घर में शिवलिंग की स्थापना कैसे करें? - ghar mein shivaling kee sthaapana kaise karen?

सावन के महीने में शिवलिंग की स्थापना करें तो इन बातों का ध्यान रखें। शिवलिंग जहां भी स्थापित हो पूर्व दिशा की ओर मुख करके ही बैठें। शिवलिंग के दक्षिण दिशा में बैठकर कभी पूजन न करें।

शिवलिंग पर नियमित अभिषेक करें और मनवांछित फल पाने के लिए शिवजी का विविध धाराओं से अभिषेक करें।

जाप पूर्व या उत्तर दिशा की ओर मुख करके करना चाहिए। जप के पूर्व शिवजी को बिल्वपत्र अर्पित करना चाहिए।

भगवान शंकर की पूजा के समय शुद्ध आसन पर बैठकर पहले आचमन करें। यज्ञोपवित धारण कर शरीर शुद्ध करें। तत्पश्चात आसन की शुद्धि करें। पूजन-सामग्री को यथास्थान रखकर रक्षादीप प्रज्ज्वलित कर लें। स्वस्ति-पाठ करें।

स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवा:, स्वस्ति ना पूषा विश्ववेदा:, स्वस्ति न स्तारक्ष्यो अरिष्टनेमि स्वस्ति नो बृहस्पति र्दधातु।

- इसके बाद पूजन का संकल्प कर भगवान गणेश एवं गौरी-माता पार्वती का स्मरण कर पूजन करना चाहिए।

यदि आप रूद्राभिषेक, लघुरूद्र, महारूद्र आदि विशेष अनुष्ठान कर रहे हैं, तब नवग्रह, कलश, षोडश-मात्रका का भी पूजन करना चाहिए।

संकल्प करते हुए भगवान गणेश व माता पार्वती का पूजन करें फिर नन्दीश्वर, वीरभद्र, कार्तिकेय (स्त्रियां कार्तिकेय का पूजन नहीं करें) एवं सर्प का संक्षिप्त पूजन करना चाहिए।

- इसके पश्चात हाथ में बिल्वपत्र एवं अक्षत लेकर भगवान शिव का ध्यान करें।

भगवान शिव का ध्यान करने के बाद आसन, आचमन, स्नान, दही-स्नान, घी-स्नान, शहद-स्नान व शक्कर-स्नान कराएं।

- इसके बाद भगवान का एक साथ पंचामृत स्नान कराएं। फिर सुगंध-स्नान कराएं फिर शुद्ध स्नान कराएं।

अब भगवान शिव को वस्त्र चढ़ाएं। वस्त्र के बाद जनेऊ चढाएं। फिर सुगंध, इत्र, अक्षत, पुष्पमाला, बिल्वपत्र चढाएं।

अब भगवान शिव को विविध प्रकार के फल चढ़ाएं। इसके पश्चात धूप-दीप जलाएं।

हाथ धोकर भोलेनाथ को नैवेद्य लगाएं।

नैवेद्य के बाद फल, पान-नारियल, दक्षिणा चढ़ाकर आरती करें। (जय शिव ओंकारा वाली शिव-आरती)

- इसके बाद क्षमा-याचना करें।

क्षमा मंत्र : आह्वानं ना जानामि, ना जानामि तवार्चनम, पूजाश्चैव न जानामि क्षम्यतां परमेश्वर:।

इस प्रकार संक्षिप्त पूजन करने से ही भगवान शिव प्रसन्न होकर सारे मनोरथ पूर्ण करेंगे। घर में पूरी श्रद्धा के साथ साधारण पूजन भी किया जाए तो भगवान शिव प्रसन्न हो जाते हैं।

Ghar Men Shivling : शिव भक्तों को घर पर शिव आराधना करने से पहले कुछ नियमों का पालन करना जरूरी है. शिवभक्त अक्सर अपने घर के मंदिर में भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित करते हैं. शिवलिंग के रूप में उन्हें पूरी आस्था के साथ पूजते हैं, लेकिन ऐसा करते हुए कुछ नियमों का पालन करना जरूरी होता है. साथ ही कुछ बातों को जानना और समझना भी जरूरी होता है. शिवलिंग से जुड़ी ऐसी कई मान्यताएं हैं, जिनके लिए माना जाता है कि वो पूरी नहीं हुईं तो मुश्किलों का सामना भी करना पड़ सकता है. इसलिए अपने पूजा घर में शिवलिंग रखते समय कुछ जरूरी बातें जान लें, ताकि आप भी कोई भूल करने से बच सकें.

घर में शिवलिंग की स्थापना कैसे करें? - ghar mein shivaling kee sthaapana kaise karen?

