गिलास का टूटना कौन सा परिवर्तन होता है? - gilaas ka tootana kaun sa parivartan hota hai?

गिलास का टूटना कौन सा परिवर्तन है?

January 24, 2020

(A) भौतिक परिवर्तन
(B) रसायनिक परिवर्तन
(C) शारीरिक परिवर्तन
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer : भौतिक परिवर्तन

Explanation : गिलास का टूटना भौतिक परिवर्तन है। क्यूंकि गिलाब को पिछलाकर उसे जोड़ा जा सकता है। वह परिवर्तन जिनमें कोई नया पदार्थ नहीं बनता है, भौतिक परिवर्तन (Physical Changes) कहलाते हैं। इनमें पदार्थ का रासायनिक संघटन व आण्विक संरचना परिवर्तित नहीं होते हैं। ये परिवर्तन अस्थायी होते हैं। प्रक्रिया का कारण हट जाने पर प्रक्रिया उत्क्रमित हो जाती है। पदार्थों की भौतिक अवस्था, दशा, आकृति, आकार, आयतन आदि के परिवर्तन भौतिक परिवर्तन हैं। पदार्थों का गलना, क्रिस्टलित होना, वाष्पन, द्रवण या जमना आदि परिवर्तन भौतिक परिवर्तन हैं।....अगला सवाल पढ़े

Tags : रसायन विज्ञान प्रश्नोत्तरी सामान्य विज्ञान प्रश्नोत्तरी

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गिलास का टूटना एक अनुत्क्रमणीय होती परिवर्तन है ठीक है तो सबसे पहले अन उत्क्रमणीय परिवर्तन का मतलब क्या है ठीक है अब उत्क्रमणीय परिवर्तन यानी क्या परिवर्तन ही परिवर्तन ठीक वैसे ही परिवर्तन जिसके पश्चात पदार्थ को पुराने रूप में नहीं लाया जा सकता है ठीक है मैं से परिवर्तन जिसके पश्चात पदार्थ को पुराने रूप में नहीं लाया जा सकता जैसे जैसे कोयले का जलना पेपर का जलना एक बार जल गया तो फिर से पेपर में नहीं कर पाएंगे किसी प्राणी का उम्र भर ना उम्र बढ़ गया फिर से हम उसको जवान नहीं कर पाएंगे अब भौतिक परिवर्तन क्या है भौतिक परिवर्तन है भौतिक गुणों में परिवर्तित परिवर्तन होना भौतिक गुणों में परिवर्तन होना भौतिक परिवर्तन होगा ठीक है भौतिक परिवर्तन जो होता है हमारा जो भौतिक परिवर्तन होता है वह कैसा होता है मतलब जैसे मान लो किसी की स्थिति में परिवर्तन होने पर मैं बदल गया पानी में बदल गया फिर पानी को फैशन कैसे बदलवा सकते हैं फिर से हम उसको क्या कर सकते हैं फिर से मुझको पानी को बस में बदल सकते हैं ठीक है तो बहुत ही पर

लेकिन वह अनुत्क्रमणीय नहीं है भौतिक परिवर्तन स्थिति में परिवर्तन होना यदि परिवर्तन के बाद किसी पदार्थ पर केवल भौतिक गुणों में परिवर्तन हो उसकी स्थिति में परिवर्तन होने की स्थिति में परिवर्तन स्थिति में परिवर्तन से की स्थिति में परिवर्तन हो और रंग में परिवर्तन हो जाएगा में परिवर्तन की भौतिकी परिवर्तन हो जाएगा टूटना टूट गया टुकड़ों में हो गया वह तो बहुत ही परिवर्तन तो याद कर ली है कि नहीं पाएंगे इसलिए हमारा क्या दिया गया है गिलास का टूटना कानितकर मणि परिवर्तन है यह हमारा अंतरी बहुत ही हमारा सही लिखा है थैंक यू

हेलो फ्रेंड्स आप में प्रस्तुत किया है कि कांच के गिलास का टूटना कौन सा परिवर्तन है यहां पर दिया हुआ है ब्रैकेट में कमी नहीं है तो है कांच के गिलास का टूटना कौन सा जो कि परिवर्तन है तो हम बात करें परिवर्तन की तो परिवर्तन किसे कहते हैं या पदार्थों के रूप में रंग है या आकार अवस्था तापमान संरचना की स्थिति में होने वाले बदलाव को क्या कहते हैं परिवर्तन आने की कोई बदलाव है वह क्या होगा परिवर्तन आता है कि कांच का गिलास का टूटना तो देखे यहां पर सबसे पहले समझेगी वांछनीय और जो परिवर्तन चाहते हैं वह क्या होते हैं वांछनीय है और जो हम नहीं चाहते हैं वे क्या है आवाज नहीं है कभी-कभी हम बात करें वातावरण के अनुसार कोई परिवर्तन क्या है माननीय

