यूपी समेत 5 चुनावी राज्यों में वोटों की गिनती के साथ नतीजे करीब-करीब साफ हो गए हैं। कोई भी पार्टी या अलायंस बीजेपी को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में लौटने से रोक नहीं पाए हैं। हां, पंजाब में जरूर आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर झाड़ू फेर दी है। पूरे देश में भगवा परचम की बात करें तो बीजेपी और उसके साथी पार्टियों का राज 18 राज्यों में ज्यों का त्यों कायम हैं। पांच राज्यों का ये चुनाव उसमें कोई बदलाव नहीं कर सका है। ऐसे में आज भास्कर इंडेप्थ में 5 ग्राफिक्स में देखते हैं कि मई 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के समय BJP+ का क्या हाल था? भगवा राज का ग्राफ कब अपने चरम पर था और कब वह सिमट गया। यह भी जानते हैं कि 2022 चुनाव परिणाम आने के बाद BJP+ की कितने राज्यों में सरकार है या बनने वाली है? 1. 2014 में देश के 7 राज्यों में थी BJP+ की सरकार 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में BJP+ की सरकार बनी थी। इस लोकसभा चुनाव में 545 में से 337 सीटों पर BJP+ को जीत मिली थी। इस समय महज 7 राज्यों में BJP+ की सरकार थी, जबकि 14 राज्यों में कांग्रेस सरकार में थी। इसके बाद 2015 से 2017 के बीच यूपी, उत्तराखंड समेत कई राज्यों में BJP+ की सरकार बनी। अब ग्राफिक्स में देखिए 2014 में कितने राज्यों में BJP+ की सरकार थी 2. 2014 के बाद 2018 में सबसे ज्यादा 21 राज्यों में BJP+ की सरकार थी प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने 'कांग्रेस मुक्त भारत' का नारा दिया। इसके बाद BJP+ ने एक-एक कर राज्यों में कांग्रेस पर बढ़त बनानी शुरू कर दी। गुजरात और हिमाचल प्रदेश में BJP+ की वापसी हुई। इसके साथ ही 2018 की शुरुआत में सबसे ज्यादा 21 राज्यों में BJP+ की सरकार बनी थी। अब ग्राफिक्स में देखिए दिसंबर 2018 में कितने राज्यों में BJP+ की सरकार थी 3. 2014 के बाद 2019 में सबसे कम राज्यों में थी BJP+ सरकार 2018 की शुरुआत में BJP के लिए सब सही रहा, लेकिन कुछ महीने बाद ही उसके विजय रथ को जोरदार झटका लगा। कर्नाटक में कांग्रेस ने बीजेपी की सरकार गिराकर गठबंधन सरकार बनाई। इसके अलावा आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, जम्मू कश्मीर, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान में भी BJP+ की सरकार गिर गई। हालांकि बाद में फिर से BJP ने कर्नाटक, मेघालय, मिजोरम जैसे राज्यों में सरकार बना ली। इस तरह 2014 के बाद सबसे कम BJP+ की सरकार इसी समय थी। 2019 में 17 राज्यों में BJP+ की सरकार थी। अब ग्राफिक्स में देखिए दिसंबर 2019 में कितने राज्यों में BJP+ की सरकार थी 4. 2022 विधानसभा चुनाव से पहले कितने राज्यों में BJP+ की सरकार 2022 विधानसभा चुनाव से पहले देश के 18 राज्यों में BJP और उसके सहयोगी दलों की सरकार थी। सबसे खास बात तो यह थी कि नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों में BJP+ की सरकार थी। फरवरी 2022 में जिन पांच राज्यों गोवा, उत्तर प्रदेश, मणिपुर, पंजाब और उत्तराखंड में चुनाव हुए, उनमें से 4 राज्यों में BJP की सरकार थी। अब ग्राफिक्स में देखिए 2022 चुनाव से पहले कितने राज्यों में BJP-NDA की सरकार थी 5. 