तिब्बत का सबसे बड़ा शहर कौन सा है - tibbat ka sabase bada shahar kaun sa hai

त्सेथंग
Tsetang / རྩེ་ཐང། / 泽当镇

तिब्बत का सबसे बड़ा शहर कौन सा है - tibbat ka sabase bada shahar kaun sa hai

तिब्बत का सबसे बड़ा शहर कौन सा है - tibbat ka sabase bada shahar kaun sa hai

त्सेथंग

तिब्बत में स्थिति

सूचना
प्रांत व देश: नेदोंग ज़िला, ल्होखा विभाग, तिब्बत
जनसंख्या (२००५): ५२,०००
मुख्य भाषा(एँ): तिब्बती, चीनी
निर्देशांक: 29°15′N 91°46′E / 29.250°N 91.767°E

तिब्बत का सबसे बड़ा शहर कौन सा है - tibbat ka sabase bada shahar kaun sa hai

त्सेथंग तिब्बत का एक शहर है। यह यरलुंग नदी की घाटी में स्थित है जो तिब्बती संस्कृति का जन्मस्थल माना जाता है। प्रशासनिक दृष्टि से यह तिब्बत के ल्होखा विभाग में आता है और उस विभाग की राजधानी भी है।[1] यह शहर तिब्बत के सबसे बड़े नगरों में से एक है और तिब्बत के कई प्राचीन राजा यहीं से राज किया करते थे। १९वीं सदी में यहाँ से गुज़रने वाले यात्रियों के अनुसार यहाँ १,००० घर, गोम्पा (बौद्ध-मठ), बाज़ार और एक द्ज़ोंग (तिब्बती शैली का क़िला) खड़े हुए थे। ल्हासा के बाद यह तिब्बत के इउ-त्संग क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा शहर था। ३,१०० मीटर (१०,१७० फ़ुट) पर बसे हुए इस शहर की आबादी २००५ में ५२,००० अनुमानित की गई थी।[2][3] इसके आसपास तिब्बती इतिहास की कई महत्वपूर्ण इमारते स्थित हैं। नेदोंग बस्ती इस से लगभग ४ किमी दक्षिणपश्चिम में स्थित है लेकिन शहरी विस्तार से दोनों का विलय होने लगा है।[4]

कुछ चित्र[संपादित करें]

  • तिब्बत का सबसे बड़ा शहर कौन सा है - tibbat ka sabase bada shahar kaun sa hai

    १९३८ में त्सेथंग की तस्वीर

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • सोंगत्सन गम्पो
  • इउ-त्संग
  • ल्होखा विभाग

सन्दर्भ[संपादित करें]

  1. Dorje, Gyurme (2009). p. 219. Tibet Handbook. Footprint Handbooks, Bath, England. ISBN 978-1-906098-32-2.
  2. Mayhew, Bradley and Kohn, Michael. p. 153. (2005) Tibet. 6th Edition. ISBN 1-74059-523-8.
  3. Seeking Emptiness: A Photo Essay of Modern Tibet, Rod Purcell, pp. 117, Lulu.com, 2006, ISBN 9781411669307, ... Around 180 kilometres to the east of Lhasa the expanding city of Tsetang sits strangely on the ancient landscape of Yarlung. Tsetang now has a population of over 50,000. The old Tibetan town almost lost in the blandness of the new hotels ...
  4. Buckley, Michael and Strauss, Robert. Tibet: a travel survival kit. p. 153. (1986) Lonely Planet Publications, Victoria, Australia. ISBN 0-908086-88-1.

ल्हासा
拉萨
ལྷ་ས་
Lhasa
प्रांत-स्तरीय शहर
拉萨市 • ལྷ་ས་གྲོང་ཁྱེར་
तिब्बत का सबसे बड़ा शहर कौन सा है - tibbat ka sabase bada shahar kaun sa hai
देशतिब्बत
प्रांततिब्बत
प्रांतल्हासा
शासन
 • महापौरदोये चेज़ुग
 • उपमहापौरजिग्मे नम्ग्याल
क्षेत्रफल
 • थल53 किमी2 (20 वर्गमील)
ऊँचाई3490 मी (11,450 फीट)
जनसंख्या (2009)
 • प्रांत-स्तरीय शहर1,100,123
 • महानगर373,000
 • मुख्य राष्ट्रीयतायेंतिब्बती; हान; हुई
 • भाषायेंतिब्बती, मंदारिन, जिन भाषा (होहोत उपभाषा)
समय मण्डलतिब्बत मानक समय (यूटीसी+8)
दूरभाष कोड850000
वेबसाइटhttp://www.lasa.gov.cn/

