संकेतवाचक वाक्य (Sanket Vachak Vakya): व्याकरण में वाक्य का काफी महत्व है। वाक्य को समझने के बाद ही आप व्याकरण को स्पष्ट रूप से समझ पाएंगे। आज हम यहां पर वाक्य के मुख्य भाग संकेतवाचक वाक्य के बारे में विस्तार से जानने वाले है। Show संकेतवाचक वाक्य क्या होता है और संकेतवाचक वाक्य की परिभाषा क्या है आदि के बारे में यहां पर विस्तार से वर्णन किया है। वाक्य के बारे में गहराई से पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें वाक्य (परिभाषा, भेद और उदाहरण) संकेतवाचक वाक्य किसे कहते है?संकेतवाचक वाक्य की परिभाषा: वह वाक्य जिनमें एक क्रिया या दूसरी क्रिया पर पूरी तरह से निर्भर हो, उन वाक्य को संकेतवाचक वाक्य कहा जाता है। संकेतवाचक वाक्य के उदाहरण
ऊपर उदाहरण में एक वाक्य में दो क्रियाएं एक दूसरे पर निर्भर है। इस वाक्य में पहली क्रिया आप मेहनत करोगे और दूसरी क्रिया तो आपको सफलता मिलेगी यह है एवं दोनों क्रियाएं एक दूसरे पर पूरी तरह से निर्भर है। मेहनत करेंगे तो सफलता मिलेगी। अतः यह उदाहरण संकेत वाचक वाक्य के अंतर्गत रखा जायेगा।
उदाहरण के रूप में ऊपर वाक्य में देख सकते हैं कि दो क्रियाए एक साथ हो रही है। पहली क्रिया फसल को पानी मिलेगा और दूसरी क्रिया तो ऊपज अच्छी होगी। दोनों क्रियाए एक दूसरे पर निर्भर है। अतः यह उदाहरण संकेतवाचक वाक्य के अंतर्गत रखा जाएगा।
जिस प्रकार के ऊपर उदाहरण में स्पष्ट रुप से देख सकते हैं कि दो क्रियाए एक साथ संपन्न हो रही है। पहले क्रिया थोड़े जल्दी उठ जाते और दूसरी क्रिया तो बस नहीं छूटती। दोनों क्रियाएं एक दूसरे पर पूरी तरह से निर्भर है। अतः यह उदाहरण संकेतवाचक वाक्य के अंतर्गत आएगा।
प्रयुक्त उदाहरण के वाक्य में स्पष्ट रुप से देख सकते हैं कि दो क्रियाए संपन्न हो रही है। पहली क्रिया गाड़ी धीरे चलाते और दूसरी क्रिया तो एक्सीडेंट नहीं होता। इस वाक्य में यह दोनों क्रियाएं एक दूसरे पर मुख्य रूप से निर्भर है। अतः यह उदाहरण जिसे संकेतवाचक वाक्य के अंतर्गत रखा जाएगा।
उदाहरण के रूप में ऊपर जो वाक्य दर्शाया गया है, इस वाक्य में दो क्रियाए एक साथ संपन्न होती दिखाई दे रही है। पहले क्रिया पहले समय बर्बाद नहीं करते और दूसरी क्रिया तो परीक्षा में पास हो जाते यह दोनों क्रियाएं एक दूसरे पर मुख्य रूप से निर्भर है। अतः यह उदाहरण जिसे संकेतवाचक वाक्य के अंदर रखा जाएगा। संकेतवाचक वाक्य के कुछ मुख्य उदाहरण
ऊपर दिए गए सभी उदाहरण संकेतवाचक वाक्य के उदाहरण है। हमने क्या सीखा? हमने यहां पर संकेतवाचक वाक्य किसे कहते हैं, संकेतवाचक वाक्य की परिभाषा आदि के बारे में विस्तार से पढ़ा है। उम्मीद करते हैं कि आपको यह अच्छे से समझ आ गये होंगे, इन्हें आगे शेयर जरूर करें। यदि आपका इससे जुड़ा कोई सवाल है तो कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। वाक्य के अन्य भेद
संकेतवाचक वाक्य कौन से होते हैं?जिन वाक्यों एक क्रिया का होना दूसरी क्रिया पर निर्भर करती है, उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहते हैं। वर्षा होती तो फसल अच्छी होती। जिन वाक्यों में संदेह का बोध होता है, उन्हें संदेहवाचक वाक्य कहते हैं।
संकेतवाचक क्या होता है?संकेतवाचक वाक्य की परिभाषा: वह वाक्य जिनमें एक क्रिया या दूसरी क्रिया पर पूरी तरह से निर्भर हो, उन वाक्य को संकेतवाचक वाक्य कहा जाता है।
संकेतवाचक वाक्य को और कौन से नाम से जाना जाता है?सकतवाचक वाक्य –जिन वाक्यों में एक क्रिया का होना दूसरी क्रिया पर निर्भर करता है, उन्हें संकेतवाचक वाक्य कहते हैं। इस प्रकार के वाक्यों में काम पूरा होने के लिए शर्त-सी लगी होती है।
संकेतवाचक का दूसरा नाम क्या है?जब यह, वह, इस, उस आदि सार्वनामिक शब्द संज्ञा शब्दों की विशेषता बताते हैं, तब उन्हें संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषण कहते हैं। संकेतवाचक सार्वनामिक विशेषणों को निश्चयवाचक सार्वनामिक विशेषण भी कहते हैं।
|