माननीय हो सकता है उदाहरण के लिए बात करें जैसे वर्षा वर्षा का होना क्या है वांछनीय है क्यों मंथली है यानी कि क्यों हम चाहते हैं वर्षा हो क्योंकि आप सबों के लिए आवश्यक है परंतु आती वर्तनी की बहुत ज्यादा वर्षा होना क्या होगा अब नहीं होगा क्योंकि इससे बाहर आएगी जगह-जगह पानी भरेगा तो यह क्या होगा यह हम नहीं चाहेंगे तो यह हमारा आवाज नहीं होगा जो की अति वर्षा वहीं अगर हम बात करें यहां पर जो कि दिया है कि कांच के गिलास का टूटना तो कौन चाहेगा हमारा कांच का गिलास टूटे कोई नहीं चाहेगा यानी कि हम नहीं चाहते कि हमारा हो तो यहां पर कांच का गिलास का टूटना अवांछनीय परिवर्तन है यहां से गर्म देखें कि कांच का गिलास जो है क्या होगा वांछनीय परिवर्तन जो कि यहां पर होगा यहां से घर देखने की कांच के गिलास का टूटना क्या परिवर्तन है यानी कि जो हम चाहते हैं वह होता है तो कांच का गिलास को

हमारा जो कि यहां से इसका उत्तर हो जाएगा जो कि मैं पूछा हुआ था कि कौन सा परिवर्तन है जो कि परिवर्तन

जानिए कांच का टूटना शुभ है या अशुभ?

डिजिटल डेस्क ।  भारत में हर चीज होने या ना होने का एक कारण समझा जाता है। जैसे अगर कुछ गलत होता है तो क्यों हुआ, क्या भगवान को नाराज किया या किसी गलत शक्ति को न्योता दिया। इस तरह की अंधविश्वास से भरी बातें दिमाग में आने लगती है। छींक आना, बिल्ली का रास्ता काटना, कुत्ते का रोना और दूध का उबल कर गिरना इन सभी को अपशकुन घटनाओं से जोड़ा जाता है। ठीक ऐसी ही एक धरणा कांच को लेकर भी है। कांच टूटने को लेकर लोगों का मानना है कि अगर किसी शुभ अवसर पर कांच, आइना या कांच की कोई वस्तु टूट जाए तो कुछ अपशकुन होने वाला है। वहीं कुछ का मानना है कि कांच टूटना शुभ होता है ये किसी अच्छी घटना होने का संकेत है। दो तरह की धारणा को लेकर आज हम आपको बताएंगे की आखिर कांच का टूटना शुभ है या अशुभ।

1/3कांच का टूटना होता है अच्छा

साइंस के मुताबिक कांच का टूटना अपशकुन नहीं होता क्योंकि कांच भी एक वस्तु है जिसका यूज करने पर उसे एक न एक दिन टूटना ही है । ठीक वैसे ही वास्तु शास्त्र के अनुसार कांच का टूटना अच्छा समझा जाता है क्योंकि वास्तु शास्त्र के अनुसार कांच तभी टूटता है जब आप पर कोई परेशानी आनी होती है। यानी कांच आप पर आने वाली बला को खुद पर ले लेता है और टूट जाता है। आपको बता दें कि वास्तु शास्त्र के अनुसार यदि कांच टूट जाए तो उसे जितना जल्दी हो सके बाहर फेंक देना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से कांच के साथ-साथ आप पर आने वाली बला भी कांच के साथ ही घर से बाहर चली जाएगी।

2/3घर में क्यों ना रखे टुटा कांच?

