इनवर्टर की बैटरी कैसे खराब होती है? - inavartar kee baitaree kaise kharaab hotee hai?

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नई दिल्ली। Tips For Home Inverter: आज के समय में हर कोई इनवरर्टर का इस्तेमाल करता ही हैं। इनवर्टर खासतौर से गर्मी के मौसम में काम आता है। क्योंकि सर्दी में बिना लाइट के फिर भी चल जाता है लेकिन गर्मी में बिना पंखे या कूलर के गर्मी में रहना बेहद मुश्किल हो जाता है। गर्मी का मौसम शुरू भी हो चुका है और आजकल कई क्षेत्रों में लाइट जाने की समस्या ज्यादा बढ़ गई है। ऐसे में अगर इनवर्टर न हो तो लोग लाइट, पंखे, फ्रिज नहीं चला पाएंगे। साथ ही वर्क फ्रॉम होम में भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।

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अगर आपके यहां पहले से ही इनवर्टर है तो आपको कुछ बातों का ख्याल रखने की बेहद जरूरत है। बता दें कि कई बार लाइट ज्यादा देर तक चले जाने से इनवर्टर पर ज्यादा लोड पड़ जाता है और उसकी लाइफ कम होने लगती है। ऐसे में इनवर्टर की सही देखभाल करना बेहद जरूरी है। कई बार लोग इनवर्टर पर तब ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं जब उनके यहां लाइट हमेशा ही उपलब्ध होती है। जब तक यह काम कर रहा होता है तब तक लोग इसके रखरखाव पर ज्यादा ध्यान नहीं देते हैं। ऐसी स्थिति में इनवर्टर खराब हो सकता है। इसी के चलते हम आपको आज के इस लेख में यह बता रहे हैं कि आप इनवर्टर की देखभाल कैसे कर सकते हैं।

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इनवर्टर पर कितना पड़ रहा है लोड, इस बात का रखें ख्याल:

1. इनवर्टर में सबसे अहम लोड ही है। कभी-भी इनवर्टर पर ज्यादा लोड नहीं देना चाहिए। यह इनवर्टर के लिए नुकसानदेह साबित होता है। इसे ऐसे समझते हैं कि अगर आपका इनवर्टर 500 वोल्ट एंपियर का है तो आपको 380 वाट से ज्यादा का लोड इनवर्टर पर नहीं देना चाहिए। वैसे तो ज्यादा इनवर्टर्स में एक ट्रिपर मौजूद होता है जो ओवरलोड से संबंधित होता है। हालांकि, कई बार यह खराब हो जाता है और हमें इनवर्टर पर पड़ रहे लोड का पता नहीं चल पाता है। ऐसे में इनवर्टर जलने की संभावना रहती है।

2. ऐसे में जब भी आप अपने घर में इनवर्टर लगाएं तो आपको तभी कुछ चीजें सुनिश्चित कर लेनी चाहिए। इस दौरान कितने पंखे चलने हैं और कितना लाइट जलनी है इसका कनेक्शन पहले ही कर लें।

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3. इनवर्टर को ऐसी जगह रखें जहां पर उसे पर्याप्त हवा मिल सके। इसे दिवार से लगाकर बिल्कुल न रखें। इस पर कोई कपड़ा भी न लपेटें। इससे इनवर्टर के जलने की संभावना रहती है।

4. इनवर्टर की बैटरी का महत्व भी अत्याधिक होता है। इसकी देखभाल बेहद जरूरी है। इनवर्टर की बैटरी का पानी एक से दो महीने के भीतर चेक करते रहना चाहिए। अगर लेवल कम हो जाए तो उसे चेंज करना चाहिए। यह आप खुद भी कर सकते हैं या फिर एक्सपर्ट टेक्नीशियन से करा सकते हैं। इसमें डिस्टिल्ड वाटर ही डाला जाता है।

5. अगर आपके इनवर्टर की बैटरी ज्यादा पुरानी हो जाए तो उसे बदलने में ही समझदारी है। ऐसा इसलिए क्योंकि पुराना बैटरी ज्यादा लोड नहीं ले पाती है।

6. सबसे अहम बात जिसका ध्यान आपको रखना है वो यह कि कभी-भी इनवर्टर को गीले कपड़े से साफ न करें। इससे इनवर्टर जल सकता है या फिर खराब हो सकता है। साफ करना भी है तो सूखे कपड़े से साफ कर लें।

