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शेयर करें September 05, 2020 कई बार आवाज़ आने में कुछ क्षण का विलम्ब हो सकता है! नेबुलाइजर थेरेपी सांस द्वारा सीधे फेफड़ों में दवाएं देने के लिए एक प्रभावी और बेहतर तरीका है। डॉक्टर नेबुलाइजर की जरुरत वाली बिमारियों के लिए कई प्रकार की दवाओं को नेबुलाइजर से देने की सिफारिश करते हैं। यदि आपकी श्वास में कोई परेशानी हैं, जैसे क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी रोग (सीओपीडी), ब्रोंकाइटिस, निमोनिया या अस्थमा और आप राहत पाने के लिए एयरोसोल दवाओं पर निर्भर हैं, तो आपको यह जान कर सुकून मिलेगा कि अब आपको इसकी जब भी आवश्यकता हो नेबुलाइजर आसानी से उपलब्ध हो सकता है। (और पढ़े - अस्थमा के घरेलू उपाय) कभी-कभी आपके लिए पारंपरिक इनहेलर्स पर्याप्त नहीं होते हैं और डॉक्टर आपकी सांस लेने में परेशानी के इलाज के लिए एक नेबुलाइजर का उपयोग करने के लिए कह सकते हैं। नेबुलाइजर एक ऐसा उपकरण है जिसमें तरल दवा की थोड़ी मात्रा डाली जाती है और उसे यह धुंध में बदल देता है जिसे श्वास के द्वारा लिया जा सकता है। कुछ नेबुलाइजर्स आकार में बड़े और बहुत शोर करने वाले उपकरण हो सकते हैं और हमेशा उनको इधर-उधर ले जाना आसान नहीं होता है, इसलिए सोच समझ कर अपने लिए एक अच्छे नेबुलाइजर का चुनाव करना चाहिए। इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि नेबुलाइजर क्या है, नेबुलाइजर मशीन का उपयोग कैसे करें और नेबुलाइजर मशीन का प्राइस कितना है। लेख में यह भी बताया गया है कि नेबुलाइजर के फायदे और नुकसान क्या हो सकते हैं और किस तरह अपने लिए अच्छे नेबुलाइजर का चुनाव करें।
नेबुलाइजर क्या है - Nebulizer kya hai in hindiनेबुलाइजर एक ऐसा उपकरण है जो तरल दवा को धुंध की छोटी बूंदों में परिवर्तित करने के लिए एक छोटे कंप्रेसर का उपयोग करता है जिससे जुड़ा हुआ मास्क मुँह पर लगा कर सीधे फेफड़ों में श्वास ली जा सकती है। चूंकि दवा सीधे आपके फेफड़ों तक जाती है, इसलिए इस प्रक्रिया में दवा के असर की शुरुआत अक्सर तेजी से होती है। यदि आपको अस्थमा है, तो आपके डॉक्टर उपचार या श्वास चिकित्सा के रूप में नेबुलाइजर का उपयोग कर सकते हैं। नेबुलाइजर में भी मेटर्ड-डोस इनहेलर्स (एमडीआई - जाने-पहचाने पॉकेट में आ जाने लायक आकार के इनहेलर्स होते हैं) में उपयोग की जाने वाली दवाओं का ही उपयोग किया जाता है। (और पढ़े - अस्थमा के लिए योग) एमडीआई की तुलना में नेबुलाइजर्स का उपयोग करना अधिक आसान हो सकता है, खासतौर से उन बच्चों के लिए या गंभीर अस्थमा वाले वयस्कों के लिए जो इन इनहेलर्स का सही तरीके से उपयोग करने में सक्षम नहीं है। (और पढ़े - अस्थमा से निजात पाने की रेसिपी) नेबुलाइजर शब्द की उत्पत्ति मूल रूप से नेबुलौस शब्द से हुई है, जिसका अर्थ "बादल" बादल है। नेबुलाइजर विभिन्न प्रकार की फेफड़ों की समस्याओं के लिए एक आम उपचार है। यह डिवाइस दवाओं को इस तरह से तैयार करता है ताकि इन दवाओं को एक