पौधे का कौन सा भाग फल देता है? - paudhe ka kaun sa bhaag phal deta hai?

नमस्कार दोस्तों प्रश्न ही पौधे में निषेचन के बाद फल वह बीज का निर्माण किस भाग से होता है तो दोस्तों हमें बताना है कि जब पौधों में निषेचन की क्रिया संपन्न हो जाती है तो इसके बाद फल और बीज किस भाग से निर्मित होते हैं तो दोस्तों बात करें अगर निषेचन की तो दोस्तों निषेचन में क्या होता है नर तथा मादा युग्मक का संलयन होता है ठीक है और उसके सनलैंड से क्या बनता है युग्मनज बनता है ठीक है जो कि द्विगुणित होता है ठीक है वह युग मनोज से फिर क्या बनता है भ्रूण बनता है ठीक है तो दोस्तों निषेचन के पश्चात ठीक है निषेचन के पश्चात जो फल होता है ठीक है यह किस से बनता है यह नशे से बनता है जो अंडा से

होता है वो निषेचन के पश्चात पल में परिवर्तित हो जाता है और दोस्तों जो भी होता है ठीक है वह किस से बनता है जो नीचे चित्र भी जान होता है ठीक है बाजार में क्या होती है अंडर कोशिका होती है ठीक है जो कि नवयुग मोटर्स ऑनलाइन करती है और वह भी जान क्या कहलाता निश्चित भी जान कहलाता है उससे ही क्या बनता है बीज बनता है तो दोस्तों यहां पर हमारे प्रश्न का उत्तर होगा कि पौधों में निषेचन के पश्चात फल अंडाशय से और बीज निषेचित भी जान से बनता है धन्यवाद

Solution : पौधे के भाग (1) जड़, (2) तना, (3) पत्ती, (4) फल, (5) फूल, (6) बीज। <br> पौधे के भागों के कार्य-पौधे के विभिन्न भागों के कार्य निम्नलिखित हैं <br> 1. जड़ के कार्य-जड़ों के निम्नलिखित कार्य हैं <br> (1) जड़ें पौधे के लिए मिट्टी से पानी और आवश्यक पोषक पदार्थ शोषित करती हैं। <br> (2) कुछ जड़ें भोजन-संग्रह का कार्य भी करती हैं, जैसे मूली, चुकंदर, शलगम आदि। <br> (3) जड़ें पौधे को भूमि में स्थिर रखती हैं। जड़ की शाखाएँ मिट्टी को बहने नहीं देतीं जिसके कारण पौधा भूमि से उखड़कर नहीं गिरता। <br> (4) कुछ जड़ें प्रजनन द्वारा नए पौधों का निर्माण करती हैं, जैसे शक्करकंदी। <br> 2. तने के कार्य-तने के कार्य निम्नलिखित हैं. <br> (1) जड़ों द्वारा शोषित पानी तथा पोषक पदार्थों को पत्तियों तक पहुँचाने का कार्य तना करता है। <br> (2) तना पौधे को पृथ्वी पर सीधा खड़ा रखने में सहायता करता है। यह शाखाओं, पत्तियों, फलों और फूलों का आधार भी बनता है। <br> (3) पत्तियों द्वारा तैयार किया गया भोजन तने द्वारा अन्य भागों तक पहुँचता है। <br> (4) कुछ तने भोजन-संग्रह का कार्य करते हैं, जैसे आलू, अदरक, हल्दी आदि। <br> 3. पत्तियों के कार्य पत्तियाँ निम्नलिखित कार्य करती हैं- <br> (1) पत्तियाँ भोजन बनाने का कार्य करती हैं। इस कार्य के लिए उनमें पर्णहरित (क्लोरोफिल) होता है। पौधे में अनावश्यक जल भी पत्तियों द्वारा ही वाष्पित होता है। पान <br> (2) पत्तियों में रंध्र होते हैं जिनके द्वारा ये वायु से ऑक्सीजन लेती हैं और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ती हैं। इस प्रकार पत्तियाँ श्वसन में सहायता करती हैं। <br> (3) कुछ पत्तियों में भोजन-संग्रह होता है, जैसे कुआर, गंदल आदि। <br> 4. फूल के कार्य-फूल के निम्नलिखित कार्य हैं <br> (1) ये प्रजनन का कार्य करते हैं। फूल से फल तथा फल से बीज बनते हैं और बीज नए पौधों को जन्म देते हैं। <br> (2) पुष्प की चटकीली-भड़कीली पंखुड़ियाँ कीटों को परागण के लिए आकर्षित करती हैं। <br> 5. फलों के कार्य फल के निम्नलिखित कार्य हैं <br> (1) फल बीजों की रक्षा करते हैं। <br> (2) ये बीजों को दूर-दूर तक बिखेरने में सहायता करते हैं। <br> 6. बीज के कार्य बीज अंकुरित होकर नए पौधों को जन्म देते हैं। <br>

भारत के प्रमुख फल एवं उनके खाने योग्य भाग

भारत के प्रमुख फलों के नाम एवं उसके खाने योग्य भाग: 

फल किसे कहते है?

