UP Board Solutions for Class 10 Home Science Chapter 15 भोजन पकाना और परोसना तथा तत्त्वों की सुरक्षाThese Solutions are part of UP Board Solutions for Class 10 Home Science . Here we have given UP Board Solutions for Class 10 Home Science Chapter 15 भोजन पकाना और परोसना तथा तत्त्वों की सुरक्षा. Show विस्तृत उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1: आदि-मानव क्षुधापूर्ति के लिए तत्कालीन भोज्य-पदार्थों का प्राकृतिक रूप में ही उपयोग करता था। उसकी खोजी प्रवृत्ति ने उसे शिकार करने के लिए अस्त्रों, अग्नि तथा नाना प्रकार के भोज्य-पदार्थों का ज्ञान प्राप्त कराया। वह धीरे-धीरे अग्नि का प्रयोग भोजन पकाने में करने लगा। आहार एवं पोषण-विज्ञान के विकास एवं अध्ययन ने आधुनिक मानव को भोजन को पकाने के महत्त्व तथा इसकी वैज्ञानिक विधियों की उपयोगिता की शिक्षा दी है। भोजन पकाने के मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित हैं (1) भोज्य-पदार्थों को सुपाच्य बनाना: (2) आहार को अधिकाधिक स्वादिष्ट बनाना: (3) आकर्षक बनाना: (4) आहार को विविधता प्रदान करना: (5) खाद्य-सामग्री को कीटाणुरहित बनाना: (6) आहार का संरक्षण: भोजन पकाते समय ध्यान देने योग्य बातें भोजन पकाने से जहाँ एक ओर अनेक ल हैं, वहीं दूसरी ओर लापरवाही व असावधानीपूर्वक भोजन पकाने से अनेक हानियाँ भी सम्भव हैं। उदाहरण के लिए-गलत विधि से भोजन पकाने पर उसके पोषक तत्त्व नष्ट हो जाते हैं। अतः भोजन पकाते समय निम्नलिखित बातों का ध्यान अवश्य रखना चाहिए (1) स्वच्छ एवं कीटाणुरहित भोजन: (क) गन्दे बर्तनों में कीटाणु उपस्थित रहते हैं; अतः भोजन सदैव स्वच्छ बर्तनों में पकाना चाहिए। (2) स्वादिष्ट एवं पोषक तत्वों से युक्त भोजन: (क) भोजन को पकाते समय बर्तन को खुला नहीं रखना चाहिए। खुला रहने से भोजन वायु के सम्पर्क में आता है, जिससे इसमें कीटाणुओं व धूल गिरने की सम्भावना बनी रहती है तथा भोजन की सुगन्ध भी कम हो जाती है। प्रश्न 2: भोजन को स्वादिष्ट, कीटाणुरहित व सुपाच्य बनाने की दृष्टि से भोजन को पकाने के अतिरिक्त अन्य कोई विकल्प नहीं है। आहार को अधिक समय तक संरक्षित रखने के लिए भी उसे पकाकर रखना जरूरी है। कच्ची खाद्य-सामग्री जल्दी ही सड़ने या गलने लगती है। भोजन पकाने की विभिन्न विधियाँ सभ्यता एवं आहार सम्बन्धी ज्ञान के विकास के साथ-साथ मनुष्य ने पाक-क्रिया अर्थात् भोज्यपदार्थों को पकाने की विभिन्न विधियों को भी खोज लिया है। अब भिन्न-भिन्न भोज्य पदार्थों से भिन्नभिन्न स्वादिष्ट व्यंजन तैयार किए जाते हैं। इसके लिए भिन्न-भिन्न विधियों को भी अपनाया जाता है। यह सत्य है कि भोजन पकाने की प्रत्येक विधि में ताप की आवश्यकता होती है। ताप प्रत्येक पाक-क्रिया का एक आवश्यक कारक होता