आवेश का क्वांटीकरण से आप क्या समझते है? - aavesh ka kvaanteekaran se aap kya samajhate hai?

क्वांटीकरण चिरसम्मत क्षेत्र को संकारकों में परिवर्तित करता है जो क्षेत्र सिद्धान्त की क्वांटम अवस्थाओं पर लागू होते हैं। निम्न ऊर्जा अवस्था को इनकी निर्वात अवस्था कहा जाता है और यह काफी जटिल हो सकती है। एक सिद्धान्त को क्वांटीकृत करने का कारण किसी पदार्थ, वस्तुओं व कणों के गुणधर्मों को क्वांटम आयाम परिणाम की गणना के माध्यम से समझना है। ऐसी गणनाएं कुछ निश्चित सुक्ष्म के साथ की जाती हैं जिसे पुन:सामान्यीकरण कहा जाता है, यदि इसे उपेक्षित किया जाये तो हमें निरर्थक परिणाम प्राप्त हो सकते हैं। जैसे कि विविध आयामों में अनन्त का प्रकट होना। क्वांटीकरण प्रक्रिया का पूर्ण विवरण के लिए पुन:सामान्यीकरण विधि का पालन करना अत्यावश्यक है।

Show

क्षेत्र सिद्धान्त के क्वांटिकरण की प्रथम विकसित विधि विहित क्वांटीकरण है। जबकि यह सरल सिद्धान्तों में प्रयुक्त करना बहुत आसान है, यहाँ बहुत अवस्थाएं ऐसी प्राप्त होती हैं जहाँ अन्य क्वांटीकरण विधि क्वांटम आयाम की गणमा में बहुत ही प्रभावशली प्रक्रिया है। फिर भी विहित क्वांटीकरण का उपयोग, क्वांटम क्षेत्र सिद्धान्त की भाषा और स्पष्टीकरण में इसका प्रभाव मिलता है।

क्षेत्र सिद्धान्त का विहित क्वांटीकरण चिरसम्मत यांत्रिकी से क्वांटम यांत्रिकी के निर्माण के अनुरूप है।

इसे सुनेंरोकेंजब काँच की छड़ को रेशम के कपड़े से रगड़ा गया तो काँच की छड़ से इलेक्ट्रॉन रेशम की छड़ पर स्थानांतरित होते है यहाँ स्थानांतरित इलेक्ट्रॉन पूर्ण संख्या (गुणज) के रूप में होते है तथा न्यूनतम स्थानांतरण 1 इलेक्ट्रॉन (1e) का हो सकता है इस गुण को ही आवेश का क्वांटीकरण नियम कहते है।

आवेश के एकत्रित होने से क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंउत्तर: बादलों में आवेश के एकत्रित होने से तडि़त पैदा होती है।

आवेश कैसे उत्पन्न होता है?

इसे सुनेंरोकेंविद्युत आवेश : द्रव्य के साथ जुड़ी हुई वह अदिश भौतिक राशि है जिसके कारण चुम्बकीय और वैद्युत प्रभाव उत्पन्न होते है , आवेश कहलाती है। किसी वस्तु में इलेक्ट्रॉनों को अधिकता अथवा कमी से आवेश की अभिधारणा प्राप्त होती है। ऋणावेशित वस्तु में इलेक्ट्रॉनों की अधिकता व धनावेशित वस्तु में इलेक्ट्रॉनो की कमी होती है।

आवेश की योज्यता क्या है?

इसे सुनेंरोकें“ आवेशों की योज्यता वह गुण है जिसके द्वारा किसी निकाय का कुल आवेश उसके विभिन्न आवेशों के बीजीय योग से प्राप्त किया जाता है ।” अर्थात् आवेशों को वास्तविक संख्याओं की भाँति जोड़ा जा सकता है अथवा आवेश द्रव्यमान की भाँति अदिश राशि है ।

आवेश बराबर क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंकिसी तार में एक बिंदु से गुजरने वाले आवेश की प्रति सेकंड की मात्रा जबकि धारा 1 एम्पियर रखी जाये , आवेश की इस मात्रा को 1 कूलॉम आवेश कहते है। यदि I = 1 ऐम्पियर रखा जाए तथा समय 1 सेकण्ड रखी जाये तो आवेश (Q) का मान 1 कूलॉम होगा।

आवेश की परिभाषा क्या है?

आवेश किसे कहते हैं यह कितने प्रकार के होते हैं?

इसे सुनेंरोकेंआवेश दो प्रकार के होते हैं इन्हें धनात्मक आवेश एवं ऋणात्मक आवेश के नाम से जाना जाता है।

क्वांटिटी कारन क्या है?