मौसम और जलवायु[संपादित करें]

'ल्हासा' उत्तर हिमालाया पर्वत में मौजूदगी की वजह से साल भर में मौसम अधिकतर साफ रहता है, वर्षा कम होती है, सर्दियों में काफ़ी सर्दी नहीं है और गर्मियों में बहुत गर्मी भी नहीं है। औसत सालाना तापमान शून्य के ऊपर 7.4 डिग्री है, साल के जुलाई, अगस्त व सितम्बर में वर्षा ज्यादा होती है। सालाना औसत वर्षा मात्रा क़रीब 500 सेंटीमीटर है। साल में तीन हज़ार से अधिक घंटों में धूप उपलब्ध है, इसलिये वह “सूर्य किरण शहर ”के नाम से जाना जाता है। लाह्सा शहर का पर्यावरण स्वच्छ है और मौसम सुहावना है, दिन में गर्म व रात में ठंड होने से गर्मी से बचने वाली सब से अच्छी जगह है। लाह्सा “विश्व छत ”कहलाने वाले छिंग हाई तिब्बत पठार पर स्थित है। औसत समुद्र सतह से 3600 मीटर से ऊपर होने की वजह से नीची हवा दबाव से वहां के वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा भीतरी क्षेत्रों से लगभग 25 प्रतिशत -30 प्रतिशत की कमी है। इसलिये इस पठार पर आने वाले किसी भी व्यक्ति को शुरू में भिन्न हद तक सिर दर्द व सांस लेने में कठिन और अन्य शिकायत होती है। लाह्सा पहुंचने के पहले दिन आराम विश्राम करने के बाद शिकायतें कम या लुप्त हो सकती हैं। साल के अप्रैल से अक्तूबर तक तिब्बत का सबसे बेहतरीन पर्यटन मौसम है। तिब्बती भाषा में लाह्सा का मतलब देव देवताओं की रहने की जगह है।[1] 'ना मू छ्वु' झील तिब्बती भाषा में झील को छ्वु कहा जाता है। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में छोटी बड़ी कुल 1500 से अधिक झीलें हैं। इनका कुल क्षेत्रफल 240 वर्गकिलोमीटर से अधिक है, जो चीन की झीलों के कुल क्षेत्रफल की एक तिहाई है। तिब्बत की झीलें न सिर्फ बड़ी हैं, बल्कि गहरी भी है। झीलों का निहित जल संसाधन प्रचुर है। तिब्बत की सब से बड़ी झील ना मू छ्वु है। तिब्बती भाषआ में ना मू छ्वु का मतलब पवित्र झील है, जो बौद्ध धर्म का प्रसिद्ध तीर्थस्थान है। ना मू छ्वु झील ल्हासा शहर की तांग शुंग काउंटी और ना छू प्रिफेक्चर की बैनग काउंटी के बीच स्थित है। उसकी दक्षिण पूर्व में गगनचुंबी नानछिंगथांगकुला पहाड़ की मुख चोटी खड़ी है। उस के उत्तर में अपर पठार है। इस झील की चारों ओर विशाल घास मैदान है। ना मू छ्वु एक विशाल दर्पण की तरह उत्तरी तिब्बत में फैली हुई है। नीले नीले आकाश, हरे हरे घास, रंगबिरंगी फूल और चरवाहों के तम्बू से एक बड़ा सुंदर प्राकृतिक समा बन जाता है।<ref>मौसम और जलवायु 'ल्हासा' उत्तर शिमालाया पर्वत में मौजूदगी की वजह से साल भर में मौसम अधिकतर साफ रहता है, वर्षा कम होती है, सर्दियों में काफ़ी सर्दी नहीं है और गर्मियों में बहुत गर्मी भी नहीं है। औसत सालाना तापमान शून्य के ऊपर 7.4 डिग्री है, साल के जुलाई, अगस्त व सितम्बर में वर्षा ज्यादा होती है। सालाना औसत वर्षा मात्रा क़रीब 500 सेंटीमीटर है। साल में तीन हज़ार से अधिक घंटों में धूप उपलब्ध है, इसलिये वह “सूर्य किरण शहर ”के नाम से जाना जाता है। लाह्सा शहर का पर्यावरण स्वच्छ है और मौसम सुहावना है, दिन में गर्म व रात में ठंड होने से गर्मी से बचने वाली सब से अच्छी जगह है। लाह्सा “विश्व छत ”कहलाने वाले छिंग हाई तिब्बत पठार पर स्थित है। औसत समुद्र सतह से 3600 मीटर से ऊपर होने की वजह से नीची हवा दबाव से वहां के वातावरण में ऑक्सीजन की मात्रा भीतरी क्षेत्रों से लगभग 25 प्रतिशत -30 प्रतिशत की कमी है। इसलिये इस पठार पर आने वाले किसी भी व्यक्ति को शुरू में भिन्न हद तक सिर दर्द व सांस लेने में कठिन और अन्य शिकायत होती है। लाह्सा पहुंचने के पहले दिन आराम विश्राम करने के बाद शिकायतें कम या लुप्त हो सकती हैं। साल के अप्रैल से अक्तूबर तक तिब्बत का सबसे बेहतरीन पर्यटन मौसम है। तिब्बती भाषा में लाह्सा का मतलब देव देवताओं की रहने की जगह है।[1] 'ना मू छ्वु' झील तिब्बती भाषा में झील को छ्वु कहा जाता है। तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में छोटी बड़ी कुल 1500 से अधिक झीलें हैं। इनका कुल क्षेत्रफल 240 वर्गकिलोमीटर से अधिक है, जो चीन की झीलों के कुल क्षेत्रफल की एक तिहाई है। तिब्बत की झीलें न सिर्फ बड़ी हैं, बल्कि गहरी भी है। झीलों का निहित जल संसाधन प्रचुर है। तिब्बत की सब से बड़ी झील ना मू छ्वु है। तिब्बती भाषआ में ना मू छ्वु का मतलब पवित्र झील है, जो बौद्ध धर्म का प्रसिद्ध तीर्थस्थान है। ना मू छ्वु झील ल्हासा शहर की तांग शुंग काउंटी और ना छू प्रिफेक्चर की बैनग काउंटी के बीच स्थित है। उसकी दक्षिण पूर्व में गगनचुंबी नानछिंगथांगकुला पहाड़ की मुख चोटी खड़ी है। उस के उत्तर में अपर पठार है। इस झील की चारों ओर विशाल घास मैदान है। ना मू छ्वु एक विशाल दर्पण की तरह उत्तरी तिब्बत में फैली हुई है। नीले नीले आकाश, हरे हरे घास, रंगबिरंगी फूल और चरवाहों के तम्बू से एक बड़ा सुंदर प्राकृतिक समा बन जाता है।[ok[1]

