संविधान सभा की पहली बैठक कहाँ हुई? - sanvidhaan sabha kee pahalee baithak kahaan huee?

Samvidhan Sabha Ki Antim Baithak

GkExams on 12-05-2019

संविधान सभा की अंतिम बैठक 24 जनवरी, 1950 ई० को हुई और उसी दिन संविधान सभा के द्वारा डॉ. राजेंद्र प्रसाद को भारत का प्रथम राष्ट्रपति चुना गया. (24) कैबिनेट मिशन के सदस्य सर स्टेफोर्ड क्रिप्स, लार्ड पेंथिक लारेंस तथा ए० बी० एलेक्ज़ेंडर थे.

सम्बन्धित प्रश्न



Comments KUSHAL CHAUDHARY on 16-11-2022

Sambhidhan par antinm signature kisne kiya

Sanvidhan kyon hota hai on 03-10-2022

Sanvidhan kya hota hai

Santosh Kumar on 26-08-2022

Antim baithak me samvidhan sabha ke adhyachh kon the

Sachin kumar rajpoot on 03-06-2022

संविधान के निर्माण में कुल 60 देशों का अवलोकन किया गया था संविधान निर्माण में कुल 6400000 रुपए लगे थे संविधान 2 वर्ष 11 माह 18 दिन में तैयार हुआ था संविधान सभा की सर्वप्रथम मांग 895 मैं बाल गंगाधर तिलक द्वारा स्वराज विधेयक के माध्यम से किया गया था लेकिन औपचारिक मांग एमएन राव द्वारा किया गया था संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर 1946 ईस्वी को तथा अंतिम बैठक 24 जनवरी 1950 ईस्वी को हुआ था इसी दिन डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को राष्ट्रपति पद के लिए चुना गया था लेकिन 26 जनवरी 1950 को संविधान निर्माण में कुल 165 बैठक हुई थी हुई थी

Sachin kumar rajpoot on 03-06-2022

मेरा सवाल यह है कि जब अंतिम बैठक हुई थी विधानसभा की 24 जनवरी 1950 ईस्वी को तो इसी दिन राष्ट्रपति चुना गया था डा राजेंद्र प्रसाद को तो गूगल में 26 जनवरी क्यों बता रहा है प्लीज रिप्लाई मी माय क्वेश्चन

Naman Gupta on 17-03-2022

सविधान सभा की कुल बैठकें कितनी हुई।

Rajanikant on 11-02-2022

Savidhan Sabha ke antim bhaithak me kitni mahilaye upsthit thi

Mohd Saad Ansari on 23-01-2022

Sabha ki kul seaten kitni thi

no on 01-12-2021

no

Pranshu gautam on 17-11-2021

state general ki antim baithak kab Hui

Suman on 04-08-2021

Sanbodhan sabha ki antim baithak kab hui?

DEVADA BHARATBHAI T on 30-07-2020

Bandharan sabha ni antim bethak kya bharani hati

1 bethak on 15-11-2019

1 bethak

Anku on 12-05-2019

Samvidhan ke antim baithak

Mansukh0 on 12-05-2019

Sambidhan shabha ki antim date

Brijesh singh kshatriya on 26-12-2018

Samvidhan sabha ki kul kitni baithke hui thi?

Vikas on 28-10-2018

Bhartiya savidhan ki baithak kab hui thi

Shivam kumar on 09-08-2018

बीजापुर किस राज्य में है?


भारत की संविधान सभा का चुनाव भारतीय संविधान की रचना के लिए किया गया था. ग्रेट ब्रिटेन से स्वतंत्र होने के बाद संविधान सभा के सदस्य ही प्रथम संसद के सदस्य बने:

(1) कैबिनेट मिशन की संस्तुतियों के आधार पर भारतीय संविधान का निर्माण करने वाली संविधान सभा का गठन जुलाई, 1946 ई० में किया गया.

(2) संविधान सभा के सदस्यों की कुल संख्या 389 निश्चित की गई थी, जिनमें 292 ब्रिटिश प्रांतों के प्रतिनिधि, 4 चीफ कमिश्नर क्षेत्रों के प्रतिनिधि एवं 93 देशी रियासतों के प्रतिनिधि थे.

