सुभाष चंद्र बोस की पत्नी को अपना घर चलाने और बेटी अनीता को पालने के लिए वहां के डाकघर में नौकरी करनी पड़ी। अनीता के अनुसार, शेंकल ने सुभाष चन्द्र बोस के साथ अपने रिश्तों को कभी सार्वजनिक नहीं किया। वह अपने पति का नाम गुप्त रखकर ही इस दुनिया से चली गई। अनीता कहती हैं कि उनकी मां ने उन्हें बताया था कि उनके पिता के मौत की खबर उन्हें रेडियो से मिली थी। मां ने बताया था - हमेशा की तरह वो रेडियो पर शाम का समाचार भी सुन रही थीं। तभी समाचार वाचक ने कहा कि भारत के सुभाष चंद्र बोस ताइपे में एक विमान दुर्घटना में मारे गए हैं। Show डिप्टी मेयर रह चुकी हैं सुभाष की बेटी अनीता अनीता जर्मनी के फॉफ आउग्सबुर्ग जिले के 15 हजार आबादी वाले स्टटबेर्गन शहर की डिप्टी मेयर रह चुकी हैं। अर्थशास्त्री अनीता कई बार भारत आ चुकी हैं। उनके बच्चों का नाम पेटर अरुण, थोमस कृष्णा और माया करीना। अनीता पिछली बार जब भारत आईं थी, तब उन्होंने बताया था कि वह सिर्फ एक महीने की थी, जब नेताजी ने स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने के लिए विएना छोड़ा। विमान हादसे में नेताजी की मृत्यु के समय वे सिर्फ ढाई साल की थीं। मार्टिन प्फॉफ से हुई अनीता की शादी अनीता की मुलाकात मार्टिन प्फॉफ से बेंगलुरु में हुई। ऑस्ट्रियाई मूल के मार्टिन दृष्टिहीनों के लिए एक संगठन में काम कर रहे थे। कुछ समय बाद वे अपने देश गए, जहां अनीता और उनकी शादी हुई। मार्टिन और अनीता ने एक साथ इकोनॉमिक्स में पीएचडी की और जर्मनी की आउग्सबुर्ग यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हुए। मार्टिन जर्मनी की सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े और सांसद बने। सुभाष की मां की सोने की चूडियां हैं अनीता के पास अनीता के पास सोने की आठ चूडियां हैं, जो नेताजी की मां प्रभावती देवी ने अपनी सबसे छोटी बहू के लिए बनवाई थीं। उन्होंने मौत के पहले शरतचंद्र की पत्नी विभावती को चूडियां देते हुए कहा था कि सुभाष की शादी में बहू को सौंपना। जब शरतचंद्र विएना गए तो वह चूडियां एमिली को देना नहीं भूले। अनिता ने दादी की वह चूडियां अब तक संभालकर रखी हैं। आगे की स्लाइड्स में देखें, सुभाष चंद्र बोस की फोटोज नई दिल्ली. नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मौत से जुड़ीं 64 फाइलों को पश्चिम बंगाल सरकार आज पब्लिक करने जा रही है। मंगलवार को ये फाइलें कोलकाता की राइटर्स बिल्डिंग पहुंचाई गईं जहां इन्हें डिजिटलाइज्ड किया गया।dainikbhaskar.com इस मौके पर बता रहा है सुभाष चंद्र बोस के जीवन में कैसे आई उनकी पत्नी एमिली और कैसे हुआ प्यार... 1934 में सुभाष चन्द्र बोस ऑस्ट्रिया में अपना इलाज करा रहे थे। उस समय उन्होंने सोचा कि अपनी जीवनी लिखी जाए। इसके लिए उन्हें टाइपिस्ट की जरूरत थी। उनके ऑस्ट्रिया के एक फ्रेंड ने एमिली शेंकल को अप्वाइंट करा दिया। सुभाष एमिली को अपनी जीवनी डिक्टेट कराते थे। इसी दौरान दोनों में प्यार हो गया। 1937 में दोनों ने शादी कर ली। 29 नवंबर 1942 को विएना में एमिली ने एक बेटी को जन्म दिया। सुभाष ने अपनी बेटी का नाम अनीता बोस रखा। तारघर में करनी पड़ी एमिली शेंकल को नौकरी सुभाष चंद्र बोस की पत्नी को अपना घर चलाने और बेटी अनीता को पालने के लिए वहां के डाकघर में नौकरी करनी पड़ी। अनीता के अनुसार, शेंकल ने सुभाष चन्द्र बोस के साथ अपने रिश्तों को कभी सार्वजनिक नहीं किया। वह अपने पति का नाम गुप्त रखकर ही इस दुनिया से चली गई। अनीता कहती हैं कि उनकी मां ने उन्हें बताया था कि उनके पिता के मौत की खबर उन्हें रेडियो से मिली थी। मां ने बताया था - हमेशा की तरह वो रेडियो पर शाम का समाचार भी सुन रही थीं। तभी समाचार वाचक ने कहा कि भारत के सुभाष चंद्र बोस ताइपे में एक विमान दुर्घटना में मारे गए हैं। आगे की स्लाइड्स में पढ़ें सुभाष की बेटी अनीता क्या करती हैं
