घायल होने के बाद ही बाद में यह क्यों कहा, मुझे कोई शिकायत नहीं है।1 अपने विचार प्रकट करिए। - ghaayal hone ke baad hee baad mein yah kyon kaha, mujhe koee shikaayat nahin hai.1 apane vichaar prakat karie.

Short Note

घायल होने के बाद भी बाज ने यह क्यों कहा, “मुझे कोई शिकायत नहीं है।” विचार प्रकट कीजिए

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Solution

घायल होने के बाद भी बाज ने कहा, “मुझे कोई शिकायत नहीं है क्योंकि उसने जिंदगी को जी भर कर जिया थाउसके शरीर में जब तक शक्ति थी उसने सभी सुख भोगे थेउसने अपने पंखों के दम पर दूर-दूर तक उड़ान भरी है तथा आकाश की असीम ऊँचाइयों को पंखों से नाप आया था।

Concept: गद्य (Prose) (Class 8)

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Chapter 17: बाज और साँप - कहानी से [Page 117]

Q 1Q 1Q 2

APPEARS IN

NCERT Class 8 Hindi - Vasant Part 3

Chapter 17 बाज और साँप
कहानी से | Q 1 | Page 117

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घायल होने के बाद भी यह क्यों कहा मुझे कोई शिकायत नहीं है?

घायल होने के बाद भी बाज ने यह क्यों कहा, "मुझे कोई शिकायत नहीं है?" विचार प्रकट कीजिए। घायल होने के बाद भी बाज ने ऐसा इसलिए कहा क्योंकि उसने अपनी ज़िंदगी को भरपूर भोगा। वह असीम आकाश में जी भरकर उड़ान भर चुका था। जब तक उसके शरीर में ताकत रही तब तक ऐसा कोई सुख नहीं बचा जिसे उसने न भोगा हो।

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घायल होने के बाद भी बाज ने यह क्यों कहा, "मुझे कोई शिकायत नहीं है।" विचार प्रकट कीजिए। Solution : बाज को अपने जीवन में विस्तार और वीरता से ही आनन्द की प्राप्ति हुई थी। इसीलिए घायल अवस्था में जब वह साँप के बिल के पास गिरा तब उसने यही कहा कि भलेही मेरी मृत्यु पास हो, परन्तु मुझे अपने जीवन से कोई शिकायत नहीं है।

बज घायल होने के बाद भी क्यों करना चाहता था?

बाज ज़िंदगी भर आकाश में ही उड़ता रहा, फिर घायल होने के बाद भी वह उड़ना चाहता था क्योंकि अपने अतीत की ऊँची उड़ान भरने के सुख को वह मरने तक भूलना नहीं चाहता था। इसलिए जीवन के अंतिम क्षणों में भी उसकी उड़ने की इच्छा बलवती थी, वह आकाश के असीम विस्तार को पाना चाहता था

घायल बाज को देखकर साँप खुश क्यों हो गया?

Answer: घायल बाज को देखकर सांप इसलिए खुश हुआ होगा क्योंकि वह अब सांप का सामना नहीं कर सकता था। अब उसे बाज से डरने की आवश्यकता नहीं थी। जीवनभर साँप का शिकार करने वाला बाज अब स्वयं असहाय अवस्था में पड़ा था।