इसे सुनेंरोकेंरूसी क्रांति के परिणामस्वरूप सर्वप्रथम निरंकुश-तंत्र, अभिजात वर्ग और चर्च की शक्ति का अंत हो गया। ज़ार के राज्य का अंत कर उसे सोवियत समाजवादी गणराज्य संघ में बदल दिया गया। प्रथम विश्वयुद्ध समाप्त हो गया, क्योंकि न केवल बोल्शेविक बल्कि संपूर्ण यूरोप के समाजवादी संगठन युद्ध के विरुद्ध थे। 1905 की रूस की क्रांति क्यों महत्वपूर्ण
थी? इसे सुनेंरोकेंक्रांति में नेतृत्व की कमी – रूस की निरंकुश जारशाही का अंत करने के लिए और रूसी शासन व्यवस्था में सुधार लाने के लिए यह क्रांति की गयी थी, किन्तु इस क्रांति में विभिन्न सिद्धांत वाले व्यक्तियों एवं राजनीतिक दलों ने भाग लिया था । इसे सुनेंरोकेंबोल्शेविक क्रांति के परिणाम – बोल्शेविक क्रांति का परिणाम यह हुआ कि उत्पादन व वितरण के साधनों पर राज्यों का नियंत्रण स्थापित हो गया। बोल्शेविक
क्रांति के पश्चात ब्रेस्ट लिटोवस्क की संधि के तहत रूस प्रथम विश्व युद्ध की गतिविधियों से पूरी तरह अलग हो गया था। रूस वैज्ञानिक तकनीकी के माध्यम से आर्थिक विकास की ओर बढ़ा। रूसी क्रांति का वैश्विक प्रभाव क्या था? इसे सुनेंरोकेंa. मार्च 1917 ,15 तक. सन 1917 की रूस की क्रान्ति विश्व इतिहास की सबसे महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। इसके परिणामस्वरूप रूस से ज़ार के स्वेच्छाचारी शासन का अन्त हुआ तथा रूसी सोवियत संघात्मक समाजवादी गणराज्य (Russian Soviet Federative Socialist Republic) की स्थापना हुई। प्रथम विश्वयुद्ध का रूस की क्रांति पर क्या प्रभाव पड़ा?इसे सुनेंरोकेंAnswer: रूसी क्रांति के परिणामस्वरूप सर्वप्रथम निरंकुश-तंत्र, अभिजात वर्ग और चर्च की शक्ति का अंत हो गया। ज़ार के राज्य का अंत कर उसे सोवियत समाजवादी गणराज्य संघ में बदल दिया गया। प्रथम विश्वयुद्ध समाप्त हो गया, क्योंकि न केवल बोल्शेविक बल्कि संपूर्ण यूरोप के समाजवादी संगठन युद्ध के विरुद्ध थे। रूस में अक्टूबर 1917 में बोल्शेविक की सफलता के क्या कारण थेl? इसे सुनेंरोकेंइसके तीन चरण थे : 1905 की क्रांति जो असफल रही; फरवरी 1917 की क्रांति के परिणामस्वरूप अभिजात वर्ग की समाप्ति; और अक्तूबर 1917 की क्रांति जिसका नेतृत्व बोल्शेविकों ने किया। इसने साम्यवादी राष्ट्र की स्थापना की। इस क्रांति ने सामाजिक न्याय पर आधारित नई सामाजिक और राजनीतिक प्रणाली बनाई। 1917 ईस्वी में रूस पर किसका प्रभाव था? रूस की क्रांति
वर्ष 1917 की रूसी क्रांति मुख्य रूप से पिछड़ी अर्थव्यवस्था, किसानों एवं मज़दूरों की दयनीय स्थिति, निरंकुश एवं स्वेच्छाचारी शासन के अत्याचार का परिणाम थी। रूसी क्रांति के कारणनिरंकुश राजतंत्र एवं स्वेच्छाचारी शासक
सामाजिक-आर्थिक विषमता:
किसानों की दयनीय स्थिति:
श्रमिकों की दशा:
समाजवादी विचारधारा का प्रसार:
बौद्धिकों की भूमिका
रूस एवं जापान युद्ध
तात्कालिक कारण
रूसी क्रांति के चरण
अक्तूबर 1917 की रूसी क्रांति
रूसी क्रांति के नेतृत्त्व की स्थिति:
रूसी क्रांति का परिणाम
वर्तमान दौर में रूसी क्रांति की प्रासंगिकता
निष्कर्ष
1917 में बोल्शेविक की सफलता के क्या कारण थे?प्रथम विश्व युद्ध में भारतीय सैनिकों ने किसकी ओर से युद्ध किया था। इस युद्ध के समाप्त होने से पहले 1917 में रूसी क्रांति आई थी। यह बोल्शेविक क्रांति के रूप में भी जानी जाती है, क्योंकि राजनीतिक समूह के रूप में बोल्शेविक ने इस क्रांति को सफल बनाने और इसकी नीतियों को भी निर्धारित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई।
अक्टूबर 1917 में रूस में बोल्शेविकों की सफलता के क्या कारण हैं?बोल्शेविक क्रांति का एक कारण रूस की सामाजिक और आर्थिक स्थिति का खराब होना था, रूस में उच्च वर्ग के लोगों को सारे अधिकार प्राप्त थे और निम्न वर्ग के लोगों को किसी भी प्रकार के अधिकार प्राप्त नहीं थी। निम्न वर्ग के लोगों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति अत्यंत दयनीय थी और इनकी इस स्थिति ने ही बोल्शेविक क्रांति को जन्म दिया।
1917 की क्रांति के प्रमुख कारण क्या थे?1917 की रूसी क्रांति के कारण (1917 ki rusi kranti ke karan). आर्थिक एवं सामाजिक विषमता 1917 ई. ... . जारशाही की निरंकुशता रूस में वह के राजा को जार कहा जाता था। ... . औद्योगिक क्रांति ... . बौद्धिक जागरण ... . नागरिक अधिकारों का दमन और जागृति ... . युद्ध में रूस की पराजय ... . श्रमिकों का शोषण ... . जार द्वारा संसद(ड्यूमा) को भंग करना. रूस की बोल्शेविक क्रांति से आप क्या समझते हैं?जैसा कि आप पढ़ चुके हैं, अठारहवीं सदी से पहले फ़्रांस का समाज मोटे तौर पर एस्टेट्स और श्रेणियों में बँटा हुआ था। समाज की आर्थिक और सामाजिक सत्ता पर कुलीन वर्ग और चर्च का नियंत्रण था। लेकिन क्रांति के बाद इस संरचना को बदलना संभव दिखाई देने लगा।
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