है, परन्तु (UPBoardSolutions.com) पाक-क्रिया में ताप के अतिरिक्त एक अन्य कारक भी आवश्यक होता है। यह कारक होता है-पाक-क्रिया का माध्यम अर्थात् खाद्य-सामग्री को किस माध्यम से पकाया जाता है। यह माध्यम जल, वाष्प, चिकनाई (तेल या घी) तथा वायु में से कोई भी एक हो सकता है। इन माध्यमों के आधार पर ही पाक-क्रिया की विभिन्न विधियों का निर्धारण होता है। इस प्रकार भोज्य सामग्री को पकाने की विधियों को मुख्य रूप से निम्नलिखित चार वर्गों में विभक्त किया जाता है
(1) जल के माध्यम से पकाना: (क) उबालकर पकाना: (ख) धीमी आँच पर पकाना: (2) वाष्प के माध्यम से पकाना: (3) चिकनाई के माध्यम से पकाना: (क) उथली विधि: (ख) गहरी विधि: (ग) शुष्क विधि: ध्यान रखने योग्य बातें: (4) वायु के माध्यम से पकाना: (क) भूनना (रोस्टिग): (ख) सेंकना: (ग) तन्दूर अथवा भट्टी में पकाना (बेकिंग): पाक-क्रिया की सर्वोत्तम विधि भाप देकर भोजन पकाने की कुकर्स की विधि बहुत अच्छी है। इस रीति से भोजन पकाने में पौष्टिक तत्त्व नष्ट नहीं होने पाते तथा हल्के व सरलता से पंचने योग्य हो जाते हैं। इस रीति से कार्य करने में समय कम लगता है। जलने का भय नहीं रहता और ईंधन भी कम मात्रा में व्यय होता है। अतः मितव्ययिता तथा समय की बचत–सभी दृष्टियों से यह विधि श्रेष्ठ है। प्रश्न 3: पौष्टिक भोजन तैयार करना गृहिणी का एक महत्त्वपूर्ण दायित्व है, परन्तु परिवार के सदस्यों एवं अतिथियों की भोजन के प्रति रुचि उत्पन्न करना भी गृहिणी का उतना ही महत्त्वपूर्ण दायित्व है। अतः भोजन परोसना पौष्टिक व स्वादिष्ट भोजन तैयार करने के समान (UPBoardSolutions.com) ही महत्त्व रखता है। इसके लिए गृहिणी को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए-
भोजन परोसने की विभिन्न शैलियाँ (विधियाँ) प्रायः भोजन परोसने की तीन निम्नलिखित शैलियाँ (विधियाँ) प्रचलित हैं (क) देशी शैली : विशेषताएँ:
(ख) विदेशी अथवा पाश्चात्य शैली:
(ग) बुफे शैली: विशेषताएँ: इस प्रकार इस शैली में (1) अतिथि खड़े होकर भोजन करते हैं। प्रश्न 4: खाद्य-पदार्थों को एक लम्बी अवधि तक फफूदी एवं जीवाणुओं से सुरक्षित रखने की विधियों को खाद्य-पदार्थों का संरक्षण कहते हैं। इससे होने वाले लाभ निम्नलिखित हैं
प्रमुख खाद्य-पदार्थों के संरक्षण की प्रचलित विधियाँ निम्नलिखित हैं (1) स्वच्छता से संग्रह करके: (2) सुखाकर: (3) उबालकर: (4) चाशनी में रखकर: (5) अचार, सॉस आदि बनाकर: (6) ठण्डा रखकर: (7) विकिरण विधि द्वारा: (8) अनाजों के संरक्षण की विधि: (9) दुध को सुरक्षित रखने की विधि: (10) अण्डा, मांस व मछली को सुरक्षित रखनी: प्रश्न 5: खाद्य-पदार्थों में मिलावट का अर्थ है “शुद्ध भोज्य-पदार्थों में अन्य सस्ते खाने या न खाने योग्य पदार्थों को मिलाकर उनके गुणों में कमी करना या उन्हें हानिकारक बनाना।” विभिन्न भोज्य-पदार्थों में मिलावट:
