UP Board Solutions for Class 12 Geography Chapter 9 International Trade (अंतर्राष्ट्रीय व्यापार) Show
UP Board Class 12 Geography Chapter 9 Text Book QuestionsUP Board Class 12 Geography Chapter 9 पाठ्यपुस्तक से अभ्यास प्रश्न प्रश्न 1. (ii) निम्नलिखित महाद्वीपों में से किस एक से विश्व व्यापार का सर्वाधिक प्रवाह होता है (iii) दक्षिण अमेरिकी राष्ट्रों में से कौन-सा एक ओपेक का सदस्य है (iv) निम्न व्यापार समूहों में से भारत किसका एक सह-सदस्य है प्रश्न 2.
(ii) ऋणात्मक भुगतान सन्तुलन का होना किसी देश के लिए क्यों हानिकारक होता है? (iii) व्यापारिक
समूहों के निर्माण द्वारा राष्ट्रों को क्या लाभ प्राप्त होते हैं? प्रश्न 3.
पत्तनों का वर्गीकरण – अवस्थिति के आधार पर 2. बाह्य पत्तन – ये गहरे पानी के पत्तन हैं। ये वास्तविक पत्तनों से दूर गहरे समुद्रों में बनाए जाते हैं, क्योंकि जलपोत या तो अपने बड़े आकार के कारण या अधिक मात्रा में अवसाद हो जाने के कारण वास्तविक पत्तन तक नहीं पहुंच पाते। बोस्टन ऐसा ही पत्तन है। (ii) अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार से देश कैसे लाभ प्राप्त करते हैं?
UP Board Class 12 Geography Chapter 9 Other Important QuestionsUP Board Class 12 Geography Chapter 9 अन्य महत्वपूर्ण प्रश्नोत्तर विस्तृत उत्तरीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1.
प्रश्न 2.
प्रश्न
3. 2. व्यापार का संयोजन – अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में जगह पाने वाली वस्तुओं और सेवाओं के प्रकार भी बदलते रहते हैं। 20वीं शताब्दी के आरम्भ में आयात और निर्यात की वस्तुओं में प्राथमिक उत्पादों की प्रधानता थी। बाद में अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार में विनिर्मित वस्तुओं ने प्रमुखता प्राप्त कर ली। वर्तमान में यद्यपि विश्व व्यापार के अधिकांश भाग पर विनिर्माण सेक्टर का आधिपत्य है, सेवा क्षेत्र जिसमें परिवहन तथा अन्य व्यावसायिक सेवाएँ शामिल हैं, अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार की वृद्धि की प्रकृति दिखा रहा है। विगत कुछ वर्षों से व्यापार में पेट्रोलियम का. स्थान महत्त्वपूर्ण बना हुआ है। 3. व्यापार की दिशा – अट्ठारहवीं सदी तक विकासशील देश यूरोप को विनिर्मित वस्तुएँ निर्यात किया करते थे। उन्नीसवीं सदी में व्यापार की दिशा बदली और यूरोप से विनिर्मित माल तीन दक्षिणी महाद्वीपों—दक्षिण अमेरिका, अफ्रीका व ऑस्ट्रेलिया की ओर आने लगा। बदले में ये महाद्वीप यूरोप को कच्चे माल व खाद्य पदार्थों को यूरोप भेजते थे। आज प्रौद्योगिकी व्यापार महत्त्वपूर्ण होता जा रहा है। सूचना प्रौद्योगिकी के व्यापार में तो भारत अनेक विकसित देशों से आगे चल रहा है। प्रश्न 4. व्यापार सन्तुलन के प्रकार व्यापार सन्तुलन दो प्रकार के होते हैं (1) धनात्मक व्यापार सन्तुलन, एवं (2) ऋणात्मक व्यापार सन्तुलन। 1. धनात्मक व्यापार सन्तुलन – यदि किसी देश में आयात की जाने वाली वस्तुओं की अपेक्षा निर्यात की जाने वाली वस्तुओं का मूल्य अधिक होता है तो ऐसे देशों के व्यापार सन्तुलन को धनात्मक कहा जाता है। इसे ‘अनुकूल व्यापार सन्तुलन’ भी कहते हैं। संयुक्त राज्य अमेरिका और अनेक विकसित पश्चिम यूरोपीय देशों की अर्थव्यवस्थाएँ ऐसी ही हैं। 2. ऋणात्मक व्यापार सन्तुलन – यदि किसी देश में निर्यात की जाने वाली वस्तुओं की अपेक्षा आयात की जाने वाली वस्तुओं का मूल्य अधिक होता है तो उस देश का व्यापार सन्तुलन ऋणात्मक कहलाता है। इसे असन्तुलित अथवा विलोम व्यापार सन्तुलन भी कहा जाता है। भारत का व्यापार सन्तुलन लगभग सदा
ऋणात्मक रहा है। प्रश्न 5.
