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देश में बिहार का शिवहर जिला आबादी घनत्व में नंबर वन
पटना। जनसंख्या घनत्व के लिहाज से बिहार का शिवहर जिला देश में नंबर वन है। बिहार में जनसंख्या घनत्व जहां प्रति किलोमीटर 1106 व्यक्ति का हो गया है वहीं शिवहर जिले में यह 1880 के आंकड़े पर पहुंच गया है। राज्य में जनसंख्या घनत्व 2001 में जहां 881 था वह दस साल के बाद यानी 2011 में बढ़कर 1106 हो गया है। इस मामले में बिहार देश का इकलौता ऐसा राज्य है जहां आबादी घनत्व इतना ज्यादा है। शिवहर के बाद पटना ऐसा जिला बन गया है जहां प्रति किलोमीटर जनसंख्या घनत्व 1823 है। वैसे, पटना आबादी के लिहाज से पहले नंबर पर पहुंच गया है। यहां की कुल आबादी 58 लाख 38 हजार 465 हो गयी है। जबकि शेखपुरा जिले की आबादी 6 लाख 36 हजार 342 दर्ज किया गया है जो बिहार में सबसे कम आबादी वाला जिला है। ये आंकड़े जनगणना निदेशालय ने जारी किये हैं। जहां तक कम जनसंख्या घनत्व का सवाल है तो इस मामले में राज्य का कैमूर पहले नंबर पर है। वहां प्रति किलामीटर आबादी घनत्व 488 है। 2001 और 2011 के जनगणना में कैमूर अपनी स्थिति कायम रखे हुए है। सेक्स रेसियो घटा पिछले दस साल में साक्षरता दर में इजाफे के बावजूद सेक्स रेसियों में गिरावट बेहद चिंता का विषय है। प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों की तादाद घटकर 919 से 918 पर पहुंच गयी है। लेकिन शहर क्षेत्र में प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों की तादाद पिछले दशकीय आंकड़ों की तुलना में 868 से बढ़कर 895 हो गयी है। हालांकि यह अब भी राज्य के औसत आंकड़े से काफी पीछे है। वैशाली जिले के राघोपुर ब्लॉक में सेक्स रेसियो सबसे कम 863 पाया गया है। राघोपुर विधानसभा सीट से कभी राबड़ी देवी विधायक हुआ करती थीं। अभी यह सीट जदयू के पास है। मुंगेर और वैशाली में सबसे कम सेक्स रेसियो के आंकड़े दर्ज किये गये है। दूसरी ओर गोपालगंज जिले में प्रति हजार लड़कों पर लड़कियों की तादाद 1021 है। यह राज्य में सबसे ज्यादा है। इस जिले की पहचान राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के गृह जिले के रूप में भी है। राज्य के ग्रामीण इलाके में सेेक्स रेसियो में गिरावट दर्ज की गयी है। 2001 में जहां प्रति हजार पर 926 लड़कियां थीं, अब वह घटकर 921 पर पहुंच गया है। बच्चों में लिंगानुपात कर दर 942 से गिरकर 935 पर आ गयी है। खेती-किसानी घटी, मजदूर बढ़े 2011 की जनगणना के अनुसार 10 करोड़ 40 लाख 99 हजार 452 आबादी वाले बिहार की ग्रामीण आबादी का 88.7 फीसदी जहां खेती पर निर्भर है, वहीं खेती करने वालों की तादाद में 8.6 फीसदी की दशकीय गिरावट देखी गयी। यह गिरावट तब आयी है जब राज्य में कृषि सेक्टर पर खासा जोर दिया जा रहा है। