2 3 सप्ताह गर्भवती के लक्षण क्या हैं? - 2 3 saptaah garbhavatee ke lakshan kya hain?

गर्भावस्था वो समय है जब महिला को कई तरह के शारीरिक और मानसिक बदलावों से गुजरना पड़ता है. हर दिन महिला के शरीर में कुछ नए बदलाव आ जाते हैं और इसके साथ ही उसकी मानसिक स्थिति भी परिवर्तित होती रहती है.

Show

पर ऐसा नहीं है कि जो शारीरिक बदलाव एक महिला में आएं, वही दूसरी गर्भवती महिला को भी महसूस हों. हर महिला के लक्षण, प्रकार और प्रसव में अंतर होता है.

पर गर्भावस्था के पहले सप्ताह के कुछ ऐसे लक्षण होते हैं जो लगभग सभी के लिए एक जैसे होते हैं.

गर्भावस्था के पहले सप्ताह में नजर आते हैं ये सामान्य लक्षण

1. मुंह का स्वाद बदल जाता है और हर समय कड़वेपन का एहसास होता रहता है.

2. तुलनातमक रूप से सपने अधिक आने लगते हैं.

3. डार्क सर्कल बढ़ जाते हैं और त्वचा पर भी कुछ धब्बे उभर आते हैं.

4. थकान ज्यादा लगने लगती है.

5. पेशाब करने में दिक्कत होने लगती है और हर समय भारीपन महसूस होता है.

6. सिरदर्द की शिकायत हो जाती है और उल्टियां होती हैं.

7. मूड बहुत जल्दी-जल्दी बदलता है.

प्रेग्नेंसी वीक 3 (Pregnancy week 3) में मुझे स्वास्थ्य और सुरक्षा से जुड़ी किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?

प्रेग्नेंसी वीक 3 (Pregnancy week 3) के अंदर आपको यह चिंता हो सकती है कि अगर आप प्रेग्नेंट हैं तो प्रेग्नेंसी से आपकी सोशल लाइफ किस तरह प्रभावित होगी या आप अपना ऑफिस या घर का काम कैसे मैनेज करेंगी या क्या खाना आपके शिशु के लिए सुरक्षित रहेगा। आपको पता होना चाहिए कि आपके शिशु का विकास सिर्फ आपके खाने पर ही नहीं, बल्कि आपके इमोशन पर भी निर्भर करता है।

प्रेग्नेंसी वीक 3 (Pregnancy week 3) में जब आप चिंता करती हैं या परेशान होती हैं तो आपका शरीर कोर्टिसोल नामक स्ट्रेस हॉर्मोन रिलीज करता है, जो कि आपके शरीर में इंफ्लमेटरी रिस्पॉन्स को पैदा या बढ़ा सकता है। कई शोध में पता चला है कि प्रेग्नेंसी के दौरान खराब स्वास्थ्य और इंफ्लमेशन के बीच एक संबंध है जो कि शिशु के विकास संबंधित समस्याओं का कारण बन सकता है। साथ ही, प्रेग्नेंसी के पहले तिमाही में स्ट्रेस लेने से महिलाओं में गर्भपात की आशंका बढ़ जाती है।

आपकी और आपके भ्रूण की सुरक्षा के लिए यहां स्ट्रेस मैनेज करने के लिए कुछ टिप्स बताए जा रहें हैं, जो कि प्रेग्नेंसी वीक 3 (Pregnancy week 3) में आपके काम आ सकते हैं।

बातचीत करें- हो सकता है कि आप अपने पार्टनर या दोस्तों को पर्सनल प्रॉब्लम बताकर परेशान नहीं करना चाहती हों, लेकिन सिर्फ खुद ही परेशान रहना या सोचते रहना भी ठीक नहीं है। इसके लिए आप किसी प्रोफेशनल से बातचीत कर सकती हैं और आपको धीरे-धीरे ठीक लगने लगेगा।

आराम करें- मेडिटेशन या रिलेक्शेसन टेक्नीक्स आपकी मदद कर सकती हैं। इसके लिए आप अपनी मनपसंद ड्रिंक बनाकर अपनी मनपसंद बुक भी पढ़ सकती हैं।

रोजाना एक्सराइज करें- आप प्री-नेटल योगा क्लास, स्विमिंग या वॉकिंग या कोई भी मनपसंदीदा हल्की एक्सराइज रुटीन अपना सकती हैं। इन आसान एक्सरसाइज की मदद से आप न सिर्फ स्ट्रेस को मैनेज कर पाएंगी, बल्कि डिलिवरी के लिए अपने शरीर को तैयार भी कर पाएंगी।

प्रेग्नेंसी में तनाव होना सामान्य है, लेकिन यह समस्या गंभीर होने से पहले इसे मैनेज करना भी बहुत जरूरी है।

इस लेख के माध्यम से गर्भावस्था के तीसरे सप्ताह में भ्रूण के रोमांचक विकास और आपने अपनी गर्भावस्था में जो महत्वपूर्ण पड़ाव पार किए हैं, उनके बारे में जानकारी प्राप्त करें।

