अभिक्रमित अनुदेशन विधि के सिद्धांत में सम्मिलित है - abhikramit anudeshan vidhi ke siddhaant mein sammilit hai


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अभिक्रमित अनुदेशन विधि के सिद्धांत में सम्मिलित है - abhikramit anudeshan vidhi ke siddhaant mein sammilit hai

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Previous Year Paper Level 2 (26 Sep 2021)

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अभिक्रमित अनुदेशन विधि' के सिद...

अभिक्रमित अनुदेशन विधि' के सिद्धांत में सम्मिलित है

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लिखित उत्तर

स्व-गति का सिद्धांत परगति का सिद्धांत समूह गति का सिद्धांत कक्षीय एकता का सिद्धांत

उत्तर

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अभिक्रमित अनुदेशन विधि के सिद्धांत में सम्मिलित है - abhikramit anudeshan vidhi ke siddhaant mein sammilit hai

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निम्नलिखित में से कौन-सा अभिक्रमित अनुदेशन का सिद्धान्त नहीं है?

This question was previously asked in

UPTET 2019 Paper 2 (Mathematics and Science) (Hindi - English/Sanskrit) Hinglish Solution

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  1. सक्रिय अनुक्रिया का सिद्धान्त
  2. पुनर्बलन का सिद्धान्त
  3. अभ्यास का सिद्धान्त
  4. लघु चरण का सिद्धान्त

Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : अभ्यास का सिद्धान्त

Free

Child Development and Pedagogy Mock Test

10 Questions 10 Marks 8 Mins

अभिक्रमित अनुदेशन एक अभिनव कदम है जिसका लक्ष्य शिक्षा का वैयक्तिकरण है। इसमें उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए अधिगम गतिविधियों का एक सुनियोजित क्रम होता है।

  • अभिक्रमित अनुदेशन एक शोध-आधारित प्रणाली है जो शिक्षार्थियों को सफलतापूर्वक काम करने में मदद करती है। शिक्षण सामग्री एक प्रकार की पाठ्यपुस्तक या प्रशिक्षण मशीन या कंप्यूटर में है।

अभिक्रमित अनुदेशन विधि के सिद्धांत में सम्मिलित है - abhikramit anudeshan vidhi ke siddhaant mein sammilit hai
Key Points

अभिक्रमित अनुदेशन के सिद्धांत:

  • लघु चरणों का सिद्धांत: कार्यक्रमबद्ध अधिगम में, माध्यम पाठ को लघु चरणों में प्रस्तुत किया जाता है ताकि यह शिक्षार्थियों के लिए आसानी से सुलभ हो सके।
  • सक्रिय प्रतिक्रिया का सिद्धांत: प्रत्येक चरण के बाद, शिक्षार्थियों को उनकी समझ का परीक्षण करने के लिए एक प्रश्न दिया जाता है। फिर तुरंत सही उत्तर दिखाया जाता है। इसका अर्थ है कि सभी चरणों में शिक्षार्थी प्रतिक्रिया करता है और उसे परिणामों का तत्काल ज्ञान दिया जाता है।
  • पुनर्बलन का सिद्धांत: इसमें शिक्षार्थी को सुदृढीकरण देना शामिल है ताकि उन्हें पता चल सके कि उनकी प्रतिक्रिया सही या गलत है।
  • तत्काल प्रतिक्रिया के सिद्धांत: यह शिक्षार्थियों को यह जानने पर जोर देता है कि उनका उत्तर तुरंत सही है या गलत। यह शिक्षार्थियों को आगे अधिगम गतिविधि के लिए आगे बढ़ने में मदद करता है।
  • शिक्षार्थी सत्यापन का सिद्धांत: यह अधिगम की वास्तविक स्थापना पर विशेषज्ञ की राय के आधार पर कार्यक्रम की गुणवत्ता को सत्यापित करने पर जोर नहीं देता है।

अतः, यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि अभ्यास का सिद्धान्त​ को कार्यक्रमबद्ध अधिगम में शामिल नहीं किया गया है।

Last updated on Sep 22, 2022

The exam dates for the HTET 2022 have been postponed. Due to the General Elections, the exam dates for the HTET have been revised. The exam will be conducted on the 3rd and 4th of December 2022 instead of the 12th and 13th of November 2022. The exam is conducted by the Board of School Education, Haryana to shortlist eligible candidates for PGT and TGT posts in Government schools across Haryana. The exam is conducted for 150 marks. The HTET Exam Pattern for Level I, Level II, and Level III exams is different. There will be no negative marking in the exam.