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी बिहार के लिए कृषि रोड मैप जारी कर चुके हैं। इस पर 150600 करोड़ खर्च होने हैं। दूसरी ओर खेतिहार मजदूरों की तादाद में 13 फीसदी का दशकीय उछाल देखा गया है। इसका अर्थ यह हुआ कि ग्रामीण इलाकों में गरीबी का घनत्व भी बढ़ रहा है। Free PPSC Paper 2 English: Vocabulary - Fill in the Blanks 10 Questions 25 Marks 15 Mins Latest Punjab Civil Service Updates Last updated on Sep 26, 2022 The Punjab Public Service Commission (PPSC) is soon be going to release the official notification for the Punjab Civil Services Exam 2022. The commission is expected to release 75+ vacancies for this year. The PPSC PCS Selection Process mainly consists of three stages namely Prelims, Mains, and Interview. This is a great opportunity for candidates who have a Bachelor's degree and who have passed the Matriculation exam in Punjabi as one of the compulsory or elective subjects. नमस्ते दोस्तों क्या आपको पता है सिक्किम की जनसंख्या कितनी है क्या आप को पता जनसंख्या किसी भी देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है इसकी गणना हर 10 साल में भारत में होती है इसकी अंतिम जनसंख्या की गणना 2011 में हुई थी जनसंख्या की गणना से हम किसी भी देश की अर्थव्यवस्था का पता कर सकते हैं उसके साथ-साथ कई और बातों का पता चलता है आज की इस आर्टिकल में हम बताएंगे भारत का सबसे कम जनसंख्या वाला राज्य कौन सा है। भारत का सबसे कम जनसंख्या वाला राज्य कौन सा है?भारत का सबसे कम जनसंख्या वाला देश सिक्किम है जिसकी राजधानी गंगटोक है, 2011 की जनसंख्या के अनुसार सिक्किम की आबादी 610,577 है, और क्षेत्रफल के आधार पर इस राज्य का स्थान 29वां पर है, सिक्किम मे 10 से भी भाषा बोली जाती है जिसमे English, नेपाली, भूटिया, लेपचा, लिम्बु, गुरुंग, मंगर, माख्या, नेवारी, राई, शेरपा और तमांग भाषाएं शामिल हैं। सिक्किम मे रहने वाली आबादी मे 57.8% हिंदू धर्म है यह दूसरा धर्म बौद्ध है। जिसकी संख्या 27.3% हैं, 2011 की जनगणना के अनंतिम आंकड़ों के अनुसार देश की जनसंख्या 1210.19 मिलियन है, जिसमें 623.7 मिलियन (51.54%) पुरुष और 586.46 मिलियन (48.46%) महिलाएं शामिल हैं। About Sikkim
शिक्षा | Educationसिक्किम में प्राथमिक और माध्यमिक शिक्षा सैकड़ों सरकारी स्कूलों के माध्यम से निःशुल्क प्रदान की जाती है। हालांकि, राज्य के भीतर कई निजी स्कूल भी चल रहे हैं। गंगटोक में उच्च शिक्षा के कई संस्थान हैं, जिनमें सिक्किम मणिपाल यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ, मेडिकल एंड टेक्नोलॉजिकल साइंसेज (1995), साथ ही कानून, इंजीनियरिंग, शिक्षण, धार्मिक अध्ययन और अन्य क्षेत्रों में डिग्री प्रदान करने वाले छोटे कॉलेज शामिल हैं। जलवायु | Climateमौसम में असामान्य रूप से संवेदनशील जलवायु परिस्थितियों में भिन्न-भिन्न होते हैं। गंगटोक में, (गर्म तापमान में तापमान 30 डिग्री फ़ारेनहाइट ( 0 डिग्री तक) अगस्ता (उच्च तापमान तापमान) में, 80 प्रतिशत फ़ारेनहाइट (28 प्रतिशत) प्राप्त किया जा सकता है। ऊंचाई और मौसम के आधार पर, मौसम 50 से 200 इंच (1,270 से 5,080 मि. मौसम खराब होने के कारण मौसम खराब होने के कारण मौसम खराब हो रहा है। पौधे और पशु जीवन | Plant and animal lifeसिक्किम का दो-पांचवां से अधिक भाग वनों से