Show
दही एक दुग्ध-उत्पाद है जिसका निर्माण दूध के जीवाणुज किण्वन द्वारा होता है। लैक्टोज का किण्वन लैक्टिक अम्ल बनाता है, जो दूध प्रोटीन से प्रतिक्रिया कर इसे दही में परिवर्तित कर देता है साथ ही इसे इसकी विशेष बनावट और विशेष खट्टा स्वाद भी प्रदान करता है। सोया दही, दही का एक गैर दुग्ध-उत्पाद विकल्प है जिसे सोया दूध से बनाया जाता है। खाने में दही का प्रयोग पिछले लगभग 4500 साल से किया जा रहा है। आज इसका सेवन दुनिया भर में किया जाता है। यह एक स्वास्थ्यप्रद पोषक आहार है। यह प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B6 और विटामिन B12 जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है। दही को 72 से 75 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान पर गर्म करके उसे 21 डिग्री सेंटीग्रेड ताप तक ठंडा करके उसमें 1 से 2% जामन मिलाकर 8 से 10 घंटे बाद बना उत्पादक कहलाता है दही में अम्लता -- 0.7-0.9% दही में लैक्टोज -- 4=6-5% दही के लाभ[संपादित करें]। जिन लोगों को पेट की परेशानियां जैसे- अपच, कब्ज, गैस जैसी बीमारियाँ घेरे रहती हैं, उनके लिए दही या उससे बनी लस्सी, मट्ठा, छाछ का उपयोग करने से आंतों की दूर हो जाती है। डाइजेशन अच्छी तरह से होने लगता है और भूख खुलकर लगती है।[1]दही में शुगर कार्बोहाइड्रेट तथा फैट भारी मात्रा में पाया जाता है, इससे हमारी मसल्स की वृद्धि में बहुत मदद मिलती है। यदि आप प्रतिदिन 100 से 200 ग्राम दही नाश्ता या लंच के समय खाते हैं तो वजन तेजी से बढ़ सकता है। दही में छुपा है खूबसूरती का ख़जाना[2][संपादित करें]दही एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो खाने में स्वास्थ्यवर्धक तो है ही साथ ही ये सौंदर्य निखारने के लिए भी अच्छा स्रोत माना जाता है। गर्मियों में अक्सर तेज धूप शरीर पर पड़ने से त्वचा झुलस या टैन हो जाती है, ऐसे में दही टैनिग कम करने के लिए बेहतर विकल्प माना जाता है। इतना ही नही दही में बेसन मिलाकर लगाने से भी चेहरे पर चमक आती है। [3] [4] सन्दर्भ[संपादित करें]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
शरीर के सही तरीके से काम करने के लिए कैल्शियम बेहद जरूरी होता है. कैल्शियम हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाए रखने में अहम भूमिका निभाता है.
इसके अलावा कैल्शियम हाई ब्लड प्रेशर, हाई कोलेस्ट्रोल, लिंप डिजीज से सुरक्षित रखने में भी मददगार साबित होता है.
सभी जानते हैं कि दूध और दही में सबसे ज्यादा कैल्शियम पाया जाता है. लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि दूध और दही दोनों में से किस एक चीज में अधिक कैल्शियम होता है और आपके लिए क्या ज्यादा फायदेमंद है?
कई लोगों को इस बात को लेकर संदेह रहता है कि आखिर दूध और दही में ज्यादा बेहतर और फायदेमंद क्या है, आइए जानें...
कैल्शियम- बता दें, हर तरह से दूध में दही से ज्यादा कैल्शियम होता है. 100 ग्राम दूध में लगभग 125 मिलीग्राम कैल्शियम पाया जाता है. जबकि, 100 ग्राम दही में 85 मिलीग्राम कैल्शियम मौजूद होता है.
कैलोरी- ये कहना गलत नहीं होगा कि दूध और दही सेहत के लिए दोनों ही बहुत फायदेमंद होते हैं. बात अगर कैलोरी की करें तो 250 मिलीलीटर फैट फ्री दूध में लगभग 90 कैलोरी और 9 ग्राम प्रोटीन होता है. वहीं, एक कप फैट फ्री दही में 98 कैलोरी और 11 ग्राम प्रोटीन होता है. इससे ये साफ है कि दही में दूध की तुलना में अधिक कैलोरी और प्रोटीन मौजूद होता है इसलिए दही सेहत
को दूध से ज्यादा फायदा पहुंचाती है.
विटामिन-दूध और दही दोनों में ही विटामिन बी-12 और विटामिन-ए मौजूद होता है. एक कप फैट फ्री दही और दूध दोनों में लगभग 8 फीसदी मात्रा विटामिन बी-12 और 2 फीसदी मात्रा विटामिन-ए की होती है. वहीं 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को एक दिन में कम से कम 2.4 माइक्रोग्राम विटामिन बी-12 और 1.3 मिलीग्राम विटामिन-ए लेने की सलाह दी जाती है. अगर विटामिन की बात करें तो दूध और
दही दोनों ही काफी हेल्दी होते हैं.
दूध और दही में क्या है ज्यादा बेहतर- हालांकि, दूध और दही दोनों ही अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी होते हैं, लेकिन अगर दूध और दही में तुलना की जाए तो दही दूध के मुकाबले ज्यादा फायदेमंद और हेल्दी होती है.
लेकिन रेगुलर दही खाने के बजाए फैट फ्री दही खाना ज्यादा बेहतर ऑप्शन है, क्योंकि इसमें कैलोरी की मात्रा काफी कम होती है. जबकि मिनरल्स और विटामिन उतने ही होते हैं.
सेहतमंद रहना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि रोजाना अपनी डाइट में लगभग 250 मिलीलीटर फैट फ्री दही जरूर शामिल करें.
दही कब नहीं खानी चाहिए- हालांकि दही और दूध दोनों ही बहुत फायदेमंद और हेल्दी हैं. लेकिन जिन लोगों को कब्ज, अस्थमा, आर्थराइटिस और शरीर में सूजन की समस्या हो तो ऐसे लोगों को दही खाने से बचना चाहिए. दही में कौन कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?यह प्रोटीन, कैल्शियम, राइबोफ्लेविन, विटामिन B6 और विटामिन B12 जैसे पोषक तत्वों से समृद्ध होता है।
दही में कौन सा एसिड पाया जाता है?लैक्टिक अम्ल जीवाणु और केसीन के बीच रासायनिक अभिक्रिया के कारण दही बनता है।
दही में कौन सा प्रोटीन पाया जाता है?वेट कंट्रोल करने में करता है मदद
दही में कई सारे ऐसे गुण होते हैं जो वेट मैनेजमेंट में हेल्प कर सकते हैं। इसमें हाई प्रोटीन पाया जाता है, जो पेप्टाइड YY और GLP-1 (61) जैसे भूख को कम करने वाले हार्मोन के स्तर को बढ़ाने के लिए कैल्शियम के साथ काम करता है जिससे आपकी भूख कम होती है।
रोज दही खाने से क्या होता है?दही में प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो बॉडी मास इंडेक्स यानी बीएमआई पर निगरानी रखता है. डाइट में इसे शामिल करने से कुछ किलो वजन कम किया जा सकता है. यही नहीं दही की छाछ, लस्सी से भी वजन कम करने में मदद मिलती है. विशेषज्ञों के मुताबिक जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म मजबूत होता है, उन्हें वजन घटाने में आसानी होती है.
|