एसेंशियल ऑयल ऐसा तेल है, जिसका अधिकतम इस्तेमाल अरोमाथेरेपी में किया जाता है. साथ ही कई वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में भी इसका इस्तेमाल होता है. एसेंशियल ऑयल को पौधों के अर्क से तैयार होता है. इसके इस्तेमाल से कई तरह की परेशानी जैसे- स्ट्रेस, चिंता, सिरदर्द व अनिद्रा को दूर किया जा सकता है. हालांकि, इन तेलों से जुड़े कुछ स्वास्थ्य संबंधी दावे विवादास्पद हैं. Show
आज इस लेख में आप एसेंशियल ऑयल और उनके स्वास्थ्य प्रभावों के बारे में विस्तार से जानेंगे - (और पढ़ें - रोजमेरी तेल के फायदे)
एसेंशियल ऑयल क्या है? जानिए इसके फायदे व दुष्प्रभाव के डॉक्टर एसेंशियल ऑयल क्या है?एसेंशियल ऑयल पौधों द्वारा तैयार किया गया यौगिक है. इस तेल में पौधों की गंध और स्वाद होता है. एसेंशियल ऑयल भाप, पानी या कोल्ड प्रेसिंग के माध्यम से प्राप्त किया जाता है. इन तेलों में तेज गंध होती है. इसके साथ ही एसेंशियल ऑयल में एक्टिव इंग्रेडिएंट्स भी उच्च स्तर में होते हैं. (और पढ़ें - दालचीनी तेल के फायदे) एसेंशियल ऑयल कैसे करता है काम?
यहां एसेंशियल ऑयल को इस्तेमाल करने के विभिन्न तरीके बताए गए हैं -
(और पढ़ें - नीलगिरी तेल के फायदे) कुछ लोकप्रिय एसेंशियल ऑयलकई ऐसे एसेंशियल ऑयल है, जिसका इस्तेमाल कई तरह की परेशानियों को दूर करने के लिए किया जाता है. 90 से अधिक लोकप्रिय एसेंशियल ऑयल हमारे आसपास मौजूद हैं, जिसमें काफी अनूठी गंध है. साथ ही यह काफी लाभकारी भी हैं. आइए, जानते हैं ऐसे ही कुछ एसेंशियल ऑयल के बारे में-
एसेंशियल ऑयल के फायदेएसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल से शरीर की कई परेशानियां जैसे- स्ट्रेस, चिंता, सिरदर्द से छुटकारा मिल सकता है. इसके अलावा, इस तेल के कई फायदे हो सकते हैं. आइए, विस्तार से जानते हैं इसके बारे में - तनाव और चिंतारिसर्च के मुताबिक, तनाव और चिंता से ग्रस्त 43% लोगों के कई लक्षणों को दूर करने में वैकल्पिक चिकित्सा किसी न किसी रूप में प्रभावी होती है. अरोमाथेरेपी से जुड़े कई प्रारंभिक अध्ययनों में काफी सकारात्मक रिसर्च देखने को मिले हैं. कई अध्ययनों में इस बात का खुलासा हुआ है कि एसेंशियल ऑयल चिंता और तनाव को दूर करने में प्रभावी हो सकता है. कुछ एसेंशियल तेलों की गंध पारंपरिक चिकित्सा में बेहतर तरीके से कार्य करती है. (और पढ़ें - लौंग के तेल के फायदे) सिरदर्द और माइग्रेनकुछ अध्ययनों में देखा गया है कि मिंट एसेंशियल ऑयल और इथेनॉल के मिश्रण को सिर पर लगाने से सिरदर्द की परेशानी से काफी राहत मिल सकती है. हाल के अध्ययनों में त्वचा पर पुदीने का तेल और लैवेंडर का तेल लगाने के बाद सिरदर्द की परेशानियों में कमी देखी गई है. इसके अलावा, यह सुझाव दिया गया है कि कैमोमाइल और तिल के तेल का मिश्रण इस्तेमाल करने से सिरदर्द और माइग्रेन का इलाज किया जा सकता है. यह एक पारंपरिक फारसी इलाज है. फिलहाल, इस पर और अधिक उच्च गुणवत्ता वाले अध्ययनों की आवश्यकता है. अच्छी नींदखुशबूदार लैवेंडर तेल का इस्तेमाल करने से प्रसव के बाद महिलाओं की नींद की गुणवत्ता में सुधार किया जा सकता है. साथ ही यह एसेंशियल ऑयल हृदय रोगियों के लिए भी प्रभावी है. कुछ अध्ययनों में देखा गया है कि एसेंशियल ऑयल नींद की परेशानियों को दूर करने में प्रभावी है. अधिकांश अध्ययनों में लैवेंडर ऑयल का इस्तेमाल किया गया है, जिसमें