Show Question Field Hindi - By Khilawanएक ब्लॉग जो की हिंदी साहित्य से जुड़ी जानकारियाँ आपके साथ शेयर करता है जो की आपके प्रतियोगिता परीक्षा में पूछे जाते हैं, इस ब्लॉग पर एम्. ए. हिंदी साहित्य का पूरा कोर्स लॉन्च करने का प्लान है. अगर आपका सहयोग अच्छा रहा हमारे ब्लॉग में पूरा कोर्स उपलब्ध करा दिया जाएगा. इसमें जो प्रश्न लिखे जा रहे हैं वह न केवल एम्. ए. के लिए उपयोगी है बल्कि यह विभिन्न प्रकार के प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी हिंदी साहित्य के प्रश्न विभिन्न फोर्मेट में हमारा ब्लॉग आपके लिए कंटेंट बनाते रहेगा अपना सहयोग बनाये रखें. 'करम छड़हा' नाटक से कलाकारों ने छत्तीसगढ़ के सामाजिक व ग्रामीण परिवेश को किया प्रदर्शित, दिए कई संदेशPublish Date: | Sat, 20 Jul 2019 04:03 AM (IST) रायपुर। नईदुनिया प्रतिनिधि संस्कृति विभाग द्वारा शुक्रवार को महंत घासीदास स्मारक संग्रहालय संस्कृति विभाग में स्वतंत्रता संग्रामी सेनानी, गांधीवादी चिंतक व छत्तीसगढ़ राज्य निर्माण के पुरोधा डॉ. खूबचंद बघेल की जयंती मनाई गई। उनकी याद में शहर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए गए। इसमें जहां डॉ. खूबचंद के लिखे हुए नाटक करम छड़हा का प्रदर्शन किया गया, वहीं उनकी जीवन यात्रा पर संगोष्ठी रखी गई। प्रदर्शित नाटक में डॉ. खूबचंद के अनुभव व हमारे प्रदेश की सामाजिक व ग्रामीण परिवेश को बहुत ही सुंदर तरीके से प्रस्तुत किया गया है। नाटक के अनुरूप ही कलाकारों ने भी बहुत ही खूबसूरती के साथ खूबचंद बघेल के संदेशों को मंच के माध्यम से लोगों तक पहुंचाया। इसमें कलाकारों ने एक व्यक्ति के पिता द्वारा शिक्षा में किए गए व्यय, सिफारिश के माध्यम से 30 रुपये की नौकरी करना, पत्नी द्वारा गहनों की डिमांड करना व समाज के विभिन्न लोगों का ध्यान रखना जैसे विभिन्न व्यथाओं को प्रदर्शित किया। वहीं नाटक के माध्यम से छत्तीसगढ़ का परिवेश व बोली को बहुत ही अच्छे ढंग से प्रस्तुत किया गया, जिस पर दर्शकों ने खूब तालियां बजाईं और कलाकारों की हौसला अफजाई की। प्रदर्शनी के माध्यम से खूबचंद की लेखनी और जीवन शैली से हुए परिचित खूबचंद बघेल की जयंती के अवसर पर महंत घासीदास परिसर में ही उनकी जीवनी एवं लेखनी के संबंध में फोटो चित्र प्रदर्शनी लगाई गई। इसके माध्यम से लोग बघेल की लेखनी से परिचित हुए। साथ ही अप्रकाशित दुर्लभ पांडुलिपियों की खोज कर उसका एक संकलन कथा कंथली तैयार किया गया है, जिसका विमोचन भी किया गया। डॉ. खूबचंद बघेल स्वतंत्रता की लड़ाई में अग्रिम पंक्ति में शामिल थे डॉ. खूबचंद बघेल के व्यक्तित्व व कृतित्व के संबंध में आयोजित संगोष्ठी में डॉ बघेल के जीवन पर प्रकाश डाला गया, जिसमें विशिष्ट वक्ताओं ने बताया कि डॉ. बघेल ने स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई में अहम भूमिका निभाई। वहीं अपने प्रदेश के लिए उनका अहम योगदान रहा। इस गोष्ठी में पं. रविशंकर शुक्ल विवि के कुलपति डॉ. केएल वर्मा, रमेश नैयर, ललित सुरजन व साहित्यकार परदेशीराम वर्मा ने हिस्सा लिया। सभी ने डॉ. बघेल के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विस्तृत चर्चा की और उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य के पुरोधा के रूप में माना। वहीं सभी ने उनकी लेखनी के संबंध में भी लोगों को विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल रहे। Posted By: Nai Dunia News Network
