भारत में सबसे बड़ा ग्रह कौन है? - bhaarat mein sabase bada grah kaun hai?

हमारी आकाश गंगा यानि हमारा सौरमंडल बहुत बड़ा है हम अपने छत या बरामदे से बैठ कर जितना तारे देखते है दरअसल उन तारों और चंद्रमा के जैसा सौरमंडल में अनगिनत तारे व ग्रह है जब आप कभी इन ग्रहों के बारे में जानने के बारे में सोचते होंगे तो आपके मन में एक सवाल जरूर आया होगा कि सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है?

अगर आप साइंस के विद्यार्थी है तो आपको पता होगा कि सौरमंडल में पृथ्वी के अलावा भी कई अन्य ग्रह है और हर ग्रह का अपना चंद्रमा और सूरज होता है जिस प्रकार पृथ्वी का भी अपना चंद्रमा व सूर्या है जिसके चारों ओर पृथ्वी परिक्रमा करती है।

भारत में सबसे बड़ा ग्रह कौन है? - bhaarat mein sabase bada grah kaun hai?

हम आपको बता दें कि पृथ्वी का आकार 12,756 किलोमीटर है जोकि सौर मंडल का सबसे बड़ा पांचवा ग्रह है परंतु सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है और उसका आकार कितना है आज हम आपको इसके बारे में विस्तार पूर्वक बताने वाले हैं तथा उसे जुडी सभी सवालो का जवाब देने का कोशिश करेंगे।

All Heading

  • 1 सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है
  • 2 सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह की खोज
    • 2.1 बृहस्पति ग्रह कि दुरी और परिक्रमा
  • 3 बृहस्पति ग्रह से संबंधित मुख्य जानकारी
  • 4 बृहस्पति ग्रह के कितने उपग्रह है
  • 5 क्या बृहस्पति ग्रह पर जीवन संभव है
  • 6 बृहस्पति ग्रह के बारे में रोचक जानकारी

सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है

हमारा सौरमंडल में मौजूद 8 ग्रहों में से सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति है इसे अंग्रेजी में “Jupiter” कहा जाता है यह इतना बड़ा है की इसके अन्दर सौरमंडल के सभी ग्रह इसमें समा सकता है।

बृहस्पति ग्रह कितना बड़ा है इसका अंदाजा आप ऐसे लगा सकते है की आप जिस ग्रह पर रहते है यानि पृथ्वी जैसी 1300 पृथ्विया इसमें समा सकता है और बृहस्पति ग्रह को अपनी धुरी पर एक चक्कर लगाने लगभग 10 घंटों का समय लगाता है जबकि सूर्य की परिक्रमा करने में लगभग 12 वर्षों का समय लगता है।

सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह की खोज

बृहस्पति ग्रह की खोज गैलिलियो गैलिली ने सन 1610 में की थी तथा गैलिलियो गैलिली एक महान Astronomer थे जिनके खोज से हमे अन्तरिक्ष के साथ ही गति और गुरुत्वाकर्षण बल के नये-नये सिधान्तो के बारे में बहुत कुछ पता चला।

इन्होने बृहस्पति ग्रह के कितने चंद्रमा है इनके बारे में गैलिलियो गैलिली ने ही बताया था तथा 7 जनवरी 1610 में बृहस्पति के उपग्रह चार चंद्रमाओ की खोज की थी इसलिए गैलिलियन चंद्रमा भी कहते है उन चारो उपग्रहों का नाम आयो, युरोपा, गैनिमिड एवं कैलिस्टो है।

बृहस्पति ग्रह कि दुरी और परिक्रमा

अगर हम पृथ्वी से बृहस्पति ग्रह की दूरी की बात करें तो इसकी दूरी पृथ्वी से 15 करोड़ 56 लाख 82 हजार 404 किलोमीटर है और यदि बृहस्पति (ग्रह) सूर्य से दूरी की बात करें तो वह है 77 करोड़ 84 लाख 12 हजार 20 किलोमीटर, यानी कि पृथ्वी से 5 गुना ज्यादा है।

बृहस्पति ग्रह की सूर्य से यह दूरी औसत दूरी है यदि न्यूनतम दूरी जानी जाए तो वह है 74 करोड 2 लाख 6 हजार 600 किलोमीटर और यदि अधिकतम दूरी की बात करें तो वह है 81 करोड़ 60 लाख 81 हजार 400 किलोमीटर।

यदि हम इसकी परिक्रमा की बात करें तो यह अपनी धुरी पर एक चक्कर सिर्फ 10 घंटे में ही पूरी कर लेता है यदि इसकी बिल्कुल सही घूर्णन गति जानी जाए तो वह है 9 घंटे 55 मिनट 40.6 सेकंड और यह घूमने की गति हमारे सौरमंडल में उपस्थित प्रत्येक सभी ग्रहों से सबसे तेज है यानी कि इसका एक दिन लगभग 10 घंटे का होता है।

यदि हम सुर्य की परिक्रमा की बात करें तो यह सूर्य का एक चक्कर 4 हजार 328.9 दिनों में पूरी करता है यानी कि 11.86 साल में एक चक्कर लगाता है और इस हिसाब से वहा का 1 साल पृथ्वी के लगभग 12 साल के बराबर होता है।

बृहस्पति ग्रह से संबंधित मुख्य जानकारी

1. बृहस्पति ग्रह अपने अक्ष पर 3.13° झुका हुआ है औऱ बृहस्पति ग्रह का वजन कुछ 18986000000000000000000000 किलोग्राम है।

