पापा जब छोटे थे तो उनसे अक्सर पूछा जाता था कि वे बड़े होकर क्या बनना चाहते हैं। पापा का जवाब कभी एक जैसा नहीं होता। शुरू-शुरू में वे चौकीदार बनना चाहते थे क्योंकि जब पूरा शहर सोता है तब चौकीदार जागता है। फिर उनकी नजर आइसक्रीम वाले पर गई और उन्होंने ठान लिया कि वे आइसक्रीम वाला बनेंगे। ठेले को लेकर घूमते हुए वे खूब आइसक्रीम खाएँगे। पापा के माता-पिता उनकी इस बात पर खूब हँसे । एक दिन पापा ने रेलवे स्टेशन पर शंटिग करने वाले आदमी को देख लिया। फिर क्या था। उन्होंने कहना शुरू किया कि वे बड़े होकर रेलगाड़ी के डिब्बों की शंटिग करेंगे। इसपर किसी ने उनसे पूछा-फिर आइसक्रीम बेचने के काम का क्या होगा? पापा ने जवाब दिया कि वे शंटिग करने वाला और आइसक्रीम बेचने वाला दोनों बनेंगे। जब उनसे पूछा गया कि वे दोनों काम एक साथ कैसे करेंगे तो पापा ने जवाब दिया कि वे सुबह में आइसक्रीम बेचा करेंगे और उसके बाद स्टेशन चले जाएंगे। कुछ देर डिब्बों की शंटिग करने के बाद वे फिर आइसक्रीम बेचने आ आएंगे। कुछ देर आइसक्रीम बेचकर फिर स्टेशन चले जाएँगे। सभी हँस पड़े। लेकिन पापा गुस्सा हो गए। Show एक दिन अचानक पापा को वायुयान चालक बनने की सूझी। इसके बाद उन्होंने अभिनेता बनने की सोची। इसके अलावा वे जहाजी और बरवाहा भी बनना चाहते थे। अंत में एकदिन उन्होंने तय कर लिया कि वह असल में कुत्ता बनना चाहते हैं। उन्होंने बहुत जल्दी भौंकना भी सीख लिया। लेकिन वह अपने पैर से कान के पीछे खुजाना नहीं सीख पाए। इसके लिए वे कुत्ते के पास जाकर बैठ गए। उसी समय एक अजनबी फौजी अफसर उधर से निकला। वह खड़ा होकर पापा को देखने लगा। फिर उसने पूछा-यह तुम क्या कर रहे हो? पापा ने जवाब दिया-मैं कुत्ता बनना सीख रहा हूँ। फौजी अफसर ने फिर सवाल किया-तुम कुत्ता बनना क्यों चाहते हो? तब पापा ने जवाब में कहा कि वह बहुत दिनों तक इंसान बनकर रह चुके हैं। इसपर फौजी अफसर ने उनसे पूछा-इंसान किसे कहते हैं? पापा ने कहा-आप ही बता दीजिए। इसके बाद अफसर यह कहकर चला गया कि इसके बारे में तुम स्वयं सोचो। पापा सोचने लगे। अचानक यह बात उनकी समझ में आ गई कि वह रोज़-रोज़ अपना इरादा नहीं बदल सकते। और अंत में उन्होंने तय कर लिया कि वे एक अच्छा इंसान बनेंगे। शब्दार्थ : अक्सर-प्रायः । पक्का-निश्चित । हैरानी–आश्चर्य। मजेदार-रोचक। अड़े रहे-टिके रहे। आँवाना-खोना। अचंभा-आश्चर्य। तय किया-निश्चय किया। अजनबी-अनजान व्यक्ति। वक्त-समय। इरादा-इच्छा। Gujarat Board GSEB Solutions Class 7 Hindi Chapter 1 बेटी Textbook Exercise Important Questions and Answers, Notes Pdf. Gujarat Board Textbook Solutions Class 7 Hindi Chapter 1 बेटीGSEB Solutions Class 7 Hindi बेटी Textbook Questions and Answers बेटी अभ्यास 1. इस काव्य का आरोह-अवरोहयुक्त समूहगान कीजिए। 