इसे सुनेंरोकेंआवेश का वह न्यूनतम मान (e) जिसका आदान-प्रदान प्रक्रिया में उपयोग किया जा सकता है उसे उस भौतिक राशि का क्वाण्टम तथा इस प्रक्रिया को क्वांटीकरण कहते है। आवेश का स्थानांतरण e के गुणज के रूप में होता है तथा न्यूनतम मान 1e होता है।

पढ़ना:   सेम की इंग्लिश क्या होगी?

आवेशन का कारण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंवस्तु का आवेशन : जब किसी वस्तु के परमाणुओं में इलेक्ट्रोनों की संख्या प्रोटोनों की संख्या से भिन्न हो जाती है तो वह आवेशित हो जाती है। इलेक्ट्रॉनो की कमी हो जाने पर वस्तु धनावेशित और इलेक्ट्रॉनो की अधिकता होने पर वस्तु ऋण आवेशित हो जाती है।

कूलम्ब बल क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकूलॉम-नियम (Coulomb’s law) विद्युत आवेशों के बीच लगने वाले स्थिरविद्युत बल के बारे में एक नियम है जिसे कूलम्ब नामक फ्रांसीसी वैज्ञानिक ने १७८० के दशक में प्रतिपादित किया था। यह नियम विद्युतचुम्बकत्व के सिद्धान्त के विकास के लिये आधार का काम किया। यह नियम अदिश रूप में या सदिश रूप में व्यक्त किया जा सकता है।

किसी पदार्थ के आवेशित होने का क्या कारण होता है?

इसे सुनेंरोकेंकिसी पदार्थ को आवेशित करने का एक सरल तरीका और है। वह है प्रेरण द्वारा। इस प्रक्रिया में एक आवेशित वस्तु के विद्युतीय प्रभाव के कारण उसके नज़दीक की उदासीन वस्तु के इलेक्ट्रॉनों का संतुलन बिगड़ जाता है। नतीजतन वह उदासीन वस्तु अस्थाई रूप से आवेशित हो जाती है।

प्रभार से परिमाणीकरण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंपरिमाणीकरण आवेश परिमाणीकरण यह सिद्धांत है कि किसी भी वस्तु का आवेश प्राथमिक आवेश का पूर्णांक गुणज होता है।

इलेक्ट्रिक चार्ज की परिभाषा क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकिसी पदार्थ का वह गुण जिसके कारण उसमें विद्युत तथा चुंबकीय प्रभाव उत्पन्न होते हैं विद्युत आवेश कहलाता है इसे q से प्रदर्शित करते हैं। यह एक अदिश राशि है। जहाँ, n = पदार्थ में इलेक्ट्रॉनों की संख्या, e = इलेक्ट्रॉन पर आवेश (1.6*10-19 कूलाम) होता है।

कूलॉम नियम न्यूटन के गति के कौनसे नियम की पालना करता है समझाइए?

इसे सुनेंरोकेंइस प्रकार कूलॉम का नियम न्यूटन के गति के तृतीय नियम के अनुरूप है । कार्यरत बल आवेशों को मिलाने वाली रेखा के अनुदिश होता है अर्थात् स्थिर विद्युत बल केन्द्रीय बल होते हैं ।

जब किसी वस्तु को आवेशित किया जाता है तो उसका द्रव्यमान क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंExpert-verified answer जब किसी वस्तु को आवेशित किया जाता है तो उसका द्रव्यमान बढ़ जाता है , या फिर घट जाता है । असल मे आवेश दो प्रकार के होते है , धनावेश और ऋणावेश । जब वस्तु में इलेक्ट्रान की संख्या बढ़ाई जाती है तो वह ऋणावेशित हो जाती है , और जब वस्तु से इलेक्ट्रान की संख्या घटाई जाती है तो वह धनावेशित हो जाता है ।

पढ़ना:   बच्चेदानी की ट्यूब कैसे खुलती है?

आवेश क्वाण्टीकरण नियम लिखते हुए बताइए +10 में इलेक्ट्रॉनों की संख्या कितनी होती है?