प्रश्न 6.
प्रश्न 7. 2. सी०आई०एस० (C.I.S.) – इसका गठन तत्कालीन सोवियत संघ के विघटन के बाद किया गया। इसका मुख्यालय मिस्क (बेलारूस) है। इसका मुख्य उद्देश्य अर्थव्यवस्था, प्रतिरक्षण तथा विदेश नीति के मामलों पर समन्वय व सहयोग स्थापित करना है। आइमीनिया, अजरबैजान, बेलारूस, जार्जिया, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, मौल्डोवा, रूस, तजाकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान, उक्रेन तथा उजबेकिस्तान इस संगठन के सदस्य हैं। अशोधित तेल, प्राकृतिक गैस, सोना, कपास, रेशे, ऐलुमिनियम आदि मुख्य व्यापारिक वस्तुएँ हैं। 3. यूरोपीय संघ (E.U.) – इसे ‘यूरोपीय आर्थिक समुदाय’ (EEC) या ‘यूरोपीय साझा बाजार’ (ECM) भी कहते हैं। इसका गठन मार्च 1957 में रोम सन्धि के फलस्वरूप किया गया। इसके 6 सदस्य देश थे- फ्रांस, बेल्जियम, लक्जेमबर्ग, नीदरलैण्ड्स, जर्मन संघीय गणराज्य तथा इटली। इसका मुख्यालय बुसेल्स (बेल्जियम) में है। फरवरी 1992 में इसका नाम ‘यूरोपीय संघ’ कर दिया गया। ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, डेनमार्क, फ्रांस, फिनलैण्ड, आयरलैण्ड, इटली, नीदरलैण्ड, लक्जमबर्ग, पुर्तगाल, स्पेन, स्वीडन और यू०के० इस संगठन के सदस्य हैं। कृषि उत्पाद, खनिज, रसायन, लकड़ी, कागज, परिवहन की गाड़ियाँ, घड़ियाँ, कलाकृतियाँ, पुरा वस्तु आदि मुख्य व्यापारिक वस्तुएँ हैं। 4. लैटिन अमेरिकन इंटीग्रेशन एसोसिएशन (LAIA) – इसका गठन सन् 1960 में किया गया था। इसका मुख्यालय मॉण्टोविडियो (उरुग्वे) में है। इसका मुख्य उद्देश्य दक्षिण अमेरिका के बीच आपसी व्यापार को बढ़ावा देना है। अर्जेण्टीना, बोलिविया, ब्राजील, कोलम्बिया, इक्वाडोर, मैक्सिको, पराग्वे, पेरु, उरुग्वे तथा वेनेजुएला इसके सदस्य हैं। 5. नॉर्थ अमेरिकन फ्री ट्रेड एसोसिएशन (NAFTA) — इसका गठन सन् 1988 में विश्व के दो बड़े व्यापारिक सहयोगियों-संयुक्त राज्य अमेरिका तथा कनाडा के बीच व्यापार प्रतिबन्धों को समाप्त करने के लिए किया गया। सन् 1994 में इसका विस्तार किया गया और मैक्सिको को भी इसका सदस्य बनाया गया। कृषि उत्पाद, मोटरगाड़ियाँ, स्वचालित पुर्जे, कम्प्यूटर, वस्त्र आदि प्रमुख व्यापारिक वस्तुएँ हैं। 6. ओपेक (OPEC) – इसका गठन पेट्रोलियम का निर्यात करने वाले देशों के हितों की रक्षा के लिए सन् 1949 में किया गया। इसका मुख्यालय वियना (ऑस्ट्रिया) में है। इसके सदस्य देश अल्जीरिया, इण्डोनेशिया, इराक, ईरान, कुवैत, लीबिया, नाइजीरिया, कतर, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात और वेनेजुएला हैं। संगठन अशोधित खनिज तेल के व्यापार से सम्बन्धित है। संगठन पेट्रोलियम के मूल्यों सम्बन्धी नीतियों को निर्धारित करता है। 7. साफ्टा (SAFTA) – इसका गठन जनवरी 2006 में हुआ। इसका मुख्य उद्देश्य अन्तर-प्रादेशिक व्यापार के करों को कम करना है। बंगलादेश, मालदीव, भूटान, नेपाल, भारत, पाकिस्तान तथा श्रीलंका इसके सदस्य देश हैं। लघ उत्तरीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4.
