भोजन की स्वच्छता क्यों आवश्यक है? - bhojan kee svachchhata kyon aavashyak hai?

पौष्टिक भोजन स्वास्थ्य की एक महत्त्वपूर्ण आधारशिला है। इसलिए शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए भोजन में उचित मात्रा में आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति होनी चाहिए। पोषक तत्वों की अधिकता और कमी-दोनों समान रूप से हानिकारक हैं और व्यक्तिगत, पारिवारिक और सामुदायिक स्वास्थ्य पर लम्बे समय तक चलने वाले प्रतिकूल प्रभाव हैं। इस प्रकार, इस मुद्दे को प्रभावी ढंग से सम्बन्धित करना और समुदाय को अच्छे स्वास्थ्य और इष्टतम पोषण के महत्व के बारे में जागरूक करना अत्यन्त महत्त्वपूर्ण है। अच्छा पोषण, नियमित शारीरिक गतिविधि और पर्याप्त नींद स्वस्थ जीवन के आवश्यक नियम हैं। सम्पूर्ण राष्ट्र में इष्टतम पोषण की अवधारणा को बढ़ावा देने के लिए एक समग्र दृष्टिकोण की आवश्यकता है। बहु-क्षेत्रीय नवीन दृष्टिकोणों की आवश्यकता है जो समाज के सभी वर्गों को, सभी आयु समूहों को शामिल करके लोगों की खाद्य आदतों/प्रथाओं, क्रयशक्ति समानता व सांस्कृतिक विविधता को ध्यान में रखते हुए स्वस्थ पोषण के प्रति जागरूक बनाएं। स्कूलों, बाल-देखभाल केन्द्रों और परिवारों में बचपन से ही उचित ज्ञान देने की आवश्यकता है, ताकि स्वस्थ भोजन की आदतों और अच्छे स्वास्थ्य की नींव सही उम्र में रखी जाए और भविष्य की पीढ़ियों में भी इसे अच्छी तरह से प्रसारित किया जा सके।

अधिकांश लोगों को लगता है कि जब हम बीमारी और डायरिया से पीड़ित होते हैं तो इसका कारण घर के बाहर से लिया गया विषाक्त भोजन है। वास्तव में, सबसे विषाक्त भोजन वास्तव में घर में होता है और किचन की खराब स्वच्छता का सीधा परिणाम है। इसमें कच्चे खाद्य पदार्थ (मांस, अंडा, अंडे, मछली और समुद्री भोजन, कच्चे फल और सब्जियों सहित) से रोगाणुओं का किचन के सतहों पर या खाना पकाते वक्त अन्य भोजन में हो रहा स्थानांतरण, या भोजन पर्याप्त तरीके से नहीं पकाया जाना शामिल है।

खाद्य सुरक्षा के इन चार नियमों का पालन करते हुए घर में विषाक्त भोजन से बचें: क्रॉस-कंटामिनेशन या भोजन का अनजाने में दूषित होना, सफाई, पाक कला और चिलिंग यानी ठंडा करना।

खाद्य और किचन स्वच्छता के चार नियम:

क्रॉस-कंटामिनेशन या भोजन का अनजाने में दूषित होना

भोजन के विषाक्त होने के सबसे बड़े कारणों में से एक क्रॉस-कंटामिनेशन या भोजन का अनजाने में दूषित होना है। आम तौर पर एक व्यक्ति के हाथ या किचन के बर्तन से - यह जब भोजन पर मौजूद हानिकारक रोगाणु गलती से अन्य खाद्य पदार्थों पर चले जाते हैं। लेकिन इन स्वास्थ्य जोखिमों को आसानी से रोका जा सकता है:

भोजन को छूने से पहले और कच्चे खाद्य (जैसे मांस, अंडे) और डिब्‍बों की हैंडलिंग के तुरंत बाद, पालतू पशुओं को छूने, या शौचालय में जाने के बाद साबुन और साफ पानी से अपने हाथ धो लें। डेटॉल नो टच हैंड सोप क्रॉस-कंटामिनेशन को रोकने का एक शानदार तरीका है। बस अपने हाथ आगे बढ़ाएं और रोगाणुरोधी साबुन स्वचालित रूप से बाहर आ जाता है।