छत्तीसगढ़ी भाषा साहित्य का इतिहास एवम विकास से संबंधित CGPSC छत्तीसगढ़ राज्य लोकसेवा आयोग मुख्य परीक्षा में पूछे गये प्रश्नो के माडल उत्तर CGPSC Pre Solved Paper in Hindi 2000-20019छ.ग. लोकसेवा आयोग मुख्य परीक्षा 2012 माडल प्रश्न
आंसर – पं. सुन्दर लाल शर्मा
आंसर – धनी धर्म दास । कबीर पंथ।
आंसर – हरि ठाकुर 4.छत्तीसगढ़ का पाणिनी किसे कहा जाता है? आंसर – हीरालाल काव्योपाध्याय 5.छत्तीसगढ़ी कृति “खूब तमाशा” के लेखक कौन हैं? आंसर – गोपाल प्रसाद मिश्र 6.छत्तीसगढ़ी व्याकरण” का प्रकाशन काल बतलाइए? आंसर – 1890 7.मेघदूत’ का छत्तीसगढ़ी अनुवाद किसने किया? आंसर – मुकुटधर पाण्डेय 8.पर्रा भर लाई” काव्यसंग्रह के सर्जक कौन हैं? आंसर – श्यामलाल चतुर्वेदी 9.निम्नलिखित रचनाएँ छत्तीसगढ़ के किन रचनाकारों की है ? आवां (उपन्यास) ) आंसर – परदेशीराम वर्मा 10.रमिया अऊ केतकी (कहानी) आंसर – डॉ. सत्यभामा आडिल 11.करमछड़हा (नाटक) आंसर – डॉ. खूबचंद बघेल
उत्तर- नरेन्द्र देव वर्मा
उत्तर- नंद किशोर तिवारी
उत्तर- केयूर भूषण
उत्तर- लखन लाल गुप्त
उत्तर- कुंज बिहारी चौबे | छ.ग. लोकसेवा आयोग मुख्य परीक्षा-2012 | निम्नलिखित रचनाएँ छत्तीसगढ़ के किन रचनाकारों की है प्र-1. आवां उत्तर- परदेशी राम वर्मा प्र-2. धान का कटोरा उत्तर- विनय कुमार पाठक प्र-3. कुल के मरजाद उत्तर- केयूर भूषण प्र-4. रहस उत्तर- बाबू रेवा राम
प्र-5. ‘छत्तीसगढ़ी सुराज’ के कृतिकार उत्तर- गिरिवर दास वैष्णव प्र-6. ‘धमनी हाट’ कविता के यशस्वी कवि। उत्तर-द्वारिका प्रसाद तिवारी प्र-7. ‘फुटहा करम’ उपन्यास के लेखक। उत्तर- केयूर भूषण प्र-8. ‘भोलवा-भोलाराम बनिस’ कथा-संग्रह के लेखक उत्तर- डॉ. श्यामलाल चतुर्वेदी प्र-9. छत्तीसगढ़ी साहित्य अऊ साहित्यकार’ (समीक्षा ग्रंथ) के लेखक उत्तर- विनय कुमार पाठक
प्र-10. ‘छत्तीसगढ़ी का भाषाशास्त्रीय अध्ययन’ के लेखक उत्तर- डॉ. शंकर शेष प्र-11. ‘छत्तीसगढ़ी लोकसाहित्य का अध्ययन’ के लेखक। उत्तर- दयाशंकर शुक्ल छ.ग. लोकसेवा आयोग मुख्य परीक्षा –2013 छत्तीसगढ़ के रचनाकारों की निम्नलिखित रचनाएँ किस विधा के अंतर्गत आती है? प्र-1. डॉ. पालेश्वर शर्मा कृत ‘सुसक झन कुररी सुरता ले (अंक-01 उत्तर- कहानी प्र–2. परदेशीराम वर्मा कृत ‘आरूग फूल’ (अंक-01 उत्तर – जीवनी प्र-3. श्यामलाल चतुर्वेदी कृत ‘सतवंतिन सुकवारा’ (अंक-0 उत्तर- कहानी 4.सुंदरलाल शर्मा कृत ‘छत्तीसगढ़ी दानलीला’ (अंक-0 उत्तर- खण्ड काव्य निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए : प्र-5. ‘छत्तीसगढ़ी दानलीला’ के कृतिकार आंसर – सुन्दर लाल शर्मा प्र-6. छत्तीसगढ़ी के तीन महाकाव्यों के प्रणेता किम (अंक-1 उत्तर- कपिल नाथ कश्यप प्र-7. पंडित सुंदरलाल शर्मा पुरस्कार से सम्मानित किसी एक छत्तीसग कवि का नामोल्लेख कीजिए। उत्तर- विनोद कुमार शुक्ल प्र-8. ‘मोंगरा’ उपन्यास के लेखक उत्तर- शिव