इस प्रकार उपर्युक्त तरीकों से अनाजों व मसालों में मिलावट करके अपनी अशुद्ध वस्तुओं को बेचकर लोगों को बेवकूफ बनाया जाता है। मिलावटी खाद्य-पदार्थों से हानियाँ मिलावटी खाद्य-पदार्थों के सेवन से निम्नलिखित हानियाँ होने की प्रबल सम्भावना होती है
मिलावट से बचाव के उपाय
लघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1: प्रश्न 2:
तलने की हानियाँ:
प्रश्न 3: विटामिन पर पकाने का प्रभाव: नोट- अन्य पोषक तत्त्वों पर पाक-क्रियाओं के प्रभाव का विवरण आगामी प्रश्नों में वर्णित है। प्रश्न 4:
प्रश्न 5: प्रश्न 6: प्रश्न 7: प्रश्न 8:
प्रश्न 9:
प्रश्न 10: अतिलघु उत्तरीय प्रश्न प्रश्न 1: प्रश्न 2: प्रश्न 3:
प्रश्न 4: प्रश्न 5: प्रश्न 6: प्रश्न 7: प्रश्न 8: प्रश्न 9: प्रश्न 10: प्रश्न 11: प्रश्न 12: प्रश्न 13: प्रश्न 14: प्रश्न 15: प्रश्न 16: प्रश्न 17:
प्रश्न 18: तलने की उथली चिकनाई विधि: प्रश्न 19:
प्रश्न 20: प्रश्न 21: प्रश्न 22: प्रश्न 23: प्रश्न 24: प्रश्न 25: प्रश्न 26: प्रश्न 27: बहुविकल्पीय प्रश्न प्रश्न: 1. पाक-क्रिया द्वारा खाद्य सामग्री बन जाती है 2. भोजन बनाने की सर्वोत्तम विधि है [2015] 3. दूध को गर्म करने से नष्ट होते हैं [2008] 4. दूध बैक्टीरिया रहित हो जाता है 5. सब्जियों को लोहे की कड़ाही में पकाने से 6. डबलरोटी व बिस्कुट बनाने की विधि कहलाती है 7. भोजन को पकाने से नष्ट न होने वाला विटामिन कौन-सा है? 8. सब्जियों को कब धोना चाहिए ? 9. सब्जी को बार-बार गर्म करने से नष्ट हो जाता है, उसका 10. बेकिंग पाउडर अथवा खाने का सोडा मिलाकर पकाने से तरकारियों का नष्ट होने वाला पोषक तत्त्व है 11. भोजन पकाने में किसका प्रयोग हानिकारक होता है? [2007, 16, 18] 12. भोजन परोसने की किस शैली में खड़े-खड़े भोजन किया जाता है? 13. भोजन को स्वास्थ्यवर्द्धक बनाने के लिए गृहिणी को विशेष जानकारी होनी चाहिए 14. किस प्रकार भोजन पकाने से पोषक तत्त्व सुरक्षित रहते हैं ? [2009, 10, 15, 18] 15. विटामिन ‘डी’ का स्रोत है [2008] 16. स्कर्वी रोग किस विटामिन की कमी से होता है? [2008] 17. दूध में किस विटामिन का अभाव रहता है? [2008, 16] 18. विटामिन डी की कमी से बच्चों में कौन-सा रोग हो जाता है ? [2009, 17] 19. खट्टे फलों में कौन-सा विटामिन अधिक मात्रा में पाया जाता है? [2009, 10, 13, 14] 20. प्रोटीन का मुख्य स्रोत है [2009, 12] 21. रतौंधी किस विटामिन की कमी से होता है ? [2009, 17] 22. विटामिन का कौन-सा समूह वसा में घुलनशील है ? [2009] 23. भोजन पकाने में समय की बचत होती है [2009] 24. विटामिन ‘ए’ को उत्तम स्रोत है [2011, 13, 16] 25. भोज्य पदार्थों में ऊर्जा का प्रमुख साधन है [2011] 26. लौह तत्त्व