जानिए लव-कुश के जन्म के बाद माता सीता के पाताल में जाने की वजहलव-कुश ने हनुमान जी को बंधक बना लिया था.जब श्री राम रावण पर विजय प्राप्त करके अयोध्या वापस आए और उनका राज्याभिषेक किया गया उसके बाद श्री राम ने माता सीता को त्याग दिया था और उन्हें उस समय वन में रहना पड़ा था. तब माता सीता गर्भवती थीं और उन्हें ऋषि वाल्मीकि ने अपने आश्रम में शरण दी थी.अधिक पढ़ें ...
रामायण हिन्दू धर्म के प्रमुख धर्म ग्रंथों में से एक है, और हम सभी ने रामायण पढ़ी या देखी तो ज़रुर होगी. रामायण की रचना महर्षि वाल्मीकि ने की थी. जिसमें प्रभु श्री राम (Lord Shri Ram) के जीवन को दर्शाया गया है. रामायण में एक वृतांत मिलता है जिसका सम्बन्ध श्री राम के पुत्रों लव और कुश के जन्म और माता सीता (Goddess Seeta) के पाताल जाने से जुड़ा हुआ है. वह कुछ इस प्रकार है कि जब श्री राम रावण पर विजय प्राप्त करके अयोध्या वापस आए और उनका राज्याभिषेक किया गया उसके बाद श्री राम ने माता सीता को त्याग दिया था और उन्हें उस समय वन में रहना पड़ा था. तब माता सीता गर्भवती थीं और उन्हें ऋषि वाल्मीकि ने अपने आश्रम में शरण दी थी. वहीं माता सीता ने अपने दोनों पुत्रो को जन्म दिया. जिन्हे महर्षि वाल्मीकि ने शिक्षा दी और यहीं आश्रम में लव-कुश का बाल्यकाल व्यतीत हुआ. कथा के बारे में हमें बता रहे हैं भोपाल के रहने वाले पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा, ज्योतिष, आइए जानते हैं. पौराणिक
कथाओं के अनुसार इसे भी पढ़ें – धनवान बनने के लिए आज ही घर ले आएं चांदी का हाथी लव-कुश के साथ हनुमान जी का युद्ध हुआ और इस युद्ध में हनुमान जी पराजित हुए और लव-कुश ने उन्हें भी वहीं बंधक बना लिया. हनुमान जी की कोई खबर न मिलने से लक्ष्मण जी हनुमान जी को ढूंढ़ते हुए वहां पहुंचे, और उन्हें भी लव-कुश ने बंधक बना लिया. इसे भी पढ़ें – भगवान विष्णु के पास कहां से आया था सुदर्शन चक्र? पढ़ें, पौराणिक कथा जब ये बात श्री राम को पता चली तो वे स्वयं युद्ध करने के लिए लव-कुश के सामने जा पहुंचे. लव-कुश से युद्ध करते हुए उन्हें इस बात का पता चला कि ये दोनों उन्हीं के बालक हैं. तब महर्षि वाल्मीकि ने उनको उनके पुत्रों और माता सीता से मिलवाया. ऐसा माना जाता है कि जब श्री राम माता सीता से कई वर्षों बाद मिले और उन्होंने सीता माता को छूने के लिए हाथ बढ़ाया तब माता सीता वहीं उस स्थान पर धरती में समा गईं. ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी| Tags: Dharma Aastha, Lord Ram, Religion FIRST PUBLISHED : May 20, 2022, 14:35 IST राम की मृत्यु के बाद लव कुश का क्या हुआ?राम के बाद लव-कुश और अयोध्या का क्या हुआ ? लव और कुश राम के जुड़वां बेटे थे. जब राम ने वानप्रस्थ लेने का निश्चय कर भरत का राज्याभिषेक करना चाहा तो भरत नहीं माने. अत: दक्षिण कोसल प्रदेश (छत्तीसगढ़) में कुश और उत्तर कोसल में लव का अभिषेक किया गया.
राम के पुत्र लव कुश की मृत्यु कैसे हुई?असुर दुर्जया से युद्ध करने के समय लव कुश की मृत्यु हुई।
लव कुश वंश कब तक चला?कुश वंश से ही कुशवाह, मौर्य, सैनी, शाक्य संप्रदाय की स्थापना मानी जाती है। एक शोधानुसार लव और कुश की 50वीं पीढ़ी में शल्य हुए, जो महाभारत युद्ध में कौरवों की ओर से लड़े थे। यह इसकी गणना की जाए तो लव और कुश महाभारतकाल के 2500 वर्ष पूर्व से 3000 वर्ष पूर्व हुए थे अर्थात आज से 6,500 से 7,000 वर्ष पूर्व।
लव कुश के बाद क्या हुआ?लव-कुश से युद्ध करते हुए उन्हें इस बात का पता चला कि ये दोनों उन्हीं के बालक हैं. तब महर्षि वाल्मीकि ने उनको उनके पुत्रों और माता सीता से मिलवाया. ऐसा माना जाता है कि जब श्री राम माता सीता से कई वर्षों बाद मिले और उन्होंने सीता माता को छूने के लिए हाथ बढ़ाया तब माता सीता वहीं उस स्थान पर धरती में समा गईं.
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