प्रश्न 5. प्रश्न 6.
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प्रश्न 10. प्रश्न 11. प्रश्न 12. प्रश्न 13. अतिलघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न 4.
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प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8. प्रश्न 9. प्रश्न 10. प्रश्न 11. प्रश्न 12. प्रश्न 13. प्रश्न 14. बहुविकल्पीय प्रश्नोत्तर प्रश्न 1. अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार के द्वार हैं प्रश्न 2. प्रश्न 3. प्रश्न
4. प्रश्न 5. प्रश्न 6. प्रश्न 7. प्रश्न 8 प्रश्न 9. प्रश्न 10. व्यापार से आप क्या समझते हैं स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय व्यापार में अंतर?Solution : दो या अधिक पक्षों के बीच के व्यावसायिक गतिविधियों को व्यापार कहते हैं। देश के अंदर होने वाले व्यापार को स्थानीय व्यापार कहते हैं। दो देशों के बीच के व्यापार को अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहते हैं।
अंतरराष्ट्रीय व्यापार से आप क्या समझते हैं बताइए?अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं या क्षेत्रों के आर-पार पूंजी, माल और सेवाओं का आदान-प्रदान है।. अधिकांश देशों में, यह सकल घरेलू उत्पाद (GDP) के महत्त्वपूर्ण अंश का प्रतिनिधित्व करता है।
अंतर्राष्ट्रीय और अंतर क्षेत्रीय व्यापार में क्या अंतर है?अंतर्राष्ट्रीय व्यापार वस्तु कीमतों के साथ - साथ कीमतों में भी सामानीकरण लाता है। दो राष्ट्रों के मध्य होने वाले व्यापार को अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार तथा एक राष्ट्र की सिमाओं के भीतर होने वाले व्यापार को अंतरक्षेत्रीय या आंतरिक व्यापार कहते हैं. अंतरक्षेत्रीय या आंतरिक व्यापार को ओहलिन अंतर स्थानीय व्यापार कहते हैं.
अंतरराष्ट्रीय व्यापार से आप क्या समझते हैं अंतरराष्ट्रीय व्यापार के महत्व की विवेचना कीजिए?अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मे एक देश मे सिर्फ उन्ही उद्योग-धंधो की स्थापना की जाती है, जिनके लिए जरूरी साधन देश मे उपलब्ध होते है। इससे देश मे उपलब्ध साधनों का पूर्ण उपयोग होने लगता है एवं राष्ट्रीय आय मे वृद्धि होती है। अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मे प्रतिस्पर्धा का क्षेत्र स्पष्ट से बढ़कर संपूर्ण विश्व हो जाता है।
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