(3) मिशन योजना के अनुसार जुलाई, 1946 ई० में संविधान सभा का चुनाव हुआ. कुल 389 सदस्यों में से प्रांतों के लिए निर्धारित 296 सदस्यों के लिय चुनाव हुए. इसमें कांग्रेस को 208, मुस्लिम लीग को 73 स्थान एवं 15 अन्य दलों के तथा स्वतंत्र उम्‍मीदवार निर्वाचित हुए.

(4) 9 दिसंबर, 1946 ई० को संविधान सभा की प्रथम बैठक नई दिल्ली स्थित काउंसिल चैम्बर के पुस्तकालय भवन में हुई. सभा के सबसे बुजुर्ग सदस्य डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा को सभा का अस्थायी अध्‍यक्ष चुना गया. मुस्लिम लीग ने बैठक का बहिष्‍कार किया और पाकिस्तान के लिए बिलकुल अलग संविधान सभा की मांग प्रारम्भ कर दी.

(5) हैदराबाद एक ऐसी रियासत थी, जिसके प्रतिनिधि संविधान सभा में सम्मिलित नहीं हुए थे.

(6) प्रांतों या देसी रियासतों को उनकी जनसंख्या के अनुपात में संविधान सभा में प्रतिनिधित्व दिया गया था. साधारणतः 10 लाख की आबादी पर एक स्थान का आबंटन किया गया था.

(7) प्रांतों का प्रतिनिधित्व मुख्यतः तीन समुदायों की जनसंख्या के आधार पर विभाजित किया गया था, ये समुदाय थे: मुस्लिम, सिख एवं साधारण.

(8) संविधान सभा में ब्रिटिश प्रातों के 296 प्रतिनिधियों का विभाजन सांप्रदायिक आधार पर किया गया- 213 सामन्य, 79 मुसलमान तथा 4 सिख.

(9) संविधान सभा के सदस्यों में अनुसूचित जनजाति के सदस्यों की संख्या 33 थी.

(10) संविधान सभा में महिला सदस्यों की संख्या 12 थी.

(11) 11 दिसंबर, 1946 ई. को डॉ राजेंद्र प्रसाद संविधान सभा के स्थाई अध्यक्ष निर्वाचित हुए.

(12) संविधान सभा की कार्यवाही 13 दिसंबर, 1946 ई. को जवाहर लाल नेहरू द्वारा पेश किए गए उद्देश्य प्रस्‍ताव के साथ प्रारम्भ हुई.

(13) 22 जनवरी, 1947 ई. को उद्देश्य प्रस्ताव की स्वीकृति के बाद संविधान सभा ने संविधान निर्माण हेतु अनेक समितियां नियुक्त कीं. इनमे प्रमुख थी- वार्ता समिति, संघ संविधान समिति, प्रांतीय संविधान समिति, संघ शक्ति समिति, प्रारूप समिति.

(14) बी. एन. राव द्वारा किए गए संविधान के प्रारूप पर विचार-विमर्श करने के लिए संविधान सभा द्वारा 29 अगस्त, 1947 को एक संकल्प पारित करके प्रारूप समिति का गठन किया गया तथा इसके अध्यक्ष के रूप में डॉ भीमराव अम्बेडकर को चुना गया. प्रारूप समिति के सदस्यों की संख्या सात थी, जो इस प्रकार है:
i. डॉ. भीमराव अम्बेडकर (अध्यक्ष)
ii. एन. गोपाल स्वामी आयंगर
iii. अल्लादी कृष्णा स्वामी अय्यर
iv. कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी
v.
सैय्यद मोहम्मद सादुल्ला
vi. एन. माधव राव (बी.एल. मित्र के स्थान पर)
vii. डी. पी. खेतान (1948 ई. में इनकी मृत्यु के बाद टी. टी. कृष्माचारी को सदस्य बनाया गया). संविधान सभा में अम्बेडकर का निर्वाचन पश्चिम बंगाल से हुआ था.

(15) 3 जून, 1947 ई. की योजना के अनुसार देश का बंटवारा हो जाने पर भारतीय संविधान सभा की कुल सदस्य संख्या 324 नियत की गई, जिसमें 235 स्थान प्रांतों के लिय और 89 स्थान देसी राज्यों के लिए थे.

(16) देश-विभाजन के बाद संविधान सभा का पुनर्गठन 31 अक्टूबर, 1947 ई. को किया गया और 31 दिसंबर 1947 ई. को संविधान सभा के सदस्यों की कुल संख्या 299 थीं, जिसमें प्रांतीय सदस्यों की संख्या एवं देसी रियासतों के सदस्यों की संख्या 70 थी.