शंकर शुक्ल प्र -9. ‘मेघदूत’ के छत्तीसगढ़ी अनुवादक का नाम (अंक-1 उत्तर- मुकुटधर पाण्डेय निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए। प्र-10. ‘छत्तीसगढ़ी उद्विकास’ के लेखक उत्तर- डॉ. नरेन्द्र देव वर्मा प्र-12. ‘छत्तीसगढ़ी बोली, व्याकरण और कोश’ के लेखक उत्तर- क्रांतिकुमार जैन प्र-13. ‘छत्तीसगढ़ – परिचय’ के लेखक उत्तर- बलदेव मिश्र प्र-14. ‘प्राचीन छत्तीसगढ़’ के लेखक उत्तर- ठाकुर प्यारेलाल गुप्त छ.ग. लोकसेवा आयोग मुख्य परीक्षा –2014
1.बस्तर भूषण उतर- केदार नाथ ठाकुर
उत्तर- श्याम लाल चतुर्वेदी 3.सुराज गीत उत्तर- द्वारिका प्रसाद तिवारी 4.सुधी कुटुम्ब उत्तर- ठा. प्यारेलाल
उत्तर- हीरालाल काव्योपाध्याय निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
उत्तर- श्रीकृष्ण के जीवन पर आधारित कारण
उत्तर- नरसिंह दास वैष्णव प्र-10. ‘करमछुड़हा’ नाटक के लेखक उत्तर- डॉ. खूबचंद बघेल निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए :
उत्तर- छत्तीसगढ़ी साहित्य अऊ साहित्यकार प्र-14. ‘छत्तीसगढ़ी का भाषाशास्त्रीय अध्ययन’ के लेखक का नाम उत्तर- शंकर शेष
उत्तर- डॉ. पालेश्वर शर्मा छ.ग. लोक सेवा आयोग मुख्य परीक्षा –2015 . निम्नलिखित रचनाएँ छत्तीसगढ़ के किन रचनाकारों की है ? प्र-1. झलमला उत्तर- पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी प्र-2. मृगी दुखमोचन उत्तर- लोचन प्रसाद पाण्डेय प्र-3. राम बनवास उत्तर- पं. श्याम लाल चतुर्वेदी प्र-4. कनवा समधी उत्तर- कोदूराम निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए : प्र-5. छत्तीसगढ़ी के प्रथम कवि उत्तर- नरसिंह दास वैष्णव प्र-6. ‘हीरू के कहिनी’ के रचनाकार उत्तर- बंशीधर पाण्डेय प्र-7. ‘सुसक झन कुररी सुरताले !!’ के रचनाकार उत्तर- डॉ. पालेश्वर शर्मा प्र-8. छत्तीसगढ़ी, हल्बी, भतरी बोलियों का भाषा-वैज्ञानिक अध्ययन के रचनाकार उत्तर- भाल चंद्र राव तैलंग प्र-9. छत्तीसगढ़ी की राष्ट्रीय धारा के किसी एक कवि का नाम उत्तर- गजानन माधव मुक्तिबोध निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए : प्र-10. “फुलबासन’ में किसकी कथा है ? उत्तर- सीता एवं लक्ष्मण प्र-11. छत्तीसगढ़ी काव्य का प्रारंभ किस युग से माना जाता है ? उत्तर- 1900 प्र-13. खुसरा चिरई के बिहाव नामक कृति के कृतिकार का नाम बतलाइए। उत्तर- कपिलनाथ मिश्र प्र-14. प्यारेलाल गुप्त की चर्चित कृति का नाम बतलाइए। उत्तर- प्राचीन छ.ग, लवंगलता, धान लुवई, गांव म फुल घलो गोठियाथे छ.ग. लोकसेवा आयोग मुख्य परीक्षा-2016 निम्नलिखित रचनाएँ छ.ग. के किन रचनाकारों की है ? प्र-1. टोकरी भर मिट्टी उत्तर- माधव राव सप्रे प्र-2. दियना के अंजोर उत्तर- शिवशंकर शुक्ल प्र-3. राम और केंवट संवाद उत्तर- द्वारिका प्रसाद तिवारी प्र-4. कलिकाल उत्तर- लोचन प्रसाद पाण्डेय निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए : प्र-5. छत्तीसगढ़ी नाटक ‘कारी’ के लेखक का नाम उत्तर- पदुमलाल पुन्नालाल बख्शी प्र-6. छत्तीसगढ़ी कविता संग्रह ‘सुरता के चंदन’ के रचनाकार उत्तर- हरि ठाकुर प्र-7. छत्तीसगढ़ी उपन्यास ‘कुल के मरजाद’ के लेखक उत्तर- केयूर भूषण निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए : प्र-11. छत्तीसगढ़ी लोकोक्तियों का भाषा-वैज्ञानिक अध्ययन के लेखक का नाम लिखिए उत्तर- मन्नू लाल यदु प्र-12: छत्तीसगढ़ी लोककला के लिए छ.