अव्यय हिंदी व्याकरण का महत्वपूर्ण हिस्सा है और हिंदी व्याकरण को सही ढंग से समझने के लिए अव्यय को समझना भी आवश्यक होता है। हिंदी व्याकरण में संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण इन सबके रूप बदलते रहते हैं, लेकिन किसी भी वाक्य में avyay हर स्थिति में अपने मूलरूप में ही बने रहते है, इसमें परिवर्तन नहीं होता है। हमारे आज के इस ब्लॉग में अव्यय को विस्तार से समझाया गया है। Show अव्यय Free PDF DownloadDownload This Blog Includes:
जरूर पढ़ें: मुहावरे अव्यय किसे कहते हैं?ऐसे शब्द जिसमें लिंग, वचन, पुरुष, कारक आदि के कारण कोई विकार उत्पन्न नहीं होता वह शब्द अव्यय कहलाते हैं। अव्यय सदैव अपरिवर्तित, अविकारी रहते हैं। जैसे- जब, तब, अभी, उधर, वहाँ, इधर, कब, क्यों, वाह, आह, ठीक, अरे, और, तथा, एवं, किन्तु, परन्तु, बल्कि, इसलिए, अतः, अतएव, चूँकि, अवश्य इत्यादि। Source : Goyal Brothers Prakashan अव्यय के उदाहरणअव्यय के उदाहरण निम्नलिखित है :-
अव्यय के भेदअव्यय शब्दों के मुख्य तक पांच भेद होते हैं: vishal kumar कहते हैं: जनवरी 18, 2022 को 1:22 अपराह्न पर अच्छा था और टॉपिक कहा मिलेंगे हिंदी के प्रतिक्रिया
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