देशी रियासतें एवं उनका एकीकरण Show
इन भारतीय रियासतों के साथ ईस्ट इंडिया कंपनी के संबंधों को निम्न अवस्थाओं में विश्लेषित किया जा सकता है- ईस्ट इंडिया कम्पनी का भारतीय रियासतों से समानता प्राप्त करने के लिये संघर्ष ( 1740 - 1765 )
मध्य राज्य अथवा घेरे की नीति ( 1765 - 1813 )
अधीनस्थ पार्थक्य की नीति ( 1813 - 1857 )
अधीनस्थ संघ की नीति 1857 से 1935
भारतीय रियासतों के प्रति कर्जन की नीति
1905 के पश्चात्
1 . सीधे प्रतिनिधित्व वाली रियासतें - 109 2 . सीमित वैधानिक एवं क्षेत्राधिकार वाली रियासतें , जिन्हें प्रतिनिधित्व चुनने का अधिकार था - 127 3 . सामंतशाही जागीरें या जागीरें - 309
बटलर समिति रिपोर्ट 1929 ई. में सर हारकोर्ट बटलर द्वारा प्रस्तुत की गई थी। हारकोर्ट बटलर भारतमंत्री द्वारा गठित 'देशी रियासत समिति' (इंडियन स्टेट्स कमेटी) का 1927 ई. में अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। भारत की देशी रियासतों तथा सर्वोच्च (ब्रिटिश) सत्ता के सम्बन्धों की जाँच करना इस समीति का मुख्य विषय था।
समान संघ की नीति ( 1935 - 1947)
रियासतों का एकीकरण और विलय
जनमत संग्रह एवं सैन्य कार्यवाही जूनागढ़ यहां का मुस्लिम नवाब रियासत को पाकिस्तान में सम्मिलित करना चाहता था , किंतु हिंदू जनसंख्या भारत में सम्मिलित होने के पक्ष में थी । अंततः नवाब के दमनकारी रवैये के कारण यहां जनमत संग्रह कराया गया , जिसमें जनता ने भारी बहुमत से भारत में सम्मिलित होने के पक्ष में निर्णय दिया । | हैदराबाद हैदराबाद का निजाम अपनी संप्रभुता को बनाये रखने के पक्ष में था । यद्यपि यहां की बहुसंख्य जनता भारत में विलय के पक्ष में थी । उसने हैदराबाद को भारत में सम्मिलित करने के पक्ष में तीव्र आंदोलन प्रारंभ कर दिया । निजाम आंदोलनकारियों के प्रति दमन की नीति पर उतर आया । 29 नवंबर 1947 को निजाम ने भारत सरकार के साथ एक समझौते पर दस्तखत तो कर दिये किंतु इसके बावजूद उसकी दमनकारी नीतियां और तेज हो गयी । सितंबर 1948 तक यह स्पष्ट हो गया कि निजाम को समझा - बुझा कर राजी नहीं किया जा सकता । 13 सितंबर1945 को भारतीय सेनाएं हैदराबाद में प्रवेश कर गयीं और 18 सितम्बर 1948 को निजाम ने आत्मसमर्पण कर दिया । अंततः नवंबर 1949 में हैदराबाद को भारत में सम्मिलित कर लिया गया । कश्मीर जम्मू एवं कश्मीर राज्य का शासक हिन्दू एवं जनसंख्या मुस्लिम बहुसंख्यक थी । यहां का शासक भी कश्मीर की संप्रभुता को बनाये रखने के पक्ष में था तथा भारत या पाकिस्तान किसी भी डोमिनियन में सम्मिलित नहीं होना चाहता था । किंतु कुछ समय पश्चात ही नवस्थापित पाकिस्तान ने कबाइलियों को भेजकर कश्मीर पर आक्रमण कर दिया तथा कबाइली तेजी से श्रीनगर की ओर बढ़ने लगे । शीघ्र ही पाकिस्तान ने अपनी सेनायें भी कबाइली आक्रमणकारियों के समर्थन में कश्मीर भेज दी । अंत में विवश होकर कश्मीर के शासक ने 26 अक्टूबर 1947 को भारत के साथ विलय - पत्र पर हस्ताक्षर कर दिये । तत्पश्चात कबाइलियों को खदेड़ने के लिये भारतीय सेना जम्मू - कश्मीर भेजी गयी। भारत पाकिस्तान समर्थित आक्रमण की शिकायत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दर्ज करायी तथा उसने जनमत संग्रह द्वारा समस्या के समाधान की सिफारिश की । इसके साथ ही भारत ने 84 हजार वर्ग किलोमीटर का भू - क्षेत्र पाकिस्तान के अधिकार में ही छोड़ दिया । भारतीय संविधान के निर्माण के पश्चात जम्मू एवं कश्मीर राज्य को अनुच्छेद 370 के द्वारा विशेष राज्य का दर्जा प्रदान किया गया । क्रमिक एकीकरण इन तीनों प्रमुख रियासतों के भी भारत में सम्मिलित हो जाने के पश्चात अब प्रमुख दिक्कतें थीं -
इस समस्या का समाधान निम्न प्रकार से किया गया-
Videos Related To Subject TopicComing Soon.... भारतीय संघ में शामिल होने वाला अंतिम देशी रियासत कौन था?aajtak.in. (1) रियासतों को भारत में सम्मलित करने के लिए सरदार बल्लभ भाई पटेल के नेतृत्व में रियासती मंत्रालय बनाया गया. (2) जूनागढ़ रियासत को जनमत संग्रह के आधार पर, हैदराबाद की रियासत को 'पुलिस कार्रवाई' के माध्यम से और जम्मू-कश्मीर रियासत को विलय-पत्र पर हस्ताक्षर के द्वारा भारत में मिलाया गया.
कुल कितनी देशी रियासतें थी?आजादी के बाद भारत 565 देशी रियासतों में बंटा था। ये देशी रियासतें स्वतंत्र शासन में यकीन रखती थीं जो सशक्त भारत के निर्माण में सबसे बड़ी बाधा थी। हैदराबाद, जूनागढ़, भोपाल और कश्मीर को छोड़कर 562 रियासतों ने स्वेच्छा से भारतीय परिसंघ में शामिल होने की स्वीकृति दी थी।
भारत में स्वतंत्रता से पूर्व देशी रियासतों की संख्या कितनी थी?परिचय भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम, 1947 ने रियासतों को यह विकल्प दिया कि वे भारत या पाकिस्तान अधिराज्य (डामिनियम) में शामिल हो सकती हैं या एक स्वतंत्र संप्रभु राज्य के रूप में स्वंय को स्थापित कर सकती हैं। तत्कालीन समय में लगभग 500 से ज़्यादा रियासतें लगभग 48% भारतीय क्षेत्र एवं 28% जनसंख्या की कवर करती थीं।
फरवरी 1948 में जनमत संग्रह द्वारा कौन सा देशी रियासत भारत संघ में शामिल हो गयी?जूनागढ़ 1948 तक एक रियासत था, जिसपर बाबी राजवंश का शासन था। एकीकरण के दौरान भारतीय संघ में जनमत द्वारा शामिल कर लिया गया।
|