जो
सास-बहू की खिटपिट पर आधारित है। यहां एक पत्नी अपने पति से सास की शिकायत करते हुए ये गीत जाती है। इसे फिल्म ‘फुकरे’ के लिए सोना मोहपात्रा ने बहुत खूबसूरती से गाया है. 10. दिलबरो (राजी)विदाई के समय लड़कियों के दिलों का हाल बताने वाला यह कश्मीरी लोकगीत किसी को भी रुला सकता है। फिल्म ‘राजी’ में आलिया भट्ट ने इसे खूबसूरती से फिल्माया है। फ़िल्मी गानों से जुड़ी ऐसी ही स्टोरीज के लिए पढ़ती रहिए iDiva हिंदी। Read iDiva for the latest in Bollywood, fashion looks, beauty and lifestyle news. भारत का लोक गीत कौन सा है?भारत में लोक-संगीत बेहद प्राचीन हैं। लावणी –लावणी महाराष्ट्र का एक प्रमुख लोक संगीत है। यह संगीत उपकरण ढोलकी पर गाया जाता है। यह मुख्य रूप से महाराष्ट्र में प्रसिद्ध है, और कर्नाटक तथा मध्य प्रदेश में भी लावणी का प्रचलन है।
1 लोकगीत के बारे में आप क्या जानते हैं?लोकगीत लोक के गीत हैं। जिन्हें कोई एक व्यक्ति नहीं बल्कि पूरा लोक समाज अपनाता है। सामान्यतः लोक में प्रचलित, लोक द्वारा रचित एवं लोक के लिए लिखे गए गीतों को लोकगीत कहा जा सकता है। लोकगीतों का रचनाकार अपने व्यक्तित्व को लोक समर्पित कर देता है।
लोकगीत कैसे लिखा जाता है?सदा से ये गाए जाते रहे हैं और इनके रचनेवाले भी अधिकतर गाँव के लोग ही हैं। स्त्रियों ने भी इनकी रचना में विशेष भाग लिया है। ये गीत बाजों की मदद के बिना ही या साधारण ढोलक, झाँझ, करताल, बाँसुरी आदि की मदद से गाए जाते हैं। एक समय था जब शास्त्रीय संगीत के सामने इनको हेय समझा जाता था।
लोकगीत किसका गीत है?Answer: लोकगीत लोक के गीत हैं। जिन्हें कोई एक व्यक्ति नहीं बल्कि पूरा लोक समाज अपनाता है। सामान्यतः लोक में प्रचलित, लोक द्वारा रचित एवं लोक के लिए लिखे गए गीतों को लोकगीत कहा जा सकता है।
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