कई बार कांच के टूट जाने के बाद भी लोग उसे इस्तेमाल करते रहते हैं या घर के किसी कौने में यूं ही पटक देते हैं, लेकिन हम आपको बता दे कि घर में टूटा हुआ कांच रखना शुभ नहीं माना जाता। जैसा कि हमने आपको बताया टूटा कांच घर में आने वाली विपदा को अपने ऊपर ले लेता हैं। ऐसे में घर में टुटा कांच रखने से विपदा घरके अन्दर ही रहती हैं। इसलिए टूटे कांच को जितना जल्दी हो सके घर के बाहर कूड़ेदान में डाल दें।

3/3इस तरह के कांच घर में लाते हैं नकारात्मकता

वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में गोल या फिर अंडाकार आकर के शीशे को नहीं रखना चाहिए। ऐसा आईना घर की सकारात्मक उर्जा को नष्ट कर नकारात्मक माहोल बनाता हैं। इसलिए जहाँ तक हो सके बाजार से स्केयर (चौखट) आकार का कांच ही लाए।

इसके अलावा इस बात का ध्यान भी रखे कि आईने की फ्रेम का रंग तीखा या भड़कीला नहीं होना चाहिए। हो सके तो नीला, सफ़ेद, क्रीम इत्यादि रंग की फ्रेम वाले कांच घर में लगाए।

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व्हे प्रोटीन को डाइट में शामिल करने के फायदे

डिजिटल डेस्क, भोपाल। आजकल लोगों में फिटनेस का क्रेज़ बढ़ता जा रहा है। लोग इसके लिए अब व्हे प्रोटीन का इस्तेमाल करने लगे हैं। व्हे प्रोटीन एक सप्लीमेंट है जिसके इस्तेमाल से शरीर को ताकत मिलती है। ये दूध में पाया जाता है। इसे मट्ठा भी कहते हैं। व्हे प्रोटीन को संपूर्ण प्रोटीन माना जाता है। अगर आप अपनी मसल्स या शरीर को अच्छा और सेहतमंद बनाना चाहते हैं, तो आप बग़ैर किसी झिझक के व्हे प्रोटीन का इस्तेमाल कर सकते हैं। व्हे प्रोटीन के बहुत फायदे हैं जो इसे खास सप्लीमेंट बनाते हैं। वजन घटाने तथा बढ़ाने दोनों ही अवस्थाओं में सही मात्रा में प्रोटीन डाइट की आवश्यकता होती है। ऐसे में व्हे प्रोटीन एक फायदेमंद प्रोटीन सप्लीमेंट हो सकता है। इसको आप आसानी से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। ये सप्लीमेंट पाउडर के रूप में उपलब्ध है जिसे आप पानी, दूध, योगहर्ट्ज़ और दूसरे कई पेय सब्स्टन्स में मिला कर पी सकते हैं।

व्हे प्रोटीन एक ‘कंप्लीट प्रोटीन’ है । इसमें ग्लूटामिन, ब्रांच्ड एमीनो एसिड्स, अमीनो एसिड्स और कई तरह के एलिमेंट मौजूद होते हैं। यह सभी एलिमेंट मसल्स और शरीर को बेहतर बनाने करने में मदद करते हैं। आपको पता होगा कि खिलाड़ी और जिम फैनेटिक एक्सरसाइज के तुरंत बाद प्रोटीन का सेवन करते हैं और इसे व्हेय प्रोटीन कहते है | ध्यान रहे कि इन प्रोटीन्स को आपको अपने शरीर के वजन के हिसाब से ही लेना है। 

एक बात और वो ये कि बॉडी बनाने के लिए जिम करने के साथ साथ सप्लिमेंट खाना भी जरुरी होता है। जी हाँ, व्हे प्रोटीन भी एक प्रकार का सप्लिमेंट है। आप इसके लिए ON Whey Protein का सेवन भी कर सकते हैं।

                                                 व्हे प्रोटीन से मसल्स को मजबूत बनाने के अलावा हार्ट, शुगर, अस्थमा, मोटापा और कोलेस्ट्रोल को कंट्रोल करने में भी मदद मिलती है। साथ ही इससे तनाव दूर करने और नींद में सुधार भी होता है। आइये अब आपको बताते हैं व्हे प्रोटीन के और भी बहुत से फायदे।

1. शरीर को मज़बूत बनाने में सहायक -
व्हे प्रोटीन शरीर के लिए सर्वोत्तम है। अच्छे शरीर के लिए अमीनो एसिड बेहद जरूरी होता है। व्हे प्रोटीन में अमीनो एसिड अच्छी मात्रा में पाया जाता है। यही वजह है कि इसके लगातार उपयोग से शरीर की ग्रोथ अच्छी होती है। 

