आई यू आई का अर्थ इंट्रायूटेरिन इनसेमिनेशन है यह पुरुष बांझपन की समस्या के लिए एक सफल इलाज है। आई यू आई प्रक्रिया की मदद से कई दम्पत्तियों को माता-पिता बनने का सुख प्राप्त हुआ हैं। लेकिन आई यू आई के बाद रखनी पड़ती है कुछ सावधानियां। Show
मेडिकवर फर्टिलिटी
अपॉइंटमेंट बुक करें आई यू आई के बाद सावधानी क्यों रखनी पड़ती है? (IUI Ke Baad Savdhani)बच्चा चाहे प्राकृतिक रूप से हो या अन्य किसी उपचार के ज़रिए हो, ख्याल रखना ज़रूरी है। बच्चे का विकास होता तो माता के गर्भाशय में ही हैं और ज़रा सी लापरवाही आपको या होने वाले बच्चे के लिए नुकसानदायक हो सकती हैं। आई यू आई के बाद क्या करना चाहिए? (IUI Ke Baad Kya Karna Chahiye)
आई यू आई के बाद क्या नहीं करना चाहिए?
आई यू आई के बाद सावधानी ज़रूरी है (IUI Ke Baad Savdhani in Hindi)आई यू आई करवाने के बाद कुछ सावधानियां बर्तनी होती हैं क्योंकि आई यू आई के बाद महिला गर्भधारण कर लेती है। एक प्राकृतिक गर्भावस्था में जिन बातों का ख्याल रखना होता है, उसी तरह आई यू आई गर्भावस्था में उन्हीं बातों का ख्याल रखना होता है। उसकी ज़रा-सी लापरवाही होने वाले बच्चे को नुकसान पहुंचा सकती हैं। बताई गई बातों का ध्यान रखें। आई यू आई की सफल कहानीआई यू आई उपचार के लिए मेडीकवर फर्टिलिटी एक क्लिनिक है। मेडीकवर फर्टिलिटी यूरोप के सर्वश्रेष्ठ फर्टिलिटी क्लीनिकों में से एक है। यहाँ के आधुनिक उपकरणों से जाँच की प्रक्रिया की जाती है। मेडीकवर फर्टिलिटी ने आई यू आई के कई सफल ट्रीटमेंट किए हैं जिनसे कई लोगों को माता-पिता बनने का सुख मिला है। साथ ही यहाँ आपकी जानकारी पूर्ण रूप से गुप्त रखी जाती है। यदि आपको इस विषय से सबंधित कोई भी जानकारी चाहिए तो आप इस नंबर पर +917862800700 संपर्क कर सकते हैं। FAQs प्रश्न: आई यू आई के क्या खाना चाहिए? (IUI Ke Baad Kya Khana Chahiye)उत्तर: आई यू आई के बाद आप साधारण भोजन खा सकती है। कोई विशेष प्रकार के परहेज की ज़रूरत नहीं होती है लेकिन कोशिश करें आप संतुलित और स्वस्थ आहार लें। प्रश्न: आई यू आई के कितने दिन बाद प्रेगनेंसी टेस्ट करें? (IUI Ke Kitne Din Baad Pregnancy Test Kare in Hindi)उत्तर: आई यू आई के करीब 14 से 16 दिन के बाद टेस्ट कर सकती हैं। आपके डॉक्टर आपको बताएंगे की कब टेस्ट किया जाना चाहिए। References: https://www.ncbi.nlm.nih.gov/pmc/articles/PMC3017328/ आईयूआई के बाद सावधानी और इंप्लानटेशन (भ्रूण प्रत्यारोपण) के लक्षणSymptoms of embryo implantation after IUI in hindiIUI ke baad bhrun pratyaropan (implantation) ke lakshan in hindi
गर्भधारण की समस्या से जूझ रहीं महिलाओं को गर्भधारण के लिए आईयूआई (IUI) की तकनीक का सहारा लेना पड़ता है। यह महिला बांझपन में अपनाये जाने वाले विकल्पों मे से एक है। आईयूआई को इंट्रा यूटेरियन इनसेमिनेशन (IUI) भी कहा जाता है। आईयूआई में भ्रूण को कृत्रिम तरीके (artificially) से स्थानांतरित किया जाता है, ऐसे में इस प्रक्रिया के बाद भ्रूण सही से स्थानांतरित हुआ है या नहीं यह पता लगाना बहुत ज़रूरी होता है। IUI के बाद भ्रूण का प्रत्यारोप (embryo implantation) एक सफल गर्भावस्था होने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। IUI के बाद सफल आरोपण के संकेत मुख्य रूप से महिला के शरीर में ऐंठन (cramping) और स्पॉटिंग (spotting) होता हैं। आईयूआई प्रक्रिया के बाद भ्रूण आरोपण के लक्षणों को समझने के लिए आपको अपने बांझपन विशेषज्ञ से परामर्श करने की आवश्यकता होती है। इस लेख में हम एम्ब्र्यो इंप्लानटेशन (embryo implantation) से जुड़ी
