घी टेस्ट होने के साथ विभिन्न पोषक तत्वों का भंडार है। इसमें अगर बात करें गाय के घी की तो, यह विटामिन ए, डी, ई और के का एक बेहतर स्रोत है, जो शरीर के बेहतर कामकाज को बढ़ावा देता है और विकास करता है। इसमें विभिन्न तरह के एंटीऑक्सिडेंट पाए जाते हैं, जो शरीर में फ्री रैडिकल डैमेज को रोकते हैं जोकि दिल और अन्य तरह के कैंसर का प्रमुख कारण हैं। Show
गाय के घी के फायदेसुमन के अनुसार, गाय का घी पीले रंग का होता है और इसके कई अद्भुत स्वास्थ्य लाभ होते हैं। यह विटामिन, मिनरल और कैल्शियम से भरपूर होता है। इसमें फैट की मात्रा बहुत कम पाई जाती है। यह बच्चों और वयस्कों में वजन कम करने और मोटापा कम करने में मदद करता है। भैंस के घी के फायदेसुमन का मानना है कि भैंस का घी सफेद रंग का होता है और इसके इतने सारे स्वास्थ्य लाभ नहीं हैं। हालांकि इसमें फास्फोरस, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे तत्व भरपुर मात्रा में पाए जाते हैं। इसके अलावा इसमें फैट की मात्रा भी अधिक होती है। कौन सा घी बेहतर-जानिए एक्सपर्ट की राय
आयुर्वेद में घी खाने के फायदेआयुर्वेदिक साहित्य में घी को शरीर के लिए लाभकारी माना गया है। यह शरीर में सप्त धातु के निर्माण में मदद करता है। इतना ही नहीं - यह एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन ए, ई और डी जैसे वसा में घुलनशील विटामिन से भरपूर है। यह वात, पित्त और कफ दोषों को भी शुद्ध करता है जो शरीर में बढ़ जाते हैं। ज्यादा लाभ लेने के लिए कैसे खाएं घीघी खाने के कई तरीके हैं लेकिन यह जानना जरूरी है कि घी का ज्यादा लाभ लेने के लिए इसे कैसे खाना चाहिए। इस सरल जवाब यह है कि आप इसे अपनी सब्जी, रोटी या दाल में डालकर खाएं। आंच पर ज्यादा गर्म करने से इसका टेस्ट और पोषण कम हो सकते हैं। इसके अलावा आप घी को अपने दूध के साथ भी ले सकते हैं। नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Ghee Benefits: घी का इस्तेमाल भारतीय घरों में रोजमर्रा के खानपान में किया जाता है। घी का एक चम्मच ही काफी है डिश का स्वाद बढ़ाने के लिए। नॉर्मल खानपान में तो इसका इस्तेमाल किया ही जाता है लेकिन नवरात्रों में तो खासतौर से लोग घी में ही खाना तैयार करते हैं। घी कैसे तैयार किया जाता है इसके बारे में तो आप जानते ही होंगे। लेकिन गाय या भैंस इनमें से किसका घी ज्यादा बेहतर होता है...क्या इसके बारे में जानते हैं आप? अगर नहीं, तो आज हम इस लेख के जरिए इसी के बारे में जानने वाले हैं। Good Sleep Benefits: रोज़ रात में लेंगे 7-8 घंटे की नींद, तो दूर होंगी सेहत से जुड़ी ये 8 दिक्कतें यह भी पढ़ेंगाय के घी के फायदे- भैंस के अपेक्षा गाय का घी ज्यादा सेहतमंद होता है। - गाय के घी का सेवन करने से असमय बुढ़ापे की समस्या से बचा जा सकता है। इसकी वजह है इसमें पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स, जो फ्री रेडिकल्स की समस्या दूर करते हैं। - गाय का घी वजन कम करने में भी बेहद फायदेमंद है। इससे शरीर में अतिरिक्त वसा जमा नहीं होती। भैंस के घी के फायदे- भैंस का घी मोटापा बढ़ाता है। तो अगर आप वेट गेन की सोच रहे हैं, तो भैंस