एमिली शेंकल: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की संगिनी और पत्नी, जो ज़िंदगीभर उन्हें हीरो मानती रहींआधुनिक भारत के अनसुलझे रहस्यों में एक है नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मृत्यु. 18 अगस्त 1945 के दिन विमान हादसे में नेताजी की मृत्यु की ख़बर पर न जाने कितने सवाल उठ चुके हैं. कुछ ने इसे सच माना तो कुछ ने इसे कभी नहीं माना. इस तारीख़ के बाद भी लगातार यह कयास जारी रहे कि नेताजी ज़िंदा रहे. उस विमान दुर्घटना में नेताजी की मृत्यु पर से संदेह के सारे बादलों को
छांटने के लिए तीन जांच आयोग बने. अलग-अलग देशों की ख़ुफ़िया एजेंसियों ने अपने स्तर पर जांच की. तमाम किताबें लिखी गईं. पर यह रहस्य अभी भी अनसुलझा हुआ है. पुस्तक: सुभाष बोस की अज्ञात यात्रा लेखक: संजय श्रीवास्तव प्रकाशक: संवाद प्रकाशन मूल्य: रु. 300 एमिली शेंकल: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की संगिनी और पत्नी, जो ज़िंदगीभर उन्हें हीरो मानती रहीं तब एमिली 24 साल की युवा थी. सुंदर, उत्साह और ऊर्जा से भरपूर. सुभाष ने तुरंत उन्हें नौकरी पर रख लिया. तब एमिली का ज़्यादातर समय सुभाष के साथ बीतने लगा. दोनों में एक ख़ास समझ-बूझ विकसित हुई. एमिली को सुभाष अच्छे लगने लगे. उन्होंने वियना के आसपास कुछ यात्राएं भी कीं. बेशक सुभाष दिलोदिमाग़ से ख़ुद को भारत की आज़ादी के नाम कर चुके थे, लेकिन ज़्यादा समय साथ गुज़ारने से उनमें और एमिली के बीच एक ख़ास भावना पैदा हो गई, जिसे प्यार कहना चाहिए. एमिली का जन्म ऑस्ट्रिया में 26 दिसंबर, 1910 में हुआ था. उनके पिता पशु-चिकित्सक थे जबकि बाबा यानी ग्रैंडफ़ादर शूमेकर थे. परिवार कैथलिक ईसाई था. एमिली ने देर से पढ़ाई शुरू की, उनके पिता पढ़ाई से संतुष्ट नहीं थे. लिहाज़ा उन्होंने बेटी का दाखिला धार्मिक स्कूल में चार साल के कोर्स के लिए करा दिया, जहां से वह नन बनकर निकलतीं. एमिली ने मना कर दिया. वह वापस
स्कूल गई. 20 साल की उम्र में स्कूल की पढ़ाई ख़त्म की. तब यूरोप मंदी की चपेट में था. बेरोज़गारी बढ़ रही थी. तभी एमिली शेंकल को डॉक्टर माथुर ने नई नौकरी के बारे में बताया तो उन्होंने इस तुरंत क़ुबूल कर लिया. सुभाष ने शादी की घोषणा नहीं की थी. इस बारे में शायद उन्होंने एमिली से कहा था कि कांग्रेस अध्यक्ष बनने से ठीक पहले अगर मैं शादी की घोषणा करूंगा तो मेरी इमेज पर असर पड़ेगा और सियासी स्थिति पर भी. नीरद-सी चौधरी ने लिखा, सुभाष उस समय युवाओं के बीच
आदर्श छवि रखते थे. उन्हें योद्धा समझा जाता था. अगर उन्हें आसान ज़िंदगी गुज़ारनी होती तो बंगाली भद्रलोक में उनकी शादी बहुत पहले हो जाती. उनके पास शादी के बहुत से प्रस्ताव थे. 1936 की गर्मियों में वह वापस भारत आ चुके थे. लेकिन वियना में एमिली के पास कोई नौकरी नहीं थी. वह सभी तरह की नौकरियों के लिए कोशिश कर रही थी. उस समय एमिली ने आया यानी नैनी की नौकरी भी की.