आच्छादित है। लगभग 5,000 फीट (1,500 मीटर) से नीचे पाए जाने वाले उपोष्णकटिबंधीय जंगलों में साल (एक प्रकार का दृढ़ लकड़ी), पैंडनस, ताड़, बांस, फर्न और ऑर्किड आम हैं। समशीतोष्ण जंगलों में (5,000 से 13,000 फीट [1,500 से 4,000 मीटर]), ओक, लॉरेल, मेपल, शाहबलूत, मैगनोलिया, एल्डर, सन्टी, रोडोडेंड्रोन, देवदार, हेमलॉक और स्प्रूस प्रमुख हैं। अल्पाइन टुंड्रा उच्च ऊंचाई पर जंगल की जगह लेता है। सिक्किम में एक समृद्ध और विविध पशु जीवन है, जिसमें काले भालू, भूरे भालू, लाल पांडा, हिरणों की कई प्रजातियां, नीली भेड़, गोरल (छोटे बकरी जैसे स्तनधारी), और तिब्बती मृग शामिल हैं। बाघ, तेंदुआ और छोटी बिल्लियाँ भी पाई जाती हैं। पक्षी जीवन में तीतर, तीतर, बटेर, चील, बारबेट, हिमालयी कोयल, तिब्बती काले कौवे और मिनीवेट शामिल हैं। सिक्किम में कई राष्ट्रीय उद्यान और कई वन्यजीव अभयारण्य हैं, जो राज्य के विविध वनस्पतियों और जीवों के लिए एक संरक्षित वातावरण प्रदान करते हैं। कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान (1977 में स्थापित), जिस चोटी से इसका नाम पड़ा है, उसके निकट, भारत के उच्च ऊंचाई वाले संरक्षण क्षेत्रों में सबसे बड़ा है। Also read:
निष्कर्षआशा है या आर्टिकल आपको बहुत पसंद आया हुआ इस आर्टिकल में हमने बताया (भारत का सबसे कम जनसंख्या वाला राज्य कौन सा है? | bharat mein sabse kam jansankhya wala rajya kaun sa hai) के बारे मे संपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगे तो आप अपने दोस्तों के साथ भी Share कर सकते हैं अगर आपको कोई भी Question हो तो आप हमें Comment कर सकते हैं हम आपका जवाब देने की कोशिश करेंगे। FAQसबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला राज्य कौन सा है?सबसे कम जनसंख्या घनत्व वाला राज्य: अरुणाचल प्रदेश है। जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटा राज्य कौन सा है?जनसंख्या की दृष्टि से सिक्किम भारत का सबसे छोटा राज्य है। क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है। क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ा देश कौन सा है?क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया के सबसे बड़े देश सबसे कम आबादी वाला कौन जिला है?भारत का सबसे कम जनसंख्या वाला ज़िला कौन सा है? - Quora. चिरांग (Pron: ˌʧɪˈrɑ:ŋ/ˌʧɪˈræŋ) जिला (असमिया : চিৰাং জিলা) असम के 27 जिलों में से एक है।
राज्य का सबसे कम जनसंख्या वाला जिला कौन सा है?2011 की जनगणना के अनुसार चिरांग जिले की आबादी 481,818 है, जो कि सूरीनाम देश के लगभग बराबर है। जनसंख्या के यह आकड़े इस जिले को भारत में 547वां स्थान देते है (कुल 640 जिलों में)। इस जिले का घनत्व 244 प्रत्येक वर्ग किलोमीटर में निवासी (630/वर्ग मील) है।
राजस्थान में सबसे कम जनसंख्या वाला कौन सा जिला है?राजस्थान की कुल जनसंख्या - 68,548,437
सबसे कम जनसंख्या वाला घनत्व वाला जिला -जैसलमेर (17 व्यक्ति प्रति वर्ग किमी.)
भारत में सबसे कम जनसंख्या वाला राज्य कौन सा है 2022?जनसंख्यानुसार भारत के राज्य और संघ क्षेत्र. |