का घी इस्तेमाल करें। Pancreatic Cancer: अब कीड़े लगाएंगे पैंक्रियाटिक कैंसर का पता, जापान ने बनाया दुनिया का पहला स्क्रीनिंग टेस्ट यह भी पढ़ें- भैंस का घी खाने से हड्डियों स्ट्रॉन्ग होती हैं। तो बढ़ती उम्र में होने वाली जोड़ों की परेशानियों से बचे रहने के लिए भैंस के घी का सेवन करें। इसके अलावा अगर आप मसल्स बनाना चाहते हैं तो इसके लिए भी भैंस का घी ही बेहतर है। - भैंस का घी खाने से थकान, कमजोरी जैसी परेशानियां नहीं होती। ऐसा इसलिए क्योंकि इसमें पोटैशियम, मैग्निशियम और फॉस्फोरस जैसे तत्व मौजूद होते हैं, जिससे बॉडी में ब्लड का सर्कुलेशन सही बना रहता है। Bariatric Surgery: मोटापे से छुटकारा दिलाती है बैरिएट्रिक सर्जरी, लेकिन सेफ्टी को लेकर क्या करते हैं डॉक्टर्स? यह भी पढ़ें- वसा से भरपूर होने की वजह से भैंस के घी को लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है। जबकि गाय के घी को नहीं। न्यूट्रीशनिस्ट हिमांशु राय बताते हैं कि भारत में घी को हमेशा खाना पकाने के लिए एक बेहतर विकल्प माना जाता है। इसका इस्तेमाल दवा के रूप में भी किया जाता है। आमतौर पर गाय का घी और भैंस का घी दोनों ही अच्छे होते हैं, लेकिन गाय के घी के सेवन से सेहत काे अधिक और बेहतर मिलते हैं। गाय के घी में विटामिन ए, विटामिन डी और के, कैल्शियम, मिनरल्स, पाेटैशियम और फॉस्फाेरस जैसे कई पाेषक तत्वाें के साथ ही एंटीऑक्सीडेंट भी पाया जाता है। इतना ही नहीं गाय के घी में ओमेगा 9 फैटी एसिड भी हाेता है।भैंस और गाय के घी में अंतर (Difference Between Buffalo ghee or cow ghee)1. भैंस के घी में गाय के घी की तुलना में अधिक वसा यानी फैट होता है। इसलिए भैंस का घी वजन बढ़ाने के लिए बेहतर होता है, जबकि गाय के घी में वसा की मात्रा कम होने के कारण वजन घटाने के लिए उपयाेगी होता है। 2. वसा या फैट की मात्रा अधिक होने के कारण भैंस के घी की शेल्फ लाइफ अधिक हाेती है। जबकि गाय के घी की शेल्फ लाइफ भैंस के घी की तुलना में कम हाेती है। 3. गाय के घी में विटामिन ए की अधिकता हाेती है, जिसके काऱण इसका रंग पीला हाेता है। जबकि भैंस का घी सफेद रंग का हाेता है। 4. आयुर्वेदिक औषधियों में भैंस के घी की तुलना में गाय के घी को आंखों की रोशनी के लिए लाभकारी माना गया है। इसे भी पढ़ें - घी और पानी के मिश्रण से दूर करें कब्ज की समस्या, जानें सेवन का तरीका 5. गाय के घी का स्वाद भैंस के घी की तुलना में ज्यादा अच्छा हाेता है। 6. इसके अतिरिक्त स्वास्थ्य लाभ जैसे जीवाणुरोधी यानी एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटीऑक्सीडेंट गुणों के कारण आयुर्वेदिक दवाओं में गाय के घी का उपयाेग किया जाता है। 7. भैंस के घी और गाय के घी काे सीमित मात्रा में ही खाना चाहिए। अधिक मात्रा में घी के सेवन से हृदय राेग हाेने की संभावना बढ़ जाती है। गाय के घी के फायदे (Health Benefits of Cow Ghee)1. न्यूट्रीशनिस्ट हिमांशु राय बताते हैं कि गाय के घी में सीएलए यानी सन्युग्म लिनोलिक ऐसिड (Conjugated Linoleic Acid) हाेता है, जाे वजन कम करने में सहायक हाेता है। 