जानकारियाँ जैसे की आईयूआई के बाद क्या सावधानी बरतनी चाहिए आदि के बारे में विस्तार पूर्वक बात करेंगे। आईयूआई यानी इंट्रायूटेरिन इनसेमिनेशन या आईयूआई क्या है?What is Intrauterine insemination or IUI? in hindiIUI Kya Haiआईयूआई तकनीक का इस्तेमाल तब किया जाता है जब पुरुषों में फर्टिलिटी की समस्या हो या फ़िर महिला सिंगल हो। इस तकनीक में पुरुष के स्पर्म को महिला के ओव्यूलेशन के दौरान प्लास्टिक की पतली कैथेटर ट्यूब (cathetor tube) के द्वारा गर्भाशय में अंडों के पास डाला जाता है।[1] यह तकनीक कुदरती प्रजनन की तरह ही है। फ़र्क बस इतना है कि इस तकनीक की मदद से स्पर्म (शुक्राणुओं) को अंडे तक पहुंचाने के लिए कृत्रिम तरीके का सहारा लिया जाता है। [2] कुछ मामलों में गर्भधारण की संभावना बढ़ाने के लिए उन्हें दवाइयां भी दी जाती हैं। आईयूआई तकनीक का इस्तेमाल वही महिला कर सकती हैं जिनका फैलोपियन ट्यूब सामान्य हो और उसमे कोई ब्लॉक न हो या रूकावट न हो। आईयूआई के बाद किन बातों का रखें ध्यान?What precautions to be taken after IUI Treatment? in hindiIUI ke baad kin baaton ka rakhe dhyan, iui ke baad savdhani in hindiआईयूआई प्रक्रिया के बाद गर्भधारण की सफलता सुनिश्चित करने के लिए आपको अपनी जीवनशैली में कई तरह के बदलाव लाने होंगें। आईयूआई (IUI) प्रक्रिया के बाद प्रेगनेंसी की सफलता के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए :
आईयूआई के ट्रीटमेंट के दौरान ओव्यूलेशन की प्रक्रिया तेज़ हो जाती है और भ्रूण को विकसित होने में थोड़ा समय लगता है। इसके अलावा शरीर में हार्मोन के
बदलाव में भी समय लगता है। इसके बाद ही जांच करने पर प्रेगनेंसी के बारे में पता चलेगा। तकरीबन दो हफ्ते के बाद ही परीक्षण कराने पर सही नतीजा आएगा। भ्रूण को विकसित होकर गर्भाशय में प्रत्यारोपित होने के लिए डॉक्टर हार्मोंस की दवा दे सकते हैं। आईयूआई ट्रीटमेंट के बाद के लक्षणSymptoms of IUI Treatmentin hindiIUI ke bad hone vale lakshan
आईयूआई प्रक्रिया के बाद महसूस होने वाले कुछ लक्षण निम्न हैं :
सूजन, रक्तस्राव या ज़्यादा दर्द होने पर अपने डॉक्टर से तुरंत संपर्क करें, क्योंकि यह संक्रमण या किसी अन्य गंभीर समस्या की वजह से हो सकता है। आईयूआई के बाद क्या खाना चाहिए?What Should you eat after IUI? in hindiIUI ke baad kya khana chahiyeआईयूआई के बाद अपने खान-पान में ये बदलाव लायें :
आईयूआई के बाद भ्रूण प्रत्यारोपण होने के लिए कितना समय लगता हैHow long does it take for embryo transplantation after IUI in hindiIUI ke bad brun implantation ke liye kitna samay lagta hai in hindiआईयूआई iui की प्रक्रिया करते वक्त यह ध्यान में रखा जाता है की महिला कब ओवुलेशन करती है इस समय को सुनिश्चित किया जाता है। लेकिन कभी-कभी,महिला नियमित रूप से ओवुलेशन (ovulation) नहीं करती है, तब उन महिलाओं का आईयूआई(iui) उसके प्राकृतिक मासिक चक्रों के पास किया जा सकता है। कई मामलों में, अंडाशय को उत्तेजित करने और ओव्यूलेशन को ट्रिगर करने के लिए फर्टिलिटी ड्रग (fertility drug) की छोटी खुराक का उपयोग समय को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। गर्भाधान की घड़ी ( conception clock) ओव्यूलेशन से शुरू होती है क्योंकि एक अंडा निषेचन के लिए केवल 12 से 24 घंटे तक ही उपलब्ध होता है। शुक्राणु और अंडे का मिलन इसी फर्टाइल फेज़ (fertile phase) के भीतर होना महत्वपूर्ण है। अगला कदम निषेचित अंडे को गर्भाशय के अस्तर में प्रत्यारोपित (impant) करना होता है। इसमें 3 से 12 दिन तक का समय लग सकता है। आमतौर पर, 45% महिलाओं में आरोपण (implantation) 9 वें दिन होता है जो ओव्यूलेशन के बाद गर्भ धारण करती हैं। आईयूआई में शुक्राणु को अंडे तक पहुंचने