  • खाना बनाने के तुरंत बाद सभी सतहों को साफ और रोगाणुरहित करें।
  • आदर्श रूप में, कच्चे और खाने के लिए तैयार खाद्य पदार्थों के लिए अलग-अलग रंग कोड वाले चॉपिंग बोर्डों का उपयोग करें।
  • रोगाणुओं को रोकने के लिए खाद्य पदार्थ को ढकें या उनको सीलबंद कंटेनरों में रखें|
  • कच्चे खाद्य को पकाये जा चुके और खाने के लिए तैयार खाद्य पदार्थों से दूर रखें।
  • किसी भी पालतू जानवर या जानवरों के भोजन तैयार करने और खाने क्षेत्रों से दूर रखें।
  • हानिकारक रोगाणुओं को दूर करने और उन्हें भोजन में फैलने से रोकने के लिए सही समय पर सही तरीके से चीजों को संक्रमणरहित करें।
  • सुनिश्चित करें कि सभी बर्तन और उपकरण उपयोग करने से पहले बेदाग और साफ हों।
  • अक्सर लोगों के स्पर्श में आने वाली चीजों को नियमित रूप से साफ करें और रोगाणुरहित बनाएं जैसे नल / हौदी, अलमारी के हत्‍थे और स्विच।
  • खाना बनाने के तुरंत बाद भोजन तैयार की वाली सभी सतहों को डेटॉल हाइजिन लिक्‍विड या वाइप्‍स से साफ करें।
  • संभव हो तो कागज के तौलिए या डिस्पोजेबल कपड़ों का उपयोग करें और यदि आप कपड़ें फिर से इस्‍तेमाल करते हों तो उन्हें प्रत्येक कार्य के बीच साफ करें (और उस दौरान कहीं भी उसी कपड़े का उपयोग नहीं करें)।

खाना बनाना

भोजन में विषाक्तता पैदा करने वाले हानिकारक रोगाणुओं को मारने के लिए मांस को अच्छी तरह से पकाएं। यह देखने के लिएकि आपका मांस पक गया है, मोटे भाग में चाकू घुसाएं - उसमें गुलाबी मांस के कोई संकेत नहीं मिलना चाहिए और कोई भी रस स्पष्ट बहना चाहिए। जब भोजन को फिर से गर्म करें तो यह सुनिश्‍चित कर लें कि यह पुरी तरह से गर्म हो गया है, और भोजन को कभी एक बार से अधिक गरम नहीं करें।

ठंडा करना

खाद्य पदार्थों को ठंडा रखना (0-5 डिग्री सेल्सियस, 32-41 ° फारेहाइट) या जमाना हानिकारक जीवाणुओं के विकास को धीमा कर देता है। हमेशा अपने भोजन की पैकेजिंग पर दिए गए भंडारण निर्देश और ' उपयोग' की अंतिम तारीख की जांच करें। यदि आपके पास भोजन बचा हो तो उसे खाना पकाने के दो घंटे के भीतर फ्रिज या फ्रीजर में रख दें। सुनिश्‍चित करें कि रखने से पहले वह पूरी तरह से ठंडा हो चुका है। यदि आवश्यक हो तो कूलिंग में तेजी लाने के लिए उन्हें छोटे कंटेनरों में रखें।

इसे सुनेंरोकेंविषाक्त भोजन (खाद्य जनित रोग) तब होता है जब हम ऐसा खाना खाते हैं जिसे कि दूषित कर दिया गया है – आमतौर पर बैक्टीरिया या वायरस के द्वारा। अपने परिवार को स्वस्थ रखने के लिए रोग फैलाने वाले बैक्टीरिया का निर्माण और फैलाव रोकने के लिए घर की सफाई के लिए सुझाव। रसोई घर का एक अहम स्थान होता है।

स्वच्छता तथा बीमारी में क्या संबंध है अपने शब्दों में लिखिए?

इसे सुनेंरोकेंबच्चों में गंदगी के कारण कई सारी बीमारियां होती है, जिनमें से मुख्य है डायरिया, टायफायड। स्वच्छता को अपना कर इन बीमारियों से बचा जा सकता है। खाद्य सामग्री स्वच्छ जगह से ही खरीदनी चाहिए। अपने आस-पास साफ सफाई रखी जाए तो कई बीमारियों से बचा जा सकता है।

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भोजन और पानी को ढक कर क्यों रखना चाहिए?

इसे सुनेंरोकेंपानी के बर्तन या घड़े को ढक कर रखना इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि इससे प्रदूषक पानी में नहीं गिरते । पानी को गरम करना ही पर्याप्त नहीं होता। उसे कम से कम 15 मिनट उबालना चाहिए। पानी के बर्तन पर हमेशा ढक्कन लगा कर रखें, नहीं तो उसमें धूल और गंदगी पड़ सकती है।

एक अच्छे रसोई घर की क्या आवश्यकता है?

इसे सुनेंरोकेंरसोई घर में चूल्हा आग्नेय कोण में रखना चाहिए और खाना पकाने वाले का मुख पूर्व दिशा की ओर होना भी आवश्यक है,इससे धन की वृद्धि तथा स्वास्थ्य अच्छा रहता है। पीने योग्य जल का भंडारण व हाथ धोने के लिए नल ईशान कोण में होना चाहिए। रसोई में सिंक यानि कि बर्तन धोने की दिशा के लिए उत्तर-पश्चिम दिशा शुभ मानी गई है।

किचन में बर्तन कैसे रखें?