रोज करें पूजन

पूजा घर में भगवान की मूर्त रखने के साथ ही प्राण प्रतिष्ठा की जाती है, लेकिन मान्यता है कि शिवलिंग के साथ ऐसा नहीं करते. माना जाता है कि घर पर हमेशा बिना प्राण प्रतिष्ठा किए ही शिवलिंग स्थापित करें. उनकी पूरी विधि विधान से पूजा भी करें. अगर ऐसा न कर सकें तो पूजा घर में शिवलिंग न रखना ही बेहतर है.

घर में शिवलिंग की स्थापना कैसे करें? - ghar mein shivaling kee sthaapana kaise karen?

ऐसा हो शिवलिंग

  • नर्मदा नदी में बहने वाले पत्थर अक्सर शिवलिंग का आकार ले लेते हैं. मान्यता है कि इन पत्थरों की पूजा घर में स्थापना शुभ फल देने वाला होता है.
  • अगर किसी धातु का बना शिवलिंग रखें तो उसी धातु का नाग भी उनके साथ हो ये जरूर ध्यान रखें. माना जाता है कि अगर आपने सोने, चांदी या तांबे का शिवलिंग रखा है तो उन पर लिपटा हुआ नाग भी इसी धातु का होना चाहिए.
  • मान्यता है कि ज्यादा बड़ा शिवलिंग भी पूजा घर में नहीं रखा जाना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि घर में रखा शिवलिंग आपके अंगूठे से भी छोटा होना चाहिए. अगर बड़े शिवलिंग का पूजन करना है तो उसे मंदिर में रखा जाना चाहिए.

शिवलिंग की ऊर्जा

  • वास्तुशास्त्र के अनुसार माना जाता है कि शिवलिंग में लगातार ऊर्जा का संचार होता है, इसलिए शिवलिंग को हमेशा खुले में रखना चाहिए. साथ ही ऐसे इंतजाम करने चाहिए कि पूरे समय शिवलिंग पर जलधारा गिरती रही.
  • माना जाता है कि इसी वजह से शिवपुराण में भी घर पर एक से ज्यादा शिवलिंग न रखने के लिए कहा गया है.

याद से करें ये काम

  • शिवलिंग को पूजा घर में रखें तो उनके परिवार का साथ भी जरूरी माना जाता है, इसलिए मंदिर में शिव परिवार की एक फोटो जरूर रखें.
  • भगवान शिव का पूजन करते समय उन्हें केतकी के फूल, तुलसी, सिंदूर या हल्दी अर्पित न करें.
  • घर में शिवलिंग की स्थापना कैसे करें? - ghar mein shivaling kee sthaapana kaise karen?

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. एनडीटीवी इसकी पुष्टि नहीं करता है.)

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नई शिवलिंग की स्थापना कैसे करें?

क्या है शिवलिंग की स्थापना के नियम शास्त्रों के अनुसार, शिवलिंग घर में अलग और मंदिर में अलग तरह से स्थापित करना चाहिए. शिवलिंग की वेदी का मुख उत्तर दिशा की तरफ ही होना चाहिए. घर में स्थापित शिवलिंग बहुत ज्यादा बड़ा ना हो. ये ज्यादा से ज्यादा 6 इंच का होना चाहिए.

घर में कौन सी शिवलिंग रखनी चाहिए?

तिलक के रूप में कभी भी हल्दी या सिंदूर न लगाएं। साथ ही घर में स्थापित शिवलिंग छोटा होना चाहिए और उसका आकार अंगूठे के आकार से अधिक नहीं होना चाहिए। एक बड़ा शिवलिंग केवल मंदिरों के लिए ही माना जाना चाहिए

घर में शिवलिंग की स्थापना कब और कैसे करें?

अगर आप घर में शिवलिंग स्थापित करने जा रहे हैं तो आप शिवलिंग की स्थापना इस प्रकार से करें कि पूजा करते समय आपका मुख दक्षिण दिशा में रखें। इसे ऐसी जगह पर स्थापित न करें जहां पर अंधेरा रहता हो, इसे खुली जगह पर स्थापित करने से लाभ होता है।

घर में शिवलिंग का मुंह किधर होना चाहिए?

शिवलिंग घर में हो या मंदिर में इनकी वेदी का मुख हमेशा उत्तर दिशा की तरफ ही होना चाहिए. शिवलिंग में शिव और शक्ति दोनों विधमान है इसलिए जहां शिवलिंग होता है वहां में ऊर्जा का प्रभाव बहुत अधिक रहता है. कुछ लोग शाम के वक्त भी शिवलिंग की पूजा करते है. ऐसे में अपना मुख पश्चिम दिशा की ओर रखें.