Show परिभाषा - विभिन्न भाषा वैज्ञानिकों ने रूपिम को भिन्न-भिन्न रूपों में परिभाषित किया है। कुछ प्रमुख विद्वानों की परिभाषाएँ द्रष्टव्य हैं- डॉ॰ उदयनारायण तिवारी ने रूपिम की परिभाषा इस प्रकार दी है, पदग्राम (रूपिम) वस्तुतः परिपूरक वितरण या मुक्त वितरण मे आये हुए सहपदों (संख्यों) का समूह है।डॉ॰ सरयूप्रसाद अग्रवाल के अनुसार, डॉ॰ भोलानाथ तिवारी के मतानुसार, भाषा या वाक्य की लघुतम सार्थक इकाई रूपग्राम है।डॉ॰ जगदेव सिंह ने लिखा है, ब्लाक का रूपिम के विषय में विचार है- कोई भी भाषिक रूप, चाहे मुक्त अथवा आबद्ध हो और जिसे अल्पतम या न्यूनतम अर्थमुक्त (सार्थक) रूप में खण्डित न किया जा सके, रूपिम होता है।ग्लीसन का विचार है- आर. एच. रोबिन्स ने व्याकरणिक संदर्भ में रूपिम को इस प्रकार परिभाषित किया है- न्यूनतम व्याकरणिक इकाईयों को रूपिम कहा जाता है।स्वरूप- रूपिम के स्वरूप को उसकी अर्थ-भेदक संरचना के आधार पर निर्धारित कर सकते हैं। प्रत्येक भाषा में रूपिम व्यवस्था उसकी अर्थ-प्रवति के आधार पर होती है। इसलिए भिन्न-भिन्न भाषाओं के रूपिमों में भिन्नता होना स्वभाविक है। बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]
शब्द अर्थ के आधार पर भाषा की लघुतम स्वतंत्र इकाई किसकी परिभाषा है?रूप-अर्थ से संश्लिष्ट भाषा की लघुतम इकाई को रूपिम कहते हैं। कोई भी भाषिक रूप, चाहे मुक्त अथवा आबद्ध हो और जिसे अल्पतम या न्यूनतम अर्थमुक्त (सार्थक) रूप में खण्डित न किया जा सके, रूपिम होता है। रूपिम न्यूनतम उपयुक्त व्याकरणिक अर्थवान रूप है। न्यूनतम व्याकरणिक इकाईयों को रूपिम कहा जाता है।
भाषा को न्यूनतम सार्थ इकाई माननेवाले विद्वान कौन है?भोलानाथ तिवारी- “भाषा या वाक् की न्यूनतम/लघुतम सार्थक इकाई को रूपग्राम कहते हैं”।
जो रूपिम स्वतंत्र रूप में वाक्य में प्रयुक्त होते हैं उन्हें क्या कहा जाता है?Morpheme)-
शब्द का शाजब्दक अर्थहै 'स्वतंत्र' अर्ाथत वेरूपिम जो भाषा में शब्दों की भााँनत स्वतंत्र रूि से प्रयुक्त हो सकते हैं उन्हें मुक्त रूपिम कहते हैं। वस्तुतः भाषा में जो मूल शब्द होते हैं वेही प्रयोग के आधार िर मुक्त रू पिम कहे जाते हैं। जैसे- घर, मेज, कुसी, मकान, आम, लड़का, कलम आदद।
रूप विज्ञान से आप क्या समझते हैं इसके भेदों का वर्णन किजिये?भाषाविज्ञान में रूपिम की संरचनात्मक इकाई के आधार पर शब्द-रूप (अर्थात् पद) के अध्ययन को पदविज्ञान या रूपविज्ञान (मॉर्फोलोजी) कहते हैं। दूसरे शब्दों में, 'शब्द' को 'पद' में बदलने की प्रक्रिया के अध्ययन को रूपविज्ञान कहा जाता है। रूपविज्ञान, भाषाविज्ञान का एक प्रमुख अंग है।
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