देखा गया है कि इस तेल को सूंघने से नींद की आदतों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है. (और पढ़ें - जोजोबा तेल के फायदे) सूजन करे कमएसेंशियल ऑयल के इस्तेमाल से सूजन की परेशानियों को कम किया जा सकता है. कुछ टेस्ट-ट्यूब अध्ययनों से पता चलता है कि कुछ एसेंशियल ऑयल में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते हैं. एक चूहे पर किए गए अध्ययनों में देखा गया है कि थाइम और ऑर्गेनो एसेंशियल ऑयल के संयोजन से बृहदांत्रशोथ की समस्या को दूर करने में प्रभावी है. कैरवे और मेहंदी के तेल पर दो चूहे के अध्ययन में समान परिणाम मिले हैं. एंटीबायोटिक गुणएसेंशियल ऑयल एंटीबायोटिक और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है. इस तेल में संक्रमण से लड़ने की क्षमता होती है. कई अध्ययनों में इस बात को साबित किया गया है कि यह तेल वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन को दूर करने में प्रभावी है. (और पढ़ें - जिरेनियम तेल के फायदे) सारांशएसेंशियल ऑयल पौधों के अर्क से प्राप्त किया गया तेल है. यह कई गुणों से भरपूर होता है. इसकी मदद से आप शरीर की कई समस्याओं जैसे- सिर दर्द, स्ट्रेस, अनिद्रा इत्यादि को दूर कर सकते हैं. बस ध्यान रखें कि इसका सेवन नहीं किया जाता है. अगर आप एसेंशियल तेल इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो एक्सपर्ट से जरूर सलाह लें. वहीं, अगर आपको किसी तरह की एलर्जी है, तो डॉक्टर की सलाह पर ही एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करें. (और पढ़ें - तुलसी के तेल के फायदे) शहर के आयुर्वेदिक डॉक्टर खोजें
एसेंशियल ऑयल क्या है? जानिए इसके फायदे व दुष्प्रभाव के डॉक्टरसम्बंधित लेखएसेंशियल ऑयल का उपयोग कैसे करें?एसेंशियल ऑयल डायरेक्ट नहीं लगाना चाहिए, उसे किसी और ऑयल जैसे बादाम का तेल, नारियल या तिल के तेल की कुछ बूंदें मिला कर लगाना चाहिए। अगर आपके फेस पर ब्लैकहेड हैं या स्किन पोर्स काफी बड़े हो गए हैं तो 100ml बेस ऑयल में लगभग 5 से 6 बूंद एसेंशियल ऑयल मिलाएं।
एसेंशियल ऑयल से क्या होता है?एसेंशियल ऑयल्स त्वचा की देखभाल में मददगार होते हैं। इनका उपयोग क्रीम, सीरम आदि में किया जाता है। रोज़ाना इन्हें सही तरीक़े से इस्तेमाल करके त्वचा को ख़ूबसूरत और जवां बनाए रखा जा सकता है। यूं तो एसेंशियल ऑयल कई प्रकार के होते हैं पर कुछ ऐसे हैं जिनका इस्तेमाल आमतौर पर होता है।
मैक प्रेप और प्राइम एसेंशियल ऑयल का उपयोग कैसे करें?* एसेंशियल ऑयल को लगाने से पहले उसमें कोई भी ऑयल या हल्का तेल (कैरियर ऑयल) जैसे नारियल आदि मिला लें. एसेंशियल ऑयल काफी गाढ़ा होते हैं, इसलिए बिना इसमें हल्का तेल मिलाए इसे लगाने से आपको खुजली, तव्चा में जलन, लाल दाने पड़ जाने जैसी समस्या हो सकती है. 10 मिलीमीटर बेस ऑयल में तीन-चार बूंदे ही एसेंशियल ऑयल मिलाए.
स्लिमिंग शेपिंग एसेंशियल ऑयल का उपयोग कैसे करें हिंदी में?ग्रेपफ्रूट एसेंशियल ऑयल शरीर की वसा को तोड़ने और आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करता है. एक स्टडी से पता चला है कि ग्रेपफ्रूट एसेंशियल ऑयल के साथ पेट की मालिश करने से पेट की चर्बी और कमर का साइज भी कम हो सकता है. ये एसेंशियल ऑयल हृदय गति को भी नियंत्रित करता है और पाचन प्रक्रिया को बेहतर बनाता है.
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