ग. शासन के संस्कृति विभाग द्वारा दिए जाने वाले सम्मान का नाम लिखिए। उत्तर- दाऊ मंदराजी सम्मान प्र-13. गँवई के गीत काव्य संग्रह के प्रणेता के नाम बताइए। उत्तर- विमल पाठक छ.ग. लोकसेवा आयोग मुख्य परीक्षा-2017 निम्नलिखित रचनाएँ छत्तीसगढ़ के किन रचनाकारों की है ? प्र-1. हीरू के कहिनी उत्तर- बंशीधर पाण्डेय प्र-2. सुरही गइया उत्तर- सीताराम मिश्र प्र-3. पतरेंगी उत्तर- निरूपमा शर्मा प्र-4. छत्तीसगढ़ी दानलीला उत्तर- पं. सुन्दर लाल शर्मा . निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए – प्र-5. पं. सुंदरलाल शर्मा ने दानलीला की कथा कहां से ली है ? उत्तर- श्री कृष्ण के जीवन प्र-6. चंदा अमरित बरसाइस के लेखक कौन हैं ? उत्तर- लखन लाल गुप्त प्र-7. छत्तीसगढ़ का प्रमुख प्रणय गीत किसे कहते हैं ? उत्तर- ददरिया प्र-9. डॉ. खूबचंद बघेल के किसी एक नाटक का नाम बताइये उत्तर- करम छंड़हा छ.ग. लोकसेवा आयोग मुख्य परीक्षा-2018) निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए – प्र 1. छत्तीसगढ़ की प्रथम महिला उपन्यासकार का नाम बतलाइए। उत्तर- सरला शर्मा प्र 2.छत्तीसगढ़ी लघुकथा संग्रह ‘करगा’ की लेखिका कौन हैं? उत्तर – शकुन्तला शर्मा प्र 3.महाकवि कालिदास की प्रसिद्ध कृति ‘मेघदूत’ का छत्तीसगढ़ी काव्यानुवाद किसने किया? उत्तर – मुकुटधर पाण्डेय प्र 4’शिवायन’ काव्य के रचनाकार कौन हैं? उत्तर – नरसिंह दास वैष्णव प्र 5. किन्हीं दो छत्तीसगढ़ी-व्याकरणकारों के नाम बतलाइए। उत्तर- (1) हीरालाल काव्योपाध्याय (2) पं. कामता प्रसाद गुरू प्र6. ‘छत्तीसगढ़ी लोकोक्तियों का भाषावैज्ञानिक अध्ययन’ के लेखक का नाम बताइए। उत्तर- डॉ. मन्नू लाल यदु प्र 7. ‘बिन भाँड़ी के अँगना’ छत्तीसगढ़ी कविता-संग्रह के रचयिता का नाम बताइए। उत्तर- प्रभंजन शास्त्री प्र 8. ‘सुरता के चंदन’ छत्तीसगढ़ी गीत-संग्रह के रचयिता का नाम बताइए। उत्तर- हरि ठाकुर प्र 9.आठवीं अनुसूची में छत्तीसगढ़ी को सम्मिलित कराने से क्या-क्या लाभ होंगे? (अंक-02) उत्तर- छत्तीसगढ़ की मातृभाषा छत्तीसगढ़ी को आठवीं अनुसूची में सम्मिलित कराने से निम्न लाभ होंगे (1) सर्वप्रथम छत्तीसगढ़ तक ही सीमित भाषा को राष्ट्रीय स्तर पर पहचान एवं दर्जा प्राप्त होगी। (2) आठवीं अनुसूची में शामिल भाषाओं के साहित्यकारों को मिलने वाली साहित्य अकादमी पुरस्कार हेतु छत्तीसगढ़ी साहित्यकार भी प्राप्त हो सकेंगे। (3) राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित होने वाली परीक्षा में छत्तीसगढ़ी को एक विषय के रूप में मान्यता प्राप्त होगी। करमछड़हा नाटक के नाटककार कौन है?'करमछड़हा' नाटक छत्तीसगढ़ के प्रमुख साहित्य लेखक 'डॉ. खूबचंद बघेल' द्वारा लिखित एक सामाजिक नाटक है।
परेमा किसकी रचना है?प्रेमा (हिंदी) अथवा हमख़ुर्मा व हमसवाब (उर्दू) प्रेमचंद का पहला उपन्यास है। यह १९०७ ई। में मूलतः उर्दू में प्रकाशित हुआ था। इस उपन्यास में १२ अध्याय हैं।
|