निषेचित, परिवर्तित एवं परिपक्व अंडाशय को फल कहते हैं। साधारणतः फल का निर्माण फूल के द्वारा होता है। फूल का स्त्री जननकोष अंडाशय निषेचन की प्रक्रिया द्वारा रूपान्तरित होकर फल का निर्माण करता है। कई पादप प्रजातियों में, फल के अंतर्गत पक्व अंडाशय के अतिरिक्त आसपास के ऊतक भी आते है। फल वह माध्यम है जिसके द्वारा पुष्पीय पादप (Flowering plant) अपने बीजों का प्रसार करते हैं, हालांकि सभी बीज फलों से नहीं आते।

फल कितने प्रकार के होते है?

फलों के प्रकार: फल के तीन बुनियादी प्रकार हैं: साधारण फल (Simple fruits), गुच्छेदार फल (Aggregate fruits) और बहुखण्डित फल (Multiple fruits)।

  1. साधारण फल (Simple fruits): एक साधारण या मिश्रित अंडाशय जिसमे सिर्फ एक पुंकेसर (Stamen) हो के पकने पर एक साधारण फल प्राप्त होता है जो सूखा या गूदेदार हो सकता है। सूखे मेवे पकने पर या स्फोटक (फट कर बीज निकालना) या अस्फोटक (न फटना जिससे बीज अन्दर ही रहते हैं) हो सकते हैं। सूखे और सामान्य फल के उदाहरण हैं: वह फल जिनमें फल भित्ति का कुछ भाग या पूरी भित्ति ही पक्वन पर मांसल (गूदेदार) हो जाती है, सामान्य गूदेदार फल (Normal Pulpy fruit) कहलाते हैं।
  2. गुच्छेदार फल (Aggregate fruits): यह फल एक ही पुष्प जिसमे कई साधारण पुंकेसर (Stamen) हो, से विकसित होते हैं। इनका उदाहरण है रसभरी।
  3. बहुखण्डित फल (Multiple fruits): एक बहुखण्डित फल, फूलों के एक समूह (एक पुष्पक्रम) से गठित होता है। हर फूल एक फल का निर्माण करता है लेकिन यह सब एक एकल पिंड के रूप मे परिपक्व होते हैं। इनके उदाहरण हैं, अनानास (Pineapple), खाद्य अंजीर (Fig), शहतूत (Morus alba), संतरा (Orange) और रोटीफल (Breadfruit)।

भारत के प्रमुख फलों के नाम एवं उसके खाने योग्य भागो की सूची: 

फलों के नाम हिन्दी में Furits name in English खाने योग्य भाग कानाम
लीची Lychee एरिल
सेब, नाशपाती apple, pear पुष्पासन
आम, पपीता mango, papaya मध्य फलभित्ती
गेहूँ wheat भ्रूणपोष एवं भ्रूण
नारियल Coconut भ्रूणपोष
मूँगफली, चना Peanuts, Chickpeas बीजपत्र एवं भ्रूण
आलू Potato तना
गाजर, शलजम, चुकन्दर एवं मूली Carrots, turnips, beets and radishes जड़
काजू Cashew बीजपत्र
नारंगी Orange जूसी हेयर
अनानास Pineapple परिदल पुंज
अमरुद, टमाटर, अंगूर Guava, Tomato, Grapes फलभित्ति एवं बीजाण्डासन
केला banana मध्य एवं अंतःभित्ती

bhart ke pramukh fal or unke khane yogya bhag इन्हें भी पढ़े: विश्व के सभी देशों के राष्ट्रीय फलों की सूची हिंदी और अंग्रेजी में

प्रश्नोत्तर (FAQs):

𝒬. कौन- सा पौधा फल नही देता है,परंतु बीज पैदा करता है?

𝒬. सूरजमुखी, नारियल और मूंगफली में मुख्यतः क्या सामान्य होता है?

𝒜. उनसे खाद्य तेल होता है

𝒬. किस पौधे के फलो को भूमि से नीचे पाया जाता है?

𝒬. बिना बीज के फलों को विकसित करने की विधि को क्या कहते है?

𝒬. किस फल का विकास पुष्पक्रम में होता है?

𝒬. हरे फलों को कृत्रिम रूप से पकाने के लिए प्रयुक्त गैस है-

𝒬. सिट्रस फल में कौनं-सा विटामिन पाया जाता है?

𝒬. कुछ पौधों के बीज अंकुरित नहीं हो पाते यदि वे फल-भक्षी पक्षियों के पाचन क्षेत्र से न गुजरे, इसका कारण है-

𝒬. फलों के मीठे स्वाद का क्या कारण है?

𝒬. कौन-सा ऐसा फल है, जिसमें ‘असली फल’ भी है और ‘दिखावटी फल’ भी मौजूद है?

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