(17) प्रारूप समिति ने संविधान के प्रारूप पर विचार विमर्श करने के बाद 21 फरवरी, 1948 ई. को संविधान सभो को अपनी रिपोर्ट पेश की.

(18) संविधान सभा में संविधान का प्रथम वाचन 4 नवंबर से 9 नवंबर, 1948 ई. तक चला. संविधान पर दूसरा वाचन 15 नवंबर 1948 ई० को प्रारम्भ हुआ, जो 17 अक्टूबर, 1949 ई० तक चला. संविधान सभा में संविधान का तीसरा वाचन 14 नवंबर, 1949 ई० को प्रारम्भ हुआ जो 26 नवंबर 1949 ई० तक चला और संविधान सभा द्वारा संविधान को पारित कर दिया गया. इस समय संविधान सभा के 284 सदस्य उपस्थित थे.

(19) संविधान निर्माण की प्रक्रिया में कुल 2 वर्ष, 11 महीना और 18 दिन लगे. इस कार्य पर लगभग 6.4 करोड़ रुपये खर्च हुए.

(20) संविधान के प्रारूप पर कुल 114 दिन बहस हुई.

(21) संविधान को जब 26 नवंबर, 1949 ई० को संविधान सभा द्वारा पारित किया गया, तब इसमें कुल 22 भाग, 395 अनुच्छेद और 8 अनुसूचियां थीं. वर्तमान समय में संविधान में 25 भाग, 395 अनुच्छेद एवं 12 अनुसूचियां हैं.

(22) संविधान के कुछ अनुच्छेदों में से 15 अर्थात 5, 6, 7, 8, 9, 60, 324, 366, 367, 372, 380, 388, 391, 392 तथा 393 अनुच्छेदों को 26 नवंबर, 1949 ई० को ही परिवर्तित कर दिया गया; जबकि शेष अनुच्छेदों को 26 जनवरी, 1950 ई० को लागू किया गया.

(23) संविधान सभा की अंतिम बैठक 24 जनवरी, 1950 ई० को हुई और उसी दिन संविधान सभा के द्वारा डॉ. राजेंद्र प्रसाद को भारत का प्रथम राष्ट्रपति चुना गया.

(24) कैबिनेट मिशन के सदस्य सर स्टेफोर्ड क्रिप्स, लार्ड पेंथिक लारेंस तथा ए० बी० एलेक्ज़ेंडर थे.

नोट: 26 जुलाई, 1947 ई० को गवर्नर जनरल ने पाकिस्तान के लिए पृथक संविधान सभा की स्थापना की घोषणा की.

संविधान सभा की पहली बैठक कहाँ हुई थी?

संविधान सभा की पहली बैठक 9 दिसंबर, 1946 को नई दिल्ली में हुई, जिसमें डॉ. सच्चिदानंद को विधानसभा का अंतरिम अध्यक्ष चुना गया। हालांकि, 11 दिसंबर, 1946 को डॉ राजेंद्र प्रसाद अध्यक्ष के रूप में चुने गए और एच.सी. मुखर्जी को संविधान सभा का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया।

संविधान सभा की कितनी बैठकें हुई थी?

संविधान सभा में कुल 12 अधिवेशन बुलाए गए थे।

संविधान सभा पहली बैठक कब हुई थी?

इसमें कांग्रेस को 208, मुस्लिम लीग को 73 स्थान एवं 15 अन्य दलों के तथा स्वतंत्र उम्‍मीदवार निर्वाचित हुए. (4) 9 दिसंबर, 1946 ई० को संविधान सभा की प्रथम बैठक नई दिल्ली स्थित काउंसिल चैम्बर के पुस्तकालय भवन में हुई. सभा के सबसे बुजुर्ग सदस्य डॉ. सच्चिदानंद सिन्हा को सभा का अस्थायी अध्‍यक्ष चुना गया.

संविधान सभा की पहली और दूसरी बैठक कब हुई?

{9 दिसम्बर 1946 को संविधान सभा की पहली बैठक हुई जिसमें अस्थाई अध्यक्ष सच्चिदानंद सिन्हा को बनाया गया। दूसरी बैठक 11 दिसम्बर 1946 को हुई जिसमें स्थाई अध्यक्ष डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद को बनाया गया। इस बैठक में उपाध्यक्ष एचसी मुखर्जी थे और संवैधानिक सलाहकार बीएन राव थे।