इनवर्टर बैटरियों (Inverter Battery) का नियमित रूप से उपयोग नहीं करते हैं, तो फिर इसकी लाइफ कम हो जाती है।

By: Amit Nidhi - Updated Date: October 30, 2022 11:43 AM IST

इनवर्टर की बैटरी कैसे खराब होती है? - inavartar kee baitaree kaise kharaab hotee hai?
इनवर्टर की बैटरी कैसे खराब होती है? - inavartar kee baitaree kaise kharaab hotee hai?

Inverter Battery: आजकल घरों में इलेक्ट्रॉनिक सामान काफी बढ़ गए हैं, लेकिन बिजली न हो, तो ये फिर किसी काम के नहीं। बिजली की कटौती से बचने के लिए लोगों अपने घरों में इनवर्टर (Inverter) का उपयोग करते हैं। इनवर्टर की परफॉर्मेंस के लिए बैटरी की देखभाल भी बहुत जरूरी है। अगर आप नियमित तौर पर बैटरी की देखभाल नहीं करते हैं, तो फिर आपको बेहतर रिजल्ट भी नहीं मिल पाएगा। आइए आज आपको बताते हैं कि कैसे आप इनवर्टर बैटरी की देखभाल कर सकते हैं और बैटरी की लाइफ को बढ़ाने के क्या तरीके हैं…

अगर आप भी चाहते हैं कि इन्वर्टर की बैटरी सालों-साल चले, तो उसकी हेल्थ चेक करने के लिए अपनाएं ये टिप्स।

तपती दोपहर या गर्मी के मौसम में आधी रात को अचानक से बिजली गुल हो जाए तो मानों कोई बहुत बड़ी विपदा आन पड़ी हो। शायद ऐसी मुसीबत से हर कोई बचना चाहेगा। गर्मी के मौसम में जगह-जगह पॉवर कट यानि बिजली का गुल होना आम बात है। कुछ जगह तो पूरे दिन ही बिजली का आता-पत्ता नहीं रहता है। ऐसे में भीषण गर्मी से बचने के लिए एकमात्र उपाय है इन्वर्टर का उपयोग करना।

लेकिन अचानक से इन्वर्टर की बैटरी भी ख़राब हो जाए तो फिर भीषण गर्मी में जान निकल जाती है। ऐसे में समय-समय पर इन्वर्टर बैटरी की हेल्थ चेक करते रहना बहुत ज़रूरी हो जाता है। अगर आप भी घर में इन्वर्टर का इस्तेमाल करती हैं तो इस लेख को ज़रूरत पढ़ना चाहिए। क्योंकि इस लेख में हम आपको कुछ बेहतरीन टिप्स बताने जा रहे हैं जिन्हें फॉलो करके आप इन्वर्टर बैटरी की हेल्थ को आसानी से चेक कर सकती हैं। आइए जानते हैं।

एसिड लेवल करें चेक

how to check inverter battery health inside

इन्वर्टर बैटरी की हेल्थ चेक करने के लिए सबसे ज़रूरी काम है एसिड लेवल को चेक करते रहना। गर्मियों के मौसम में इन्वर्टर का कुछ अधिक ही इस्तेमाल होता है। ऐसे में एसिड की खपत भी अधिक होती है। जब बैटरी में एसिड सामान्य स्तर से कम होता है तो बैटरी बहुत जल्दी ख़राब हो सकती है। इसलिए समय-समय पर बैटरी में डिस्टिल्ड वाटर को डालते रहना चाहिए, जिससे बैटरी की लॉन्ग लाइफ बरक़रार रहे। महीने में कम से कम एक से दो बार एसिड लेवल ज़रूर चेक करें।

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जब चार्ज हो तभी इस्तेमाल करें

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इन्वर्टर बैटरी ख़राब होने का कारण फूल चार्ज न होना भी है। कई बार बैटरी अधिक चार्ज नहीं होती है फिर भी लोग एक साथ फंखा, लाइट आदि चीज इन्वर्टर से ही चलाने लगते हैं। ऐसे में बैटरी जल्दी ही ख़राब हो जाती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इन्वर्टर बैटरी फूल चार्ज होने में लगभग 10-15 घंटा लगता है। जब बैटरी फूल चार्ज हो जाए तब ही इन्वर्टर का इस्तेमाल करें। (सोलर इन्वर्टर की देखभाल)