की कमी से कौन-सा रोग हो जाता है? [2011, 12, 15 ] 27. भोजन पकाने की विधि है [2014] 28. जल में घुलनशील विटामिन हैं [2013, 15, 16, 17] 29. वसा में कौन-सा विटामिन घुलनशील नहीं है? [2013] 30. शरीर-निर्माण में सहायक है [2014, 16] 31. प्रोटीन पाया जाता है [2012, 14] 32. प्रोटीन का मुख्य कार्य है [2018] 33. प्रोटीन की कमी से कौन-सा रोग हो जाता है? [2018] 34. खाना खाने से पहले हाथ धोने चाहिए [2013] 35. किस प्रकार के भोज्य पदार्थ हमें रोगों से बचाते हैं? [2009, 16, 17] 36. सूर्य की रोशनी हमें देती है [2016] 37. विटामिन ‘सी’ का सबसे अच्छा स्रोत है [2015, 15, 17, 18] 38. गाजर, पपीता और आम से मिलता है [2016, 17] 39. किसके प्रयोग से तुरन्त ऊर्जा मिलती है? [2016, 17, 18] 40. खाद्य-पदार्थों का संरक्षण किया जा सकता है [2016] उत्तर: We hope the UP Board Solutions for Class 10 Home Science Chapter 15 भोजन पकाना और परोसना तथा तत्त्वों की सुरक्षा help you. If you have any query regarding UP Board Solutions for Class 10 Home Science Chapter 15 भोजन पकाना और परोसना तथा तत्त्वों की सुरक्षा, drop a comment below and we will get back to you at the earliest. भोजन बनाते समय कैसे जल का प्रयोग करना चाहिए?उबालकर पकाया गया भोजन हल्का, सुपाच्य व गुणवत्तापूर्ण होता है। इसमें भोज्य-पदार्थों को मसालों सहित थोड़े पानी में डालकर मन्द आँच (लगभग 82° सेण्टीग्रेड) पर पकाया जाता है साबुत दाल, सब्जियाँ व मांस आदि पकाने की यह एक उत्तम विधि है। जिनमें भोजन के पोषक तत्त्व नष्ट नहीं होते तथा भोजन भी सुपाच्य एवं स्वादिष्ट बनती है।
खाना बनाते समय क्या करना चाहिए?कुकिंग करने के साथ-साथ जरूरी है कि आप किसी भी चीज का सेवन करने से पहले उसे साफ-सुथरे तरीके से तैयार करें, जिससे कि आप हेल्दी रह सकें. रसोई में खाना बनाते समय सफाई का ध्यान रखना भी जरूरी होता है. जरूरी है कि आप जो भी खाएं या पकाएं उसे साफ तरीके से तैयार करें. इसके लिए आपको अपने हाथों को बार-बार धोना चाहिए.
भोजन बनाने की सर्वोत्तम विधि क्या है?1 भाप द्वारा पकाना (Steaming) भाप द्वारा पकाना भोजन पकाने का सबसे उत्तम साधन है। भाप द्वारा पकाया गया भोजन स्वादिष्ट और स्वास्थ्य के लिए लाभदायको हाता है । इस विधि से भोजन के पौष्टिक तत्त्व भी नष्ट नहीं होते। इस विधि में भोजन अधिक जल्दी पक जाता है क्योंकि प्रैशर कुकर आदि में भाप का दबाव अधिक होता है।
भोजन पकाने का क्या कारण है?- कच्चे भोजन में बैक्टीरिया होते हैं, जो पकाने से नष्ट हो जाते हैं। - पकाने से भोजन नरम भी हो जाता है। इससे भोजन को चबाना, निगलना और पचाना आसान हो जाता है। - पकाने से स्वाद बेहतर हो जाता है।
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