2022 विधानसभा चुनाव के बाद कितने राज्यों में BJP+ की सरकार? 5 राज्यों के वोटों की काउंटिंग हो रही है। अब तक के रुझानों में 5 में से 4 राज्यों में BJP+ एक बार फिर से सरकार बनाने जा रही है। वहीं, पंजाब कांग्रेस का हाथ से फिसल गया है। आम आदमी पार्टी (AAP) पंजाब में सरकार बनाने जा रही है। ऐसे में साफ है कि 2022 चुनाव से पहले और बाद के BJP+ के ग्राफिक्स में फिलहाल कोई बदलाव होता नजर नहीं आ रहा है। 2018 में 21 राज्यों में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी। तब देश की 71 फीसदी आबादी पर भाजपा सरकारों का राज था। uttar pradesh 2022 - फोटो : अमर उजाला उत्तर प्रदेश समेत पांच राज्यों के चुनाव नतीजे आ गए हैं। इन पांच चुनावी राज्यों में से चार पर भाजपा ने फिर से जीत हासिल कर ली है। वहीं, पंजाब की सत्ता कांग्रेस के हाथों से खिसक गई। इन जीत के साथ देश के 18 राज्यों में भाजपा ने अपनी सरकार बरकरार रखने में कामयाबी हासिल कर ली। इन राज्यों में देश की करीब 50% फीसदी आबादी रहती है। यानी, देश की करीब आधी आबादी वाले राज्यों में भाजपा की सरकारें हैं। वहीं, कांग्रेस की सरकार अब पांच राज्यों तक ही सिमटकर रह गई है। इन पांच राज्यों में देश की करीब 22 फीसदी आबादी रहती है। आइये जानते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के देश की सत्ता में आने बाद देश के कितने राज्यों में भाजपा की सरकार थी? कब देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले हिस्से में भाजपा और उसके सहयोगी सरकारों का शासन आया? और नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने बाद कांग्रेस कितनी सिमटी? मई 2014 में नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री बने। मोदी के सत्ता में आने के वक्त देश के सात राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगियों की सरकारें थीं। इनमें पांच राज्यों में भाजपा के मुख्यमंत्री थे। वहीं, आंध्र प्रदेश और पंजाब में उसकी सहयोगी पार्टी सरकार चला रही थी। इन दो राज्यों में देश की 6 फीसदी से ज्यादा आबादी रहती है। बाकी पांच राज्यों छत्तसीगढ़, गोवा, गुजरात, मध्य प्रदेश और राजस्थान में भाजपा के मुख्यमंत्री थे। इन राज्यों में देश की 19 फीसदी आबादी रहती है। यानी, जब मोदी सत्ता में आए उस वक्त करीब 26 फीसदी आबादी पर भाजपा और उसकी सहयोगी सरकारें चल रही थीं। 2014 में जब नरेंद्र मोदी सत्ता में आए उस वक्त देश के 14 राज्यों में कांग्रेस और उसके सहयोगी पार्टियों की सरकार थी। कांग्रेस शासित इन राज्यों में देश की 27 फीसदी से ज्यादा आबादी रहती है। इन राज्यों में महाराष्ट्र और कर्नाटक जैसे दो बड़े राज्य शामिल थे। 2014 में सात राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगियों की सरकार थी। चार साल बाद मार्च 2018 में 21 राज्यों में भाजपा और उसके सहयोगियों की सरकार थी। इन राज्यों में देश की करीब 71 फीसदी आबादी रहती है। ये वो दौर था जब भाजपा शासन आबादी के लिहाज से पीक पर था। वहीं, चार राज्यों में कांग्रेस की सरकार थी। इन राज्यों की सात फीसदी आबादी रहती है। अभी 18 राज्यों में भाजपा सत्ता में है। इनमें चार राज्यों में मतदान हुआ है। इसमें वापस भाजपा ने जीत हासिल कर ली है। वहीं, कांग्रेस पंजाब में हार गई। अब तक कांग्रेस की सरकार छह राज्यों में थी, लेकिन अब एक राज्य और कम हो गया। पंजाब हाथ से जाने के बाद पांच राज्यों में ही कांग्रेस सरकार रह गई है। इनमें भी केवल दो राज्य ऐसे हैं, जहां कांग्रेस ने पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाई है। मतलब यहां इनके मुख्यमंत्री हैं। जबकि अन्य तीन राज्यों में गठबंधन की सरकार है। |