मास्क के माध्यम से श्वास द्वारा लिया जा सके। (और पढ़े - फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए आहार) नेबुलाइजर्स सक्रिय और गैर सक्रिय दोनों तरह की जीवन शैली में समायोजित किये जा सकते हैं। इसमें एक मास्क का उपयोग करके, आपको नेबुलाइजर्स तत्काल राहत प्रदान कर सकते हैं और सांस लेने से जुड़ी परेशानियों के लिए नियमित तौर पर उपयोग किये जा सकते है। नेबुलाइजर मशीन में मास्क से जुड़े चैम्बर में हवा पहुंचाने के लिए एक छोटे कंप्रेसर का उपयोग किया जाता है। उस चैम्बर के अंदर, दवा को नेबुलाइज किया जाता है, जिसका अर्थ है कि तरल दवा को धुंध में बदल दिया जाएगा जो श्वास के माध्यम से फेफड़ों में पहुँच कर परेशानी का इलाज कर सकती है। जिस स्थिति के लिए नेबुलाइजर का उपयोग किया जा रहा है उसके आधार पर नेबुलाइजर में कई प्रकार की दवाओं का उपयोग किया जा सकता है। नेबुलाइजर्स में उपयोग की जाने वाली दवाओं में शामिल हैं - अल्ब्युटेरोल, आईप्राट्रोपियम, बडसोनइड, फॉर्मोटेरोल इत्यादि। नेबुलाइजर में उपयोग की जाने वाली दवा आपके डॉक्टर द्वारा निर्धारित की जानी चाहिए। (और पढ़े - अस्थमा में क्या खाना चाहिए) नेबुलाइजर मशीन - Nebulizer machine in hindiनेबुलाइजर मशीन के बाजार में तीन प्रकार के नेबुलाइजेशन सिस्टम उपलब्ध हैं -
तीनों में से, सबसे अधिक प्रभावी मेष नेबुलाइजर्स होते हैं। ये नेबुलाइजर्स सबसे अधिक कॉम्पैक्ट, कम शोर करने वाले और सबसे तेज़ भी होते हैं, जो रोगी को लिए सबसे अच्छे होते हैं। नेबुलाइजर्स दो प्रकार के मॉडल में उपलब्ध हैं - घर पर उपयोग किये जा सकने वाले, जिन्हें टेबल टॉप मॉडल कहा जाता हैं और दूसरे, पोर्टेबल मॉडल, जिन्हें कहीं भी लाया ले जाया जा सकता है। होम नेबुलाइजर्स आकार में बड़े होते हैं और उन्हें बिजली से चलाना पड़ता है। वहीं पोर्टेबल नेबुलाइजर्स बैटरी पर चलते हैं जो या तो डिस्पोजेबल या रिचार्जेबल होती है। इसे कार के सिगरेट लाइटर में प्लग करके चार्ज किया जा सकता है। छोटी, पोर्टेबल मशीन आकार में ताश के पत्तों की गड्डी से थोड़ी बड़ी होती हैं, इसलिए जब भी आपको जहां भी आवश्यकता हो उसे अपने साथ पर्स, ब्रीफकेस या बैकपैक में इस्तेमाल करने के लिए ले जा सकते हैं। एक नेबुलाइजर मशीन के कई हिस्से होते हैं। इसके साथ एक छोटा कंप्रेसर आता है जो टेबल या डेस्क पर रखा जा सकता है। यह आमतौर पर एक टयूबिंग किट के साथ आता है, जिसमें एक मास्क होता है, यह मास्क एक कप के जैसे आकार का होता है। जो मुंह पर पहना जाता है और ट्यूब का एक लंबा टुकड़ा कंप्रेसर से जुड़ा होता है। (और पढ़ें - भाप लेने का सही तरीका) नेबुलाइजर का उपयोग - Nebulizer ka upyog in hindiनेबुलाइजर्स का उपयोग करना बहुत आसान है क्योंकि ऐसा करने के लिए बहुत अधिक तकनिकी ज्ञान नहीं चाहिए होता है - बस माउथ पीस या मास्क को अपने मुंह पर लगाए रखें और दवा में सांस लेते रहें। लेकिन फेफड़ों तक दवा पहुंचाने के लिए नेबलाइज़र कम से कम 5 या 10 मिनट लेते हैं और कभी-कभी