अपनी राशि अनुसार ही धातु का छल्ला धारण करने से आपको शुभ लाभ प्राप्त होगा, नहीं तो कई बार विपरीत फल भी मिलने की आशंका रहती है। जानिए राशि के हिसाब से कौन-सा धातु का छल्ला पहनने से आपको सही लाभ मिल सकता है। Show
मेष शीतलहर की चपेट में आई संभव जनसुनवाई यह भी पढ़ेंतांबे का छल्ला बाएं हाथ की अनामिका अंगुली में रविवार दोपहर को धारण कर लेना चाहिए। कहते हैं, ऐसा करने से आपका स्वास्थ्य उत्तम होगा व शीघ्र क्रोध आने की समस्या कम हो जाएगी। वृष जंगल में सजी थी न्यू ईयर से पहले जुआरियों की महफिल, मौके से बाइक, और 45 हजार की नकदी बरामद यह भी पढ़ेंचांदी का छल्ला दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में शुक्रवार के दिन ही धारण करें। ऐसा करने से आपका वैवाहिक जीवन उत्तम होगा और साथ ही धन सम्बन्धी समस्याओं से भी आपको काफी राहत मिलेगी। मिथुन आपके बच्चों को डरपोक बना रहे हॉरर गेम्स यह भी पढ़ेंकांसे का छल्ला दाहिने हाथ की कनिष्ठा अंगुली में धारण करना चाहिए और वह भी बुधवार की शाम को। बता दें कि इस राशि के लोगों को सोने का छल्ला धारण करने से बचना चाहिए। कर्क दाहिने हाथ की कनिष्ठा अंगुली में सोमवार की रात चांदी का छल्ला धारण अवश्य करना चाहिए। इसे पहनने से आपका मन नियंत्रित होगा, स्वास्थ्य अच्छा होगा और साथ ही रिश्तों की समस्या आपको परेशान नहीं करेगी। ध्यान रखें कि आपको गलती से भी लोहे का छल्ला नहीं धारण करना है। सिंह अगर आप सिंह राशि के हैं तो सोने का छल्ला दाहिने हाथ की अनामिका अंगुली में रविवार दोपहर को धारण कर लें। इससे आपका प्रभाव बढ़ेगा, हड्डियों की समस्याओं से निजात मिलेगा साथ ही जीवन में संघर्ष थोड़ा कम हो जाएगा। कन्या चांदी और सोना बराबर मात्रा में मिलाकर दाहिने हाथ की अनामिका अंगुली में बुधवार शाम को धारण करना चाहिए। इससे आपका स्वास्थ्य उत्तम होगा और बार-बार आने वाली नौकरी की समस्याओं से भी आप बचेंगे। यही नहीं, आप थोड़ा सा जिम्मेदार भी बनेंगे। तुला चांदी का एक छल्ला दाहिने हाथ की तर्जनी अंगुली या अंगूठे में और वह भी शुक्रवार के शाम को ज़रूर धारण करना चाहिए क्योंकि इससे आपका नाम और यश बढ़ेगा व साथ ही धन के खर्चे भी नियंत्रित होंगे और वैवाहिक जीवन सुखद होगा। इस राशि के लोगों को स्वर्ण धारण करने से बचना चाहिए। वृश्चिक एक तांबे का छल्ला बाएं हाथ की अनामिका में मंगलवार को और एक चांदी का छल्ला दाहिने हाथ की छोटी अंगुली में सोमवार को धारण करना चाहिए ताकि इससे आप पारिवारिक जीवन और करियर में तालमेल बैठा पाएं व साथ ही संतानोत्पत्ति की समस्या से निजात भी पाएं। धनु स्वर्ण या पीतल का एक छल्ला दाहिने हाथ की तर्जनी अंगुली में बृहस्पतिवार को प्रातःकाल धारण कर लेना चाहिए, क्योंकि इससे आपका स्वभाव बेहतर होगा, कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी और साथ ही पाचन तंत्र की समस्याओं से निजात भी मिलेगी। जहां तक हो सके खुद चांदी धारण न करें। मकर अगर खूब सारा धन कमाने की चाह रखते हैं व साथ ही अपने रूखे स्वभाव को भी ठीक करना चाहते हैं तो उन्हें स्टील या जस्ते का एक छल्ला शनिवार की शाम को अपने बाएं हाथ की मध्यमा अंगुली में धारण कर लेना चाहिए। ऐसा करने से आपकी नई-नई योजनाएं जो बना तो करती थीं, लेकिन कभी सफल नहीं हो पाती थीं वह भी पूरी होना शुरु हो जाएगी इस