2. मसल्स की रिकवरी -
अगर आप एक्सरसाइज करते हैं तो उसके बाद आपको व्हे प्रोटीन पीने की सलाह दी जाती है। इसे पीने से मांसपेशियां जल्दी रिकवरी कर लेती हैं। इसलिए एक्सरसाइज के बाद इसको ज़रूर पीना चाहिए। इसके अलावा व्हे प्रोटीन आसानी से हज़म भी हो जाता है। 

3. कोलेस्ट्रॉल भी करे कंट्रोल -
अगर आप व्हे प्रोटीन का इस्तेमाल करते हैं तो इससे कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। इससे एलडीएल का स्तर भी कम होता है साथ ही इम्युनिटी भी मजबूत होती है।  

4. डाइबिटीज़ में फायदेमंद –
व्हे प्रोटीन के डाइबिटीज़ में बहुत फायदे हैं। टाइप-2 डायबिटीज के लिए व्हे प्रोटीन बेहद उत्तम है। इसके अलावा व्हे प्रोटीन का प्रयोग डायबिटीज की मेडिसिन को बनाने में भी किया जाता है। व्हे प्रोटीन के सेवन से इंसुलिन के लेवल को बढ़ाने और ब्लड शुगर को कम करने में मदद मिलती है। इससे शरीर में कार्ब्स और फैट बिल्कुल नहीं जाता, जो डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद होता है।

5.  हाई ब्लड प्रेशर में कमी -
व्हे प्रोटीन के फायदे हाई बीपी में भी होते हैं। व्हे प्रोटीन से हाई ब्लड प्रेशर में कमी आती है। व्हे प्रोटीन का सेवन शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स को बाहर निकालने के लिए भी किया जाता है। 

कन्क्लूजन - 
तो देखा आपने व्हे प्रोटीन के फायदे। व्हे प्रोटीन एक ऐसा प्रोटीन है जिसमें आपको हेल्दी बनाये रखने की तमाम क्वालिटीज़ मौजूद हैं। जैसे मसल्स को मज़बूत बनाना, शरीर की ग्रोथ, डाईबेटीज़ में फायदेमंद , कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना , डाइजेस्ट करने में आसान , मेन्टल स्ट्रेस  को दूर करने के साथ साथ वज़न को कम करने या बढ़ाने के अलावा हाई बीपी और लीवर की खराबी को भी व्हे प्रोटीन कंट्रोल करते हैं। साथ ही ये High Blood Sugar Level में भी लाभदायक होते हैं। इस तरह आप कह सकते हैं कि व्हे प्रोटीन एक कम्प्लीट ड्रिंक है जिसके बेशुमार फायदे होते हैं।       
 

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भारतीय सौर स्टार्ट-अप Su-vastika ESS बनाकर Diesel Generator को बदलने पर काम कर रही है।

डिजिटल डेस्क, हरियाणा। भारतीय सौर स्टार्ट-अप Su-vastika ने 10 KVA से 250 KVA तक की परिवर्तन क्षमता वाले ESS (Energy Storage System) लॉन्च किए हैं, जिन्हें क्षमता के अनुरूप बढ़ाने के लिए श्रृंखला में रखा जा सकता है; उदाहरण के लिए, 100 KVA की पांच इकाइयां 500 KVA आकार के ईएसएस का उत्पादन कर सकती हैं। Su-vastika’s Founder Khushboo Sachdev  के नेतृत्व वाली एक कंपनी है और इसके पास अनुभवी इंजीनियरों की एक मजबूत टीम है। Su-Kam ब्रांड के संस्थापक Mr Kunwer Sachdev का इस स्टार्ट-अप में मार्गदर्शक और वास्तविक शक्ति हैं। भारत का भविष्य सौर भंडारण और इलेक्ट्रिक वाहन है। यह स्टार्ट-अप भारतीय तकनीक को सबसे आगे लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहा है, विशेष रूप से भारतीय परिस्थितियों के लिए बनाया गया है और भारतीय गर्मी, धूल और बिजली की स्थिति का सामना कर सकता है।