इससे भी लंबा समय लग सकता है। अपने घर के अच्छी रोशनी वाले क्षेत्र में नेबुलाइज़र का प्रयोग करें। यह जगह आरामदायक होनी चाहिए ताकि आपको बैठने में परेशानी न हो और जहां आप बिना किसी बाधा के अपना इलाज ले सकते हैं। इलाज करते समय आरामदायक, सीधी पीठ वाली कुर्सी पर बैठें। (और पढ़ें - दमा के लिए घरेलू उपाय) इसके बाद नेबुलाइजर मशीन को तैयार करने और इलाज के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें -
(और पढ़े - बैक्टीरियल संक्रमण का इलाज) नेबुलाइजर के फायदे - Nebulizer ke fayde in hindiनेबुलाइजर का उपयोग करने के निम्नलिखित लाभ हो सकते हैं -
आपके डॉक्टर द्वारा बताए गए तरीके के अनुसार नेबुलाइजर का उचित उपयोग और रखरखाव करें इससे यह सही तरीके से काम करेगा और आपको अधिकतम लाभ मिल सकेगा। नेबुलाइजर के नुकसान - Nebulizer ke side effects in hindiरोगी को होने वाले अधिकांश साइड इफेक्ट्स के लिए नेबुलाइजर नहीं बल्कि दवाएं जिम्मेदार होती हैं। हालांकि, कुछ समस्याएं विशेष रूप से नेबुलाइजेशन के कारण होती हैं। दवा देने के तरीके या विधि से फर्क नहीं पड़ता है। आपको दवा लेने से हल्के से लेकर कुछ गंभीर साइड इफ़ेक्ट तक हो सकते हैं। नेबुलाइजेशन के सबसे अधिक रिपोर्ट किए गए साइड इफेक्ट्स निम्नलिखित हैं:
यदि ये लक्षण आपको परेशान करते हैं या 30 मिनट से अधिक समय तक बने रहें तो अपने डॉक्टर के साथ चर्चा करें। एट्रोवेन्ट या कोम्बीवेंट नामक दवाओं से ग्लूकोमा जैसा असामान्य दुष्प्रभाव हो सकता है। सालाना अपने ऑप्टिशियंस से जांच करवाएं क्योंकि हो सकता है आप छोटे-छोटे बदलावों को नहीं देख पा रहे हो। आप नेबुलाइजर में इस दवा का उपयोग कर रहे हैं यह बात अपने ऑप्टिशियन को बताएं। नेबुलाइजर फॉर किड्स - Nebulizer for kids in hindiअगर आपके बच्चे की ठंड या खांसी से छाती जकड़ गयी है या सांस लेने में समस्या हो रही है, तो संभावना है कि आपके बच्चे के डॉक्टर नेबुलाइजेशन के विकल्प का उपयोग करें। बच्चों की श्वसन समस्याओं के लिए नेबुलाइजर्स अधिक प्रभावी होते हैं क्योंकि बच्चे इनहेलर को उपयोग करने में सक्षम नहीं होते हैं। (और पढ़े - बच्चों की खांसी के घरेलू उपाय) आपके बच्चे को किस तरह से नेबुलाइज्ड दवा दी जाती है यह उसकी उम्र और समन्वय पर निर्भर करता है। यह आपके बच्चे की डिवाइस का उपयोग करने के तरीके को समझने की क्षमता पर भी निर्भर करता है। (और पढ़े - खांसी में क्या न खाएं) नेबुलाइजर्स का उपयोग आपके डॉक्टर के सुझाव के अनुसार किया जा सकता है, जो आपके बच्चे की श्वसन समस्या की गंभीरता के अनुसार अलग-अलग होगा। डॉक्टर सामान्य खांसी और सर्दी के लिए सोने के पहले एक बार तो वहीं श्वसन संबंधी परेशानी के लिए दिन में कई बार नेबुलाइजर के उपयोग करने की सलाह दे सकते हैं। (और पढ़े - खांसी के घरेलू उपाय) अस्थमा वाले शिशुओं को अक्सर नेबुलाइजर की आवश्यकता हो सकती है क्योंकि वे लगातार सर्दी, छींक, और एलर्जी की समस्याओं से पीड़ित होते हैं। (और पढ़े - नवजात शिशु को