बात का खास ध्यान रखें कि मकर राशि वाले लोगों को स्वर्ण धारण करने से खुद को बचाना चाहिए। कुम्भ इस राशि के लोगों के लिए मन और भावनाओं का उतार चढ़ाव और आलस्य ही सबसे बड़ी समस्या मानी जाती है और इसी कारण आप चीज़ों को बीच में छोड़ भी देते हैं। जान लें कि आपको लोहे का एक छल्ला बाएं हाथ की मध्यमा अंगुली में शनिवार को शाम को धारण कर लेना चाहिए व साथ ही ताम्बा धारण करने से परहेज करें। मीन इस खास राशि के लोगों को एक पीतल या सोने का छल्ला दाहिने हाथ की अनामिका अंगुली में बृहस्पतिवार को प्रातः धारण कर लेना चाहिए क्योंकि इससे आपका स्वास्थ्य और स्वभाव दोनों ही उत्तम हो जाएगा। chandi ki anguthi pahnne se kya fayde hain ? सोने चांदी हीरो से बने जवाहरात एक स्त्री के लिए महत्वपूर्ण गहना है चांदी से निर्मित विभिन्न प्रकार के आभूषण महिलाएं पहनकर श्रृंगार करती हैं किसी भी प्रकार के चांदी के आभूषण एक नारी के लिए सुख समृद्धि का प्रतीक माना जाता है। वैसे तो चांदी से विभिन्न प्रकार के गहने जैसे पायल बिछिया कंगन अंगूठी पेटी आदि बनाई जाती है यह सभी प्रकार के आभूषण स्त्री का साज श्रृंगार होते हैं वहीं दूसरी ओर मान सम्मान का प्रतीक बन जाते हैं। चांदी की अंगूठी के लाभ जाने ज्योतिष मान्यता है चांदी शुक्र और चंद्रमा से जुड़ी हुई धातु है जो वैभव संपन्नता को बढ़ा देती है शरीर में चांदी के आभूषण धारण करने से जल तत्व नियंत्रित होता है। ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है जो मान सम्मान धन समृद्धि के साथ साथ प्रतिष्ठा प्यारी ना हो। परंतु व्यक्ति के जीवन में विभिन्न प्रकार के ग्रह उसे प्रभावित करते रहते हैं जिसकी वजह से इसके मान सम्मान प्रतिष्ठा में कमी आ जाती है ऐसे में चांदी की अंगूठी या छल्ला धारण कर लेने से विभिन्न प्रकार के फायदे मिलते हैं। Table of contents : दिखाएँ 1. चांदी की अंगूठी के लाभ जाने : चांदी की अंगूठी धारण करने से फायदे क्या हैं ? 1.1. 1. शुक्र और चंद्रमा का शुभ परिणाम 1.2. 2. मस्तिष्क शांत रहता है 1.3. 3. कफ अर्थराइटिस और जोड़ों में दर्द से राहत 1.4. 4. सर्दी खांसी और साइनस मे राहत 1.5. 5. लक्ष्मी जी का वास होता है 1.6. 6. जीवन में सकारात्मकता 1.7. 7. पेट दर्द की समस्या में राहत 1.8. 8. राहु और शनि का प्रभाव दूर होता है 1.9. 9. शादी संबंधी समस्या 1.10. 10. कैरियर मे तरक्की 1.11. 11. घरेलू क्लेश से छुटकारा 2. कनिष्ठा उंगली में चांदी के अंगूठी धारण करने की विधि क्या है ? 3. चांदी की अंगूठी किस उंगली में पहने ? chandi ki anguthi kis ungli me pahne 3.1. 1. तर्जनी उंगली 3.2. 2. मध्य उंगली 3.3. 3. अनामिका उंगली 3.4. 4. छोटी उंगली चांदी की अंगूठी के लाभ जाने : चांदी की अंगूठी धारण करने से फायदे क्या हैं ?चांदी से बने आभूषण हमारे लिए अलग-अलग महत्व रखते हैं सभी प्रकार के आभूषण अलग-अलग फायदे देते हैं आइए हम जानते हैं की चांदी की अंगूठी धारण करने से हमें कौन कौन से फायदे होते है। चांदी की अंगूठी के लाभ 1. शुक्र और चंद्रमा का शुभ परिणामचांदी की अंगूठी हमेशा दाहिने हाथ की कनिष्ठा उंगली में पहनी जाती है ऐसे में यदि विधि और विधान के साथ चांदी की अंगूठी को धारण किया जाता है तो शुक्र और चंद्रमा का परिणाम शुभ हो जाता है। शुक्र और चंद्रमा के अच्छे प्रभाव से व्यक्ति के अंदर खूबसूरती और निखार बढ़ जाता है चेहरे पर चमक दिखाई देती है साथ ही चेहरे के दाग धब्बे तक मिट जाते हैं। 