न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़ Published by: ajay kumar Updated Fri, 08 Jul 2022 11:41 PM IST सार
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल। - फोटो : @mlkhattar विस्तारहरियाणा के पांच जिले और दो जिलों की तीन तहसीलें एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) से बाहर होंगी। प्रदेश सरकार ने एनसीआर का दायरा घटाने के लिए नया प्रस्ताव बनाकर भेजा है। संशोधित प्रस्ताव पर एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की मंजूरी मिलते ही हरियाणा में एनसीआर का दायरा 1148 वर्ग किलोमीटर और कम हो जाएगा। मुख्य समन्वयक योजनाकार एनसीआर की ओर से बीती 24 मई को भेजे ताजा प्रस्ताव में करनाल, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, जींद और भिवानी के अलावा रोहतक जिले की महम, पानीपत जिले की मतलौडा व पानीपत तहसील क्षेत्र को एनसीआर से बाहर रखने का निवेदन किया है। जल्दी हरियाणा के प्रस्ताव को केंद्र सरकार से अंतिम स्वीकृति मिल सकती है, चूंकि पिछली बैठक में एनसीआर का दायरा दिल्ली के राजघाट से सौ किलोमीटर तक करने पर सहमति बनी थी। प्रस्ताव अनुसार हरियाणा के एनसीआर में आने वाले नौ जिलों का क्षेत्रफल 12280.68 वर्ग किलोमीटर होगा। फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर, नूंह, पलवल, रेवाड़ी और सोनीपत जिले का सौ फीसदी क्षेत्र एनसीआर में रहेगा। पानीपत का 52.92 और रोहतक का 68.46 प्रतिशत हिस्सा ही आने वाले दिनों में एनसीआर में होगा। फॉलो करें और पाएं ताजा अपडेट्सलेटेस्ट अपडेट्स के लिए फॉलो करें रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और
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Edited by | टाइम्स न्यूज नेटवर्क | Updated: Jul 5, 2022, 1:19 PM राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी एनसीआर का एरिया अब पहले की तुलना में कम होने जा रहा है। हरियाणा सरकार ने एनसीआर से प्रदेश के पांच जिलों को बाहर करने का फैसला किया है। खट्टर सरकार की तरफ से इस आशय का प्रस्ताव एनसीआर प्लानिंग बोर्ड के समक्ष रखा गया है।
हाइलाइट्स
पिछली सरकारों के विपरीत है कदम हालांकि, पिछली सरकार के विपरीत इस सरकार में यह कदम उठाया गया है। पिछली सरकार में एनसीआर में जिलों को शामिल कराने पर जोर होता था। आंकड़े दर्शाते हैं कि रिजनल प्लान 2021 में एनसीआर में हरियाणा का एरिया 13,413 वर्ग किलोमीटर था। पांच जिले शामिल करने की वजह से यह क्षेत्र बढ़कर 25,327 वर्ग किलोमीटर हो गया था। इस दौरान महेंद्रगढ़, भिवानी, चरखी-दादरी, करनाल और जींद को शामिल किया गया था। इसी तरह, यूपी के मुजफ्फरनगर और शामली के साथ ही राजस्थान के भरतपुर को भी एनसीआर में शामिल किया गया था। Delhi-NCR का घटेगा दायरा, ड्राफ्ट रीजनल प्लान 2041 को सरकार की मंजूरी Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें रेकमेंडेड खबरें
देश-दुनिया की बड़ी खबरें मिस हो जाती हैं?धन्यवादहरियाणा के कितने जिले एनसीआर क्षेत्र में आते हैं?एनसीआर में अब कितने जिले, कितनी आबादी? हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान के कुल 22 जिलों को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल किया जा चुका है। झज्जर, पलवल, सोनीपत, गुड़गांव, पानीपत, रोहतक, मेवात, रेवाड़ी, भिवानी, महेंद्रगढ़, फरीदाबाद, करनाल और जींद।
एनसीआर में कौन कौन सी जगह आती है?एनसीआर के तहत आने वाले क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के मेरठ, गाजियाबाद, गौतम बुद्ध नगर (नोएडा), ग्रेटर नोएडा, बुलंदशहर, बागपत, हापुड़ और मुजफ्फरनगर; और हरियाणा के फरीदाबाद, गुड़गांव, मेवात, रोहतक, सोनीपत, रेवाड़ी, झज्जर, पानीपत, पलवल, महेंद्रगढ़, भिवानी,जींद और करनाल जैसे जिले शामिल हैं।
एनसीआर का मतलब क्या होता है?नई दिल्ली: भारत में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र यानी नेशनल कैपिटल रीजन (NCR) न सिर्फ देश का सबसे बड़ा कैपिटल रीजन है, बल्कि इसे दुनिया के बड़े कैपिटल रीजन में गिने जाने का गर्व है. एनसीआर में 4 करोड़ 70 से ज्यादा आबादी रहती है. एनसीआर में दिल्ली से सटे सूबे उत्तर प्रदेश, हरियाणा और राजस्थान के कई शहर शामिल हैं.
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