कैंसर से पीड़ित बच्चों में कुछ विटामिन जैसे विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन डी और ज़िंक की मात्रा कम होने की संभावना होती है। ऐसा कई कारणों से हो सकता है, जैसे आहार, पाचन संबंधी समस्याएं या कैंसर या कैंसर के इलाजों के कारण मेटाबोलिज्म (चयापचय) में बदलाव। समय के साथ-साथ, विटामिन की कमी के कारण घाव धीरे से भरना, प्रतिरक्षा प्रणाली का ठीक से काम न करना, संक्रमण, हड्डियां कमजोर होना और थकान जैसे समस्याएं हो सकती हैं। इलाज के दौरान और इसके बाद मरीजों को संतुलित आहार लेना ज़रूरी होता है। जहां तक संभव हो, भोजन से विटामिन और पोषण लें। देखभाल टीम, ज़रूरी पोषक तत्वों का सेवन बढ़ाने के लिए आहार में विशेष बदलाव का सुझाव दे सकती है। कुछ स्थितियों में, विटामिन या मल्टीविटामिन सप्लिमेंट लेने की सलाह दी जा सकती है। कोई भी नई सप्लिमेंट शुरू करने से पहले हमेशा अपने चिकित्सक को ज़रूर बताएं। कुछ सप्लिमेंट हानिकारक हो सकते हैं या इलाज में समस्या पैदा कर सकते हैं। Show नई दिल्ली: अगर आपको भी भूख नहीं लगती है तो यह खबर आपके काम आ सकती है. जिन लोगों को भूख न लगने की समस्या रहती है, उनके सामने चाहे कितना भी स्वादिष्ट खाना रख दें तो भी उनका खाने का मन नहीं होता. हेल्थ एक्सपर्ट बताते हैं कि कब्ज, पेट के वायरस, भोजन संबधी विकार, गलत समय या अलग-अलग समय पर खाना खाना, भूख न लगने के कारण हो सकते हैं. इस खबर में हम आपको भूख नहीं लगने के कारण और उपाय के बारे में जानकारी दे रहे हैं. सबसे पहले नजर डालते हैं भूख न लगने के कारणों पर. दरअसल, भूख नहीं लगने के कई कारण हो सकते हैं.
भूख ना लगने से नुकसान भूख बढ़ाने के लिए जरूरी उपाय
भूख ना लगने पर क्या-क्या खाना चाहिए भूख ना लगने पर अनार, आंवला, इलायची, अजवाइन और नींबू आदि चीजों का सेवन करना चाहिए.यह सभी चीजें स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होती हैं. इन्हें खाने से शरीर में कई पोषक तत्वों की पूर्ति हो जाती है. इसके अतिरिक्त व्यायाम करना भी बेहद जरूरी है. इससे भी भूख नहीं लगने की समस्या ठीक हो जाती है. डिस्क्लेमर- इस लेख में दी गई सेहत से जुड़ी तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसे किसी बीमारी के इलाज या फिर चिकित्सा सलाह के तौर पर नहीं देखना चाहिए. यहां बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे इसका हम कोई दावा नहीं करते हैं. यहां दिए गए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें. बहुत ज्यादा रिफाइंड कार्ब्स खाना- रिफाइंड कार्ब्स बहुत ज्यादा प्रोसेस्ड होता है और इनमें फाइबर, विटामिन और मिनरल्स की कमी होती है. मैदे से बने ब्रेड और पास्ता में रिफाइंड कार्ब्स सबसे ज्यादा होता है. सोडा, कैंडी, बेक्ड फूड में प्रोसेस्ड शुगर होता है जो रिफाइंड कार्ब्स की तरह ही नुकसान पहुंचाता है. फाइबर ना होने की वजह से रिफाइंड कार्ब्स वाली चीजें बहुत जल्दी पच जाती हैं और भूख जल्दी लग जाती है. रिफाइंड कार्ब्स की जगह सब्जी, फल, फलियां और साबुत अनाज जैसी पौष्टिक चीजें खाएं. जब आपके खाने की इच्छा कम होने लगती है तो इस स्थिति को भूख कम लगना कहा जाता है। इसके अलावा इस स्थिति को खराब भूख या