2. मस्तिष्क शांत रहता है[राशिफल 2023 : जाने यह साल कैसा रहेगा ] चांदी की अंगूठी के लाभ जाने : चांदी की अंगूठी कनिष्ठा उंगली में धारण करने से मस्तिष्क को को शांति मिलती है जिससे अधिक गुस्सा करने वाले व्यक्ति के अंदर गुस्सा कम हो जाता है और वह स्वयं पर नियंत्रण कर लेता है। जिन व्यक्तियों का चंद्रमा कमजोर होता है उनकी मानसिक क्षमता भी कमजोर होती है ऐसे में जो व्यक्ति चांदी की अंगूठी अभिमंत्रित करके धारण करते हैं उनका चंद्रमा मजबूत हो जाता है और मानसिक क्षमता है बढ़ जाते हैं।
3. कफ अर्थराइटिस और जोड़ों में दर्द से राहतयदि व्यक्ति को कब अधिक बनता है अर्थराइटिस जोड़ों में दर्द हड्डियों से समस्या होती है तो ऐसे व्यक्तियों को चांदी की अंगूठी पहनने से फायदा मिलता है और विभिन्न प्रकार की समस्याओं से जल्दी छुट्टी मिलती है। अगर कोई व्यक्ति चांदी की अंगूठी पहनना पसंद नहीं करता है तो ऐसे व्यक्तियों को चांदी की चैन विधि विधान से अभिमंत्रित करके पहने जिससे कफ पित्त वात जैसी समस्या से छुटकारा मिलता है यदि हकलाहट जैसी समस्या है तो चांदी की अंगूठी पहनने से फायदा होता है। 4. सर्दी खांसी और साइनस मे राहतअगर व्यक्ति को सर्दी खांसी साइनस जैसी समस्या है तो इन लोगों को चांदी की अंगूठी पहनना चाहिए अथवा चांदी के बर्तनों में भोजन खाने पीने से सर्दी खांसी आदमी आराम मिल जाता है तथा धीरे धीरे समस्या का निजात हो जाता है। 5. लक्ष्मी जी का वास होता हैयदि आप चाहते हैं कि घर में लक्ष्मी जी का निवास हमेशा बना रहे तो आप हमेशा अपने पास चांदी की अंगूठी कनिष्ठा उंगली में पहने रखें या फिर चांदी का टुकड़ा अपनी तिजोरी में रखें इससे घर में लक्ष्मी का वास रहता है। 6. जीवन में सकारात्मकता
यदि कोई व्यक्ति चांदी की अंगूठी पहनता है तो उसके जीवन में सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।घबराहट और बेचैनी दूर हो जाती है।नकारात्मक विचार दूर हो जाते हैं और निराशा आशा में बदल जाती है। इस जानकारी को सही से समझने हम नये लेख आप को सीधा ई-मेल कर देंगे ! ▼▼ यंहा अपना ई-मेल डाले ▼▼ Email Address सदस्यता ले Join 478 other subscribers ★ सम्बंधित लेख ★
दुश्मन विनाश और शत्रु दमन के लिए तंत्र और मंत्र के अचूक उपाय Enemy defeat mantra in Hindi काजू खाने के फायदे क्या है ? काजू खाने का सही तरीका kaju ke kya fayde hai 7. पेट दर्द की समस्या में राहतअगर आप हमेशा पेट दर्द जैसी समस्या से पीड़ित हैं तो चांदी की अंगूठी पहने। अगर आप अच्छे से अभिमंत्रित करके पेट संबंधी समस्या दूर हो जाती है। 8. राहु और शनि का प्रभाव दूर होता हैचांदी की अंगूठी धारण करने से राहु और शनि तथा सूर्य की स्थिति मजबूत होती है बहुत से लोग अधिक मेहनत करने के बाद भी मुकाम पर नहीं पहुंचते हैं| ऐसे में राहु और शनि तथा सूर्य की स्थिति ठीक नहीं होती है इसे ठीक करने के लिए चांदी की अंगूठी धारण करना चाहिए। 9. शादी संबंधी समस्या चांदी की अंगूठी या रिंग पहनने से शादी के अंदर आने वाली परेशानी दूर होती है | ( यह लेख आप OSir.in वेबसाइट पर पढ़ रहे है अधिक जानकारी के लिए OSir.in पर जाये ) सुख ग्रह मजबूत हो जाता है यह शादी नहीं हो रही है तो होने की संभावना बन जाती है।