गर्भावस्था के तीसरे सप्ताह में आपके बच्चे का विकास

यह आपकी गर्भावस्था का तीसरा सप्ताह है और अच्छी खबर यह है कि भ्रूण पहले से ही विकसित हो रहा है। इस सप्ताह के दौरान आपका शिशु तेज़ी से द्विगुणित होती जा रहीं सैकड़ों कोशिकाओं के साथ एक छोटी सी गेंद के समान है। इस छोटी गेंद, जिसे ब्लास्टोसिस्ट कहते हैं, का एक हिस्सा जो आगे जाकर गर्भनाल के रूप में बदल जाएगा, गर्भावस्था के तीसरे सप्ताह में गर्भावस्था के हार्मोन (एच.सी.जी.) का निर्माण शुरू कर देता है। यह हार्मोन आगे और डिंब बनने से रोकता है और एस्ट्रोजेन और प्रोजेस्टेरोन के उत्पादन को बढ़ाता है। ये हार्मोन सुनिश्चित करते हैं कि आपका अंडाशय गर्भाशय की परत तो नहीं छोड़ रहा है। यह छोटा ब्लास्टोसिस्ट तीसरे सप्ताह के दौरान आपके गर्भाशय के अस्तर में सुरक्षित और स्वस्थ होता है और गर्भाशय की दीवार में होने वाली रक्त वाहिकाओं के माध्यम से ऑक्सीजन और पोषक तत्व प्राप्त करता है।

बच्चे का आकार क्या है

यह एक महत्वपूर्ण सप्ताह होता है क्योंकि, इस सप्ताह के दौरान, निषेचित डिंब सुरक्षित रूप से खुद को गर्भाशय के अस्तर में प्रत्यारोपित करता है और गर्भाशय के अस्तर की रक्त वाहिकाओं के माध्यम से मिलने वाली ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की मदद से विकसित होना शुरू करता है। यद्यपि यह विकास अपने आप में दिलचस्प है लेकिन 3 सप्ताह के गर्भ का आकार नगण्य होता है। तकनीकी शब्दों में, शिशु की लंबाई 0.0 मि.मी. और शिशु का वजन 0.0 ग्राम है।

सामान्य शारीरिक परिवर्तन

गर्भावस्था की शुरुआत से लेकर अंत तक महिलाओं के शरीर में बहुत अधिक बदलाव होते हैं। गर्भावस्था के पहले कुछ हफ्तों में, एक महिला अपने शरीर और चालढाल में जो अंतर महसूस करती है, वह काफी समान होते हैं। वास्तव में, ये प्रत्येक लक्षण या परिवर्तन, गर्भावस्था के प्रत्येक गुजरते सप्ताह के साथ बढ़ते जाते हैं। गर्भावस्था के तीसरे सप्ताह में शरीर में होने वाले कुछ निरंतर परिवर्तन हैं, स्तनों में दर्द, शरीर के आधारभूत तापमान में वृद्धि, थकावट और भूख न लगना।

गर्भावस्था के तीसरे सप्ताह के लिए आपकी ख़रीददारी बहुत आसान है। अगर आपने अभी तक नहीं खरीदी है तो खुद के लिए गर्भावस्था की एक किताब खरीदें। घर पर जांच के लिए गर्भावस्था किट खरीदें क्योंकि यह जल्द ही काम में आ जाएगी। स्तनों के दर्द को कम करने के लिए इस सूची में एक आरामदायक सूती ब्रा भी रखें। गर्भावस्था में अभी और अगले कुछ हफ्तों के लिए इतनी वस्तुओं की ख़रीददारी बहुत हुई। प्रेगनेंसी में 3 हफ्ते में क्या होता है?

प्रेगनेंसी के तीसरे सप्‍ताह में शिशु ब्‍लास्‍टोसिस्‍ट स्‍टेज पर होता है। इस समय विकसित हो रही प्‍लेसेंटा एचसीजी हार्मोन बनाना शुरू करती है। खून या पेशाब में इसी हार्मोन की मौजूदगी से पता चलता है कि आप प्रेगनेंट हैं। तीसरे सप्‍ताह में भ्रूण गर्भाशय की लाइनिंग में इंप्‍लांट हो जाता है और आपको हल्‍की स्‍पॉटिंग हो सकती है।

2 हफ्ते की प्रेगनेंसी में क्या होता है?

दूसरे सप्‍ताह में महिला के पेट में भ्रूण जीवन की शुरुआत हो जाती है। गर्भवती के पेट और हाथ-पैरों में ऐंठन शुरू हो जाती है। हर समय थकान महसूस होने लगता है। बच्‍चेदानी का आकार बढ़ने से मूत्र थैली पर दबाव बढ़ता है।

प्रेग्नेंट होते तो क्या क्या महसूस होता है?

प्रेग्नेंसी के शुरुआती लक्षण: बिना टेस्ट के ऐसे समझें, आप....
पीरियड का मिस होना ... .
बार-बार टॉइलट जाना ... .
ब्रेस्ट में हल्का दर्द या भारीपन ... .
उल्टी आना या जी मिचलाना ... .
हल्का बुखार होना ... .
पेट में दर्द ... .
टेस्ट और स्मेल में बदलाव.

15 दिन का गर्भ कितना होता है?

15 सप्ताह की गर्भावस्था में भ्रूण विकास आपका शिशु सिर से नितंब (क्राउन टू रंप) तक अब करीब 10.1 सेंमी. (4 इंच) लंबा हो गया है और उसका वजन लगभग 70 ग्राम है।