2. निम्नलिखित प्रश्नों के मौखिक उत्तर दीजिए : प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. बेरोजगारों को कोई-न-कोई काम दिलाऊँगा। इस तरह दूसरों को सहारा देने की मैं पूरी कोशिश करूँगा। प्रश्न 4. मैं देखता हूँ कि तरह-तरह की दुर्घटनाओं के कारण देश में अपंगों की संख्या बढ़ती जा रही है। लाचार अपंग अपना ठीक से इलाज भी नहीं करा सकते। बहुत-से अपंगों को भीख माँगकर पेट भरना पड़ता है। समाज में अपंगों को कोई सम्मान नहीं देता। वे बेचारे आँसुओं के पूंट पीकर जीते हैं। मेरा प्रयत्न होगा कि अपंगों की अपंगता मिट जाए और वे भी अपने बल पर जी सकें। प्रश्न 5. 3. बॉक्स में दिए गए शब्दों के अर्थ शब्दकोश में से ढूँढकर, उन्हें शब्दकोश के क्रम में पत्तियों में लिखिए :
उत्तर : 4. निम्नलिखित शब्दों को उदाहरण के अनुसार उचित क्रम म रखकर अर्थपूर्ण वाक्य बनाइए : उदाहरण :
उत्तर:
बेटी स्वाध्याय 1. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लिखिए : प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. 2. निम्नलिखित काव्यपंक्तियों का भावार्थ लिखिए : प्रश्न 1. प्रश्न 2. 3. उदाहरण के अनुसार विलोम शब्द का प्रयोग कीजिए : वाक्य प्रयोग शब्द
(2) उजियारा x अँधियारा
(3) इधर x उधर
(4) भलाई x बुराई
(5) पाना x खोना
4. उदाहरण के अनुसार वचन परिवर्तन करके वाक्य में प्रयोग कीजिए : शब्द :
(2) बच्चे-बच्चा
(3) खिलौना -खिलौने
(4) खेत-खेत
बेटी भाषा-सज्जता निम्नलिखित शब्दों को पढ़िए :
उपर्युक्त वाक्यों में रेखांकित शब्द ‘साहसी’, ‘सुन्दर’, ‘तीन’, ‘थोड़ा-सा’ और ‘वह’ संज्ञा की विशेषता बताते हैं। जो शब्द संज्ञा की विशेषता बताता है, उसे ‘विशेषण’ कहते हैं। निम्नलिखित वाक्यों को पढ़िए :
उपर्युक्त वाक्यों में ‘ईमानदार’, ‘लंबा’, ‘काला’, ‘मुलायम’, ‘स्वस्थ’, ‘भारतीय’, ‘गंधहीन’, ‘पूर्व’ शब्दों को रेखांकित किया गया है। वे शब्द संज्ञा के गुण-दोष, आकार, रंग-रूप, स्पर्श, दशा-अवस्था, स्थान, देश-काल, स्वाद-गंध और दिशा को प्रदर्शित करते हैं। जिस शब्द से संज्ञा के गुण-दोष, आकार, रंग-रूप, स्पर्श, दशा-अवस्था, स्थान, देश-काल, स्वाद-गंध और दिशा का बोध होता हो, उसे ‘गुणवाचक विशेषण’ कहते हैं। 1. निम्नलिखित वाक्यों में से गुणवाचक विशेषण छाँटकर [ ] में लिखिए :
उत्तर:
इतना जानिए गुणवाचक विशेषण संज्ञा या सर्वनाम शब्दों की निम्नलिखित विशेषताओं का बोध कराता है:
[अ] निम्नलिखित वाक्यो को पढ़िए :
उपर्युक्त वाक्यों में ‘तीन’, ‘आधा’, ‘तीसरी’, ‘दुहरा’, ‘चारों’ आदि शब्दों को रेखांकित किया गया है, ये शब्द पूर्णांक बोध, अपूर्णांक बोध, क्रम, आवृत्ति और समूह वाचक संख्या का बोध कराते हैं। जिस शब्द से वस्तु की निश्चित संख्या का बोध होता हो, उसे ‘निश्चित संख्यावाचक विशेषण’ कहते हैं।
उपर्युक्त वाक्यों में ‘कई’, ‘कुछ’, ‘ज्यादा’ आदि शब्दों को रेखांकित किया गया है। ये शब्द अनिश्चित संख्या का बोध कराते हैं। जिस शब्द से वस्तु की निश्चित संख्या का बोध न होता हो, उसे ‘अनिश्चितवाचक विशेषण’ कहते हैं। बेटी इतना जानिए निश्चित संख्यावाचक विशेषण के कुछ अन्य भेद हैं :