बैटरी पर अधिक लोड न दें

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अगर आपको इन्वर्टर बैटरी की हेल्थ को ख़राब होने से बचाना है तो फिर आपको अधिक लोड देने से भी बचना होगा। गर्मियों के मौसम में लगभग सभी रूम में पंखे के साथ-साथ लाइट्स जलाने से इन्वर्टर पर अधिक लोड पड़ता है, जिसके कारण जल्दी ही ख़राब होने का चांस रहता है। कई लोग इन्वर्टर से किचन मिक्सर भी चलाने लगते हैं। ऐसे में अगर आपको इन्वर्टर बैटरी की हेल्थ को सही रखना है तो ऑवर इस्तेमाल न करें।

टर्मिनल की सफाई करें

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि बैटरी में जिस जगह से बिजली की तार को जोड़ा जाता है उसे बैटरी टर्मिनल कहते हैं। कई बार टर्मिनल और उसके आसपास जंग लग जाती है जिसकी वजह से बैटरी ख़राब भी हो सकती है या फिर करंट का प्रवाह भी कम हो सकता है। ऐसे में बैटरी जल्दी खराब नहीं हो इसके लिए नियमित समय पर बैटरी टर्मिनल की सफाई करते रहे। ध्यान रहे, टर्मिनल सफाई करते समय स्विच ऑफ होना चाहिए।

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इन बातों का भी रखें ध्यान

  • किसी भी मौसम में इन्वर्टर बैटरी को नमी वाली जगह न रखें। इससे बैटरी पर असर पड़ता है।
  • बैटरी को दीवार से सटाकर न रखें। जमीन पर ईट या लकड़ी रखने के बाद ही उपर से बैटरी को रखें।
  • बैटरी की सफाई को लेकर आपको डर लगता है, तो फिर इन्वर्टर एक्सपर्ट को बुलाकर उसी से सफाई करवाएं।
  • कम खपत वाली लाइट्स का इस्तेमाल करें।

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Image Credit:(@hz)

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इन्वर्टर की बैटरी कैसे खराब होती है?

अगर फुल चार्ज होने से पहले ही इन्वर्टर की बैटरी का इस्तेमाल करते हैं तो बैटरी जल्दी ख़राब हो सकती है। कई बार फुल चार्ज नहीं होने पर वोल्टेज का प्रभाव भी कम रहता है। कई बार लाइट्स भी अप एंड डाउन होने लगती हैं। ऐसे में एक बार बैटरी बैठने के बाद जब तक फुल चार्ज नहीं हो जाए तब तक इन्वर्टर का इस्तेमाल न करें।

बैटरी खराब होने के क्या लक्षण है?

मोबाइल की बैटरी के खराब होने के लक्षण.
फोन का चालू न होना ... .
फोन का अचानक से बंद हो जाना ... .
फोन का प्लग इन होने पर ही काम करना ... .
मोबाइल का अपने आप रीस्टार्ट होना ... .
प्लग इन होने पर मोबाइल फोन का चार्ज न होना ... .
बैटरी का फुला होना ... .
मोबाइल का अत्यधिक गर्म होना ... .
मोबाइल की चार्जर प्रतिशत का कम-ज्यादा होना.

बैटरी कैसे खराब होता है?

अशुद्धियों से घुले हुए नल या अन्य स्त्रोत के पानी का इस्तेमाल आपकी बैटरी के लाइफ के लिए बुरा हो सकता है और इससे बैटरी के इलेक्ट्रोलाइट भी खराब हो सकते हैं.

बैटरी खराब होने पर क्या करें?

पूरी तरह से चार्ज और डिस्चार्ज करना : बैटरी को बिल्कुल फुल चार्ज करना फिर बिल्कुल ही खाली करना इससे बैटरी पर सर बहुत अधिक पड़ता है और ऐसा करने से बैटरी जल्दी से खराब होने लगती हैं । ऐसा करने से बैटरी की जिन्दगी बहुत कम हो जाती है । लेकिन इससे हो सकता है की बैटरी एक महिना ही चले ।