10. कैरियर मे तरक्कीचांदी का रिंग धारण करने से आपके कैरियर में तरक्की होती है क्योंकि चांदी का संबंध चंद्रमा से है जो मान सम्मान का प्रतीक है अगर आपके कैरियर से संबंधित समस्या है तो अभिमंत्रित करके चांदी की अंगूठी पहने। 11. घरेलू क्लेश से छुटकारायदि आपके घर में दिन प्रतिदिन कोई ना कोई क्लेश बना रहता है जिसकी वजह से घर में समस्याएं रहती हैं | ऐसे में घर के लोगों को चांदी की अंगूठी पहना देना चाहिए जिससे व्यक्तियों का क्रोध शांत हो जाता है और गृह क्लेश से छुट्टी मिलती है। कनिष्ठा उंगली में चांदी के अंगूठी धारण करने की विधि क्या है ?चांदी की अंगूठी हमेशा कनिष्ठा उंगली में पहनी जाती है इसलिए इसको धारण करने से पहले विधि विधान से ही पहले चांदी की अंगूठी खरीद कर घर लाए और गुरुवार की रात को पानी में डालकर छोड़ दें| अगले दिन इस अंगूठी को भगवान विष्णु के चरणों में रखकर पूजा अर्चना करें। पूजा पूरी करने के बाद अंगूठी में चंदन लगाकर धूप दीप दिखाकर अक्षत चढ़ाएं उसके बाद इसे अपनी सबसे छोटी उंगली कनिष्ठा में धारण कर ले। चांदी की अंगूठी किस उंगली में पहने ? chandi ki anguthi kis ungli me pahneवैसे तो व्यक्ति चांदी की अंगूठी अपने दसों उंगलियों में पहनता है परंतु चांदी की अंगूठी सभी उंगलियों में पहनने से फायदे अलग-अलग होते हैं। 1. तर्जनी उंगलीतर्जनी उंगली में चांदी की अंगूठी रिंग पहनने से क्रोध शांत हो जाता है जिसकी वजह से दिमाग भी शांत रहता है। 2. मध्य उंगलीचांदी की अंगूठी बीच की उंगली में पहनने से न्यूरोट्रांसमीटर के अंदर रुकावट को रोकती है। 3. अनामिका उंगलीयदि आप चांदी की रिंग अनामिका उंगली में पहनते हैं तो रक्त संचार अच्छा होता है रक्त शुद्ध हो जाता है जिससे शरीर के विषाक्त पदार्थ बाहर हो जाते हैं। 4. छोटी उंगलीसबसे छोटी उंगली में चांदी की अंगूठी पहनने से व्यक्ति चिंता मुक्त हो जाता है सहन शक्ति बढ़ जाती है और ह्रदय मजबूत रहता है। चांदी की अंगूठी के लिए कौन सी उंगली सबसे अच्छी है?चांदी की अंगूठी हमेशा दाहिने हाथ की कनिष्ठा उंगली में पहनी जाती है ऐसे में यदि विधि और विधान के साथ चांदी की अंगूठी को धारण किया जाता है तो शुक्र और चंद्रमा का परिणाम शुभ हो जाता है।
चांदी का छल्ला कौन से हाथ के अंगूठे में पहनना चाहिए?संबंधित खबरें
- चांदी का छल्ला बिना जोड़ का होना चाहिए, जिसे अंगूठे में पहना जाता है. बता दें कि महिलाओं को इसे बाएं हाथ में और पुरुषों को दाएं हाथ में धारण करना चाहिए. मान्यता है कि चांदी का छल्ला चंद्रमा का कारक है. - मान्यता है कि चांदी का छल्ला धारण करने से सूर्य और शनि की स्थिति मजबूत होती है.
चांदी कौन सी उंगली में पहनना चाहिए?अगर कुंडली में चंद्र कमजोर हो या अशुभ ग्रहों के साथ हो तो सबसे छोटी उंगली में चांदी की अंगूठी पहनना चाहिए। 3. जिन लोगों की कुंडली शुक्र कमजोर है, उन्हें अंगूठे में या सबसे छोटी उंगली में चांदी की अंगूठी पहनने से लाभ मिल सकता है।
मध्यमा उंगली में चांदी की अंगूठी पहनने से क्या होता है?चांदी का छल्ला दाहिने हाथ की मध्यमा अंगुली में शुक्रवार के दिन ही धारण करें। ऐसा करने से आपका वैवाहिक जीवन उत्तम होगा और साथ ही धन सम्बन्धी समस्याओं से भी आपको काफी राहत मिलेगी।
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