जनवादी गणराज्य के प्रान्त-स्तरीय विभाग

जनवादी गणराज्य आधार

तिब्बत का सबसे बड़ा शहर कौनसा है?

त्सेथंग तिब्बत का एक शहर है। यह यरलुंग नदी की घाटी में स्थित है जो तिब्बती संस्कृति का जन्मस्थल माना जाता है। प्रशासनिक दृष्टि से यह तिब्बत के ल्होखा विभाग में आता है और उस विभाग की राजधानी भी है। यह शहर तिब्बत के सबसे बड़े नगरों में से एक है और तिब्बत के कई प्राचीन राजा यहीं से राज किया करते थे।

तिब्बत में कितने राज्य हैं?

तिब्बत.

तिब्बत में सबसे प्रसिद्ध झील कौन सी है?

नम त्सो (तिब्बती: གནམ་མཚོ་, अंग्रेज़ी: Namtso) या नमत्सो, जिसे मंगोल भाषा में तेन्ग्री नोर (Tengri Nor, अर्थ: तेन्ग्री/स्वर्ग की झील) भी कहते हैं, तिब्बत की एक पर्वतीय झील है।

तिब्बत में सबसे खतरनाक जगह कौन सी है?

2. तिब्बत में सबसे खतरनाक जगह कौन सी है और क्यों? उत्तर- तिब्बत में सबसे खतरनाक स्थान डाँडे है। सोलह सत्ररह हजार फीट ऊँचे स्थान होने कारण दूर तक कोई गाँव नही होता इसलिए डाकुओं का भय बना रहता है।