चूंकि पिछले 5 वर्षों में भारतीय शहरों में बिजली कटौती में भारी कमी आई है, सामान्य उपयोग के लिए 2 घंटे निरंतर बैकअप समय की आवश्यकता होती है। ईएसएस बहुत तेजी से चार्ज हो जाता है, इसलिए यह आपको बैकअप देता रह सकता है, और तेज चार्जिंग क्षमता के साथ, यह अलग-अलग अवधि में बिजली की विफलता के मामले में 4 से 6 घंटे का बैकअप प्रदान कर सकता है। डीजी सेट पुरानी तकनीक है जो Pollution उत्पन्न करती है, और आपको कुछ दिनों के लिए ईंधन को स्टोर करने की आवश्यकता होती है, जिसके लिए अतिरिक्त भंडारण और सावधानियों की आवश्यकता होती है। वहीं, ईएसएस को ग्रिड या सोलर सिस्टम के जरिए चार्ज किया जा सकता है। इसलिए ईएसएस की रनिंग कॉस्ट डीजी सेट का लगभग एक-चौथाई है, और डीजल प्राप्त करना और उसका भंडारण करना, जो कि उपयोगकर्ता के लिए एक बड़ी चुनौती है, से भी बचा जा सकता है। प्रारंभिक निवेश डीजी की तुलना में अधिक है। फिर भी, समग्र रूप से, उपयोगकर्ताओं को पैसे की बचत के मामले में लाभ मिलता है क्योंकि ईएसएस बैटरी किसी विशेष स्थान पर ईएसएस के उपयोग के आधार पर 7 से 10 वर्षों तक चलती है।

चूंकि बैटरी बैंक लिथियम LIFEPO4 तकनीक है, जिसने एक दशक से अधिक समय तक सफलतापूर्वक परिणाम दिखाए हैं, यह सुरक्षित है। इसलिए, एक जीवन चक्र की उम्मीद की जा सकती है कि एक दशक से अधिक उपयोग के लिए कोई अन्य बैटरी तकनीक साबित नहीं हुई है। इसलिए बैटरी बैंक के आकार के माध्यम से बैकअप समय बढ़ाया जा सकता है। यदि हमें और अधिक समय की आवश्यकता है, तो हम आवश्यकता अनुसार बैटरी बैंक का आकार बढ़ा सकते हैं। ईएसएस उपयोगकर्ता के लिए पैसा कमाना शुरू कर देता है अगर चार्ज करने के लिए सौर पैनल लगाए जाते हैं क्योंकि यह बिजली कटौती नहीं होने की स्थिति में ग्रिड में बिजली खिलाना शुरू कर देता है। सौर उस विशेष समय पर उपलब्ध है, जैसा कि भारत में हमें 360 दिनों में से 300 दिनों से अधिक सौर ऊर्जा मिलती है। तो, Su-vastika एक बिजली जनरेटर के साथ आई है जो सौर पैनलों से मुफ्त बिजली का उत्पादन करती है जिसका जीवन 25 वर्ष है। सौर भंडारण वह वास्तविक शक्ति है जिसका उपयोग किसी भी स्थिति में उद्देश्यपूर्ण ढंग से किया जा सकता है।

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एक Photographer के रूप मे शुरू किया था काम, आज है करोड़ों के साम्राज्य Harpanx का मालिक Harshit Pandey

डिजिटल डेस्क, भोपाल। Harshit Pandey एक युवा उद्यमी और सोशल मीडिया विज्ञापनों और प्रबंधन में विशेषज्ञता रखने वाली मार्केटिंग एजेंसी Harpanx के संस्थापक हैं। उनकी मार्गदर्शन में कंपनी ने विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी उपस्थिति बनाकर विभिन्न व्यवसायों को उनकी बिक्री बढ़ाने में मदद करके बाजार में अपनी प्रमुख उपस्थिति स्थापित की है। Harpanx हर्षित के दिमाग की उपज है, जिन्होंने एक Photographer के रूप में अपनी यात्रा शुरू की और Lucknow शहर के कैफे में वेटर के रूप में अंशकालिक काम किया। बाईस वर्षीय संस्थापक, एक मध्यमवर्गीय परिवार से ताल्लुक रखते हैं, जिन्होंने बड़े सपने देखने की हिम्मत की। उन्होंने साल 2018 में एक किराए के कमरे से काम करना शुरू किया, जब उन्हें फेसबुक विज्ञापन और जैविक विकास जैसे शब्द मिले। इस विचार से प्रभावित होकर, हर्षित ने एक पेज बनाया और धीरे-धीरे इसे एक सौ पचास मिलियन लोगों तक बढ़ाया, जिन्होंने व्यावसायिक घरानों और फॉर्च्यून जैसे 500 कंपनियों के संपर्क के लिए दरवाजे खोल दिए।

