क्या आप जानते हैं सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह कौन-सा है? sabse chhota grah kaun sa hai, यदि आप इस ब्रह्मांड का सबसे छोटा ग्रह कौन सा है के बारे में नहीं जानते हैं तो इस लेख को पूरा पढ़िए. Show
‘बुध‘ ग्रह (Mercury) सूर्य सेे पहला और हमारे सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है, जो हमारे चांद से थोड़ा ही बड़ा है. जैसे कि हमने बतलाया है, आज की इस लेख में आपकों सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह कौन सा है? sabse chhota grah kaun sa hai और उससे संबंधित बातों के बारे में जानने को मिलेगा. इसीलिए यदि आप सौरमंडल के सबसे छोटा ग्रह ‘बुध‘ के बारे में और अधिक जानना चाहते तो इसे अंत तक पढ़े. बुध हमारे सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है, जो सूर्य से सौरमंडल का पहला ग्रह है. जिसकी व्यास 4880 किलोमीटर है, जो हमारे चांद से थोड़ा ही बड़ा है. यानी यह सूर्य से सबसे नजदीक है, इसके बाद शुक्र (Venus) है और फिर तीसरे स्थान पर हमारी पृथ्वी (Earth) का स्थान आता है. पृथ्वी की व्यास बुध ग्रह से लगभग तीन गुना अधिक है और साथ ही इससे 15 गुना अधिक भारी है. इसकी सतह का तापमान 427 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच जाता है इसलिए वहां पर कोई अंतरिक्ष यान उतारना मुश्किल होता है. उसके बावजूद भी अभी तक 2 अंतरिक्ष यान पहला मैरीनर 10 (1974 ई० में) और दूसरा मैसेंजर यान (1975 ई० में) बुध ग्रह पर भेजे जा चुके हैं. इसे अपने धुरी पर एक चक्कर पूरा करने में 88 दिनों का समय लेता है और सूर्य की परिक्रमा करने में 224.7 दिनों का समय लगता है. बुध ग्रह के बारे में जानकारी
बुध ग्रह को अंग्रेजी में क्या कहते हैं?बुध ग्रह को अंग्रेजी में मर्करी (Mercury) कहा जाता है. छोटे से बड़े आकार के अनुसार सौरमंडल के ग्रहों का नाम
बुध ग्रह (Mercury) कि खोज किसने की थी?बुध ग्रह कि खोज का सबसे पहला उल्लेख गैलीलियो गैलिली (Galileo Galilei) को जाता है. उन्होंने टेलीस्कोप के माध्यम से बुध ग्रह को सबसे पहले देखा था इसलिए उन्हें “बुध ग्रह का खोजकर्ता” के रूप में जाना जाता है. बुध (मर्करी) के बारे में रोचक जानकारी
बुध ग्रह सूर्य से कितनी दूर है?बुध ग्रह सूर्य से 5.8 करोड़ किलोमीटर दूर स्थित है, जो सौरमंडल के सभी ग्रहों में सूर्य के सबसे नजदीक है. बुध ग्रह पृथ्वी से कितना दूर है?बुध ग्रह पृथ्वी से 211.57 मिलियन किलोमीटर दूर है. बुध ग्रह का रंग कैसा है?यह ग्रह हरे रंग की किरणों को दर्शाता है क्योंकि यहां स्वर्णता कांसा धातु की प्रचुरता पाई जाती है. बुध ग्रह सूर्य की एक परिक्रमा करने में कितना समय लेता है?बुध ग्रह सूर्य की एक परिक्रमा करने में 88 दिन का समय लेता है, जो सौरमंडल के सभी ग्रहों की तुलना में सबसे कम समय है. बुध ग्रह का तापमान कितना होता है?दिन में इसका तापमान 427 डिग्री सेंटीग्रेड तक पहुंच जाता है और रात में -180 डिग्री सेंटीग्रेड तक होता है. सूर्य के सबसे नजदीक होने के बावजूद बुध ग्रह सबसे गर्म ग्रह क्यों नहीं है?क्योंकि बुध ग्रह के पास कोई वायुमंडल नहीं है जिसके कारण दिन में मिलने वाली गर्मी इसके सतह और वातावरण में ठहर नहीं पाती जो सतह की तापमान को अधिक (लगभग 427 डिग्री सेंटीग्रेड) तक कर देती है और वहीं रात में इसकी सतह की तापमान -180 डिग्री सेंटीग्रेड तक चला जाता है. बुध ग्रह के कितने उपग्रह हैं?बुध ग्रह के कोई उपग्रह नहीं है यानी इसके पास शून्य चंद्रमा / उपग्रह है. निष्कर्ष, जैसे कि आप जान चुके हैं सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह बुध ग्रह (Mercury) है, जिसके पास कोई उपग्रह उपलब्ध नहीं है. यह पृथ्वी की उपग्रह चंद्रमा से थोड़ी ही बड़ी और बृहस्पति ग्रह के उपग्रह गेनीमेड (Ganymede) से छोटी है. हम आशा करते हैं आपकों सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह और इससे संबंधित अन्य जानकारियां समझ में आ चुकी है इसलिए आर्टिकल पसंद आने पर कृपया इसे अपने दोस्तों और अन्य छात्राओं के साथ अपने social media sites जैसे कि WhatsApp, Facebook, Twitter, आदि पर शेयर जरूर करें. इसके अलावा सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह : बुध (Mercury) से संबंधित कोई सवाल या कोई सुझाव आपके मन में है तो आप हमें नीचे कमेंट कर बता सकते हैं. इसे भी पढ़ें :
लेख में दी गई जानकारी से आप संतुष्ट हैं?सूर्य के सबसे छोटा ग्रह कौन सा है?हमारे सौरमंडल का सबसे छोटा ग्रह है बुध
दुनिया का सबसे छोटा ग्रह कौन सा है?बुध सौर परिवार का सबसे छोटा ग्रह है।
दूसरा सबसे छोटा ग्रह कौन है?मंगल सूर्य से चौथा ग्रह है और सौर मंडल का दूसरा सबसे छोटा ग्रह है, जो केवल बुध से बड़ा है। अंग्रेजी में, मंगल ग्रह युद्ध के रोमन देवता का नाम रखता है और अक्सर इसे लाल ग्रह के रूप में संदर्भित किया जाता है। सूर्य से दूरी के क्रम में मंगल सौरमंडल का चौथा ग्रह और आकार और द्रव्यमान में सातवां गृह है।
सबसे ठंडा ग्रह कौन सा है?अपने सौरमंडल में सूर्य से सातवें स्थान पर स्थित यूरेनस सबसे ठंडा ग्रह है। इतना ठंडा कि यहां तुम रह नहीं सकते। तुम्हें तो मालूम ही है कि जीवन के लिए सूर्य की सही रोशनी हम तक पहुंचनी चाहिए, जिस तरह हमारी धरती पर पहुंचती है। लेकिन यूरेनस पर उतनी रोशनी नहीं पहुंच सकती, क्योंकि वह सूर्य से बहुत दूर है।
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