शुगर में मीट खा सकते हैं - shugar mein meet kha sakate hain

एशिया की सबसे बड़ी स्टडी के मुताबिक ज्यादा रेड मीट और चिकन खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है।

आजकल लोगों में मधुमेह बहुत आम हो गया है। यह एक विकार है जिसमें रक्त शर्करा का स्तर असामान्य रूप से बढ़ जाता है क्योंकि एक व्यक्ति का शरीर पर्याप्त हार्मोन इंसुलिन का उत्पादन करने में असमर्थ होता है। मधुमेह वाले लोगों को अपनी दिनचर्या में स्वस्थ जीवनशैली के साथ-साथ स्वस्थ भोजन की आदतों की भी आवश्यकता होती है।

मधुमेह में कम से कम कार्बोहाइड्रेट और संतृप्त वसा का सेवन करना चाहिए। कई बार डायबिटीज के मरीज इस बात को लेकर असमंजस में पड़ जाते हैं कि डायबिटीज में मटन या चिकन खाना दोनों में ज्यादा हेल्दी क्या है ? आइए जानते हैं इनमें से कौन सा बेहतर है!

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक मधुमेह और हृदय रोग के मरीजों को रेड मीट का सेवन कम करना चाहिए, क्योंकि इसमें मौजूद सैचुरेटेड फैट दिल की बीमारियों का कारण बन सकता है। लाल मांस (Red Meat) में सूअर का मांस, बीफ, मटन, बकरी और भेड़ का बच्चा शामिल है। इनमें मटन भारत में सबसे ज्यादा पसंद किया जाने वाला रेड मीट है। जब हम मटन कहते हैं, तो भारत में इसका मतलब बकरी का मांस होता है, भेड़ का नहीं। रेड मीट लोगों को बहुत पसंद आता है क्योंकि यह पोषक तत्वों से भरपूर होता है जैसे: लोहा, जस्ता फास्फोरस, राइबोफ्लेविन, थायमिन, विटामिन बी 12 आदि

रेड मीट में सोडियम और नाइट्राइट इंसुलिन प्रतिरोध और टाइप 2 मधुमेह का कारण बनते हैं। इससे शरीर में सूजन भी हो सकती है। जिससे कुछ प्रकार के कैंसर हो सकते हैं। हालांकि, मटन के मामले में ये जोखिम कम हो सकते हैं! कुछ अध्ययनों के मुताबिक बकरी के मांस में अधिक पोषक तत्व हो सकते हैं। इसमें सोडियम की तुलना में अधिक पोटेशियम होता है और इसलिए मधुमेह और उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए यह एक बेहतर विकल्प हो सकता है। हालांकि, आपको ब्लड शुगर की समस्या है, तो खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

शोध के मुताबिक चिकन में ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू कम होता है। माना जाता है कि चिकन के सेवन से ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता है। चिकन प्रोटीन से भरपूर और वसा में कम और आयरन, कैल्शियम और फास्फोरस जैसे खनिजों और बी, ए और डी जैसे विटामिनों से भरपूर होता है।

इसलिए चिकन की बात करें तो मधुमेह वालों के लिए चिकन एक बढ़िया विकल्प बन सकता है। चिकन प्रोटीन का एक हाई सोर्स है जिसमें वसा की मात्रा बहुत कम होती है। यदि कोई भी व्यक्ति चिकन को हेल्दी तरीके से पकाकर खाते हैं तो यह एक हेल्दी ऑप्शन बन सकता है।

शुगर में कौन कौन सा मीट खा सकते हैं?

अन्य रेड मीट की तुलना में बकरी का मांस एक बेहतर विकल्प माना जाता है। इसमें सोडियम की तुलना में अधिक पोटेशियम होता है और इसलिए मधुमेह और उच्च रक्तचाप वाले लोगों के लिए यह एक बेहतर विकल्प हो सकता है। हालांकि, अगर आपको मधुमेह है, तो संयम से खाएं और खाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।

चिकन से शुगर बढ़ता है क्या?

माना जाता है कि चिकन के सेवन से ब्लड शुगर लेवल नहीं बढ़ता है। चिकन प्रोटीन से भरपूर और वसा में कम और आयरन, कैल्शियम और फास्फोरस जैसे खनिजों और बी, ए और डी जैसे विटामिनों से भरपूर होता है।

शुगर में प्याज खा सकते हैं क्या?

डायबिटीज के मरीजों के लिए शुगर कंट्रोल करने में ये आदर्श सब्जी है। प्याज में क्रोमियम की मात्रा अधिक होती है, जो ग्लूकोज की मात्रा को बैलेंस करता है। प्याज का जूस पीने से ब्लड में शुगर का स्तर कंट्रोल होता है। अगर डायबिटीज के मरीज रोज प्याज का सेवन करें तो शुगर कंट्रोल रहेगी।

शुगर में आमलेट खा सकते हैं क्या?

हालांकि अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के अनुसार अंडा डायबिटीज के रोगियों के लिए सुरक्षित है। क्योंकि अंडे में लगभग आधा ग्राम कार्बोहाइड्रेट होता है। इसलिए ऐसा माना जाता है कि यह आपके ब्लड शुगर लेवल को नहीं बढ़ाएगा।