इसे सुनेंरोकेंरसोई घर में रखे जाने वाले बर्तन, खासतौर पर पीतल, तांबे, कांसे या स्टील के बर्तनों को घर की पश्चिम दिशा में ही रखें। अगर आपने किचन में चांदी के बर्तन रखें हैं तो उनके लिए उत्तर-पश्चिम दिशा खास मानी जाती है। वास्तु की मानें तो सही दिशाओं में बर्तन रखने से घरवालों के बीच में आपसी प्यार और सम्मान सदा बना रहता है।

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व्यक्तिगत स्वच्छता क्यों आवश्यक है व्यक्तिगत स्वच्छता बनाए रखने के लाभों की सूची?

इसे सुनेंरोकेंव्‍यक्तिगत स्‍वच्‍छता एवं स्‍वास्‍थ्‍य व्‍यक्ति को निम्‍न बातों में सहायता करता है। त्‍वचा (चमडी) को स्‍वस्‍थ रखने एवं रोगों से मुक्‍त रखने में। ऑंख, कान एवं नाक को स्‍वस्‍थ एवं रोगों से मुक्‍त रखने में। व्‍यक्ति में ऊर्जा (गर्मी) शक्ति को बनाये रखने तथा काय्र क्षमता बढाने में।

स्वस्थ और स्वच्छता के बीच क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंसमय समय पर नाखून, बाल काटने का ध्यान रखने क्योंकि इनके द्वारा ही हानिकारक जीव हमारे शरीर मे प्रवेश करते है। शारिरिक स्वच्छता के साथ साथ अपने घर ऑफिस में भी स्वच्छ्ता का ध्यान रखें। विभिन्न प्रकार के गोली दवाइयों के प्रयोग से हम स्वस्थ तो हो जाते है लेकिन इनका हमारे शरीर के अंदर दुष्प्रभाव भी पड़ता है।

संतुलित आहार क्या है वर्णन करें?

इसे सुनेंरोकेंसंतुलित आहार एक ऐसा आहार है जिसमें कुछ निश्चित मात्रा और अनुपात में विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ होते हैं ताकि कैलोरी, प्रोटीन, खनिज, विटामिन और वैकल्पिक पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में हो और पोषक तत्वों के लिए एक छोटा सा भाग आरक्षित रहे।

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शरीर को साफ रखने की अच्छी आदत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंखाने में सलाद, दही, दूध, दलिया, हरी सब्जियों, साबुत दाल–अनाज आदि का प्रयोग अवश्य करें। कोशिश करें कि आपकी प्लेट में ‘वैरायटी ऑफ फूड’ शामिल हो। खाना पकाने तथा पीने के लिए साफ पानी का उपयोग करें। सब्जियों तथा फलों को अच्छी तरह धोकर प्रयोग में लाएं।

फिट रहने के लिए क्या करना चाहिए?

हम आपको स्वस्थ और स्वच्छ भोजन की आदतों के बारे में बता रहे हैं जिसका इस्तेमाल कर हमेशा हल्दी और फिट रह सकते हैं.

भोजन स्वच्छता क्यों आवश्यक है?

भोजन को प्रदूषण से बचाने, विषाक्त भोजन से बचने और बीमारी को फैलने से रोकने के लिए रसोई में स्वच्छता का ध्यान रखें। रसोई बनाने की जगह और बरतन को साफ रखें। बासी या प्रदूषित भोजन न करें। खाना पकाने और परोसने से पहले हाथ धोयें।

भोजन की स्वच्छता से आप क्या समझते हैं?

हमेशा शौच के बाद तथा खाने से पहले हाथों को साबुन से धोएं। शारीरिक गतिविधि शारीरिक गतिविधि शरीर की वह गतिविधि है जिसमें शारीरिक ऊर्जा की खपत होती है । स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है । ध्यान में व्यक्ति सामान्य चिंतन से परे, तनिक अचेतन की ओर विमुख होता है व उसकी अंर्तचेतना जागृत होती है ।

खाद्य स्वच्छता कैसे बनाए रखें?

क्रॉस-कंटामिनेशन या भोजन का अनजाने में दूषित होना.
खाना बनाने के तुरंत बाद सभी सतहों को साफ और रोगाणुरहित करें।.
आदर्श रूप में, कच्चे और खाने के लिए तैयार खाद्य पदार्थों के लिए अलग-अलग रंग कोड वाले चॉपिंग बोर्डों का उपयोग करें।.
रोगाणुओं को रोकने के लिए खाद्य पदार्थ को ढकें या उनको सीलबंद कंटेनरों में रखें|.

रसोई घर में भोजन स्वच्छता का क्या महत्व है?

हमारा भोजन हमारे स्वास्थ्य को सबसे ज्यादा प्रभावित करता है। इसलिए जहां भोजन पकता है यानी रसोई घर को पवित्र जगह के रूप में माना जाता है। अगर वह साफ नहीं है तो उसके दुष्परिणाम घर के सभी सदस्यों को झेलने पड़ते हैं। इसलिए पुरने लोग रसोई की पवित्रतता यानी साफ-सफाई का बहुत ध्यान रखते थे।