संयोग से यह नौकरी भी उन्हें एक भारतीय के घर में ही मिली थी. सुभाष और एमिली की शादी
को लेकर बोस के परिवार में जिन लोगों को शक था, उसमें उनके भतीजे द्विजेंद्र नाथ भी थे, जिनका कहना था कि सुभाष बोस से शादी संबंधी जो पत्र एमिली ने शरत को भेजा था, वह फ़र्ज़ी था. द्विजेंद्र के साथ सुभाष के बहुत से समर्थकों का मानना था कि वह किसी से भी शादी कर सकते थे, लेकिन सफ़ेद चमड़ी वाली किसी महिला से नहीं. यह कुछ अजीब-सा है. फिर उनका पक्का इरादा था कि वह देश की आज़ादी से पहले शादी नहीं करेंगे. नीरद-सी चौधरी ने भी यह लिखने से गुरेज नहीं किया,‘बोस जिस परिवार से ताल्लुक़ रखते थे, उसमें कोई बोस बेहद
मामूली परिवार की सेक्रेट्री से शादी कर ले, यह बात पचती नहीं, जबकि वह किसी भी अभिजात्य बंगाली महिला से शादी कर सकते थे.’ Next Story सुभाष चंद्र बोस की पत्नी कौन है * 5?उनके ऑस्ट्रिया के एक फ्रेंड ने एमिली शेंकल को अप्वाइंट करा दिया। सुभाष एमिली को अपनी जीवनी डिक्टेट कराते थे। इसी दौरान दोनों में प्यार हो गया। 1937 में दोनों ने शादी कर ली।
सुभाष चंद्र बोस के पत्नी का क्या नाम है?एमिली शेंकल (जर्मन भाषा: Emilie Schenkl, जन्म: 26 दिसम्बर 1910 – मृत्यु: मार्च 1996) भारतीय स्वतन्त्रता संग्राम के अग्रणी नेता सुभाष चन्द्र बोस की सहयोगी (प्राइवेट सेक्रेटरी) थी जिसके साथ बाद में बोस ने आस्ट्रिया में भारतीय रीति-रिवाज़ से विवाह कर लिया। एमिली और बोस की एकमात्र जीवित सन्तान अनिता बोस फाफ है।
अनिता बोस के कितने बच्चे हैं?संक्षिप्त जीवनी
अपनी शिक्षा पूर्ण करने के बाद अनिता ने प्रोफेसर मार्टिन फाफ के साथ विवाह कर लिया। उनके पति बुण्डेस्टैग जर्मनी की संसद के सदस्य थे और जर्मन सोशल डिमोक्रेटिक पार्टी से सम्बन्ध रखते थे। उन दोनों के एक बेटा व दो बेटियाँ कुल तीन बच्चे हैं। बेटे का नाम है पीटर अरुण और बेटियों का थॉमस कृष्णा व माया कैरीना।
सुभाष चंद्र की बेटी का क्या नाम था?अनिता बोस फाफसुभाष चन्द्र बोस / बेटीnull
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