2. बृहस्पति ग्रह का द्रवमान 18 लाख 98 हजार 130 खरब किलोग्राम और संक्षेप में इसे 1.898E27 लिखा जाता है तथा बृहस्पति ग्रह की त्रिज्या की बात करें तो यह पृथ्वी के व्यास से 22 गुणा बड़ी है।

3. परन्तु इतना बड़ा होने के बावजूद यह पृथ्वी से कम घना है यदि इसकी त्रिज्या की तुलना हमारी सूर्य से करें तो बृहस्पति की त्रिज्या सूर्य की त्रिज्या का 1/10वा भाग है।

4. बृहस्पति की त्रिज्या मान की बात करें तो यह है 69,911+-6 किलोमीटर, इसकी विषुवतीय त्रिज्या व ध्रुविये त्रिज्या क्रमशः 71,492+-4 व 66,854+-10 किलोमीटर है।

5. बृहस्पति ग्रह के क्षेत्रफल की बात करें तो यह 61.42 billion km² है औऱ यह पृथ्वी के क्षेत्रफल से 121.9 गुणा ज्यादा है।

6. बृहस्पति ग्रह का तापमान की बात करें तो इसका तापमान -108°C से -145°C रहता है व सतह का दाब 20–200 किलो पास्कल रहता है।

बृहस्पति ग्रह के कितने उपग्रह है

सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति ग्रह के 79 ज्ञात उपग्रह जिन की परिक्रमा की कक्षाएं परखी जा चुकी हैं और स्थाई पाई गई हैं यह संख्या सौरमंडल के किसी भी अन्य ग्रह से अधिक है तथा इन उपग्रहों में से चार चंद्रमा काफी बड़े आकार के हैं गेनीमेड, कलिस्टो आयो और यूरोपा।

इनकी खोज गैलीलियो गैलिली ने 1610 में की थी इसलिए इन चारों को बृहस्पति के गैलीलियाइ चंद्रमा भी कहते हैं यह चार चाँद पहले ऐसे उपग्रह थे जो पृथ्वी से अन्य किसी ग्रह की परिक्रमा करते हुए पाए गए थे।

चारों का व्यास 3100 किलोमीटर से अधिक है तथा बृहस्पति के बाकी किसी भी ग्रह का व्यास 250 किलोमीटर से अधिक नहीं है और अधिकतर तों 5 किलोमीटर से भी कम व्यास रखते हैं।

क्या बृहस्पति ग्रह पर जीवन संभव है

जैसा कि हम जान चुके हैं कि सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति है और पृथ्वी के बाद अगर किसी दूसरे ग्रह पर मानव जीवन की कल्पना की जाती है तो उसमें बृहस्पति ग्रह का नाम सबसे पहले आता है इसलिए हर कोई यह जानना चाहता है कि सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह यानि बृहस्पति पर क्या जीवन संभव है?

पृथ्वी की तरह बृहस्पति ग्रह पर जीवन की संभावना बिलकुल भी नहीं है वहां के जलवायु में पानी की मात्रा छोटी सी है और हम आपको बता दें कि बृहस्पति ग्रह पर कोई ठोस जमीन नहीं है क्योंकि बृहस्पति ग्रह का निर्माण 89% हैड्रोजन और 10% हीलियम से मिल कर बना है और यह कुछ मात्रा में मीथेन, पानी, अमोनिया व चटानी करो से भी मिलकर बना है इसी कारण बृहस्पति ग्रह को गैस का बड़ा गोला भी कहते हैं बाकी अन्य ग्रह की तरह हम बृहस्पति ग्रह को भी खुली आंखों से देख सकते हैं।

अगर हम बृहस्पति ग्रह के द ग्रेट रेड स्पॉट के बारे में बात करें तो यह स्पॉट बृहस्पति ग्रह पर लगभग 356 साल से एक्टिव है औऱ यह स्पॉट इतना बड़ा है कि इस स्पॉट के अंदर तीन पृथ्वी समा सकते हैं इस स्पॉट  का व्यास लगभग 16 हजार 350 किलोमीटर है यानी पृथ्वी से 103 गुना बड़ा तथा कहा जाता है कि उस स्पॉट  की जगह बहुत बड़ा बवंडर है और वहाँ 432 किलोमीटर प्रति घंटे की तेजी से हवा चलती है।

बृहस्पति ग्रह के बारे में रोचक जानकारी

– बृहस्पति ग्रह का नाम रोमन देवता जुपिटर के नाम पर रखा गया है।

– सूर्य का प्रकाश बृहस्पति ग्रह तक पहुंचने में 43 मिनट का समय लगता है।

– बृहस्पति ग्रह का केंद्र का तापमान लगभग 24000 डिग्री सेल्सियस (24000°C) है  जोकि सूर्य की सतह से भी अधिक गर्म है।

– बृहस्पति ग्रह का चुंबकीय क्षेत्र बहुत मजबूत है यदि हम इस ग्रह के सतह पर खड़े हो तो हमारा वजन असली वजन से 3 गुना ज्यादा प्रतीत होगा।

– बृहस्पति ग्रह का चंद्रमा “युरोपा” हमारे सौरमंडल का सबसे बड़ा चंद्रमा है।

– भारत के सबसे अमीर आदमी कौन है– दुनिया का सबसे अमीर आदमीं की लिस्ट– भारत का नाम इंडिया कैसे और क्यों पड़ा– दुनिया मे कितने देश है

तो दोस्तों आज हमने आपको सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है इसके बारे में विस्तार पूर्वक बताने का प्रयास किया है और साथ ही हमने आपको बृहस्पति ग्रह के बारे में कई अन्य जानकारी भी साझा की है जिसे आप को इस ग्रह के बारे में और अधिक जानने को मिला होगा।

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