में कितना समय लगता है?How much time do sperm take to reach egg during IUI treatment? in hindiIUI me shukranu ko ande tak pahuchne me kitna samay lgta haiप्रेगनेंसी (pregnancy) की शुरुआत ही ओवुलेशन प्रक्रिया के साथ शुरू होती है। इसके बाद अंडा अगले 12 से 24 घंटों तक निषेचन (फर्टिलाइज़) के लिए सक्रिय रहता है। निषेचन के लिए अंडे और शुक्राणुओं (स्पर्म) को इसी दौरान मिलना जरूरी है। इसके बाद एग फर्टिलाइज़ होकर गर्भाशय के साथ जाकर जुड़ जाता है। क्या आईयूआई में गर्भपात की आशंका रहती है?Is there any possibility of abortion in IUI? in hindikya IUI me garbhpat ki aashanka rahti haiकई महिलाओं के मन में यह सवाल रहता है कि क्या इस प्रक्रिया में भी गर्भपात की संभावना रहती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यदि आपको पहले से ही प्रजनन से जुड़ी कोई समस्या है, तो डॉक्टर आपको ओव्यूलेशन की प्रक्रिया तेज़ करने की दवा दे सकते हैं। इस वजह से कई बार गर्भ में एक से अधिक भ्रूण ठहरने का ख़तरा रहता है, जो आगे चलकर गर्भपात का कारण बन सकता है। निष्कर्षConclusionin hindiNishkarshकोई भी वैज्ञानिक तकनीक गर्भधारण की 100 फीसदी गारंटी नहीं देती। दरअसल, इन प्रक्रियाओं के बाद कुछ सावधानियां बरतनी होती है और डॉक्टर की सलाह पर अमल करना होता उसके बाद परीक्षण के ज़रिए पता चलता है कि भ्रूण को स्थानांतरित करने की प्रक्रिया सफल हुई है या नहीं। क्या यह लेख सहायक था? हां कहने के लिए दिल पर क्लिक करें Dr. Neeraj Pahlajani Gynecologist | ranchi डॉ. नीरज पहलजानी को आईवीएफ विशेषज्ञ के क्षेत्र में दिग्गजों में गिना जाता है और उनके पास 17 वर्षों का समग्र अनुभव है। उन्हें बांझपन के उपचार के क्षेत्र में विशेषज्ञता प्राप्त है और उन्होंने जर्मनी से रिप्रोडक्टिव मेडिसीन में डिप्लोमा किया है और यू.एस.ए से आईवीएफ एंड एम्ब्रियोलॉजी में फ़ेलोशिप का भी कोर्स किया है। आश्चर्यजनक सफलता दर के साथ, वह पहलजानी आई.वी.एफ इंडिया की प्रबंध निदेशक हैं, जिसके भारत के विभिन्न प्रमुख शहरों में 4 आईवीएफ केंद्र हैं। आर्टिकल की आख़िरी अपडेट तिथि: : 14 Jul 2020 हमारे ब्लॉग के भीतर और अधिक अन्वेषण करें follow us on social media IUI के बाद क्या नहीं करना है?आई यू आई के बाद क्या नहीं करना चाहिए?. भारी सामान न उठाए।. जिम को छोड़ दीजिए।. जंक फ़ूड(बाहर का खाना) का सेवन छोड़ दीजिए।. किसी मशीन यानि कंप्यूटर, लैपटॉप के इस्तेमाल से बचें।. कोशिश करें कि शुरूआती दिनों पर यातायात न करें।. बुखार-जुकाम होने पर अपने डॉक्टर से पूछे बिना किसी भी दवाई का सेवन न करें।. कैसे IUI सफल बनाने के लिए?IUI treatment के द्वारा गर्भधारण की संभावना को बढ़ाने के लिए आप इन IUI success tips in hindi को ध्यान में रखें :. तीन दिन तक पुरुष को अपने सीमन पर नियंत्रण रखना चाहिए ... . IUI treatment को चिंता का विषय न बनाएँ ... . जीवन -शैली में परिवर्तन लाएँ ... . अपने डॉक्टर से हॉर्मोनल सपोर्ट के बारे में जाने ... . पुनः विचार करे तीन IUI कोशिशों के बाद. आईयूआई के बाद क्या क्या खाना चाहिए?क्या है आईयूआई
आईयूआई एक फर्टिलिटी ट्रीटमेंट है जिसमें स्पर्म को महिला के गर्भाशय में सीधा डाला जाता है। नॉर्मल कंसीव करने की प्रक्रिया में स्पर्म गर्भाशय ग्रीवा के जरिए योनि में पहुंचता है और फिर फैलोपियन ट्यूबों की मदद से गर्भाशय तक आता है।
आईयूआई के कितने दिन बाद इम्प्लांटेशन होता है?1.प्रत्यारोपण रक्तस्राव [इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग]
यह आमतौर पर गर्भधारण के बाद छह से बारह दिनों के दौरान होता है।
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