स्वतंत्रता की किन्हीं पांच लक्षणों का वर्णन कीजिए - svatantrata kee kinheen paanch lakshanon ka varnan keejie

स्वतंत्रता की किन्हीं पांच लक्षणों का वर्णन कीजिए - svatantrata kee kinheen paanch lakshanon ka varnan keejie

स्पेन से स्वतंत्रता प्राप्त करता हुआ चिली(१८१८)

स्वतंत्रता आधुनिक काल का प्रमुख राजनैतिक दर्शन है। यह उस दशा का बोध कराती है जिसमें कोई राष्ट्र, देश या राज्य द्वारा अपनी इच्छा के अनुसार कार्य करने पर किसी दूसरे व्यक्ति/ समाज/ देश का किसी प्रकार का प्रतिबन्ध या मनाही नहीं होती। अर्थात स्वतंत्र देश/ राष्ट्र/ राज्य के सदस्य स्वशासन (सेल्फ-गवर्नमेन्ट) से शासित होते हैं। स्वतंत्रता का विलोम शब्द 'परतंत्रता' है

इन्हें भी देखें[संपादित करें]

  • स्वाधीनता (liberty)
  • राजनैतिक स्वतंत्रता

बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]

स्वतंत्रता की परिभाषा और किसमें

स्वतंत्रता की रक्षा कैसे करे स्वतंत्रता दिवस के बारे में

स्वतंत्रता के लक्षण क्या है?

) राजनीतिक स्वतन्त्रता के बिना समानता का कोई औचित्य नहीं। (ii) समानता, विधि के शासन में सम्भव है। (iii) समाज में सम्पत्ति का सभी नागरिकों में समान वितरण हो। (iv) राष्ट्रीय सम्प्रभुता के बिना स्वतन्त्रता कपोल कल्पना है।

स्वतंत्रता क्या है इसके प्रकार का वर्णन करें?

यह शब्द अंग्रेजी के लिबर्टी (LIBERTY) शब्द से बना है। जिसकी हिन्दी रूपांतरण/ अर्थ है बंधनों का अभाव या मुक्ति या अपनी इच्छा के अनुसार कार्य करना। संसद का इतिहास स्वतंत्रता के लिए संघर्ष का इतिहास रहा है। स्वतंत्रता की परिभाषा :- स्वतंत्रता व्यक्ति की अपनी इच्छानुसार कार्य करने की शक्ति का न्याय है।

स्वतंत्रता कितने प्रकार के होते हैं?

स्वतंत्रता के प्रकार (swatantrata ke prakar).
राजनीतिक स्वतंत्रता राज्य की राजनीतिक प्रक्रिया मे स्वतंत्रतापूर्वक सक्रिय भाग लेने की स्वतंत्रता राजनीतिक स्वतंत्रता कहलाती है। ... .
आर्थिक स्वतंत्रता ... .
प्राकृतिक स्वतंत्रता ... .
नागरिक स्वतंत्रता ... .
व्यक्तिगत स्वतंत्रता ... .
स्वाभाविक स्वतंत्रता ... .
सामाजिक स्वतंत्रता ... .
सांस्कृतिक स्वतंत्रता.

स्वतंत्रता का अर्थ क्या होता है?

स्वतंत्रता का अर्थ है बिना किसी नियंत्रण या बंधन के देश के प्रत्येक व्यक्ति को स्वेच्छानुसार काम करने का अधिकार मिलना और सबको ऊँच-नीच, जाति-पाति से रहित समानता का दर्जा प्राप्त होना। प्रत्येक व्यक्ति को अपने विचार खुलकर व्यक्त करने की आजादी मिलना तथा समाज का शोषण मुक्त होना।