2. निम्नलिखित शब्दों में से निश्चितवाचक और अनिश्चितवाचक विशेषण को छाँटकर वाक्यों में प्रयोग कीजिए: (1) कई बेटी योग्यता विस्तार प्रकल्प कार्य (Project Work) 1. भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में महत्त्वपूर्ण योगदान देनेवाली नारियों की जानकारी प्राप्त करना। (2) श्रीमती सावित्रीबाई फुले – स्त्री-शिक्षा (3) कल्पना चावला – अंतरिक्ष विज्ञान इसके बाद वे अमेरिका गईं और टेक्सास विश्वविद्यालय से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एम.एस.सी. की डिग्री हासिल की। कल्पना चावला अंतरिक्षयात्री के रूप में प्रसिद्ध हैं। वे अंतरिक्ष में पहुँचनेवाली विश्व की प्रथम महिला थीं। 1 फरवरी, 2003 को उनका अंतरिक्षयान धरती पर लौट रहा था, तभी उसके दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से कल्पना चावला की मृत्यु हो गई। (4) मैडम क्यूरी : भौतिक विज्ञान (5) सरोजिनी नायडू – साहित्य 2. टेपरिकार्डर या डी.वी.डी. के माध्यम से ऐसी अन्य कविता सुनाइए। 3. झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई के बारे में निम्नलिखित काव्य पंक्तियों का गान कीजिए : [यह काव्य सुभद्राकुमारी चौहान रचित है।] “कानपुर के नाना की मुँहबोली बहिन छबीली थी, 4. अपने गाँव / शहर की ऐसी बेटियों से मिलें, जिसने किसी क्षेत्र-विशेष में सफलता प्राप्त की हो और जानें कि उन्होंने यह सफलता कैसे प्राप्त की। Hindi Digest Std 7 GSEB बेटी Important Questions and Answers बेटी विशेष प्रश्नोत्तर 1. निम्नलिखित प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए दिए गए विकल्पों में से सही विकल्प चुनिए : प्रश्न 1. प्रश्न 2. 2. कोष्ठक में से उचित शब्द चुनकर रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए : (मेहनत, उजियारा, सहारा, हवा, दुनिया) प्रश्न: 3. सही वाक्यांश चुनकर पूरा वाक्य फिर से लिखिए : प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. 4. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-एक वाक्य में दीजिए : प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. 5. ‘बेटी’ कविता का भावार्थ संक्षेप में लिखिए : ज्ञान-विज्ञान में वे पुरुषों से पीछे नहीं रहना चाहतीं। ‘बेटी’ कविता में आधुनिक लड़की की यही तमन्ना प्रकट हुई है। बेटी प्रवृत्तियाँ प्रश्न 1. बेटों को पढ़ाया-लिखाया जाता था, ताकि वे भविष्य में नौकरी या व्यवसाय कर सकें। बेटियाँ शादी की उम्र तक घर के कामों में माँ का हाथ बँटाती थी और सिलाई, बुनाई, कढ़ाई आदि सीखती थीं। आज समय बदल गया है। बेटों के समान बेटियों को भी शिक्षा दिलाई जाती है। वे उच्च शिक्षा भी प्राप्त करती हैं। वर्तमान में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं, जिसमें महिलाएँ काम न कर रही हों। वे पुरुषों की बराबरी कर रही हैं। इस प्रकार आज बेटा-बेटी में अंतर नहीं रह गया है। दोनों