भूख की कमी या फिर कम भूख महसूस होना आदि कई नामों से जाना जाता है। इसका मतलब होता है कि आपको भोजन की इच्छा या भूख उतनी नहीं लगती जितनी आपको पहले लगती थी। कब्ज, पेट के वायरस, भोजन संबंधी विकार, कुछ प्रकार के रोग, गलत और अलग -अलग समय पर भोजन करना और यहां तक कि कैंसर भी भूख में कमी कर सकते हैं। भूख कम लगने की स्थिति के लक्षणों में भोजन की इच्छा ना होना, अचानक से वजन घटना और भूख महसूस ना होना आदि होते हैं। भोजन करने के विचार से आपका जी मिचलाने लग सकता है और आपको ऐसा लगने लगता है कि खाना खाने के बाद आपको उल्टी आ जाएगी। लंबे समय से भूख कम लगने की स्थिति को एनोरेक्सिया कहा जाता है इसके मेडिकल या साइकोलॉजिकल (मनोवैज्ञानिक) कारण हो सकते हैं। यदि संभव हो तो भोजन करने से पहले ताजी हवा में थोड़ी एक्सरसाइज करने की कोशिश करें या थोड़ा चल लें। खाना खाने से ठीक पहले थोड़ी बहुत शारीरिक गतिविधियां करना और ताजी हवा लेना भी भूख को उत्तेजित करते हैं। डॉक्टर इस समस्या की ठीक से जांच करने के लिए खून टेस्ट, छाती का एक्स-रे, पेट का अल्ट्रासाउंड और मनोवैज्ञानिक मूल्यांकन कर सकते हैं। कुछ ऐसे स्टेप जो किसी व्यक्ति के खाने की इच्छा को बढ़ा सकते हैं, व्यक्ति का मनपसंद भोजन प्रदान करना और भोजन के लिए एक अनियमित शेड्यूल बनाना, यानि जब मन करें तब खाओ आदि है। कुछ निश्चित स्थितियों में डॉक्टर मरीज़ की भूख बढ़ाने के लिए कुछ दवाओं का इस्तेमाल भी कर सकते हैं जैसे साइप्रोहेप्टाडिन (Cyproheptadine), मेजैस्ट्रोल (Megestrol) और ड्रोनाबिनोल (Dronabinol) आदि। भूख ना लगना कौन सी बीमारी है?किडनी की समस्याओं, किसी प्रकार के बैक्टीरियल इंफेक्शन, चिंता, तनाव या डिमेंशिया जैसी बीमारियों में भी भूख खत्म हो जाती है। इसके अलावा भी बहुत से ऐसे कारण हैं, जो किसी व्यक्ति की भूख को प्रभावित कर सकते हैं। जब हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर सामान्य से नीचे चला जाता है, तो एनीमिया की स्थिति पैदा हो जाती है।
भूख कम लगने का क्या कारण हो सकता है?सही प्रकार भोजन न करने के कारण शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है. इससे भूख न लगने की समस्या हो सकती है. सही मात्रा में खाना न खाने से कमज़ोरी, थकान और न्यूट्रिएंट्स की कमी हो जाती है. कमजोर शरीर को बीमारियां घेर लेती हैं.
अगर भूख कम लगे तो क्या करना चाहिए?Highlights. अजवाइन अजवाइन पेट की समस्या के लिए बेहद कारगर है। ... . काली मिर्च काली मिर्च एक ऐसा मसाला है जो पाचन ठीक करने के साथ भूख बढ़ाने में भी कारगर है। ... . अदरक अदरक औषधीय गुणों से भरपूर होता है। ... . आंवला आंवला में विटामिन सी भरपूर मात्रा में होता है। ... . त्रिफला चूर्ण त्रिफला चूर्ण सेहत के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है।. भूख कम लगे तो क्या खाना चाहिए?प्रोटीन और फाइबर से भरपूर चीजें खाने से आपको लंबे समय तक भूख नहीं लगती है. बादाम खाने से आपकी भूख शांत होगी. 2- चना स्प्राउट्स- भूख को शांत करने के लिए हेल्दी फूड में चना भी शामिल है. चना से बने स्प्राउट्स खाने से शरीर को प्रोटीन और फाइबर मिलता है.
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