इससे पहले, विज्ञापनों पर सात आंकड़े खर्च करने के बाद, हर्षित ने बहुत सी तरकीबें सीखीं, जिससे उन्हें ग्राहक प्राप्त करने की लागत कम करने में मदद मिली और फेसबुक और इंस्टाग्राम विज्ञापनों का उपयोग करके अपने ग्राहकों को लाभदायक बना दिया। सफलता का मार्ग सीधा नहीं था, हालांकि, हर्षित के दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत ने उनके जीवन में अवसरों का मार्ग प्रशस्त किया जिसने उन्हें अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया। जिन व्यवसायों पर उन्होंने हाथ आजमाया, वे सभी लाभदायक साबित हुए, लेकिन किसी तरह चीजें उनके पक्ष में काम नहीं करतीं और हर्षित 2018 में गंभीर अवसाद से पीड़ित हो गए। यह वही वर्ष था जब उन्होंने अपनी दादी को खो दिया था, जिसने उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया और वह अंततः अपने व्यवसाय को छह अंकों तक बढ़ाने में सक्षम था। हर्षित का मानना है कि इन सभी चुनौतियों ने उन्हें एक मजबूत इंसान बनाया है। उनकी कंपनी, Harpanx ने एक लाख चौतीस हजार से अधिक लीड उत्पन्न की हैं और अपने ग्राहकों के लिए उनके राजस्व को कई गुना बढ़ाने में मदद करके विकास की प्रक्रिया में सहायता की है। Harpanx मूल्य और संबंध पर ध्यान केंद्रित करता है और एक ग्राहक-केंद्रित दृष्टिकोण का अनुसरण करता है, जो एक मुख्य पहलू पर ध्यान केंद्रित करता है जो सोशल मीडिया विज्ञापनों और मार्केटिंग रणनीतियों का उपयोग करके अपने सभी ग्राहकों के लिए भारी राजस्व उत्पन्न कर रहा है।

सोशल मीडिया मार्केटिंग ने पूरी दुनिया में व्यापार मानक की गतिशीलता को बदल दिया है और अभूतपूर्व वृद्धि और उन्नति के लिए एक मंच तैयार किया है। नेटवर्किंग अधिक आसान और प्रभावी हो गई है क्योंकि आकर्षक सामग्री व्यवसायों को अपने लक्षित दर्शकों से जुड़ने और अपने ब्रांड की जागरूकता बढ़ाने में मदद करती है। हर्षित ने बेचने की कला में महारत हासिल की है और युवा पीढ़ी को अपने लक्ष्य की ओर कदम उठाने की सलाह दी है। वह उनसे दिन-ब-दिन अपने कौशल में सुधार करने की कोशिश करते हैं क्योंकि सफलता कभी भी नाटकीय मोड़ ले सकती है। वह आगे Harpanx के ग्राहकों का विस्तार करने और मार्केटिंग व्यवसाय की दुनिया में बड़े बदलाव लाने के लिए अन्य प्रमुख परियोजनाओं पर काम करने की योजना बना रहा है। पारंपरिक रणनीतियों से परिवर्तन की इस लहर ने उपभोक्ता और ब्रांड के बीच बातचीत की प्रक्रिया को बदल दिया है जिसने उपभोक्ता व्यवहार को काफी प्रभावित किया है।
 

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गिलास का टूटना एक अनुत्क्रमणीय भौतिक परिवर्तन है।

कागज का जलना कौन सा परिवर्तन होता है?

Detailed Solution कागज का जलना एक रासायनिक परिवर्तन है न कि भौतिक परिवर्तन। जब हम एक कागज को जलाते हैं तो यह दहन अभिक्रिया से गुजरता है और पदार्थ की दहन अवस्था के दौरान, यह अपनी ठोस अवस्था या तरल अवस्था से गैसीय अवस्था में बदल जाता है। कागज जलने के बाद राख में बदल जाता है और गैसों का धुंआ निकलता है।

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कभी कभी रसायनिक परिवर्तन और भौतिक परिवर्तन एक साथ देखे जाते हैं, जैसे- मोमबत्ती को जलाने पर मॉम ठोस अवस्था से गैसीय अवस्था में परिवर्तित हो जाती है यह एक रसायनिक परिवर्तन है, लेकिन अगर उस मॉम को किसी बर्तन में डालकर नीचे से ताप दिया जाए तो वह बर्तन में पिघल जाता है और कुछ समय बाद वह पुनः अपने मूल स्वरूप में आ जाता है ...

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