इसे सुनेंरोकेंजल के अणु 10 प्रोटोन व 10 इलेक्ट्रॉन होते हैं (2 प्रोटोन तथा इलेक्ट्रॉन हाइड्रोजन के तथा 8 ऑक्सीजन के) तथा धनायन ऋणायन आवेश का मान सम्मान होगा।

आवेशन की घर्षण विधि में आवेश संरक्षण नियम की पालना कैसे होती है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer: आवेश संरक्षण का सिद्धांत बेंजामिन फ्रैंकलिन ने दिया था। इसके अनुसार विद्युत आवेश को न तो उत्पन्न किया जा सकता है और न ही उसे नष्ट किया जा सकता है। अतः विद्युत् आवेश ब्रह्माण्ड में सदैव ही संरक्षित रहता है।

आवेश का मुख्य कारण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंजब किसी वस्तु के परमाणुओं में इलेक्ट्रोनों की संख्या प्रोटोनों की संख्या से भिन्न हो जाती है तो वह आवेशित हो जाती है। इलेक्ट्रॉनो की कमी हो जाने पर वस्तु धनावेशित और इलेक्ट्रॉनो की अधिकता होने पर वस्तु ऋण आवेशित हो जाती है।

20 क्वाण्टीकरण क्या है?

इसे सुनेंरोकेंभौतिकी में क्वांटीकरण भौतिकीय घटनाओं की चिरसम्मत समझ को नये रूप से जिसे क्वांटम यांत्रिकी कहते हैं के रूप में व्यक्त करने की प्रक्रिया है। यह चिरसम्मत क्षेत्र सिद्धान्त को क्वांटम क्षेत्र सिद्धान्त निर्माण की प्रक्रिया है। यह चिरसम्मत यांत्रिकी से क्वांटम यांत्रिकी के विकास के लिए व्यपकीकरण की प्रक्रिया है।

क्वांटीकरण क्या है in Chemistry?

इसे सुनेंरोकेंदो विधुतरूधर ताँबे के समरूप आवेशित गोलों A और B में क्रमश: qA और qB आवेश है। उसी साइज का तीसरा अनावेशित गोला C पहले गोले A के संपर्क में रखा जाता है। तथा उसके बाद गोले B के संपर्क में रखा जाता है।

आवेश की खोज कब हुई?

इसे सुनेंरोकेंआवेश के क्वांटमीकरण का सुझाव सर्वप्रथम अंग्रेज़ प्रयोगकर्ता फैराडे द्वारा खोजे गए विद्युत अपघटन के प्रायोगिक नियमों से प्राप्त हुआ था। सन् 1912 में मिलिकन ने इसे वास्तव में प्रायोगिक रूप से निदर्शित किया था।

आवेश कितने प्रकार के होते हैं उनके नाम?

विद्युत धारा का सूत्र क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंएक एम्पियर विधुत धारा की परिभाषा ( vidhut dhara ki paribhasa ) vidyut dhara kise kahate hain. यदि किसी परिपथ में एक सेकेंड में एक कुलाम आवेश का प्रवाह हो तो प्रवाहित विधुत धारा का मान एक एम्पियर होगा। तब अतः जब 1sec में 6.25×10¹⁸ इलेक्ट्रॉन का प्रवाह होता है तो विधुत धारा का मान एक एम्पियर होगा।

एक इलेक्ट्रॉन पर कितना आवेश होता है?

इसे सुनेंरोकेंपरम्परागत रूप से इसके आवेश को ऋणात्मक माना जाता है और इसका मान -१ परमाणु इकाई (e) निर्धारित किया गया है। इस पर -1.6E-19 कूलाम्ब परिमाण का ऋण आवेश होता है। इसका द्रव्यमान 9.11E−31 किग्रा होता है जो प्रोटॉन के द्रव्यमान का लगभग १८३७ वां भाग है।

पढ़ना:   इंसान को चंद्रमा पर ले जाने वाला प्रथम अंतरिक्ष यान का नाम क्या था?

विद्युत आवेश का SI मात्रक क्या है?

इसे सुनेंरोकेंविद्युत आवेश का SI मात्रक कूलम्ब है।

विद्युत आवेश कितने प्रकार के होते हैं?

वह बल जो किसी सर्किट में इलेक्ट्रॉन के प्रभाव को जारी रखता है उसे क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंवोल्टेज इलेक्ट्रॉनों के आंदोलन या प्रवाह का कारण होने के लिए उपलब्ध विद्युत शक्ति का एक उपाय हैं। इस प्रकार, अपने आप में वोल्टेज का मतलब है इलेक्ट्रॉनों की कोई गति नहीं है, लेकिन इलेक्ट्रॉनों को स्थानांतरित करने की क्षमता।

विद्युत बल सम्बन्धी कूलाम का नियम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअदिश रूप में यह नियम निम्नलिखित रूप में है। “दो बिन्दु आवेशों के बीच लगने वाला स्थिरविद्युत बल का मान उन दोनों आवेशों के गुणनफल के समानुपाती होता है तथा उन आवेशों के बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है।”

