These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 11 Economics. Here we
have given NCERT Solutions for Class 11 Economics Indian Economic Developments Chapter 3 Liberalisation, Privatisation and Globalisation: An Appraisal. प्रश्न अभ्यास प्र.1. भारत में आर्थिक सुधार क्यों आरंभ किए गए? प्र.2. विश्व व्यापार संगठन का सदस्य होना क्यों आवश्यक है? प्र.3. भारतीय रिजर्व बैंक ने वित्तीय क्षेत्र में नियंत्रक की भूमिका से स्वयं को सुविधाप्रदाता की भूमिका अदा करने में क्यों परिवर्तित किया? प्र.4, रिज़र्व बैंक व्यावसायिक बैंकों पर किस प्रकार नियंत्रण रखता है? प्र.5. रुपयों के अवमूल्यन से आप क्या समझते हैं? प्र.6. इनमें भेद करें: प्र.7. प्रशुल्क
क्यों लगाए जाते हैं? प्र.8. परिमाणात्मक प्रतिबंधों का क्या अर्थ होता है? प्र.9. ‘लाभ कमा रहे सार्वजनिक उपक्रमों को निजीकरण कर देना चाहिए। क्या आप इस बात से सहमत हैं? क्यों? प्र.10. क्या आपके विचार से बाह्य प्रापण भारत के लिए अच्छा है? विकसित देशों में इसका विरोध क्यों हो रहा है? प्र.11. भारतीय अर्थव्यवस्था में कुछ विशेष अनुकूल परिस्थितियाँ हैं जिनके कारण यह विश्व का बाह्य प्रापण केंद्र बन रहा है। अनुकूल परिस्थितियाँ क्या हैं? प्र.12. क्या भारत सरकार की नवरत्न नीति सार्वजनिक उपक्रमों के निष्पादन को सुधारने में सहायक रही है? कैसे? ‘नवरत्न’ और ‘लघुरत्न’ नाम के अलंकरण के बाद इन कंपनियों के निष्पादन में अवश्य ही सुधार आया है। उन्हें अधिक प्रचालन और प्रबंधकीय स्वायत्ती दी गई जिससे उनकी दक्षता और उसके द्वारा मुनाफे में वृद्धि हुई है। प्र.13. सेवा क्षेत्रक के विकास के लिए उत्तरदायी प्रमुख कारक कौन-से रहे हैं? प्र.14. सुधार प्रक्रिया से कृषि क्षेत्रक दुष्प्रभावित हुआ लगता है। क्यों? प्र.15, सुधार काल में औद्योगिक क्षेत्रक के निराशाजनक निष्पादन के क्या कारण रहे हैं? प्र.16. सामाजिक न्याय और जन-कल्याण के परिपेक्ष्य में भारत के आर्थिक सुधारों पर चर्चा करें। Hope given Indian Economic Developments Class 11 Solutions Chapter 3 are helpful to complete your homework. If you have any doubts, please comment below. NCERT-Solutions.com try to provide online tutoring for you. भारत में आर्थिक सुधार क्यों शुरू किया गया?Q. 2 भारत में आर्थिक सुधारों की आवश्यकता क्यों पड़ी? आर्थिक सुधारों का प्रमुख उद्देश्य वैश्वीकरण के एक युग में प्रवेश करना था, क्योंकि भारत की अर्थव्यवस्था की विकास दर बहुत धीमी थी, तो उसे गति प्रदान करने के लिए भारत में आर्थिक सुधारों की आवश्यकता पड़ी।
भारत में नई आर्थिक सुधार की शुरुआत कब हुई?नई आर्थिक नीति 1991 (New Economic Policy 1991 in Hindi) को आर्थिक संकट के जवाब में नरसिम्हा राव के प्रशासन द्वारा लागू किया गया था।
भारत में आर्थिक सुधार क्या है?तीस वर्ष पूर्व वर्ष 1991 में शुरू किये गए उदारीकरण की नीति का वर्ष 2021 में 30 साल पूरे हो गए। वर्ष 1991 के सुधार भारत के स्वतंत्रता के बाद के इतिहास में एक ऐतिहासिक क्षण था जिसने अर्थव्यवस्था की प्रकृति को मौलिक तरीकों से बदल दिया। भुगतान संतुलन की गंभीर समस्या ने वर्ष 1991 में आर्थिक संकट को जन्म दिया।
* भारत में आर्थिक सुधारों का प्रारंभ कब हुआ ?* 1⃣ 1971 2⃣ 1991 3⃣ 2001 4⃣ 1981?Detailed Solution. सही उत्तर 1991 है। 1991 में, भुगतान संतुलन में संकट के कारण देश में आर्थिक सुधारों की शुरुआत हुई। पामुलपर्थी वेंकट नरसिम्हा राव को भारतीय आर्थिक सुधार के जनक के रूप में जाना जाता है।
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