को समान मानना ही आज की आवश्यकता है। बेटी Summary in Hindiबेटी कविता का सरल अर्थ (1) बेटी हूँ …………………………… बेटी हूँ मैं … (2) गगन पे …………………………… बेटी हूँ मैं … (3) पढूंगी-लिलूँगी …………………………… बेटी हूँ मैं … (4) પૂતન નૈતી …………………………… વેરી હૂં મૈ … में बेटी हूँ। (मैं किसी से कम नहीं हूँ।) बेटी Summary in Gujaratiबेटी દીકરી (ભાવાનુવાદ) (1) હું દીકરી છું. હું પોતાનો વિકાસ કરીશ. (પોતાનો વિકાસ કરીને) હું બીજાનો સહારો બનીશ, તેમને આશરો આપીશ. હું દીકરી છું. કોઈથી પાછળ નથી.) (2) જેવી રીતે આકાશમાં ચંદ્રમા ચમકે છે તેવી રીતે હું ધરતી પર ચમકીશ અને ચારે બાજુ પોતાનો પ્રકાશ ફેલાવીશ – ચારે બાજુ મારો યશ ફેલાવીશ. હું દીકરી છું. (હું કોઈથી પાછળ નથી.) (3) હું ભણીશ, ગણીશ અને મહેનત કરીને આગળ વધીશ. હું સ્વાવલંબી બનીશ. ભણી-ગણીને હું દુનિયાના વ્યવહારોને જોઈશ અને સમજીશ. હું દીકરી છું. (હું કોઈથી પાછળ નથી.) (4) જેવી રીતે બગીચામાં સુંદર ફૂલો ખીલે છે, એવી રીતે હું દુનિયારૂપી બગીચામાં ખીલીશ અને પોતાનાં કાર્યોથી જીવનમાં સુગંધ ફેલાવીશ. જેવી રીતે પતંગિયું હવામાં ઊડે છે, એવી રીતે હું પણ ઝડપથી પ્રગતિ કરીને પોતાની મંજિલ પર પહોંચી જઈશ. મંજિલ પર પહોંચીને મારું દિલ નાચી ઊઠશે અને હું ખુશ થઈને ગાવા લાગીશ. હું દીકરી છું. (હું કોઈથી પાછળ નથી.) बेटी विषय-प्रवेश प्रगति करने के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। शिक्षा न मिलने के कारण ही हमारे देश की स्त्रियाँ पिछड़ गई थीं। आज उन्हें शिक्षा मिल रही है, इसलिए वे सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रही हैं। ‘बेटी’ कविता में एक लड़की की आशाएँ और कल्पनाएँ व्यक्त हुई हैं। इनमें उसका आत्मविश्वास झलकता है। आप क्या बनना चाहते हैं?कुछ लोग अपने पेशे से पैसा कमाना चाहते है तो कुछ लोग अपने पेशे से औरों की मदद करना चाहते है। आपको केवल एक चीज के बारे मे सोचने की आवश्यकता है, कि आप खुद से काम के प्रति कितना वफादार है। जब पढ़ने का समय हो तो पढ़े, और खेलने के समय खेलें, और आप यकिन करे कि आप एक दिन अवश्य सफल होंगे।
आप भविष्य में क्या बनना चाहते हैं विषय पर पाँच वाक्य लिखें?Answer: मैं चाहता हूं कि मैं यह सभी बातें अपने जीवन में उतारू और सभी लोगों में खुशियां बांटू तभी शायद मेरे डॉक्टर बनने का मकसद पूरा हो पाएगा। मैं एक इमानदार, विवेकशील डॉक्टर बनना चाहता हूं जिसका मकसद गरीब एवं असहाय लोगों का इलाज करना होगा यही मेरे जीवन का लक्ष्य है।
मैं बड़ा होकर क्या बनना चाहता हूं?Solution. मैं बड़ा होकर एक डॉक्टर बनना चाहता हूँ। डॉक्टर बनकर मैं देश के गरीब व असहाय लोगों का इलाज करूँगा। एक डॉक्टर होते हुए मैं असाध्य रोगों के इलाज के लिए भी खोज करूँगा।
इंग्लिश में आप क्या कर रहे हैं?/ What are you doing? आप क्या कर रहे हैं? What are you doing? एक तानाशाह आप क्या कर रहे हैं!
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