विद्युत क्षेत्र के लिए अध्यारोपण का सिद्धांत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंअध्यारोपण का सिद्धांत कहता है कि अंतरिक्ष में प्रत्येक आवेश उस माध्यम में अन्य आवेशों की उपस्थिति से स्वतंत्र बिंदु पर एक विद्युत क्षेत्र बनाता है। परिणामी विद्युत क्षेत्र व्यक्तिगत आवेशों के कारण विद्युत क्षेत्र का एक वेक्टर योग है।

इलेक्ट्रॉन के प्रवाह को क्या कहते हैं?

इसे सुनेंरोकेंइलेक्ट्रॉनों का प्रवाह ही विद्युत है। चुम्बकीय क्षेत्र अदृश्य होता है और चुम्बक का प्रमुख गुण – आस-पास की चुम्बकीय पदार्थों को अपनी ओर खींचने एवं दूसरे चुम्बकों को आकर्षित या प्रतिकर्षित करने का गुण, इसी के कारण होता है। इसे लगातार या एक ही दिशा में बहने वाली (Unidirectional) करंट भी कहते हैं।

इलेक्ट्रॉन के प्रभाव को क्या कहा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंजब इलेक्ट्रॉन और पोजीट्रॉन की टक्कर होती है तो दोंनो पूर्णतः नष्ट हो जाते हैं एवं दो फोटॉन उत्पन्न होती है। इलेक्ट्रॉन, लेप्टॉन परिवार के प्रथम पीढी का सदस्य है, जो कि गुरुत्वाकर्षण, विद्युत चुम्बकत्व एवं दुर्बल प्रभाव सभी में भूमिका निभाता है। इलेक्ट्रॉन कण एवं तरंग दोनो तरह के व्यवहार प्रदर्शित करता है।

किरचॉफ का प्रथम नियम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकिरचॉफ के धारा नियम (KCL) के अनुसार, एक सामान्य बिंदु पर मिलने वाले विद्युत धाराओं का बीजगणितीय योग शून्य है अर्थात् एक नोड में प्रवेश करने वाली धाराओं का योग नोड से निकलने वाले धाराओं के योग के बराबर होता है। यह आवेश के संरक्षण पर आधारित होता है। अतः किरचॉफ का पहला नियम आवेश संरक्षण का नियम है ।

एक कूलाम का मान कितना होता है?

इसे सुनेंरोकेंसही उत्तर 6.25 × 1018 इलेक्ट्रॉन है। 6.25 × 1018 इलेक्ट्रॉन एक साथ मिलकर एक कूलॉम बनाते हैं। एक इलेक्ट्रॉन पर 1.6 × 10-19 C का ऋणात्मक आवेश होता है।

आवेशों के क्वांटीकरण से आप क्या समझते हैं?

आवेश क्वान्टीकृत है (charge is quantised) : किसी भी आवेशित वस्तु पर आवेश सदैव वैद्युत आवेश की मूल इकाई का पूर्ण गुणज होता है। यह इकाई एक इलेक्ट्रॉन के आवेश के परिमाण के बराबर है। (1 e = 1.6 x 10-19कूलाम ) इसलिए किसी वस्तु पर आवेश Q = ± ne , जहाँ n एक पूर्णांक है और e एक इलेक्ट्रॉन पर आवेश है।

क्वांटीकरण से क्या तात्पर्य है?

भौतिकी में क्वांटीकरण भौतिकीय घटनाओं की चिरसम्मत समझ को नये रूप से जिसे क्वांटम यांत्रिकी कहते हैं के रूप में व्यक्त करने की प्रक्रिया है। यह चिरसम्मत क्षेत्र सिद्धान्त को क्वांटम क्षेत्र सिद्धान्त निर्माण की प्रक्रिया है।

विद्युत आवेश के क्वाण्टीकरण का मूल कारण क्या है?

Solution : इलेक्ट्रॉनों का पूर्ण संख्या में स्थानांतरण ही आवेशों के क्वाण्टीकरण के मूल कारण है।

आवेश संरक्षण का नियम क्या है?

व्यवहार रूप में, आवेश संरक्षण एक भौतिक नियम है जिसके अनुसार एक निश्चित आयतन में विद्युत आवेश में कुल अंतर, उस आयतन में प्रवेश करने वाले आवेश और उस आयतन से निर्गत आवेश के अन्तर के बराबर होता है।