'अभिक्रमित अनुदेशन विधि' के सिद्धांत में सम्मिलित है

This question was previously asked in

REET 2021 Level 2 (Maths & Science) (Hindi/English/Sanskrit) Official Paper

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  1. स्व-गति का सिद्धांत
  2. परगति का सिद्धांत
  3. समूह का सिद्धांत
  4. कक्षीय एकता का सिद्धांत

Answer (Detailed Solution Below)

Option 1 : स्व-गति का सिद्धांत

Free

CT 1: Growth and Development - 1

10 Questions 10 Marks 10 Mins

स्वगति, स्वमूल्यांकन, प्रतिपुष्टि आदि से सम्बन्धित विधि अभिक्रमित अनुदेशन विधि है।

  • एन.एस.मावी- "अभिक्रमित अनुदेशन, अनुदेशनात्मक क्रिया को अनुदेशन एवं स्व-अधिगम में परिवर्तित करने की तकनीक है। इसमें विषय वस्तु को छोटी-छोटी श्रृंखलाओं मे विभाजित किया जाता है। अधिगमकर्ता इन्हें पढ़कर सही या गलत अनुक्रिया करता है। गलत अनुक्रियाओं को ठीक करता है, सही अनुक्रियाओं की पृष्टि करता है। वह सूक्ष्म रेखीय में पारंगत होने का प्रयास करता है।"
  • स्मिथ एवं मूरे- "अभिक्रमित अनुदेशन किसी अधिगम सामग्री को क्रमिक पदों की श्रृंखला में व्यवस्थित करने वाली प्रक्रिया है और प्रायः इसके द्वारा किसी विद्यार्थी को उसकी परिचित पृष्ठभूमि से संप्रत्ययों, प्रनियमों और बोध के एक जटिल और नवीन स्तर पर लाया जाता है ।"

अभिक्रमित अनुदेशन विधि के सिद्धांत में सम्मिलित है - abhikramit anudeshan vidhi ke siddhaant mein sammilit hai
Important Points

अभिक्रमित अनुदेशन के सिद्धान्त या नियम-

  • क्रमिक लघु पदों का नियम
  • सक्रिय प्रतिभागिता के नियम
  • प्रतिपुष्टि का सिद्धांत
  • स्व-गति का सिद्धान्त
  • स्व-परिक्षण का सिद्धांत

अतः निष्कर्ष लिकलता है कि स्व-गति का सिद्धान्त 'अभिक्रमित अनुदेशन विधि' के सिद्धांत में सम्मिलित है।

अभिक्रमित अनुदेशन विधि के सिद्धांत में सम्मिलित है - abhikramit anudeshan vidhi ke siddhaant mein sammilit hai
Hint

श्रुतलेखन अभ्यास विधि सुनने और समझने की योग्यता व परिक्षण की अभ्यास विधि
निगमन विधि इस विधि में पहले नियमों और सिद्धांतों को प्रस्तुत किया जाता है तथा बाद में उदाहरणों के द्वारा नियमों की पुष्टि की जाती है।
प्रत्यक्ष विधि बिना मातृभाषा को मध्यस्थ बनाये अन्य भाषा सीखायी जाती है।

Last updated on Sep 29, 2022

REET 2022 Written Exam Result Out on 29th September 2022! The final answer key was also out with the result. The exam was conducted on 23rd and 24th July 2022. The candidates must go through the REET Result 2022 to get the direct link and detailed information on how to check the result. The candidates who will be finally selected for 3rd Grade Teachers are expected to receive Rs. 23,700 as salary. Then, the candidates will have to serve the probation period which will last for 2 years. Also, note during probation, the teachers will receive only the basic salary.

अभिक्रमित अनुदेशन के सिद्धांत कौन कौन से हैं?

अभिक्रमित अनुदेशन के सिद्धांत - Principles of Programmed....
लघु पदों का सिद्धांत.
सक्रिय अनुक्रिया का सिद्धांत.
तत्क्षण प्रतिपुष्टि का सिद्धांत.
स्वगति का सिद्धांत.
स्वमूल्यांकन का सिद्धांत.

अभिक्रमित अनुदेशन का कौन सा अनिवार्य सिद्धांत है?

अभिक्रमित अनुदेशन के सिद्धांत: लघु चरणों का सिद्धांत: कार्यक्रमबद्ध अधिगम में, माध्यम पाठ को लघु चरणों में प्रस्तुत किया जाता है ताकि यह शिक्षार्थियों के लिए आसानी से सुलभ हो सके। सक्रिय प्रतिक्रिया का सिद्धांत: प्रत्येक चरण के बाद, शिक्षार्थियों को उनकी समझ का परीक्षण करने के लिए एक प्रश्न दिया जाता है।

अभिक्रमित अनुदेशन कितने प्रकार का होता है?

अभिक्रमित अनुदेशन पाँच प्रकार के होते हैं- 1. रेखीय या श्रृंखला अभिक्रम, 2. शाखीय अभिक्रम, 3. अवरोह अभिक्रमित अनुदेशन या मैथेटिक्स, 4..
प्रदर्शन- यह अधिगम प्रक्रिया की प्रथम अवस्था है। ... .
अनुबोधन- यह अधिगम प्रक्रिया की द्वितीय अवस्था है।.

अभिक्रमित अनुदेशन का मुख्य तत्व क्या है?

अभिक्रमित अनुदेशन विधि अध्ययन एक ऐसी शिक्षण प्रक्रिया विधि अथवा तकनीकी है, जिसमें सीखने योग्य विषय वस्तु को छोटे छोटे पदों के रूप में इस प्रकार अभिक्रमित किया जाता है कि शिक्षार्थी स्व प्रयत्न ओर स्व गति से सक्रिय रहकर निरन्तर ज्ञात से अज्ञात की ओर अग ्रसर होता रहता है इस प्रयास में उसके द्वारा किये गये कार्य की तुरन्त ...