खांसी और शिशु को जुकाम) एक बार आपके बच्चे की प्रतिरक्षा विकसित हो जाती है और वह सांस लेने योग्य हो जाता है, तो आप उसके लिए नेबुलाइजर का उपयोग करना बंद कर सकते हैं। लेकिन तब तक, दवाएं आपके बच्चे की श्वसन प्रणाली तक पहुंचाने के लिए एक यह एक प्रभावी तरीका हो सकता है। नेबुलाइजर्स दवा के साथ या बिना दवा के भी इस्तेमाल किया जा सकता है। (और पढ़े - बच्चों की देखभाल) नेबुलाइजर प्राइस इन इंडिया - Nebulizer machine price in hindiजब सही नेबुलाइज़र चुनने की बात आती है, तो आप बाजार में उपलब्ध विकल्पों के कारण भ्रमित हो सकते हैं। इसलिए, कुछ कारकों जैसे नेबुलाइजर का प्रकार, वितरण दर, दवा की क्षमता, शोर का स्तर इत्यादि पर विचार करके अपने लिए एक अच्छे नेबुलाइजर का चुनाव करें। भारत में अस्पताल में आमतौर पर आपके बच्चे के नेबुलाइजेशन के लिए 200 से 300 रुपये चार्ज होता है, अगर आपके बच्चे या आपको लंबी अवधि के लिए इसकी आवश्यकता है तो बेहतर यह होगा कि आप अपने घर के लिए एक नेबुलाइजर मशीन खरीद लें। कई अच्छी कंपनियां हैं जो अच्छी गुणवत्ता के घर पर उपयोग करने योग्य नेबुलाइजर्स की बाजार में बिक्री करती हैं। एक सामान्य गुणवत्ता के नेबुलाइजर की कीमत लगभग 1200 रुपये से शुरू होती है। आप अपने बजट और जरुरत के अनुसार एक सही मशीन का चुनाव करने के लिए अपने डॉक्टर की भी मदद ले सकते हैं। नोट - ये लेख केवल जानकारी के लिए है। myUpchar किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है। आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें। संदर्भ
सम्बंधित लेखभाप लेने वाली मशीन का नाम क्या है?स्टीम इनहेलेशन या भाप लेने को कोरोना से बचाव और जल्द रिकवरी में काफी कारगर माना जा रहा है क्योंकि इससे बंद नाक, गले और लंग्स में जमा कफ के बाहर निकलने में मदद मिलती है इसकी गर्मी जर्म्स को भी मारती है। आप स्टीमर के जरिए आसानी से भाप ले सकते हैं।
बच्चों को भाप देने वाली मशीन को क्या कहते हैं?RCSP Super Deluxe 3 इन 1 वाष्पित्र/स्टीमर खांसी और ठंड के लिए बच्चों के लिए स्टीम नोज़ इनहेलर और फेशियल वाष्पित्र का उपयोग ठंड, फ्लू, ब्रोंकाइटिस, साइनसिसिटिस, लैरींगाइटिस, और एलर्जी से पीड़ित होने पर किया जा सकता है, यह व्यक्तिगत भाप वाला इनहेलर फेफड़ों और श्वसन तंत्र के लिए पर्याप्त नमी को पुनर्स्थापित करता है.
भाप देने की मशीन कितने रुपए की आती है?Dr Trust Bestest Compressor Nebulizer Machine Kit (White):अमेजन आपको ये नेबुलाइजर 1,299 रुपये में बेच रहा है जबकि इसकी MRP-3,100 रुपये है।
नेबुलाइजर कैसे यूज़ करते हैं?एयर कंप्रेसर को चालू करें और नेब्युलाइज़र का इस्तेमाल करें: माऊथपीस को अपने मुंह में अपनी जीभ के ऊपर रखें और अपने होठों को उसके चारों तरफ कस कर बंद रखें। अपने मुंह के माध्यम से धीरे-धीरे और गहराई से सांस लें, ताकि सारी दवा आपके लंग्स में जाए। अपने मुंह या नाक से सांस को छोड़ें।
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