2. गाय के घी में फैट की मात्रा भी बहुत कम हाेती है, जिससे सेवन से वजन कंट्राेल में रहता है। 3. गाय का घी आंखाें के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। आंखाें की राेशनी बढ़ाने के लिए गाय का घी उपयाेगी हाेता है। 4. आयुर्वेद के अनुसार पित्त दाेष काे शांत करने के लिए गाय का घी बेहद फायदेमंद हाेता है। यह पेट की गर्मी काे शांत करने का एक अच्छा उपाय है। इसे भी पढ़ें - देसी घी के 5 असरदार घरेलू नुस्खे, जिनको बहुत पुराने समय से लोग कर रहे हैं इस्तेमाल 5. गाय के घी में अच्छी मात्रा में विटामिंस और एंटी ऑक्सीडेंट तत्व हाेते हैं, जाे शरीर की राेग प्रतिराेधक क्षमता काे बढ़ाते हैं। 6. माइग्रेन या सिरदर्द की समस्या से राहत पाने के लिए गाय के घी का इस्तेमाल किया जा सकता है। 7. गाय का घी शरीर से विषैले तत्वाें काे बाहर निकालने में मदद करता है। भैंस के घी के फायदे (Buffalo Ghee Health Benefits)1. अगर आप शारीरिक रूप से कमजाेर है और अपना वजन बढ़ाना चाहते हैं, ताे भैंस का घी आपके लिए फायदेमंद हाे सकता है। इसमें फैट काफी अच्छी मात्रा में हाेता है, जाे वजन बढ़ाने में सहायक हाेता है। इसके सेवन से हड्डियां और मसल्स मजबूत बनती हैं। 2. भैंस का घी मानसिक राेगाें काे दूर करने में फायदेमंद हाेता है। इसके सेवन से याद्दाश्त में वृद्धि हाेती है। 3. भैंस का घी शरीर से वात के प्रभाव काे भी कम करता है। यह वात दाेष काे संतुलित करने में मदद करता है। 4. पाचन संबंधी विकाराें काे दूर करने के लिए इसका उपयाेगा किया जा सकता है। 5. खांसी की समस्या हाेने पर भैंस के घी का सेवन करना फायदेमंद माना जाता है। आप भी भैंस और गाय के घी के बीच के अंतर काे जानकर अपने लिए सही घी का चुनाव कर सकते हैं। इन दाेनाें के ही अपने अलग-अलग फायदे हाेते हैं। भैंस का देसी घी खाने से क्या होता है?भैंस का घी पाचन संबंधी समस्याओं से निपटने में बेहद सहायक होता है। भैंस के घी में अधिक फैट पाया जाता है, इसलिए वजन बढ़ाने के लिए भैंस के घी का सेवन किया जाता है। इससे हड्डियां मजबूत होती हैं। भैंस का घी उम्र के प्रभाव को कम करता है।
कौन सा घी सबसे अच्छा गाय या भैंस है?गाय के घी में फैट ना के बराबर होता है जबकि भैंस का घी फैट से भरपूर होता है. गाय के घी में विटामिन, मिनरल्स और कैल्शियम पाया जाता है जबकि भैंस के घी से मैग्निशियम, पोटैशियम और फॉस्फोरस मिलता है.. गाय का घी कई तरह के विटामिन्स से भरपूर होता है. ... . गाय का घी खाने से अर्ली एजिंग और कुछ खास तरह के कैंसर से भी बचाव होता है.. भैंस के घी में कौन सा विटामिन पाया जाता है?सफेद यानी भैंस का घी
देसी घी प्रोटीन, हेल्दी फैट, विटामिन ए, विटामिन ई और विटामिन के का बेहतरीन स्त्रोत है। देसी घी आपकी त्वचा, बालों, पाचन और दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है। जबकि पीले घी की तुलना में सफेद घी में फैट की मात्रा बहुत कम होती है।
सबसे अच्छा घी किसका होता है?गाय का घी सबसे अच्छा क्यों होता है क्या कारण है? गाय का घी मीठा शीत वातपित्त आंखो के लिए हितकर बल बढ़ाने वाला और सारे घी में सबसे अच्छा होता है।
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